These NCERT Solutions for Class 7 Hindi Vasant Chapter 9 चिड़िया की बच्ची Questions and Answers are prepared by our highly skilled subject experts. Show चिड़िया की बच्ची NCERT Solutions for Class 7 Hindi Vasant Chapter 9Class 7 Hindi Chapter 9 चिड़िया की बच्ची Textbook Questions and Answersकहानी से प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. प्रश्न 4. प्रश्न 5. प्रश्न 6. प्रश्न 7. प्रश्न 8. अनुमान और कल्पना प्रश्न 1. भाषा की बात प्रश्न 1.
प्रश्न 2. गद्यांशों पर आधारित अर्थग्रहण-संबंधी प्रश्नोत्तर 1. माधवदास ने अपनी संगमरमर की …………………….. भाँति गुज़ार देते हैं। प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. 2. उस दिन संध्या …………………… आवाज़ निकाल रही थी। प्रश्न 1. प्रश्न 2. चिड़िया की बच्ची Summaryकहानी का सार माधवदास ने बहुत ही सुंदर संगमरमर की कोठी बनवाई। उस कोठी को हर तरह से सजाया, सुंदर फूलदार पेड़ लगवाए, फव्वारे लगवाए। कोठी में प्रकृति की अनोखी छटा बिखेर दी। वह संध्या के समय अपनी कोठी के बगीचे में बैठकर प्रकृति का आनंद लिया . करता था। तभी एक दिन उसके बगीचे में एक सुंदर-सी छोटी-सी चिड़िया आई। माधवदास उस चिड़िया के साथ बात करने लगा। . वह उसकी सुंदरता की प्रशंसा करने लगा। चिड़िया को उसं दिन पता चला कि यह कोठी इस सेठ की है। वह तो अब तक पूरी प्रकृति को अपना ही घर समझती थी। माधवदास के यह कहने पर वह वहाँ से अपनी माँ के पास जाने के लिए उद्धत हो उठी परंतु सेठ ने उस चिड़िया को मीठी-मीठी बातों में उलझाए रखा। जब अंधेरा होने को आया तो उसने कोठी की लाइट जला दी और चिड़िया से बोला कि अभी तो उजाला है। अभी क्या जाने की जल्दी है। इसी बीच उसका नौकर आकर उस चिड़िया को पकड़ना चाहता है परंतु वह उसके हाथों में नहीं आ पाती और उड़ जाती है। वह अपनी माँ के पास जाकर उसकी गोद में सिसकने लगती है। वह । इतनी डर जाती है कि माँ के पूछने पर कुछ बता भी नहीं पाती। माँ की गोद में पड़ी-पड़ी बस सुबकती रहती है। शब्दार्थः सुहावना-खुशनुमा/सुंदर, व्यसन-लत/बुरी आदत, अभिरुचि-शौक/विशेष रुचि, रकाबी-तश्तरी, छटा-सुंदरता, तृप्ति-संतुष्टि, मनमानी-इच्छानुसार/अपने मन के अनुसार, स्वच्छंदता-आजादी/स्वतंत्रता, वीरान-सुनसान/निर्जन, निरी-बिल्कुल/पूरी तरह, नादान-नासमझ। चिड़िया क्या चाहती है class 7?वह तो केवल घूमना ही चाहती है, बंधन में रहना उसका स्वभाव नहीं। दूसरी तरफ माधवदास की नजर में चिड़िया की ज़िद का कोई तुक न था वे तो केवल अपने बगीचे की शोभा बढ़ाने हेतु उस चिड़िया को पकड़ना चाहते थे। वे उसे सोने के पिंजरे व अन्य सामानों का प्रलोभन भी देते हैं लेकिन चिड़िया के लिए सब चीजें कोई महत्त्व नहीं रखतीं।
चिड़िया डाली पर क्यों रुकी थी?चिड़िया को भोली कहते हुए माधवदास कहता है कि वह वहीं माधवदास के पास सुखी रह सकती है। चिड़िया माधवदास की इन बातों से बहुत डर गई थी , वह डरते हुए माधवदास से बोली कि वह भटककर थोड़ा सा आराम करने के लिए इस डाली पर रुक गई थी।
चिड़िया की बाट कौन देख रहा था?Answer: माधवदास ऐसा इसलिए कहता है क्योंकि उसे चिड़िया बहुत ही सुन्दर और प्यारी लगी। वह चिड़िया को हमेशा अपने पास रखना चाहता था। उसे देख-देख कर वह अपना मन बहलाना चाहता था।
चिड़िया की बच्ची के लेखक कौन हैं?चिड़िया की बच्ची पाठ के लेखक कौन है?(a) प्रयाग शुक्ल
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