ऊष्मा के सुचालक एवं कुचालक से आप क्या समझते हैं? - ooshma ke suchaalak evan kuchaalak se aap kya samajhate hain?

इसे सुनेंरोकेंऐसे पदार्थ जिनमें से इलेक्ट्रॉन्स या करंट प्रवाह नहीं हो सकते. या यूं कहें कि जिन पदार्थों में से हम बिजली को नहीं लेकर जा सकते ऐसे पदार्थों को कुचालक कहते हैं. इनकी प्रतिरोधक क्षमता बहुत अधिक होती है जिसके कारण इनमें से करंट प्रवाह नहीं हो सकता.

कुचालक पदार्थ कौन कौन से हैं?

कुचालक किसे कहते हैं और इसके प्रकार

  • ठोस कुचालक : – ऐसे कुचालक जो भारी और कठोर होते हैं वह ठोस कुचालक की श्रेणी में आते हैं जैसे कि कांच , मार्बल , चीनी मिट्टी इत्यादि .
  • नरम कुचालक : – ऐसे कुचालक जो वजन में कुछ हल्के होते हैं ऐसे पदार्थों को नरम कुचालक की श्रेणी में रखा जाता है जैसे कि रबड़, मायका ,PVC इत्यादि.

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ऊष्मा का सुचालक कौन सा है?

इसे सुनेंरोकेंवे पदार्थ जिनमें उष्मा का चालन सरलता से हो जाता है उन्हें ऊष्मा का सुचालक कहते हैं जैसे कि लोहा, तांबा, एलुमिनियम, सोना, चांदी आदि। चांदी धातु उष्मा के चालन के लिए सबसे अच्छी धातु है।

कुचालक पदार्थ का परावैद्युतांक कितना होता है?

इसे सुनेंरोकेंमाध्यम का परावैद्युतांक K = ε/ε₀ स्पष्ट है कि परावैद्युतांक राशि है। इसका कोई मात्रक नहीं होता है।

सुचालक से आप क्या समझते हैं?

इसे सुनेंरोकेंसुचालक वे पदार्थ है जिनसे होकर विद्युत धारा सरलता से प्रवाहित होती हैं। ताँबा , अलुमिनियम , जस्ता , सोना , चाँदी आदि विद्युत चालक हैं। चांदी विद्युत धारा का सबसे अच्छा सुचालक माना जाता हैं।

कुचालक कितने प्रकार के होते हैं?

Kuchalak Ke Prakar

  • ठोस कुचालक :– ठोस कुचालक वजन में बहुत भारी तथा बहुत अधिक मजबूत होते हैं। वह ठोस कुचालक कहलाते हैं।
  • नरम कुचालक :– नरम कुचालक ऐसे कुचालक होते हैं जिनका वजन तो ठोस चालकों की अपेक्षा कम होता है।
  • तरल कुचालक :– तरल कुचालक ऐसे कुचालक होते हैं जिनमें बहने का गुण पाया जाता है अर्थात वे तरल अवस्था में होते हैं।

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चालक कुचालक क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंवे पदार्थ जिनमे अधिक संख्या में मुक्त इलेक्ट्रॉन होते है उन्हें चालक कहते है। उदाहरण के लिए धातुएँ। उदाहरण : कॉपर , लोहा , एल्युमिनियम आदि। कुचालक या परावैद्युत : कुचालक वे पदार्थ है जिनमे बाह्य इलेक्ट्रॉन बहुत मजबूती से बंधे होते है इसलिए वे गति नहीं कर सकते है।

इनमे से क्या एक Insulator कुचालक है?

इसे सुनेंरोकेंDefinition of Insulator. कुचालक की परिभाषा:- ऐसे पदार्थ जिनमे विद्युत धारा प्रवाहित नहीं होता है, वे सभी पदार्थ कुचालक या अचालक (Insulator) कहलाते हैं. या ऐसे पदार्थ जिनमे मुक्त इलेक्ट्रान नहीं होते हैं वे सभी अचालक पदार्थ होते हैं. अचालक या कुचालक पदार्थों का उदाहरण :- लकड़ी, रबर, कांच, कागज, वायु इत्यादि.

Chalak क्या है?

इसे सुनेंरोकेंविद्युत चालक (electrical conductors) वे पदार्थ है जिनसे होकर विद्युत धारा सरलता से प्रवाहित होती हैं। ताँबा, अलुमिनियम, जस्ता, सोना, चाँदी प्रवाहित विद्युत चालक हैं। विद्युत चालक पदार्थ मे अधिक मात्रा मे मुक्त इलेक्ट्राॅन पाये जाते हैं ।

भौतिकी में, ऊष्मा चालकता (थर्मल कण्डक्टिविटी) पदार्थों का वह गुण है जो दिखाती है कि पदार्थ से होकर ऊष्मा आसानी से प्रवाहित हो सकती है या नहीं। ऊष्मा चालकता को k, λ, या κ से निरूपित करते हैं। जिन पदार्थों की ऊष्मा चालकता अधिक होती है उनसे होकर समान समय में अधिक ऊष्मा प्रवाहित होती है (यदि अन्य परिस्थितियाँ, जैसे ताप का अन्तर, पदार्थ की लम्बाई और क्षेत्रफल आदि समान हों)। जिन पदार्थों की ऊष्मा चालकता बहुत कम होती हैं उन्हें ऊष्मा का कुचालक (थर्मल इन्सुलेटर) कहा जाता है। ऊष्मा चालकता के व्युत्क्रम (रेसिप्रोकल) को उष्मा प्रतिरोधकता (thermal resistivity) कहते हैं।

गणितीय रूप से, यदि L{\displaystyle L}

ऊष्मा के सुचालक एवं कुचालक से आप क्या समझते हैं? - ooshma ke suchaalak evan kuchaalak se aap kya samajhate hain?
लम्बाई के A{\displaystyle A}
ऊष्मा के सुचालक एवं कुचालक से आप क्या समझते हैं? - ooshma ke suchaalak evan kuchaalak se aap kya samajhate hain?
अनुप्रस्थ काट वाले छड़ से होकर Δt{\displaystyle \Delta t}
ऊष्मा के सुचालक एवं कुचालक से आप क्या समझते हैं? - ooshma ke suchaalak evan kuchaalak se aap kya samajhate hain?
समय में ΔQ{\displaystyle \Delta Q}
ऊष्मा के सुचालक एवं कुचालक से आप क्या समझते हैं? - ooshma ke suchaalak evan kuchaalak se aap kya samajhate hain?
ऊष्मा प्रवाहित हो तो उस पदार्थ की ऊष्मा चालकता निम्नलिखित सूत्र द्वारा निकाली जा सकती है [1] गणितीय रूप में,

ΔQΔt.LA=κ.ΔT{\displaystyle {\frac {\Delta Q}{\Delta t}}.{\frac {L}{A}}=\kappa .\Delta T}

या,

κ=ΔQΔt.LAΔT{\displaystyle \kappa ={\frac {\Delta Q}{\Delta t}}.{\frac {L}{A\Delta T}}}.

ध्यान रहे कि ऊष्मा की स्थायी अवस्था आ गयी हो तथा आसपास ऊष्मा का कोई अन्य स्रोत न हो। यह भी आवश्यक है कि ऊष्मा का प्रवाह A के लम्बवत दिशा में (लम्बाई की दिशा में) हो।

वाहनों के गरम हवा और धुँवा निकालने वाली प्रणाली के अवयवों पर सिरैमिक की परत लगा दी जाती है जैससे उस मार्ग से बाहर ऊष्मा नहीं निकल पाती और आसपास के अन्य अवयव गरम होकर खराब नहीं होते। अर्थात् यहाँ सिरैमिक की बहुत कम ऊष्मा चालकता का उपयोग किया गया है।

ऊष्मा के सुचालक और कुचालक से आप क्या समझते हैं प्रत्येक के दो दो उदाहरण दीजिए?

प्रत्येक के दो-दो उदाहरण दीजिए। Solution : ऐसे पदार्थ जिनमें चालन विधि से ऊष्मा का संचरण आसानी से होता है, सुचालक कहलाते हैं जबकि वे पदार्थ जिनमें चालन द्वारा ऊष्मा का संचरण आसानी से नहीं हो पाता, ऊष्मा के कुचालक कहलाते हैं। <br> उदाहरण-सुचालक-लोहा, ताँबा, पारा इत्यादि। <br> कुचालक-लकड़ी, हवा, ऊन इत्यादि।

सुचालक और कुचालक से आप क्या समझते हैं?

Solution : सुचालक -वे पदार्थ जिनमे से विद्युत धारा बिना किसी विशेष प्रतिरोध के प्रवाहित हो सकती है, उन्हें सुचालक पदार्थ कहते है। <br> उदाहरण- चाँदी, कॉपर (तांबा), एलुमिनियम, ग्रेफाइट आदि। <br> कुचालक -वे पदार्थ जिनमे से विद्युत धारा प्रवाहित नहीं होती है, कुचालक पदार्थ कहलाते है।

सुचालक से आप क्या समझते हैं?

जिन पदार्थो से होकर विद्युत्-धरा प्रवाहित हो सकती है, वे विद्युत्-चालक या सुचालक कहलाते हैं

ऊष्मा का कुचालक क्या होता है?

जिन पदार्थों की ऊष्मा चालकता अधिक होती है उनसे होकर समान समय में अधिक ऊष्मा प्रवाहित होती है (यदि अन्य परिस्थितियाँ, जैसे ताप का अन्तर, पदार्थ की लम्बाई और क्षेत्रफल आदि समान हों)। जिन पदार्थों की ऊष्मा चालकता बहुत कम होती हैं उन्हें ऊष्मा का कुचालक (थर्मल इन्सुलेटर) कहा जाता है।