Solution : मंत्रिपरिषद का निर्माण- अपना पद ग्रहण करने के बाद प्रधानमंत्री का सर्वप्रथम कार्य मंत्री परिषद का निर्माण करना होता है। प्रधानमंत्री ही निर्णय करता है कि वैधानिक सीमा के अंतर्गत रहते हुए मंत्रिपरिषद में कितने मंत्री हों और कौन-कौन मंत्री हो। मंत्रियों के विभागों का बँटवारा- मंत्रियों में विभागों का बँटवारा करते समय भी प्रधानमंत्री स्वविवेक के अनुसार ही कार्य करता है और प्रधानमंत्री द्वारा किए गए अंतिम विभाग वितरण पर साधारणतया कोई आपत्ति नहीं की जाती है। मंत्रिपरिषद का कार्य संचालन- प्रधानमंत्री की बैठकों का नेतृत्व और मंत्रिमंडल की समस्त कार्यवाही को संचालन करता है। मंत्रिपरिषद की बैठक में उन्हीं विषयों पर विचार किया जाता है जिन्हें प्रधानमंत्री कार्यसूची या एजेंडा में रखे। शासन के विभिन्न विभागों का समन्वय- प्रधानमंत्री शासन के समस्त विभागों में समन्वय स्थापित करता है। जिससे कि समस्त शासन एक इकाई के रूप में कार्य कर सकें। लोकसभा का नेता- प्रधानमंत्री संसद का मुख्यतया लोकसभा का नेता है और कानून निर्माण के समस्त कार्य में प्रधानमंत्री ही नेतृत्व प्रदान करता है। वार्षिक बजट सहित सभी सरकारी विधेयक उसके निर्देशानुसार ही तैयार किए जाते हैं। Show
प्रधानमंत्री पद
जैसा की हम सब जानते हैं, हमारे भारत में शासन की संसदीय व्यवस्था को अपनाया गया है, जो कि ब्रिटेन से प्रेरित है तथा इसमें दो प्रकार के प्रमुख होते हैं-
प्रधानमंत्री के पद को समझने के लिए हमें निम्न 2 अनुच्छेदों को समझना भी जरूरी है-
प्रधानमंत्री की नियुक्ति-प्रधानमंत्री की नियुक्ति राष्ट्रपति द्वारा की जाती है। लोकसभा में बहुमत दल के नेता को राष्ट्रपति द्वारा प्रधानमंत्री नियुक्त किया जाता है। लोकसभा में बहुमतजैसा कि पढ़ चुके हैं बहुमत दल के नेता को प्रधानमंत्री नियुक्त किया जाता है; अब हम समझते हैं कि यह बहुमत कितना होना चाहिए? लोकसभा में आधे से ज्यादा या कहें की 50%+1 मत प्राप्त करने वाले दल को बहुमत प्राप्त दल कहा जाता है। न्यूनतम आयुक्यूंकि प्रधानमंत्री बनने के लिए संसद के किसी एक सदन का सदस्य होना जरूरी है; इसीलिए प्रधानमंत्री पद के न्यूनतम आयु लोकसभा के सदस्य की न्यूनतम आयु के बराबर यानि 25 वर्ष या उससे अधिक होनी चाहिए। प्रधानमंत्री पद के लिए अधिकतम आयु की कोई सीमा नहीं है। हमारी संसदीय व्यवस्था में चुनाव के माध्यम से चुने गए उम्मीदवार (नेता) की अधिकतम आयु की कोई सीमा नहीं होती है। राष्ट्रपति पद की तरह ही प्रधानमंत्री भी कितनी भी बार बना जा सकता है। संविधान में इसकी कोई सीमा निर्धारित नहीं की गई है। शपथभारत के राष्ट्रपति ही प्रधानमंत्री को पद और गोपनीयता संबंधी शपथ दिलाते हैं। कार्यकाललोकसभा का कार्यकाल 5 वर्ष का होता है इसीलिए, प्रधानमंत्री का कार्यकाल भी 5 वर्ष कहा जाता है। जबकि वास्तविक रुप में प्रधानमंत्री राष्ट्रपति के प्रसादपर्यंत (इच्छानुसार) होते हैं यानि जब तक प्रधानमंत्री को बहुमत प्राप्त होता है राष्ट्रपति इन्हें प्रधानमंत्री के रुप में कार्य करने देते हैं। त्याग-पत्रप्रधानमंत्री अपना त्याग-पत्र राष्ट्रपति को सौंपते हैं। वेतनवैसे तो प्रधानमंत्री को संसद के अन्य सांसदों जितना ही वेतन मिलता है; परंतु प्रधानमंत्री को मिलने वाले भत्ते बाकी सांसदों से अधिक होते हैं। जोकि प्रधानमंत्री को अन्य सांसदों से अलग बनाते हैं। प्रधानमंत्री की शक्तियांमंत्रीपरिषद के संबंध में प्रधानमंत्री की शक्तियां
राष्ट्रपति के संबंध में प्रधानमंत्री की शक्तियां
संसद के संबंध में शक्तियां
प्रधानमंत्री के अन्य कार्य
छोटी-छोटी मगर बड़े काम की बातें
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हूँ, जिसमें की मेरे अपने विचार भी शामिल होते हैं; और इनमें लिखे कुछ तथ्यों में कुछ कमी हो सकती है। इन कमियों को सुधारने और इन लेखों को और बेहतर बनाने के लिए मेरी help करें और अपने साथ-साथ और भी विद्यार्थियों को आगे बढ़ने में ऐसे ही सहायता करते रहें। प्रधानमंत्री के कार्य कौन कौन से हैं?प्रधानमंत्री की अन्य शक्तियां :. वह राष्ट्र की विदेश नीति को मूर्त रूप दने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है l.. वह केंद्र सरकार का मुख्य प्रवक्ता होता है l.. वह सत्ताधारी दल का नेता होता है l.. योजना आयोग, राष्ट्रीय विकास परिषद्, राष्ट्रीय एकता परिषद्, अंतर्राज्यी य परिषद् और राष्ट्रीय जल संसाधन परिषद् का अध्यक्ष होता हैl.. प्रधानमंत्री का क्या कर्तव्य है?प्रधानमंत्री भारत सरकार के प्रमुख हैं। किसी भी मंत्री को चुनने और हटाने में उन्हें पूर्ण स्वतंत्रता है। वे मंत्रिमंडल के मंत्री रक्षा, परिवहन, वित्त और विदेश मामलों जैसे विभिन्न मंत्रालयों को नियंत्रित करते हैं। प्रधानमंत्री किसी भी समय संसद को भंग करने और नए चुनाव करवाए जाने के लिए राष्ट्रपति से कह सकते हैं।
प्रधानमंत्री के पास कौन कौन सी शक्तियां होती है?प्रधानमंत्री मंत्रियों के विभागों का आवंटन करता है तथा प्रधानमंत्री मंत्रियों के विभागों में परिवर्तन भी कर सकता है। प्रधानमंत्री किसी भी समय लोकसभा के विघटन के अनुशंसा राष्ट्रपति से कर सकता है। प्रधानमंत्री मंत्री परिषद की बैठकों की अध्यक्षता करता है तथा उसके निर्णय को प्रभावित करता है।
प्रधानमंत्री से बड़ा कौन होता है?भारत के राष्ट्रपति का पद देश का सर्वोच्च पद होता है. 3. भारत का प्रधान मंत्री कैबिनेट और मंत्रिपरिषद का प्रमुख होता है. जबकि भारत का राष्ट्रपति देश का औपचारिक मुखिया होता है.
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