महिलाओं के सोलह सिंगार कौन-कौन से होते हैं - mahilaon ke solah singaar kaun-kaun se hote hain

महिलाओं की खूबसूरती में चार चांद लगाते हैं सोलह श्रृंगार, जानें कौन-कौन सी चीज़ें हैं इसमें शामिल

Author: Priyanka SinghPublish Date: Wed, 22 Jul 2020 12:16 PM (IST)Updated Date: Wed, 22 Jul 2020 12:16 PM (IST)

महिलाओं की खूबसूरती में चार चांद लग जाता है जब वो सोलह श्रृंगार करती हैं। तो आज हम जानेंगे 16 श्रृंगार में क्या-क्या चीज़ें शामिल हैं और क्या है इसका महत्व।

सुहागिन महिलाओं के लिए सोलह शृंगार का खास महत्व होता है। सोलह शृंगार से महिलाओं की ख़ूबसूरती और भी निखर जाती है। तो आज हम जानेंगे सोलह श्रृंगार में क्या-क्या चीज़ें शामिल हैं।

बिंदी

पहले बिंदी भी सुहागिन महिलाओं की ही पहचान हुआ करती थी लेकिन अब कुंवारी महिलाएं भी इसे खूबसूरती के लिए लगाती हैं। जो महिलाओं के 16 शृंगार का बहुत ही खास हिस्सा है।

सिंदूर

सिंदूर महिलाओं के सौभाग्य का प्रतीक होता है। शादी के बाद से ही यह उनके श्रृंगार का खास हिस्सा बन जाता है।

इत्र

खुशबू को प्रेम का प्रतीक माना गया है और यह एक दूसरे की ओर आकर्षित करने का काम करती है। 

पायल

पैरों में पहनी जाने वाली पायल कभी भी सोने की नहीं होनी चाहिए। चांदी की ही सबसे उत्तम व शुभ मानी जाती है। 

बिछिया

पैरों की उंगलियों में पहनी जानी बिछिया सुहागिन महिलाओं की पहचान होती है। बिछिया भी चांदी की ही सबसे शुभ मानी गई है।

अंगूठी

शादी के रस्मों की शुरूआत ही अंगूठी से होती है। सगाई जिसमें लड़का-लड़की एक दूसरे को अंगूठी पहनाते हैं। तो ये गहना भी सोलह श्रृंगार में खास माना जाता है।

गजरा

जूड़े और चोटी को सजाने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला गजरा महिलाओं की खूबसूरती में लगाता है चार चांद। गजरा चमेली और मोगरा के अलावा और भी कई तरह के सुंगंधित फूलों से बनाया जाता है।  

कान की बाली या झुमके

बाकी गहनों की ही तरह झुमके, कुंडल भी सुहागिनों की शोभा बढ़ाते हैं। अलग-अलग डिज़ाइन और आकार में उपलब्ध ईयररिंग्स सोने, चांदी से लेकर और भी कई तरह के धातुओं से बने होते हैं।

शादी का जोड़ा

दुल्हन के लिए लाल रंग का शादी का जोड़ा शुभ व महत्वपूर्ण माना जाता है। लाल रंग प्रेम का प्रतीक भी माना जाता है। 

मेहंदी

मेहंदी लगाने का शौक लगभग सभी महिलाओं को होता है। सोलह शृंगार में मेहंदी महत्वपूर्ण मानी गई है।

मांगटीका

शादी के वक्त ही नहीं उसके बाद भी मांगटीका को महिलाएं खूबसूरत नजर आने के लिए पहनती हैं। यह सोने, चांदी, कुंदन, जरकन, हीरे, मोती आदि से बनाया जाता है।

काजल

काजल आंखों व रूप को निखारने का काम करता है।

मंगलसूत्र

मंगलसूत्र शादी के समय वर द्वारा वधू के गले में बांधा जाता है और उसके बाद जब तक महिला सौभाग्यवती रहती है, तब तक वह इसे पहनती है। 

चूड़ियां

चूड़ियां हर सुहागिन का सबसे खास शृंगार हैं। सावन में हरे रंग को बहुत महत्व दिया जाता है। महिलाओं के लिए कांच, लाक, सोने, चांदी की चूड़ियां सबसे महत्वपूर्ण मानी गई हैं।

बाजूबंद

ये हाथ के ऊपरी हिस्से में पहना जाता है। बाजूबंद सोने, चांदी, कुंदन या अन्य मूल्यवान धातु या पत्थर से बना होता है।

कमरबंद

कमरबंद धातु व अलग-अलग तरह के मूल्यवान पत्थरों से मिलकर बना होता है। कमरबंद नाभि के ऊपरी हिस्से में बांधा जाता है। 

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Edited By: Priyanka Singh

16 श्रृंगार में क्या क्या आता है?

हिंदी कवियों में जायसी के अनुसार ये शृंगार यों हैं—(१) मज्जन, (२) स्नान (जायसी ने मज्जन, स्नान को अलग रखा है), (३) वस्त्र, (४) पत्रावली, (५) सिंदूर, (६) तिलक, (७) कुंडल, (८) अंजन, (९) अधरों का रंगना, (१०) तांबूल, (११) कुसुमगंध, (१२) कपोलों पर तिल, (१३) हार, (१४) कंचुकी, (१५) छुद्रघंटिका ओर (१६) पायल।

सिंगार का सामान क्या क्या होता है list?

महिलाओं के 16 श्रृंगार की लिस्ट.
बिंदी : सुहागिन महिलाओं द्वारा कुमकुम की बिंदी को माथे पर लगाना पवित्र माना जाता है। ... .
सिंदुर : सिंदुर से मांग भरी जाती है। ... .
काजल : काजल से आंखों की सुंदरता बढ़ जाती है और इससे मंगलदोष भी दूर होता है।.
मेहंदी : मेहंदी से हाथों की सुंदरता बढ़ती है। ... .
चूड़ियां : चूड़ियां सुहाग का प्रतीक है।.

श्रृंगार कितने प्रकार के होते हैं?

1 Answer.
परिभाषा श्रृंगार रस (Shringar Ras) में नायक और नायिका के मन में संस्कार रूप में स्थित रति या प्रेम जब रस के अवस्था में पहुंच जाता है तो वह श्रृंगार रस (Shringar Ras) कहलाता है। ... .
उदाहरण तरनि तनुजा तट तमाल तरुवर बहु छाये। ... .
श्रृंगार रस के भेद संयोग श्रृंगार ... .
संयोग श्रृंगार रस के उदाहरण ... .
वियोग श्रृंगार रस के उदाहरण.

औरत का कितना सिंगार होता है?

सोलह श्रृंगार में माथे पर कुमकुम या बिंदी लगाना काफी शुभ माना गया है। पुराने समय में सुहागिन महिलाएं कुमकुम या सिंदूर की मदद से अपने माथे पर बिंदी लगाती हैं। हालांकि, अब सबकुछ बदल गया है। अब महिलाएं बिंदी लगाने के लिए बाजार में मौजूद स्टीकर बिंदी का इस्तेमाल करती हैं