नई दिल्ली, Shani Dosh: ज्योतिष शास्त्र में हर एक ग्रह का अपना अपना एक महत्व बताया गया है। ग्रहों की स्थिति बदलने के साथ हर व्यक्ति के जीवन पर शुभ या फिर अशुभ प्रभाव पड़ता है। हर एक ग्रह अपनी स्थिति बदलने के साथ कुछ संकेत जरूर देते हैं। इसी तरह शनि भी जब अपनी स्थिति बदलते हैं तो किसी न किसी तरह के अशुभ संकेत जरूर देते हैं जिन्हें पहचान कर इन प्रभावों को काफी हद तक कम किया जा सकता है। जानिए कुंडली में शनि ग्रह आने से कैसे संकेत मिलते हैं। इसके साथ ही शनि दोष की अशुभ स्थिति को सही करने के लिए कौन से उपाय करना होगा शुभ। Show Lord Ganesha: इन तीन राशियों पर मेहरबान रहते हैं गणपति, पाते हैं हर क्षेत्र में सफलता यह भी पढ़ेंशनि देते हैं ये अशुभ संकेत
शनि के अशुभ प्रभाव को कम करने के उपाय
Pic Credit- Instagram/astroved Shukra Gochar 2022: जल्द ही सुख-सुविधाओं के प्रदाता करने जा रहे हैं राशि परिवर्तन, इन राशियों को मिलेगा लाभ यह भी पढ़ेंडिसक्लेमर 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।' Astrology: आज शनिवार का दिन है. आज के दिन शनि अमावस्या (Shani Amavasya) भी है. इस अवसर पर आज आपको बताते हैं कि शनि ग्रह (Saturn Planet) व्यक्ति के किन आचरण से दुर्बल होता है और उसका दुष्प्रभाव आपके जीवन में पड़ने लगता है. आपके काम खराब होने लगते हैं, असफलताएं आपकी प्रगति में रोड़ा बन सकती हैं. आपके जीवन में हो रहे कुछ बदलाव आपको दुर्बल शनि का संकेत दे सकते हैं. ज्योतिषशास्त्र में इनके बारे में चर्चा की गई. जैसा कि आप सभी को पता है कि शनि देव व्यक्ति को कर्मों के आधार पर फल देते हैं. अपने पिता के दुराचरण से ही क्रोधित होकर उन्होंने कठिन तप से भगवान शिव को प्रसन्न किया था. फिर उनको न्याय का देवता यानी कर्मों के अनुसार फल और दंड देने का वरदान प्राप्त हुआ. ऐसे में मनुष्य के कर्म ही शनि ग्रह या शनि देव को प्रसन्न या क्रोधित कर सकते हैं. मंत्र जाप, पूजा-अर्चना से पूर्व आपको अपने कर्मों और आचरण पर ध्यान देना चाहिए. आइए जानते हैं कि हमारी किन आदतों से शनि दुर्बल होता है और उसकी पहचान क्या है? 1. किसी भी व्यक्ति को अपने से बड़े लोगों और स्त्रियों का अपमान नहीं करना चाहिए. ऐसे करने से शनि दुर्बल होता है. शनि देव और उनकी माता छाया ने सूर्य देव से तिरष्कार पाया था, इस वजह से ऐसे लोगों को वे दंडित करते हैं. 2. झूठ नहीं बोलना चाहिए. आपके झूठे वचन और गलत आरोपों से दूसरों को आघात पहुंचता है. उसके मान को ठेस पहुंच सकता है. ऐसा करने से बचना चाहिए. 3. मांसाहार और शराब का सेवन नहीं करना चाहिए. 4. जब शनि खराब होता है तो व्यक्ति की बुद्धि सबसे पहले भ्रष्ट होती है. वह जुआ, विवाहेत्तर संबंध, चोरी आदि जैसे गलत कर्मों में फंस जाता है. 5. पशु-पक्षियों को सताना नहीं चाहिए. बेजुबान जीवों को प्रताड़ित करने से भी शनि का प्रभाव कम होता है. 6. गरीब और लाचार लोगों को किसी भी प्रकार से दुख न पहुंचाएं. किसी से छल न करें. 7. शनिवार के दिन बाल और नाखुन काटने से भी शनि ग्रह कमजोर होता है. 8. अचानक से आपको लगने लगे कि एक-एक करके कई काम असफल हो रहे हैं, तो हो सकता है कि आपका शनि ग्रह दुर्बल होने लगा है. 9. मान्यताओं के अनुसार, यदि घर के बिजली वाले उपकरण जल्दी-जल्दी खराब हो रहे हैं, तो ये भी शनि ग्रह के दुर्बल होने का संकेत है. 10. शनि के खराब होने से परिवार में कलह, मकान का क्षतिग्रस्त होना, धन हानि, अपयश, आगजनी, कंगाली जैसे स्थितियां पैदा हो सकती हैं. (Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. Hindi news18 इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें) शनि दोष के लक्षण क्या है?ज्योतिषशास्त्र के अनुसार, शनि के अशुभ प्रभाव से व्यक्ति का स्वभाव बदलने लगता है। वह झूठ अधिक बोलने लगता है और क्रोध की भावना भी बढ़ने लगती है। छोटी-छोटी चीजों पर झूठ और क्रोध करना उसके स्वभाव में आ जाता है। धर्म-कर्म कार्यों में मन नहीं लगता।
शनि ग्रह से कौन सी बीमारी होती है?शनि से जनित बीमारियां:
व्यक्ति की कुंडली में अगर शनि ग्रह कमजोर है तो व्यक्ति को शारीरिक थकान,चोट आदि लगने का भय रहता है। बाल से जुड़ी बीमारी भी होती हैं। शारीरिक कमजोरी,शरीर में दर्द,पेट दर्द,घुटनों या पैरों में होने वाला दर्द,दांतों अथवा त्वचा संबंधित रोग इत्यादि शनि के कारण हो सकते हैं।
शनि अशुभ हो तो क्या होता है?शनि के अशुभ प्रभाव के कारण व्यक्ति को अधिक गुस्सा आने लगता है। धर्म से जुड़े कामों को करने में आनाकानी करने लगता है, साथ ही बुरी आदतों का शिकार हो जाता है। शनि के अशुभ प्रभाव शुरू होते ही व्यक्ति किसी न किसी झूठे मामलों में फंस जाता है। जिसके कारण मान-सम्मान की क्षति होती है।
शनि ग्रह खराब हो तो क्या करना चाहिए?* सर्वप्रथम शनि ग्रह के स्वामी भगवान भैरव से माफी मांगते हुए उनकी उपासना करें। * हनुमान ही शनि के दंश से बचा सकते हैं तो प्रतिदिन हनुमान चालीसा पढ़ें। * शनि की शांति के लिए महामृत्युंजय मंत्र का जप भी कर सकते हैं। * तिल, उड़द, भैंस, लोहा, तेल, काला वस्त्र, काली गौ और जूता दान देना चाहिए।
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