मुझे कैसे पता चलेगा कि मेरी हड्डियां कमजोर हैं? - mujhe kaise pata chalega ki meree haddiyaan kamajor hain?

विश्व ऑस्टियोपोरोसिस दिवस प्रतिवर्ष 20 अक्टूबर को मनाया जाता है। यह दिवस ऑस्टियोपोरोसिस की रोकथाम, निदान एवं उपचार के लिए वैश्विक जागरूकता पैदा करने के प्रति दिवस समर्पित है। इस वर्ष इस दिवस का विषय "अपनी हड्डियों को प्यार करें: अपने भविष्य को सुरक्षित करें" हैं। यह दिवस लोगों को अपने मांसपेशी स्वास्थ्य एवं अपनी हड्डियों को सुरक्षित करने के लिए जल्दी कार्रवाई तथा स्वास्थ्य अधिकारियों एवं चिकित्सकों को उनके समुदायों की हड्डियों के स्वास्थ्य को सुरक्षित करने में प्रेरित करने के लिए मनाया जाता है।

ऑस्टियोपोरोसिस की विशेषता हड्डियों के ऊतकों की ख़राबी है। इस रोग में हड्डियां नाज़ुक एवं कमजोर हो जाती हैं, जिसके परिणामस्वरूप रीढ़ की हड्डी विशेषकर कूल्हे एवं कलाई के फ्रैक्चर होने का खतरा बढ़ जाता है। महिलाओं को मुख्यतः पचास वर्ष की उम्र के बाद पुरुषों की तुलना में ऑस्टियोपोरोसिस से पीड़ित होने का ख़तरा अधिक होता है।

क्या आपको ऑस्टियोपोरोसिस से पीड़ित होने का ज़ोखिम हैं?

ऑस्टियोपोरोसिस से पीड़ित होने वाले उत्तरदायी कारक निम्नलिखित हो सकते हैं:

  • लिंग- यह रोग महिलाओं में रजोनिवृत्ति के बाद अधिकांशत: पाया जाता हैं।
  • उम्र- ऑस्टियोपोरोसिस से पीड़ित होने का ज़ोखिम पचास वर्ष की आयु से अधिक उम्र के लोगों को अधिक होता है।
  • परिवार का इतिहास- ऑस्टियोपोरोसिस से पीड़ित होने वाले माता-पिता या भाई-बहनों के पारिवारिक सदस्यों में ऑस्टियोपोरोसिस के विकसित होने का ज़ोखिम अधिक होता हैं।
  • आहार संबंधी कारक- कम कैल्शियम एवं कम आहार का सेवन करना। 
  • दवाएं- लंबे समय तक सेवन की जाने वाली दवाएं जैसे कि स्टेरॉइड।
  • जीवन-शैली कारक- अधिक बैठे रहने वाली/निष्क्रिय जीवनशैली, धूम्रपान एवं हद से ज़्यादा शराब का सेवन।

यदि आप ऑस्टियोपोरोसिस से पीड़ित हैं, तो इसकी जानकरी कैसे हो सकती हैं?

निम्नलिखित लक्षणों से पीड़ित होने वाले व्यक्ति को ऑस्टियोपोरोसिस से पीड़ित होने की संभावना हो सकती है पीठ में दर्द।

  • समय के साथ लम्बाई में कमी। 
  • शरीर का झुकना/झुकाव। 
  • कूल्हे या रीढ़ की हड्डी का फ्रैक्चर।
  • आपकी हड्डियों को स्वस्थ्य बनाए रखने के लिए सुझाव।
  • कैल्शियम और विटामिन डी युक्त खाद्य पदार्थों जैसे कि दूध, दही एवं हरी पत्तेदार सब्जियों से भरपूर संतुलित आहार का सेवन करें तथा प्राकृतिक धूप के संपर्क में रहें।
  • हड्डियों की क्षति को रोकने के लिए नियमित व्यायाम करें। 
  • धूम्रपान एवं हद से ज़्यादा शराब का सेवन करने से बचें।
  • अपने आप को तनाव से राहत दिलाने वाली गतिविधियों जैसे कि योग एवं ध्यान में व्यस्त रखें।
  • अपने शरीर के वज़न, कैल्शियम एवं विटामिन डी के स्तर की नियमित जाँच रखें।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न।

ऑस्टियोपोरोसिस की विशेषता हड्डियों के ऊतकों की ख़राबी है, जिसमें हड्डियां नाज़ुक एवं कमजोर हो जाती हैं, जिसके कारण रीढ़ की हड्डी, कूल्हे तथा कलाई का फ्रैक्चर होने का ख़तरा बढ़ जाता है।

ऑस्टियोपोरोसिस को "साइलेंट बीमारी" के रूप में क्यों जाना जाता है?

रोगी जब तक ऑस्टियोपोरोसिस की जटिलताओं जैसे दर्द, कूल्हे एवं रीढ़ की हड्डी के फ्रैक्चर के प्रभाव को महसूस नहीं करता है, तब तक रोगी को पता ही नहीं चलता है कि वह ऑस्टियोपोरोसिस से पीड़ित है।

पुरुषों की तुलना में महिलाओं को ऑस्टियोपोरोसिस से पीड़ित होने का ज़ोखिम क्यों अधिक होता हैं?

पुरुषों की तुलना में महिलाओं में रजोनिवृत्ति के बाद हार्मोन परिवर्तन के कारण हड्डियों की क्षति अधिक तेज़ी से होती हैं, इसलिए महिलाओं को पुरुषों की तुलना में ऑस्टियोपोरोसिस से पीड़ित होने का ख़तरा अधिक होता है।

मेरी हड्डियों के लिए किस तरह का आहार अच्छा है?

कैल्शियम और विटामिन डी युक्त खाद्य पदार्थों जैसे कि दूध, दही, चीज़ एवं हरी पत्तेदार सब्जियों से भरपूर आहार का सेवन करें तथा प्राकृतिक धूप के संपर्क में रहें।

ऑस्टियोपोरोसिस से पीड़ित होने के कारणों में कौन–सा जीवन-शैली कारक शामिल है?

अधिक बैठे रहने वाले/निष्क्रिय जीवन-शैली, धूम्रपान एवं हद से ज़्यादा शराब का सेवन।

ऑस्टियोपोरोसिस को रोकने के लिए कौन-सा व्यायाम सही है?

वज़न सहनीय व्यायाम जैसे कि घूमना, दौड़ना, कूदना एवं सीढ़ी चढ़ना सही व्यायाम है। ये हड्डियों को क्षति से बचाते है। इस तरह ये व्यायाम आपकी हड्डियों को स्वस्थ्य बनाए रखने में मदद करते हैं।

यदि मैं ऑस्टियोपोरोसिस से पीड़ित हूँ, तो मुझे अपनी हड्डियों को मज़बूत बनाए रखने के लिए किस तरह का व्यायाम करना चाहिए?

ऑस्टियोपोरोसिस बुजुर्ग लोगों में अधिक पाया जाता है, इसलिए इस रोग से पीड़ित रोगियों को अधिक तेज़ चलने की सलाह दी जाती है।

यदि मैं ऑस्टियोपोरोसिस से पीड़ित हूँ, तो मुझे किस तरह की जटिलताएं हो सकती हूँ?

अधिक उम्र की महिलाओं में लंबे समय तक दर्द के परिणामस्वरूप एवं रजोनिवृत्ति के बाद सामान्यत: रीढ़ की हड्डी में फ्रैक्चर हो जाता हैं। इसके कारण लम्बाई का घटना एवं समय के साथ रीढ़ की हड्डी की स्थिति में बदलाव (वक्रता) हो जाता है। इसके परिणामस्वरूप शरीर की आकृति में परिवर्तन होने के कारण सांस लेने,  खाने एवं पाचन में परेशानी भी हो सकती है।

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पीठ दर्द ऑस्टियोपोरोसिस के सबसे आम लक्षणों में से एक है। यदि आपके कमर के निचले हिस्से में दर्द होता है तो इसे नजरअंदाज करने की गलती न करें यह आपके कमजोर होती हड्डियों का संकेत हो सकता है। जिसका वक्त रहते इलाज न करवाने से हड्डियों में फ्रेक्चर की संभावनाएं बढ़ जाती है।

​लंबाई का घटना

मुझे कैसे पता चलेगा कि मेरी हड्डियां कमजोर हैं? - mujhe kaise pata chalega ki meree haddiyaan kamajor hain?

हालांकि उम्र के साथ कुछ ऊंचाई कम होना सामान्य होता है। लेकिन मायो क्लिनिक के अनुसार, लंबाई का घटना हड्डियों के कमजोर होने का भी एक संकेत होता है। बहुत लोग मानते हैं कि ऊंचाई कम होना एक सामान्य प्रक्रिया है। जिसमें लोग आधा इंच या तीन चौथाई इंच कम हो सकते हैं। लेकिन ये मानना गलत है कमजोर हड्डियों वाले लोगों में उचाई दो, तीन या चार इंच तक कम हो जाती है। ऐसे में समय-समय पर अपनी लंबाई की जांच करते रहें।

​हड्डियों का टूटना

मुझे कैसे पता चलेगा कि मेरी हड्डियां कमजोर हैं? - mujhe kaise pata chalega ki meree haddiyaan kamajor hain?

फ्रैक्चर का कमजोर हड्डियों से गहरा संबंध होता है। लगभग 50 प्रतिशत महिलाओं और 25 प्रतिशत पुरुषों को उनके जीवनकाल में ऑस्टियोपोरोसिस से संबंधित फ्रैक्चर होने की उम्मीद होती है। जिसमें सबसे ज्यादा चिंता का विषय हिप फ्रैक्चर होता है।

​जल्दी मेनोपॉज होना

मुझे कैसे पता चलेगा कि मेरी हड्डियां कमजोर हैं? - mujhe kaise pata chalega ki meree haddiyaan kamajor hain?

वेबएमडी के अनुसार, जल्दी मेनोपॉज का होना हड्डियों में कम घनत्व का संकेत होता है। जब आपके पास पर्याप्त एस्ट्रोजन नहीं होता है, तो हड्डियाँ बनने की तुलना में बहुत तेज़ी से टूटती है। ऐसे में जल्दी मेनोपॉज होने पर डॉक्टर से हड्डी के नुकसान की रोकथाम पर चर्चा करना अनिवार्य होता है।

​खड़े होने में दिक्कत

मुझे कैसे पता चलेगा कि मेरी हड्डियां कमजोर हैं? - mujhe kaise pata chalega ki meree haddiyaan kamajor hain?

यदि आपको खड़े होने के लिए अपनी बाहों का उपयोग करने की आवश्यकता है (उदाहरण के लिए कुर्सी से) तो आपकी हड्डियां कमजोर हो सकती हैं। हमारी हड्डियां और हमारी मांसपेशियां एक इकाई के रूप में काम करती हैं, वे एक इकाई के रूप में मजबूत होती हैं और एक इकाई के रूप में कमजोर हो जाती हैं। इससे गिरने की संभावना बढ़ जाती है।

​मजबूत हड्डियों के लिए करें ये उपाय

मुझे कैसे पता चलेगा कि मेरी हड्डियां कमजोर हैं? - mujhe kaise pata chalega ki meree haddiyaan kamajor hain?

हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए आप सबसे पहले भरपूर मात्रा में कैल्शियम और प्रोटीन युक्त पदार्थों को खाएं। इसके साथ ही शरीर में विटामिन डी की मात्रा को संतुलित रखें। इसके अलावा अल्कोहल का सेवन न करें और शारीरिक गतिविधियों को करना शुरू करें।

डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

हड्डी कमजोर होने के क्या लक्षण है?

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​कमर के निचले हिस्से में दर्द होना पीठ दर्द ऑस्टियोपोरोसिस के सबसे आम लक्षणों में से एक है। ... .
​लंबाई का घटना ... .
​हड्डियों का टूटना ... .
​जल्दी मेनोपॉज होना ... .
​खड़े होने में दिक्कत ... .
​मजबूत हड्डियों के लिए करें ये उपाय.

हड्डी कमजोर कैसे होती है?

हड्डियों को मजबूत करने के लिए जरूरी फल और कैल्शियम. हड्डियों के कमजोर होने का मुख्‍य कारण है शरीर में कैल्शियम और विटामिन डी की कमी. इसके अलावा कई ऐसे फूड आइटम और ड्रिंक्‍स हैं जो हड्डियों को कमजोर बनाने का काम करते हैं. अधिक नमक और चीनी को उपयोग हड्डियों के लिए नुकसानदायक हो सकता है.

शरीर की हड्डियां मजबूत करने के लिए क्या खाएं?

हड्डी मजबूत करने के लिए क्या चीज खानी चाहिए?.
अनानस अनानास पोटैशियम का एक सोर्स है, जो शरीर के एसिड लोड को बैलेंस करने में मदद करता है और कैल्शियम की कमी को रोकता है. ... .
पालक ... .
नट ... .
केले ... .

हड्डियों में दर्द किसकी कमी से होता है?

2-हड्डियों और पीठ में दर्द- विटामिन डी की कमी होने पर कैल्शियम शरीर में नहीं पहुंच पाता है. ऐसे में हड्डियों, मांसपेशियों और दांतो में कैल्शियम की कमी होने लगती है. अगर हड्डियों में दर्द, जोड़ों में दर्द या पीठ में दर्द रहता है तो ये विटमिन डी की कमी के संकेत हैं.