हेलो करो ना आज तुम्हारे गुस्से में निम्नांकित में कौन सी बीमारी मुर्गियों में होती है वहां पर चारों समरसेबल आई स्मार्ट है दूसरा है हैजा तीसरे व भी दोनों होता है रानीखेत ठीक है तो जो पोल्ट्री फॉर्म होता है देखे जो मुरली 9 तारीख तक ठीक है इसमें होने वाला जरूर है उसका नाम है रानीखेत ठीक है इसका कौन सा रोग है रानीखेत ठीक है यह किसकी वजह से होता है जो रानीखेत यहां पर दिल्ली से वह वायरस कैसे होता है ठीक है जिसे हम भी छोड़ देते हैं ठीक है और इंसान का नाम है पैरों में जो वायरस ठीक है इस फैमिली या नहीं स्कूल का यह विषाणु होता है ठीक है तो यह कह सकते हो कि हमें होने वाला कह सकते बहुत खतरनाक है और वह ठीक है जानलेवा ठीक है रोग होता है जानलेवा ठीक है पटेल डिजीज होता है और संक्रामक होता है तो हम देखेंगे कौन सा सन हमारा सहयोग है सबसे पहले स्मार्ट तो यह जैसे कि गेहूं की पत्ती पर ठीक है इन सब पर होने वाला रोग है किसकी वजह से होता है कब की वजह से होता है तो यह गलत हो जाएंगे यह दूसरा है जाए कॉल रहा है ठीक है Show
छोटी सी दिशा में होता है यह किस वजह से होता है यह दिमाग परेशानी बैक्टीरिया से होता है ठीक है तो यह भी गलत हो जाएगा क्योंकि मैं यहां पर सांप देखना है ठीक है और तीसरा भी दोनों अभी दोनों यहां पर गलत है तो ऐसे भी हमारे ही गलत हो जाएगा ठीक है और चौथा रानीखेत तो यही जाने की जो है ठीक है यह विषाणु से होने वाला रोग है और इंसान का नाम है पैरों मिर्जा वायरस ठीक है तो हमारे इसको शंकर आइटम कौन सा फोटो जाएगा बाकी यहां पर फर्स्ट सेकंड और थर्ड ऑप्शन यहां पर गलत हो जाएगा बीमार मुर्गियों का इलाज और टीकाकरण।बीमार मुर्गियों का इलाज और टीकाकरण:मुर्गियां पालने से पहले हमें इन सभी बातों की जानकारी होना अति आवश्यक है।मुर्गियों की ग्रोथ के लिए समय पर टीकाकरण और आहार का भी विशेष ध्यान रखना जरूरी होता है।अपनी मुर्गियों में होने वाली बीमारी की सुरक्षा करने के लिए टीका लगाना अत्यंत जरूरी होता है जिससे वह सुरक्षित रहती हैं।यदि कोई बीमारी से ग्रसित हो जाती है।तो इनको टीका लगाने से काफी हद तक मृत्युदर में कमी हो जाती है ,जिससे आप ज्यादा नुकसान से बच सकते हैं। ।अब मैं आप लोगों को बताऊंगा किस बीमारी में कौन सा टीका और किस अवधि में लगाया जाता है? और कौन-कौन सी बीमारी होती है?यदि आप चूजे अपने फॉर्म में ला रहे हो तो उनके टीकाकरण की प्रक्रिया 4 से 6 दिन की अवधि में ही स्टार्ट हो जाती है।जो इनका पहला टीकाकरण होता है। तो आइए आज के इस ब्लॉग में मुर्गियों में होने वाले प्रमुख रोग और उनके निदान के बारे में जानें।1.बीमारी- मैरेक्सटीका- एच वी टीआयु- 1 दिनटीका देने का तरीका- 0.1 मिली चमड़ी के नीचे2.रानीखेतरानीखेत से प्रभावित मुर्गियों के कुछ लक्षण इस फोटो में देखें।हैदूसरा लक्षण देखिए, आंख से आंसू आना। नीचे फोटो में देखिए, आपको आसानी से समझ में आ जाएगा ।और भी रानीखेत बीमारी के लक्षण हो सकते हैं, लेकिन यह ज्यादातर यही लक्षण होते हैं।2. बीमारी का नाम- रानीखेत (यह ब्रायलर (मांस) मुर्गी में ज्यादा होती है.)टीका- एफ/बी—1आयु- 4 से 6 दिन परटीका लगाने का तरीका- आंख और नाक में 1-1 बूंद या फि।र पीने के पानी में दे सकते हैं।3. बीमारी- गंबोरोटीका- स्टैडर्ड/जीओरजिया इंटरमीडिएट प्लसआयु- 12 से 14 दिनकैसे दें- आंख- नाक में एक—एक बूंद या पीने के पानी में4. बीमारी- आईबीटीका- आईबीआयु- 21 दिनऐसे लगाएं टीका- 2-2 बूंद पीने के पानी में5 बीमारी- फाउल पॉक्स या माता रोगटीका- माता का टीकाआयु- 42 दिनटीका देने का सही तरीका- 0.1 मि.ली पंख के नीचे या मांस में6. बीमारी- रानीखेतटीका- आर 2 बी या आर डी कोल्ड वैक्सीनआयु- 60 दिन परटीका देने का सही तरीका- 0.25—0.5 मि.ली.चमड़ी के नीचे7. बीमारी- गंबोरो, रानीखेत एंव आई बीटीका- कील्ड टीका (मल्टीकम्पोनेंट)आयु- 112 दिनटीका देने का तरीका- 0.5 मि.ली. चमड़ी के नीचे
animalsss.comBlog Upload on - Feb. 19, 2022Views - 1439मुर्गियों में कौन कौन से रोग होते हैं?मुर्गियों में होने वाले प्रमुख रोग एवं लक्षण. मुर्गियों में होने वाले प्रमुख रोग एवं लक्षण. संक्रामक बरसल रोग (आई बी डी). मेरिक्स (एम डी). रानीखेत. संक्रामक कोराइजा. संक्रामक ब्रोंकाइटिस (आई बी). मुर्गी चेचक. कोक्सिडियोसिस. मुर्गियों की सबसे खतरनाक बीमारी कौन सी है?मुर्गियों को होनेवाला एक भयंकर संक्रामक रोग रानीखेत है। रानीखेत वायरस के संक्रमण से होता है। यह बड़े पैमाने पर शीघ्रता से फैलनेवाला जानलेवा रोग है।
मुर्गी की बीमारी कैसे ठीक करें?मुर्गियों में CRD की बीमारी हो जाने पर CRD की एक अचूक और विश्वप्रसिद्ध दवा है रेस्पिरेटरी हर्ब्स – Respiratory Herbs इस दवा को १०० मुर्गियों पर ५ मिलीलीटर मुर्गियों के पिने के पानी में मिलाकर सुबह में दें और शाम में Amino Power अमीनो पॉवर दें ।
मुर्गी को सर्दी लग जाए तो क्या करें?ठंड के मौसम में मुर्गियों के रख-रखाव का विशेष ध्यान रखना चाहिए। यदि मुर्गीपालक मुर्गियों को ठंड से बचाएंगे तो अच्छा उत्पादन लेकर बेहतर मुनाफा कमा सकते हैं। ठंड के समय में चूजों को रानीखेत (आरडी) का टीका लगवाएं। साथ ही पानी में विटामिन ए का प्रयोग अधिक मात्रा में करें।
|