सभी त्योहार हमें क्या संदेश देते हैं? - sabhee tyohaar hamen kya sandesh dete hain?

                              रमज़ान

   

सभी त्योहार हमें क्या संदेश देते हैं? - sabhee tyohaar hamen kya sandesh dete hain?
                         

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प्राशन:

1 चित्र में क्या दिखाई दे रहा है ?

ज. चित्र में दो लड़के है ! वे दोनों मुसलमान लड़के  है !वे बडी   ख़ुशी से एक दूसरे  का आलिंगन करते दिखाई  दे रहे हैं!

2 देश के विकास के लिए एकता का क्या महत्त्व है ?

ज. देश में अनेक धर्म ,जाति और संप्रदायों के लोग रहते हैं! उन सब में एकता की भावना अवश्य होनी चाहिए !एकता की भावना से सभी लोग मिलजुलकर ,बिना किसी भेदभाव के प्रेम से रह सकते हैं!भाईचारे की भावना बढती है !

3 हम धार्मिक  सदभावना कैसे बढ़ा सकते हैं?

ज. विविध धर्मो  के त्योहारों  को मनाकर ,विविध धर्मोंवालो से मिल _जुलकर रहते ,भाईचारे और स्नेह  के द्वारा धार्मिक सदभावना  को हम बढ़ा  सकते हैं!

शब्दार्थ:                  

सजगता                            =  చైతన్యము

चार चाँद लगाना                   = పెంపొందించుట

महत्वपूर्ण                          =గొప్పదైన

अदा करना                        = చెల్లించుట

बुनियादी                           = సిద్ధాంతపరమైన

इबादत                            = ప్రర్థన

बरकत                            =సంపద

नाज़िल होना                      = అవతరింపబడుట

रोज़ा                              = ఉపవాసము

सहरी                              = సూర్యోదయానికి ముందు  తీసుకునే ఆహారము

आत्मसंयम                        = మనోనిగ్రహము

आत्मनियंत्रण                      = ఆత్మనియంతన

आत्मविशवास                    = ఆత్మవిశ్వాసము

ज़कात                            = మనోనిబ్బరం

प्रतिशत                           = శాతం

दुआ                              = ప్రర్థన

ज़कात                            =దానము

मानना                            = జరుపుకొనుట

 ईतर                             = సెంటు

मुबारक                          =శుభప్రదమైన

सदभावना                        = మంచి భావము

पथ                               = మార్గము

शरू होना                       =ప్రరంభమగుట

मागभग                          = దాదాపుగా

दावत                             = విందు

शीरखुर्मा                         = సేమ్యా

गले मिलना                      = ఆలింగనం చేసుకొనుట       

अर्थग्राहाता प्रतिक्रया

अ ) सदभावना के विकास में त्योहारों का महत्त्व है ?

ज. व्यक्ति ,समाज और राष्ट्र  के त्योहारों  का विशेष  महत्त्व है 1त्योहारों से मानव जीवन में सक्रियता  बढती है ! परिवार में उल्लास और आनंद छा जाता है !त्यौहार हमारी सामाजिक सोच और सामुदायिक जीवन को विकसित करते हैं! सामाजिक संबंधों में आनेवाले तनावों  को कम करते हैं!पारस्परिक प्रेम संबंधों को मज़बूत करते हैं!त्यौहार  राष्ट्र  को एक सूत्र  में बाँधते हैं!त्यौहार हमें अनुभव कराते हैं किहमारी एक गौरवशाली परंपरा है और संस्कृति है !इनसे  सदभावना का विकास ज़रूर होता है !

2.त्यौहार मनाने में बच्चों की खुशियाँ कैसी होती हैं?

ज. मानव जीवन में  त्योहारों  का मनाना ख़ास होता है! त्यौहार मनाने  में बच्चे बहुत खुशी से भाग लेते हैं! बच्चे तो नादान और निर्मल   हृदयवाले   होते हैं ! इसीलिए  वे बिना किसी    भेदभाव के सबसे प्रेमपूर्वक मिलजाते हैं !खुशी   से अपने दोस्तों क अभिनंदन करते हैं !त्यौहार के समय नए कपडे पहनते हैं !विविध व्यंजनों  के साथ भोजन करते हैं !इससे बच्चों की खुशियों की सीमा नहीं  रहती है! संक्रांति ,दीवाली,उगादि   आदि त्योहारों के समय तो  उन त्योहारों से  संबन्धित चीज़ों से खेलते _कूदते हैं!स्वंतत्रता दिवस गणतंत्र दिवस  आदि त्योहारों में भी वे बडे खुश  रहते और श्रद्वा  से त्यौहार मनाकर देश   भति मन में भर लेते हैं !

3.मानव सेवा ही माधव सेवा है! 'इस पर अपने विचार व्यक्त कीजिए !

ज. मानव सामाजिक प्राणी है !हर एक व्यत्ति समाज का अंग ही है !झांई और बुद्विमान होने के कारण सबसे मानव मिलाजिलाकर रहना चाहता है !इसलिए  समाज में रहनेवाले लोगों  के बारे में सोचना आवश्यक सहायता करना मानव का सच्चा धर्म है !सेवा भाव ही मानव का उत्तम गुण है !अपनी जीवन को सुचारु रूप से बिताते ,साथ ही लोगों  के काम आते ,जरुरतमंदो की सहायता करने में तत्पर रहना  है !मुसीबतों में रहे लोगों  के कष्टों  को दूर करना मानवता का चिह्न है !इसीलिए कहा गया है कि मानव सेवा ही माधव सेवा है !अर्थ  है कि  सेवा ही भगवान की सेवा है !

आ ) पाठ के आधार पर वाक्यों को सही क्रम दीजिए !

1 सभी धर्मो  के लोग विविध प्रकार के उत्सव व् त्यौहार मनाते हैं!

2 यहाँ अनेक धर्मों व् जातियों  के लोग रहते हैं !

3 ये त्यौहार समाज में खुशी और सजगता लाते हैं !

4 भारत प्राचीन और विशाल देश है!

ज .1)3   2)2    3)4      4)1

इ) इन वाक्यों के भाव स्पष्ट  कीजिए !

1 नागरिकता और सामाजिकता की  भावनाएँ बढ़ती हैं!

ज.  रमज़ान मुसलमानों का प्रमुख त्यौहार है! रमज़ान  महीने भर मुसलमान भाई रोज़े रखते हैं!रोज़ा  का अर्थ है उपवास !सूर्योदय  से लेकर सूर्यास्त तक बिना   खाये पिये दैनंदिन   करते नियमपूर्वक    रहते   हैं! मन को अल्लाह   की इबादत   में लगाना   रमज़ान का मुख्य उददेश्य है!रोज़ा  रखने से मनुष्य   स्वस्थ  व् चुस्त  बना रहता है ! उसमें आत्मसंयम ,आत्मनियंत्रण   ,आत्मविशवास   आदि गुण विकसित होते हैं१िस तरह रमज़ान  त्यौहार से नागरिकता और सामाजिकता की भावनाएँ बढ़ती हैं !

2.उपवासों का यह पावन पर्व हमें मानव कल्याण का संदेश देता है!

ज. रमज़ान मुसलमानों का  पवित्र त्यौहार  होते हुए भी सामाजिक दुष्टि से महत्वपूर्ण है !यह शांति अहिंसा ,त्याग ,परोपकार ,न्याय ,धर्म आदि महान गुणों  का विकास करता है !हमे मानवता के रास्ते पर बढ़ने की   प्रेरणा   यह त्यौहार देता है १ इसीलिए उपवासों का यह पावन पर्व हमें सदभावना के सूत्रों  में बाँधकर  मानव कल्याण का संदेश  देता है !

ई) निचे दी गयी पंक्तियाँ पढ़िए !प्रशनो के उत्तर लिखिए !

सूरज चाँद  सितारों  वाली

हमदर्दी  की प्यारी _प्यारी ,ईद मुबारक !

हमको ,तुमको ,सबको अपनी ,

मीठी _मीठी ईद मुबारक !!

प्रशन:

1.सूरज चाँद सितारों वाली क्या है ?

ज. सूरज ,चाँद ,सितारों   वाली ईद है !

2.ईद कैसी होती है

ज. ईद प्यारी_प्यारी ,मीठी _मीठी होती है !

3.किस _किसको " ईद मुबारक" की शुभकामनाएँ दी गयी हैं?

ज. हमको ,तुमको ,सबको    ईद मुबाकर की शुभकामनाएँ  दी गयी हैं !

अभिव्यक्ति सृजनात्मकता

अ) इन प्रशनो के उत्तर दीजिए !

1.रमज़ान का त्यौहार विश्व कल्याण की भावना बढ़ाने में सहायक है!कैसे ?

ज. रमज़ान के महीन में रोज़ा रखने के  कारण लोगों में   आतमसमय ,आत्मनियंत्रण ,आत्मविशवास और आत्मानुशासन आदि गुण  विकसित होते हैं!जिससे मानवता और सामाजिकता की भावनाएँ बढ़ती हैं !अपने कर्तव्यों का बिध होता हैं !गरीबों के दुःख _दर्दों का अनुभव किया जाता है और उसकी सहायता की जाती है ! जिससे मानव सेवा के पथ पर बढ़ने की प्रेरणा मिलती है !इस शांति ,अहिंसा ,त्याग ,परोपकार ,न्याय  और धर्म आदि गुणों   का विकास होता है !

उपर्युक्त इन सारे कारणों से हम कह सकते हैं कि रमज़ान का त्यौहार विश्व  कल्याण कि भावना को बढ़ाने  में सहायक है!

2.रमज़ान के त्यौहार के पीछे चाँद और सूरज कि क्या भूमिका होती है ?

ज इस्लामी महीना चाँद के निकलने से  शुरू होता है !रमज़ान का चाँद निकलने पर इसकी सुचना विविध प्रकार से दी जाती है !रमजान मॉस की  सूचना मिलते ही मुसलमान भाई रोजों  की    तैयारियों  में लग जाते है और रमज़ान   के महीन   भर रोज़े  रखते हैं! रोज़ा  यानी उपवास है!रोज़ा रखने के लिए सूर्योदय से लगभग डेढ़ घंटा   पहले आहार लिया जाता है !इसे  सहरी कहते हैं!इस रमज़ान त्यौहार के पीछे चाँद और सूरज की   भूमिका    होती है!

3.त्यौहार किस तरह समाज में खुशी और सजगता लाते हैं?

 भारत विशाल ेव प्राचीन देश है!यहां अनेक  धर्म ,जाती   और संप्रदाय के लोग रहते हैं!सभी धर्मों  के लोग विविध प्रकार के उत्सव व् त्यौहार मानते हैं !ये त्यौहार समाज में खुशी और सजगता लाते हैं !ये  भारतीय संस्कृति  की शोभा में चार चाँद लगाते हैं !व्यत्ति ,समाज और राष्ट  के जीवन में त्योहारों का अपना विशेष महत्त्व  होता है!सभी के लिए इनका विशेष प्रयोजन है !जिम्मेदारियाँ और नित्य की एक रास्ता व्यक्ति के जीवन में नीरसता उपन्न  करती है -रोज़ एक जैसी  जीवन चर्चा ,एक जैसा  भोजन ,वही कपड़े,वही दौड़धुप! इसीलिए हर परिवार में त्यौहार की बेचैनी  के साथ प्रतीक्षा रहती है !सब त्यौहार आजाता है !तो पुरे परिवार में सक्रियता  बढ़ जाती है !परिवार में आनंद  और उल्लास छा जाता है ! हमारी नीरसता और ऊब समाप्त हो जाती है !हमारा जीवन नयी शक्ति नयी उमंग और उत्साह से भर जाता है ! पर्व पारस्परिक प्रेम संबंधों को मज़बूत  करते हैं!त्यौहार हमें उल्लास ,उत्साह   और उमंग   भर देते हैं !

इस प्रकार त्यौहार समाज में खुशी और सजगता लाते हैं !

आ)पाठ में रमज़ान के त्यौहार के बारे में बताया  गया है! आप किसी त्यौहार के बारे में निबंध लिखिए !

ज. प्रस्तावना : भारत का भूगोल निराला है ! यहाँ  सब तरह की ऋतुएँ,सब तरह के मौसम तथा तरह की वनस्पतियाँपायी जाती है !प्रकृति का हमें अनुपम वरदान मिला है !हम भारतवासी पर्व मनाकर प्रकृति के प्रति अपना आभार प्रकट   करते हैं!

मकर संक्रांति   भारत का एक प्रसिद्व त्यौहार है!इसे दक्षिण भारत के लोग पोंगल भी कहते हैं!यह ऋतु प्रधान पर्व है!उत्तर और दक्षिण भारत में यह त्यौहार धूम _धाम से मनाया जाता है !संक्रांति हर साल १४ जनवरी को मनाई जाती है !इस त्यौहार का संबंद सूर्य भगवान से है !सूर्य भगवान इस दिन दक्षिणायन से उत्तरायण चलता है !इस कारण इसे उत्तरायण भी कहते हैं!इस दिन सूर्य मकर राशि में प्रवेश करता है! ऐसा विशवास है इस दिन स्वर्ग के  द्वार खुल जाते हैं!

विषय : सूर्य भगवान की कृपा से बहुत फसलेंहोती हैं !इसलिए कृतज्ञ किसान नयी फसल से सूर्य भगवन को पोंगल बनाकर पोंगल के दिन भेंट चढ़ाते  हैं !बन्धु_मित्रों से मिलाकर खुशी मनाते हैं !

यह त्यौहार तीन दिन मनाया जाता है पहले दिन को भोगी  कहते हैं!दूसरे दिन को संक्रांति मनाते हैं ! तीसरे दिन को कनुमा कहते हैं !

  इस दिन बड़े सबेरे ही जागकर सिरो स्नान करके नये कपडे पहनते हैं !तरह_ तरह के पकवान बनाकर खाते हैं !इस त्यौहार की तैयारी एक  मीहने के पहले से ही होती है!घर और मकान साफ़ किये जाते हैं!चुना  पोता जाता है!

उपसंहार : त्यौहार के समय किसान लोग बैलों की ,गायों की पूजा करते हैं! गाँव _गाँव  में कोलाहल जाता है!मुर्गों की होड ,भेड़ों की भिडाई आदि होते हैं! बैलों   की होड  भी होती  है!बच्चे रंग _बिरंगे पतंगे उड़ाते हैं! तरह सब लोग आनंद प्रमोद   के साथ त्यौहार मनाते हैं !

इ ) अन्य धर्म के सहपाठियों  को उनके त्यौहार की शुभकामनाएँ देते ुए तीन   संक्षिप्त   संदेश लिखिए !

ज.   1. ईद मुबारक   2. हमदर्दी की प्यारी _प्यारी ईद मुबारक    3.ईद-उल-फितर की शुभकामनाएँ

ई ) आत्मसंयम और अनुशासन का हमारे जीवन में क्या महत्त्व है? बताइए !

ज. हमारे मानव जीवन में आत्मसयमऔर अनुशासन दोनों  का विशेष महत्त्व  रहता है !इन दोनों  से हमारा जीवन नियमबद्व   रहता है !हमारे जीवन में इन दोनों के कारण विकास आता है !इन दोनों के कारण ही देश की उन्नति होती है !

आत्मसंयम : आत्मा को नियंत्रित  रखना ही आत्मसंयम है ! आत्मसंयम के कारण हम कोई भी इच्छाओ के बिना जी सकते है ! आत्मसंयम के कारण हमें अपने कर्तव्यों के प्रति बोध होता है ! इसके कारण मानवता तथा सामाजिकता की  भावनाएँ  बढ़ती  हैं!आत्मसंयम के कारण ही गरीबों और जरूरतमंदोंकी सहायता की प्रेरणा मिलती है१ आत्मसंयम के कारण ही आत्म नियंत्रण आत्मविशवास  ,आत्मधैर्य आदि भावनाएँ विकसित होती हैं!

अनुशासन : हमे जो करना हैं ,जो न करना है,कैसा जीना है ,कैसे न जीना है ,समाज में कैसा रहना है आदि हमे अनुशासन के द्वारा ही मालुम होते हैं!नियमबद्व  तथा शासनाबद्व    रहना ही अनुशासन है! हर एक में आत्मानुशासन   होना चाहिए !अनुशासनसहित समाज ही उत्तर समाज है ! अनुशासित देश ही उत्तर देश है ! इससे  कर्तव्य बोध होता है !

परियोजना कार्य

1.किसी एक व्यंजन बनाने की विधि पता कीजिए और लिखिए !

अ ) उगादि पच्चडी : उगादि हिन्दू ओ का प्रमुख और मुख्य त्यौहार है !इस त्यौहार के दिन हिन्दू  लोग पच्चडी बनाते हैं! पच्चडी का अर्थ हैं चटनी १िस्की षडरुचिया होती हैं ! इमली गुड़,कच्चा ,आम,नमक ,निम् के फूल,ह्री मिर्च आदि से यह चटनी बनती हैं १ इमली   से खटास   ,गुड से मिठास   ,कच्चे आम से कसैलापन,नमक से नमकीन ,निम् के फूलों  से कडुवाहट और हरी मिर्ची से तीखापन इसमें मिलते हैं ! इन्ही से छ: स्वादों की चटनी बनाई जाती है!

बनाने की विधि : उगादी पच्चडी बनाने के लिए आवश्यक चीज़ें इकटठी की   जाती हैं!पहल एक बरतन में पकी इमली  को पानी में भिगोते हैं ! थोडेसमय बढ़ उसे हाथ से पिसते रस निकालते हैं ! गुड  और नमक उस रस में पूरी तरह गुल जाने तक मिलाते है!तब तक रस चिकनी होती है !उसमें निम् के फूल डालते है !कच्चे आम और हरी मिर्च को छोटे _छोटे टुकडों में काटकर उस रस में मिलते हैं!अब बन गयी है!इससे हमे यह संदेश मिलता है किजीवन सुख दुःखों क संगम है !

1. रमज़ान उपवासों का पावन पर्व है !रेखांकित शब्द का शब्द भेद पहचानिए !(B )

  1 संज्ञा     2  विशेषण   3   सर्वनाम   4     क्रिया

2. रमजान हमे सदभावना के सूत्र में बांधकर मनव कल्याण का संदेश देता है !रेखांकित शब्द का संधि(C )

 1 सद+भावना       2 सदो +भावना       3  सत +भावना     4  ये सब

3. ईद दिन  सब नये कपडे पहनते हैं!उचित कर्क चिह्न से रिक्त स्थान कि पूर्ति कीजिए !( B)

 का      के    से   में

4. शीरखुरमा -का अर्थ पहचानिए( A)

  1 सेवइयां        2  मटर         3 नाश्ता          4 आटा

5. वह छोटा लडका हैं !रेखांकित   शब्द का विलोम पहचानिए !( D)

1  नाटा   2  लंबा      3  मोटा      4   बडा

6 .वः बड़ा  आदमी है!रेखांकित  शब्द ,शब्द भेद कि दृष्टि  से क्या है ?(B )

 1   संज्ञा    2    विशेषण     3  सर्वनाम      4   क्रिया

7. ईद दृश्य देखने लायक होता हैं!इस वाक्य में विशेषण शब्द पहचानिए !(C )

1 ईद          2     दिन                   3   नए   4    पहनते

8. यह दृश्य देखने लायक होता है!यह वाक्य किस काल में है ?(D )

 1  बहुत      2   भविष्यत्      3   संदिग्ध भुत       4  वर्त्तमान

9. विविध धर्मों .....लोग भी ईद की  शुभकामनाऍ देते हैं!रित  स्थान की पूर्ति  उचित कारक चिह्न से कीजिए !(B )

1  की     2  के    3   में      4  को

10. अमीर -गरीब     समास पहचानिए !( B)

1    द्विगु      2     द्वंद्व     3     तत्पुरुष    4   कर्मधारय

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त्यौहार हमें क्या संदेश देता है?

परंपराओं व संस्कारों से घिरा हर त्योहार समाज और राष्ट्र के लिए कोई न कोई संदेश देता है, जैसे विजयदशमी असत्य पर सत्य की विजय का संदेश देता है, रक्षाबंधन का पावन पर्व भाईबहन के प्रेम और भाई का बहन की आजीवन रक्षा करने के संकल्प को याद करता है, ईद भाईचारे का संदेश देती है, रंगों का त्योहार होली हमें संदेश देता है कि हम ...

त्योहार मनाने से हम क्या सीखते हैं?

इन त्योहारों को जीवन में मनाने का उद्देश्य यही होता है हम अपने जीवन में कुछ नया परिवर्तन लाएं, कुछ नई बातें अपने जीवन में सीखें ,और उसने अपनाएं, नए लोगों से ,नई ऊर्जा शक्तियों से जुड़े, अतीत के विचारों से उबर कर खुशियों के नए-नए रंगों जैसे प्रेम,रिश्ते,खुशी,और हमारे संस्कारों को जगाएं।

सभी त्योहारों का लक्ष्य क्या है?

सभी त्योहारों के लक्ष्य एक ही हैं- हम सभी त्योहारों को मिलजुल कर एक साथ हर्षोल्लास के साथ मनाएँ और उसमें निहित अच्छे विचारों को संपूर्ण समाज में फैलाने में मदद करें। जिससे सभी धर्मों के लोगों में एकजुटता की भावना जागृत हो सके।

त्योहार मनाने का मुख्य उद्देश्य क्या है?

त्योहारों का मुख्य उद्देश्य है जीवन में उमंग एवं उत्साह जगाना । जब मनुष्य प्राय: एक ही प्रकार का कार्य करते करते ऊबने लगता है तो उसकी कार्यक्षमता में कमी आने लगती है ।