सरकसरकने की क्रिया, खिसकना, चलना, गमन Show
सरक पड़नासरक-फंदासरक-फाँसीसरक-रस्सी(शिकार करना) पक्षी को पकड़ने के लिए फंदे और काँटे की डोर दूर-सरक(ओ) दूर हो, दफ़ान हो, हिट जाओ फूँक सरक जानासरक जानासरक आना(दर्शन शास्त्र) बुद्धि में आ जाना, किसी विचार का फिर से लैटना चुंडिया से परे सरक(अविर) मेरे सर से दूर हिट, बेज़ारी के मौक़ा पर कहते हैं चंदिया से परे सरक(अविर) पास से हिट, सर के ऊपर से अलग जा कर खड़ा हो पाँव तले से ज़मीन सरक जाना(किसी श्रम की बात पर नफ़रत और बेज़ारी ज़ाहिर करने के लिए) बेहद शर्मिंदा होना चपनी सरक जानाघुटने की हड्डी का जोड़ अलग हो जाना, कलसा-ए-ज़ानू का उतर जाना ज़मीन का पाँव तले से सरक जाना(अचानक किसी हादिसे या सदमे की ख़बर सुन कर) हवास ठिकाने ना रहना, बुरे वक़्त पर किसी का साथ ना देना या काम ना आना, बुरा वक़्त पड़ने पर किसी का काम ना आना या साथ छोड़ देना सरक न चुंगी डाल के भुस मेंरुक : भुस में चुनगी डाल अलख ज़मीन का नीचे से सरक जाना(अचानक किसी हादिसे या सदमे की ख़बर सुन कर) हवास ठिकाने ना रहना, बुरे वक़्त पर किसी का साथ ना देना या काम ना आना, बुरा वक़्त पड़ने पर किसी का काम ना आना या साथ छोड़ देना सुर्ख़-सरकसड़क छिड़कनासड़क पर धूल और गर्द बिठाने के लिए पानी डालना
दूध शरीक भाईमर्दों में शरीक होनाबच्चे का बड़ा होना, बालिग़ होना, जवान होना धुएँ पानी का शरीक(लाक्षणिक) पड़ोस में रहने वाला, पड़ोसी धुएँ पानी का शरीकहमसाया धुएँ का शरीक۔ मिसल। पड़ोसी से हमदर्दी होना ज़रूर है। दुख-दर्द में शरीक होनारंज-ओ-ग़म का साथ देना, दुख बुटाना, ग़मख़्वारी करना, हमदर्दी करना दर्द दुख में शरीक होनासड़क बँधनारास्ता बिन जाना, सड़क तामीर हो जाना दुख दर्द का शरीकवहदहू-ला-शरीकईश्वर अकेला है उसका कोई साझी नहीं विर्सा-दार-शरीकबुरे वक़्त का शरीकमुश्किल में शरीक होनाकिसी की मुसीबत में काम आना, किसी की मुश्किल को आसान करने की कोशिश करना वाहिद-ओ-ला-शरीकशरीक वालाशिर्क करने वाला मुशरिक दर्द शरीकदर्द का साथी, हम दर्द, दर्द मंद, दुख का साथी, हमदम, दुख एवं पीड़ा का साथी, सहानुभूति करनेवाला, दुख-दर्द का बाँटने वाला मुद्द'आ-'अलैह-शरीकदूध शरीक बहननुमाइशी-शरीकशराक़-शराक़ख़ुदा का शरीकशफ़ी'-ए-शारिकशफ़ी'-ए-शरीकसीधी-सड़कसीधा रास्ता, सीधी रह, सुरक्षित रास्ता घुँगरू का शरीकनर्तकों की टोली में सम्मिलित सड़ाक-सड़ाकसड़क पर पड़ लेनाशारा आम से रास्ता तै करना, रास्ते पर चल पड़ना, रास्ता पकड़ लेना कच्ची-सड़कवह सड़क जो कंकड़-पत्थर, गिट्टी आदि से बनी हुई न हो; ऊबड़-खाबड़ सड़क वुक़ूफ़-ए-सादिक़
आई का शरीकमौत या मुसीबत का साथी, किसी भी परिस्थिति में साथ न छोड़ने वाला मज्लिस में शरीक होनाशरीककिसी के साथ मिला हआ। शामिल। सम्मिलित। शारिकशिरकत करने वाला, साझी, शरीक शारकमैना पक्षी, सारिका, मैना, स्याह रंग का ख़ुशआवाज़ परिंदा जो इंसान की बोली ख़ूब नक़ल करता है शिराकचप्पल, जूते या खड़ाऊँ की डोरी 'आशिक़-ए-सादिक़सच्चा आशिक़, सच्ची मुहब्बत करने वाला, सच्चा प्रेमी 'इश्क़-ए-सादिक़सच्चा प्रेम जो बिना किसी स्वार्थ के हो दौड़-सड़कसराक़सारीक़एक प्रकार का हथियार, एक प्रकार की छड़ी जिसके सिरे पर कई ज़ंजीरें जुड़ी होती हैं और ज़ंजीरों के आख़िरी सिरे पर लोहे के गोले लगे होते हैं सारिक़चुराने वाला, चोर, तस्कर सूरत तो न बनी पर मुँह तो चिड़ायानक़ल के मुताबिक़ असल ना बिन सका चढ़ैयाखड़ी चढ़ाईवह भूमि जो थोड़ी ढालुआ होने पर भी बहुत कुछ सीधी ऊपर की ओर गई हो चिड़िया उड़नारौनक ख़त्म हूजान, उजाड़ होजाना चिड़िया लड़ानालड़ाई करा देना चढ़ाईऐसी भूमि जिसका विस्तार एक ओर से बराबर ऊँचा होता गया हो, ऊँचाई की ओर जाने वाली भूमि, उत्थान उड़ती चिड़िया पकड़नारुक : उड़ती चिड़िया पहचानना चौंधिया देनाउड़ती चिड़िया पहचाननादूर की बात ताड़ लेना, परिस्थिति से भाँप लेना, किसी के दिल की बात समझ लेना, निहायत होशयार और चालाक होना (बुद्धिमत्तता या स्वभाव प्रकट करने के लिए उपयोगित) उड़ती चिड़िया परखनाउड़ती चिड़िया फाँसनादस्तरस से बाहर बात को गिरिफ़त में लाना चढ़ाई काटनामुहिम सर करना, मुश्किल मरहलों पर क़ाबू पाना चढ़ाई करनाचिड़िया वालासदक़े की चिड़ियाचढ़ाई बोल देनालश्कर कुशी करना, हमला कर देना चरवा-चढ़ाईगोदकड़े में चुढ़ाए रखना(बच्चे को) हरवक़त गोद में लिए रहना चूड़याएक प्रकार का धारीदार कपड़ा, डोरीया चिड़िया(काशतकारी) नागर(गहिरी खुदाई के हल की फॉर वाली लक्कड़ी) की मिठ्या की खूंटी चिड़िया का फंदा छुड़ानाचिड़िया का पंजा (रुक) के बिल दूर करना , किसी मुश्किल से नजात दिलाना , आज़ादी दिलाना पर्दे की चिड़ियातन्नूर-चिड़यामुंशी-चिड़ियाघोड़ी-चढ़ाईनाम-चढ़ाईसंपत्ति आदि के स्वामित्व से एक व्यक्ति का नाम हटाकर दूसरे व्यक्ति का नाम चढ़ाने की क्रिया, दाख़िल-ख़ारिज चिड़िया का दूधपक्षी का दूध, ( लाक्षणिक) नामुमकिन बात, एक असंभवता की बात चिड़िया और दूधअसंभव बात, असंभव व्यापार चिड़िया का ग़ुलाममुँह चढ़ाए हुए होनाग़ुस्से में होना, नाराज़ होना नाक चढ़ाए बैठनाक्रोध से भरना, ग़ुस्से में भर आना अँगिया की चिड़ियाछोड़य्याछुड़य्याचौड़ाईवह नाप जिससे यह पता चलता है कि कोई वस्तु कितनी चौड़ी है, लंबाई के दोनों छोरों के बीच का विस्तार, चौड़े होने की अवस्था या भाव, चौड़ापन, विस्तार, फैलाव, चौड़ान छिड़ियातंग रास्ता, पगडंडी; चोर दरवाज़ा उड़ती चिड़िया के पर गिनना
चिड़िया मरन गँवारन हाँसीजब किसी शख़्स के नुक़्सान पर दूसरे हंसते और मस्ख़रगी करते हैं तो ये मिसल कहा करते हैं साैन चिड़िया देखोमुसलमान बच्चों को ख़तने बिठाते हैं तो इस की तवज्जा दूओसरी तरफ़ करने के लिए ये कहते हैं सून चिड़िया देखो चिड़िया का(गाली के रूप में प्रयुक्त) मूर्ख, बेवक़ूफ़ चिड़िया बिठानाचिड़िया की चोंच बत्तिस-वाँ हिस्साये मिक़दार निहायत क़लील है, बहुत थोड़ी चीज़ उड़ती चिड़िया के पर काटनाबहुत चालाक और अय्यार होना , (लोगों को) आजिज़ करदेना (मुहावरात हिंद, सुबहान बख़श, १६) साैन चिड़िया देखनाख़तना होना पादो री चिड़ियो सावन आयाख़ुश हो जाओ तुम्हारे मतलब का वक़्त आया चिड़िया के छिनाले में पकड़ा जानामुफ़्त की आफ़त में फंसना, मुफ़्त की आफ़त और बलिए-ए-नागहानी में गिरफ़्तार होना उड़ती चिड़िया के पर गिन लेनाघर में कानी चिड़िया नहींघर में कोई मौजूद नहीं, ख़ाली पड़ा है चिड़िया करे ख़ोंचा चड़ा करे नोचाबीवी बेचारी तो थोड़ा थोड़ा करके जमा करती है मियां उड़ा डालते हैं , कमज़ोर की निसबत ज़बरदस्त से ज़्यादा नुक़्सान पहुंचता है सोने की चिड़ियाचिड़िया का पूतचिड़िया के कबाबबेसन के सीख़ कबाब घुड़-चिड़ियाचटाख़-चिड़ियाबड़ी कुटिल और चालाक औरत, मक्कार औरत, बातूनी और हाज़िरजवाब औरत; चंचल और तेज़ औरत मोटी-चिड़ियाआबी-चिड़ियासोन-चिड़ियाख़ुदा चिड़िया का घोंसला भी न उजाड़ेमुराद ये कि इंसान तो एक तरफ़, चरिंद परिंद को भी अल्लाह बेघर ना करे सोने की चिड़िया हाथ से उड़ानाकिसी के हाथ से कोई कीमती चीज़ छीन लेना सागर के रास्ता छोड़ने का क्या अर्थ है?सागर के रास्ता छोड़ने का अभिप्राय है बड़ी से बड़ी बाधा दूर हो जाना।
सागर के रास्ता छोड़ने का क्या अभिप्राय है काम बन जाना बड़ी से बड़ी बाधा दूर हो जाना शत्रु पर विजय पाना?साहिर ने ऐसा इसलिए कहा क्योंकि एक साथ मिलकर काम करने से बड़ी से बड़ी बाधाओं में भी रास्ता निकल आता है, यानी काम आसान हो जाता है। साहसी व्यक्ति सभी बाधाओं पर आसानी से विजय पा लेता है क्योंकि एकता और संगठन में शक्ति होती है जिसके बल पर वह पर्वत और सागर को भी पार कर लेता है।
कविता के अनुसार सागर ने अपना रास्ता कब बदल दिया?सागर ने रास्ता कब छोडा ? उत्तर: मेहनतवालों ने जब मिलकर कदम बढाया, तब सागर ने रास्ता छोडा।
पर्वत और सागर हमें क्या सीख देते हैं?भावार्थ – पर्वत सिर उठाकर कहता है कि तुम सब मेरे समान ऊँचे बनो। समुद्र लहराकर कहता है, मन के अंदर गहराई लाओ। भाव यह है कि पर्वत और समुद्र मनुष्य को महान और गंभीर होने की प्रेरणा देता है।
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