व्रत के दौरान कई लोग समा के चावल का सेवन करना पसंद करते हैं. लेकिन क्या आप इसके सेवन से शरीर को होने वाले फायदों के बारे में जानते हैं? समा के चावल में कई पोषक तत्व होते हैं, जो शरीर के लिए काफी फायदेमंद माने जाते हैं. इसे बार्नयार्ड बाजरा (Barnyard millets) के रूप में जाना जाता है. Show
व्रत में इसका सेवन करने से आपके शरीर को कमजोरी महसूस नहीं होती है और न ही बार-बार भूख लगती है. इसके सेवन से आपकी इम्यूनिटी बूस्ट होती है. वहीं, इसके कुछ नुकसान भी हैं, इससे मतली-उल्टी की समस्या या लो ब्लड शुगर भी हो सकता है. आज हम इस लेख में समा के चावल खाने के फायदे और नुकसान के बारे में जानेंगे.
समा के चावल खाने के फायदे और नुकसान के डॉक्टर समा के चावल में मौजूद पोषक तत्वसमा के चावल पोषक तत्वों से भरपूर होती है. यह आयरन, प्रोटीन और फाइबर का अच्छा स्रोत होता है. साथ ही इसमें काफी मात्रा में कैल्शियम होता है, जो आपकी हड्डियों और दांतों को मजबूत कर सकता है. समा के चावल में कई और पोषक तत्व भी होते हैं. जैसे -
(और पढ़ें - कूटू के फायदे) समा के चावल खाने के फायदेसमा के चावल खाने से स्वास्थ्य को कई लाभ हो सकते हैं. इसके सेवन से डायबिटीज, कोलेस्ट्रॉल और कमजोर इम्यूनिटी की परेशानी को दूर किया जा सकता है. आइए विस्तार से जानते हैं समा के चावल खाने के फायदे. (और पढ़ें - मकई के फायदे) डायबिटीज रोगियों के लिए फायदेमंदसमा के चावल (बार्नयार्ड बाजरा) फाइबर और प्रोटीन का अच्छा स्त्रोत होता है. ऐसे में डायबिटीज रोगी इस चावल का सेवन कर सकते हैं. यह अन्य अनाज खासतौर पर गेहूं की तुलना में अधिक फायदेमंद हो सकता है. रिसर्च के मुताबिक, समा के चावल का ग्लाइसेमिक इंडेक्स (glycemic index) - 41.7 कम रहता है. इसलिए इसके सेवन से आपके शरीर का ब्लड शुगर जल्दी नहीं बढ़ेगा. समा के चावल का सेवन करने से डायबिटीज रोगियों का लिपिड प्रोफाइल (lipid profile) बेहतर हो सकता है. इसलिए डायबिटीज रोगी अगर चावल का सेवन करना चाहते हैं, तो इसे एक बेहतर विकल्प के तौर पर चुन सकते हैं. (और पढ़ें - राई के फायदे) एंटीऑक्सीडेंट से भरपूरसमा के चावल एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं. इसमें पॉलीफेनोल्स जैसे कई सारे फाइटोकेमिकल्स (phytochemicals) होते हैं. जिससे आपकी कई परेशानियां दूर हो सकती हैं. यह एंटीऑक्सीडेंट आपके शरीर में डिटॉक्सिफाइंग एजेंट (detoxifying agents) की तरह कार्य करता है. ऐसे में यह आपके शरीर को दिल से जुड़ी बीमारियां, मधुमेह और कैंसर सहित कई बीमारियों से बचाव कर सकता है. कोलेस्ट्रॉल को घटाने में मददगारनियमित रूप से समा के चावल का सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल का स्तर कंट्रोल में हो सकता है. दरअसल, बार्नयार्ड बाजरा में कार्ब्स और फैट की काफी कम मात्रा होती है. फैट और कार्ब्स का कम सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम हो सकता है. ऐसे में अगर आप अपने हृदय स्वास्थ्य को बेहतर करना चाहते हैं, तो समा के चावल को अपनी डाइट में शामिल करें. यह शरीर में आपके कोलेस्ट्रॉल स्तर को कम करता है. साथ ही यह मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है, जिससे आपके शरीर का वजन कंट्रोल में रह सकता है. (और पढ़ें - ओट्स के फायदे) कब्ज से दिलाए राहतकब्ज की परेशानियों से राहत दिलाने में समा के चावल काफी फायदेमंद हो सकते हैं. इसमें घुलनशील और अघुलनशील दोनों तरह के फाइबर भरपूर रूप से होते हैं. जो कब्ज रोगियों के लिए काफी फायदेमंद हो सकते हैं. नियमित रूप से समा के चावल को डाइट में शामिल करने से यह पाचन को दुरुस्त करता है. साथ ही इससे मल त्यागने में आसानी होती है. अगर आप नियमित रूप से समा के चावल को अपने आहार में शामिल करते हैं, तो इससे कब्ज की परेशानी कम हो सकती है. वहीं, अगर किसी को कब्ज की शिकायत है, तो वह इसे अपने आहार में शामिल कर सकते हैं. इससे काफी लाभ होगा. (और पढ़ें - दलिया के फायदे) इम्यून सिस्टम करें मजबूतसमा के चावल इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में लाभकारी होते हैं. इसमें आयरन और जिंक की भरपूर मात्रा होती है, जो इम्यून को बूस्ट करने में मददगार होते हैं. नियमित रूप से बार्नयार्ड बाजरा (समा के चावल) खाने से संक्रमण से होने वाली समस्याओं से बचा जा सकता है. (और पढ़ें - सूजी के फायदे) ग्लूटेन फ्रीसमा के चावल ग्लूटेन फ्री होते हैं. अगर आपको ग्लूटेन से एलर्जी है, तो आप इसे अपने डाइट में शामिल कर सकते हैं. सीलिएक रोग से पीड़ित मरीजों के लिए यह काफी लाभकारी हो सकता है. कैलोरी की होती है कम मात्रासमा के चावल में कैलोरी की मात्रा काफी कम होती है. यह खाने में काफी हल्का और एनर्जी से भरपूर होता हैं. 1 कटोरी समा के चावल में सिर्फ 75 कैलोरी और 1.5 ग्राम प्रोटीन होता है. ऐसे में अगर आप लो कैलोरी युक्त आहार की तलाश कर रहे हैं, तो यह आपके लिए बेहतर हो सकता है. (और पढ़ें - जौ के फायदे) समा के चावल के नुकसानसमा के चावल स्वास्थ्य के लिए काफी लाभकारी होते हैं. लेकिन अगर आप जरूरत से ज्यादा इसका सेवन करते हैं, तो मतली-उल्टी की समस्या या लो ब्लड शुगर की समस्या हो सकती हैं. आइए विस्तार से जानते हैं समा के चावल खाने के नुकसान के बारे में. (और पढ़ें - चावल के आटे के फायदे) मतली-उल्टी की समस्यासमा के चावल में काफी ज्यादा फाइबर होता है. ऐसे में अगर आप ज्यादा मात्रा में इसका सेवन करते हैं, तो आपको पेट फूलना, मतली, उल्टी और गैस जैसी परेशानी हो सकती है. लो ब्लड शुगर की समस्याडायबिटीज रोगियों के लिए समा के चावल काफी फायदेमंद हो सकते हैं. लेकिन अगर आप ज्यादा मात्रा में समा के चावल का सेवन करते हैं, तो आपको लो ब्लड शुगर की समस्या हो सकती है. खासतौर पर ब्लड शुगर की दवा लेने वाले रोगियों को इस तरह की परेशानी हो सकती है. (और पढ़ें - चावल खाने के फायदे) हेमोक्रोमैटोसिससमा के चावल में आयरन भी काफी ज्यादा होता है. ऐसे में सीमित मात्रा में इसका सेवन करें. अधिक मात्रा में समा के चावल का सेवन करने से हेमोक्रोमैटोसिस (Hemochromatosis) की शिकायत हो सकती है. जिसकी वजह से शरीर में कमजोरी, वजन कम होना जैसी परेशानियां हो सकती हैं. (और पढ़ें - चोकर के फायदे) सारांशसमा के चावल स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद होते हैं. इसके सेवन से आपको कई फायदे जैसे- डायबिटीज, कोलेस्ट्रॉल और ग्लूटेन से होने वाली परेशानी दूर होगी. लेकिन ध्यान रखें कि अधिक मात्रा में इसका सेवन न करें. अगर आप जरूरत से ज्यादा इसका सेवन करते हैं, तो आपको इसके कुछ नुकसान जैसे आयरन की अधिकता या लो ब्लड शुगर हो सकते हैं. वहीं, अगर आप किसी गंभीर परिस्थिति से जूझ रहे हैं, तो डॉक्टर की सलाह पर ही इसका सेवन करें. (और पढ़ें - रागी के फायदे) समा के चावल खाने के फायदे और नुकसान के डॉक्टरसम्बंधित लेखसमा के चावल की तासीर क्या होती है?चावल की तासीर ठंडी होती है। इसीलिए इसे दिन में ही खाना चाहिए। अगर हम इसे रात को खाते भी हैं तो इसमें लोंग ,इलाइची ,तेजपत्ता इत्यादि डालकर खाना चाहिए।
डायबिटीज में समा के चावल खा सकते हैं क्या?ब्राउन चावल और सफेद चावल में एक समान कैलोरी और कार्बोहाईड्रेट होते हैं। इसलिए डायबिटीज पीड़ितों को सीमित मात्रा में और कम चावल खाने चाहिए।
समा के चावल क्या होता है?समा के चावल खाने के फायदे
1- कैंसर (Cancer) जैसी घातक बीमारी के खतरे को कम करने के लिए समा के चावल का सेवन काफी फायदेमंद माना जाता है। क्योंकि समा का चावल एंटी ऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होता है, जो कैंसर के जोखिम को कम करने में मदद करता है। 2- शरीर में आयरन (Iron) की कमी होने के कारण शरीर में खून की कमी हो जाती है।
एकादशी व्रत में समा के चावल खा सकते हैं क्या?एकादशी पर न करें चावल का सेवन
भगवान विष्णु की कृपा दिलाने वाली एकादशी व्रत में चावल का प्रयोग निषेध माना गया है. एक पौराणिक कथा के अनुसार शक्ति के क्रोध से बचने के लिए महर्षि मेधा ने जब अपने शरीर का त्याग किया तो उनके कुछ अंश पृथ्वी में समा गए थे और बाद में उसी स्थान पर चावल और जौ के रूप में उत्पन्न हुए.
|