पेट में घाव या छाले की समस्या को मेडिकल टर्म में अल्सर या पेप्टिक अल्सर (Peptic Ulcer) कहा जाता है। पेट में गाढ़े तरल पदार्थ म्युकस की एक चिकनी परत होती है, जो पेट की भीतरी परत को हाइड्रोक्लोरिक एसिड से बचाती है। इस एसिड की खासियत यह है कि जहां यह एसिड पाचन प्रक्रिया के लिए जरूरी होता है। वहीं शरीर के ऊतकों को नुकसान भी पहुंचाता है। इस एसिड और म्युकस परतों के बीच तालमेल होता है। इस संतुलन के बिगड़ने पर ही पेट में छाले होते हैं। आमतौर पर यह आहार नली पेट और छोटी आंत के ऊपरी भाग में होते हैं। पेट में अल्सर को गैस्ट्रिक अल्सर (Gastric Ulcer) भी कहा जाता है, जो की पेट की परत पर होने वाले दर्दनाक फोड़े व घाव होते हैं। पेप्टिक अल्सर एक ऐसी बीमारी होती है, जो बड़ी और छोटी आंतों को प्रभावित करती है। पेप्टिक अल्सर के कारण अपर एब्डॉमेन पेन (Upper Abdomen Pain) के साथ-साथ निम्नलिखित लक्षण भी महसूस किये जाते हैं। जैसे- Show
8. गैस्ट्रोपैरीसिस (Gastroparesis)गैस्ट्रोपैरीसिस को डिलेड गैस्ट्रिक एम्प्टयिंग (Delayed Gastric Emptying) भी कहा जाता है। यह एक ऐसा डिसऑर्डर है, जो पेट से लेकर स्माल इंटेस्टाइन (Small Intestine) तक भोजन के मूवमेंट को धीमा या बंद कर सकता है। गैस्ट्रोपैरीसिस का खतरा टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों में भी अत्यधिक देखा जाता है। वहीं गैस्ट्रोपैरीसिस के कारण अपर एब्डॉमेन पेन (Upper Abdomen Pain) के साथ-साथ अन्य तकलीफें भी महसूस की जा सकती है। जैसे: 9. फंक्शनल डिस्पेप्सिया (Functional dyspepsia)अगर फंक्शनल डिस्पेप्सिया को आसान शब्दों में समझें, तो इसका अर्थ है अपच की समस्या। अपच की समस्या अनहेल्दी खानपान की वजह से होती है। फंक्शनल डिस्पेप्सिया की स्थिति अपर एब्डॉमेन पेन (Upper Abdomen Pain) का कारण बन सकती है और इस तकलीफ के कारण कई अन्य शारीरिक परेशानी भी शुरू हो सकती है। जैसे-
10. निमोनिया (Pneumonia)निमोनिया इंफेक्शन के कारण होने वाली बीमारी है, जो फेफड़े का लेफ्ट भाग या राइट भाग या कभी-कभी पूरे फेफड़े को प्रभावित कर सकता है। इंफेक्शन के कारण यह बीमारी पेट में फैलने लगती है और धीरे-धीरे परेशानी का कारण बनने लगती है। निमोनिया के कारण भी अपर एब्डॉमेन में दर्द (Upper Abdomen Pain) की समस्या शुरू हो सकती है। इसके कई अन्य लक्षण भी हो सकते हैं- 11. रप्चर्ड स्पलीन (Ruptured spleen)रप्चर्ड स्पलीन की समस्या काफी इमरजेंसी मानी जाती है और इस बीमारी का इलाज करवाना अत्यधिक जरूरी होता है। रप्चर्ड स्पलीन की समस्या होने पर स्प्लीन में दरार आने लगती है जिस वजह से मरीज को इंटरनल ब्लीडिंग, अपर एब्डॉमेन में दर्द (Upper Abdomen Pain) जैसी अन्य तकलीफें भी शुरू हो सकती है। वहीं यहां हम आपके साथ रप्चर्ड स्पलीन के लक्षण को भी शेयर करने जा रहें हैं। अगर निम्नलिखित लक्षण महसूस हो तो जल्द से जल्द डॉक्टर से कंसल्ट करें-
नोट: स्प्लीन से जुड़ी परेशानी अपर एब्डॉमेन में दर्द का कारण बन सकती है। 12. पैन्क्रियाटाइटिस (Pancreatitis)पैन्क्रियाटाइटिस पेट के पीछे मौजूद होने वाली एक लम्बी ग्लैंड है, जो स्मॉल इंटेस्टाइन के पास मौजूद होती है। यह इंसुलिन (Insulin) और ग्लूकागन (Glucagon) को ब्लडस्ट्रीम में रिलीज करने का काम भी करता है। अगर पैन्क्रियाटाइटिस (Pancreatitis) से जुड़ी समस्या शुरू हो जाए, तो अपर एब्डॉमेन में दर्द समेत अन्य तकलीफें शुरू हो सकती हैं। जैसे-
और पढ़ें : क्या आप महसूस कर रहे हैं पेट में जलन, इंफ्लमेटरी बाउल डिजीज हो सकता है कारण 13. शिंगल्स (Shingles)वायरस की वजह से होने वाली बीमारी है शिंगल्स। शिंगल्स के वायरस नर्व को अपना आशियाना बना लेते हैं और पेट से जुड़ी कई परेशानियों एवं अन्य शारीरिक तकलीफ शुरू होने लगती है। जैसे –
14. कैंसर (Cancer)पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द का कारण कैंसरस डिजीज भी हो सकते हैं। जैसे-
और पढ़ें : Herbs and Supplements for Acid Reflux: जानिए एसिड रिफ्लक्स में हर्ब्स और सप्लिमेंट्स के बारे में यहां! 15. ब्लाइंड लूप सिंड्रोम (Blind loop syndrome)ब्लाइंड लूप सिंड्रोम की समस्या को स्टेसिस सिंड्रोम (Stasis syndrome) भी कहा जाता है। ब्लाइंड लूप सिंड्रोम की समस्या स्मॉल इंटेस्टाइन से शुरू हो सकती है। अगर ब्लाइंड लूप सिंड्रोम का इलाज ना करवाया जाए तो सर्जरी की भी जरूरत पड़ सकती है। ब्लाइंड लूप सिंड्रोम के कारण अपर एब्डॉमेन में दर्द के साथ-साथ अन्य तकलीफें भी महसूस की जा सकती हैं। जैसे-
16. प्रेग्नेंसी (pregnancy)प्रेग्नेंसी में पेट दर्द की समस्या सामान्य मानी जाती है। ऐसा गर्भ में पल शिशु के विकास के कारण होता है। प्रेग्नेंसी के दौरान निम्नलिखित स्थिति में पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द सामान्य माने जाते हैं। जैसे-
गर्भावस्था में ये परेशानी सामान्य मानी जाती है, लेकिन अगर ये परेशानी जरूरत से ज्यादा परेशान करने लगे तो डॉक्टर से कंसल्ट करना चाहिए। वहीं निम्नलिखित परेशानी होने पर भी डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है। जैसे- पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द होने पर डॉक्टर से कंसल्ट कब करना है जरूरी?पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द का कारण (Upper Abdomen Pain) ऊपर बताई गई परेशानियां हो सकती है। इनमें से ज्यादातर बीमारी डायजेशन से जुड़ी हुई है और कई परेशानियों के लक्षण भी एक ही जैसे हैं। इसलिए यहां ऊपर बताई गई बीमारी या उनके लक्षण महसूस हो, तो डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है। पेट से जुड़ी परेशानी कई अन्य गंभीर बीमारियों को दावत देने में सक्षम होते हैं। इसलिए इन्हें इग्नोर का करें और डॉक्टर से सलाह लें। स्वस्थ रहने के लिए अपने डेली रूटीन में योगासन शामिल करें। यहां हम आपके साथ योग महत्वपूर्ण जानकारी शेयर कर रहें हैं, जिसकी मदद से आप अपने दिनचर्या में योग को शामिल कर सकते हैं। नीचे दिए इस वीडियो लिंक पर क्लिक कर योगासन से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी जानिए। जब आपके ऊपरी पेट में दर्द होता है तो इसका क्या मतलब है?यदि आप ऊपरी पेट में ऐंठन दर्द (cramping pain) महसूस करते हैं, या ऐसा दर्द जो आता है और चला जाता है, तो आप अधिक गैस से पीड़ित हो सकते हैं, जो आपके पाचन तंत्र (digestive system) में बनता है। अतिरिक्त गैस बहुत से लोगों को प्रभावित करती है, और यह हानिरहित हो सकती है।
क्या एसिडिटी से पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द होता है?अपेन्डिक्स में पेट के ऊपरी वाले हिस्से से दर्द शुरु होता है। नाभि के ऊपरी और मध्य हिस्से से शुरू होकर दांये हाथ के निचले हिस्से की तरफ चला जाता है। अक्सर यह सामान्य भाषा में एसिडिटी कहलाता है। यह अपेन्डिक्स का दर्द भी हो सकता है।
पेट में इन्फेक्शन के लक्षण क्या है?चलिए हम पेट के संक्रमण के लक्षणों में से कुछ पर नजर डालते हैं:. भूख में कमी. अपने मल में रक्त. पेट में ऐंठन और दर्द. उल्टी और मतली. खाना खाने के बाद पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द क्यों होता है?अगर आपका पेट खाने के बाद दर्द करता है तो यह कई पाचन सम्बन्धी समस्याओं (digestive problems) के कारण हो सकता है। अपच या इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम (indigestion or irritable bowel syndrome) भी इसके कारण हो सकते हैं। लेकिन कई बार खाने के बाद पेट दर्द के कुछ गम्भीर कारण हो सकते हैं।
|