Show
करीब 33 साल बाद एक बार फिर दूरदर्शन पर रामायण का प्रसारण किया जा रहा है। जिसमें श्रीराम के छोटे भाई लक्ष्मण का रोल करने वाले सुनील एक बार फिर से चर्चाओं में हैं। दमोह के पालंदी चौराहा के पास 9 जनवरी, 1961 को जन्में और (पुरानी एमएलबी स्कूल ) एक्सीलेंस स्कूल में पढ़ने वाले सुनील लहरी के परिवार के लोग अभी भी दमोह में रहते हैं। सुनील के पिता डॉ. शिखर चंद्र लहरी दमोह जिला अस्पताल में आरएमओ थे, इसके बाद उनका यहां से भोपाल स्थानांतरण हो गया था। जहां पर लंबे समय तक सीएमएचओ रहे और रिटायर्ड हो गए। भोपाल में सुनील की मां तारा लहरी और दो छोटे भाई शैलेंद्र लहरी और शशेंद्र लहरी रहते हैं। जबकि पिता का निधन हो चुका है। हालांकि प्राइमरी स्तर की पढ़ाई के बाद भोपाल चले गए थे और वहां से ग्रेजुएशन करने मुंबई गए। बताते हैं कि सुनील ने रामायण से पहले कुछ और सीरियलों में काम किया था। जिनमें उनकी पहली फिल्म 1983 में \\\'\\\'नक्सलवादी\\\'\\\' आई और उसके बाद बरसात आई थी। बताते हैं कि साल 1986 में सुनिल बॉम्बे दूरदर्शन के लिए प्ले कर रहे थे, जिसमें बेबी नाज मां का रोल कर रही थीं। बेबी नाज ने ही सुनिल को कहा कि रामायण के लिए ऑडिशन दे दें। सुनील रामानंद सागर से मिले। ऑडिशन के लिए 150 एक्टर आए थे। जिसमें से सुनील लहरी को चुना गया। बताते हैं कि इन दिनों सुनील लहरी मुंबई में रहते हैं और अपने पिता के नाम से शिखरमूवी एक ऐड कंपनी चलाते हैं। दमोह में उनका मकान अब बिक चुका है, उनके चाचा और चचेरे भाई दमोह में पालंदी चौराहा पर रहते हैं। सीरियल की तस्वीर और बचपन की तस्वीर। जया भादुड़ी के घर के बाजू में रहते थे सुनील दमोह में पालंदी चौराहा पर रहने वाले सुनील के चचेरे भाई विमल लहरी ने बताया कि उनके चाचा सुनील के पिता शिखरचंद्र लहरी भोपाल में प्रोफेसर काॅलोनी में रहते थे, उनके निवास के बाजू में ही जया भादुड़ी का परिवार रहता था। इस तरह सुनील और जया के बीच में भाई बहन का रिश्ता हो गया था। सुनील की जिद पर जया भादुड़ी ने पुणे के एक एक्टिंग संस्थान में भेजा था। जहां पर उन्होंने पढ़ाई की और उसके बाद फिल्मी दुनिया में उनकी इंट्री हुई। सुनील लहरी: लंबे बाल और बढ़ी दाढ़ी-मूंछ में नजर आए 'लक्ष्मण', तस्वीर देख फैंस बोले- प्रभु! ये कैसी माया है?एंटरटेनमेंट डेस्क, अमर उजाला Published by: विजयाश्री गौर Updated Thu, 27 May 2021 06:08 PM IST देश में पिछले साल जब कोरोना के कारण लॉकडाउन लगा तो दर्शकों के मनोरंजन के लिए 'रामायण' का दोबारा प्रसारण किया गया। रामानंद सागर की 'रामायण' में राम, सीता और लक्ष्मण का किरदार निभाने वाले कलाकार भी एक बार फिर चर्चा में आ गए हैं। इतना ही नहीं बहुत से सितारे सोशल मीडिया पर भी काफी सक्रिय हो गए हैं। इसमें लक्ष्मण का किरदार निभाकर चर्चा में आए सुनील लहरी का नाम भी शामिल है। नए लुक से सुनील लहरी ने फैंस को किया हैरान सुनील लहरी सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय दिखाई देते हैं और आए दिन वो तस्वीरें साझा करते हैं। इतना ही नहीं वो शूटिंग के दिनों की कुछ यादें और किस्से भी फैंस संग साझा करते हैं जो लोगों को काफी पसंद आती हैं। अब हाल ही में सुनील लहरी ने अपना लुक बदला है और वो पहले से बिल्कुल अलग नजर आ रहे हैं। उनके इस नए अवतार को देखकर फैंस मजेदार प्रतिक्रिया दे रहे हैं। दरअसल सुनील लहरी ने जो तस्वीरें साझा की है उसमें उनके लंबे-लंबे बाल नजर आ रहे हैं। वहीं उनके चेहरे पर बड़ी दाढ़ी और मूंछ भी दिख रही है। इस नए लुक में सुनील अब तक के सबसे निराले अंदाज में नजर आ रहे हैं। सुनील का ये लुक देख फैंस भी हैरान हैं। हालांकि तस्वीर को देखकर लग रहा है कि ये लुक किसी खास मकसद के लिए अपनाया गया। अंदाजा लगाया जा रहा है कि किसी किरदार के लिए सुनील लहरी ने बाल बढ़ाए हैं। सुनील लहरी की इस तस्वीर को देखकर फैंस के कमेंट्स नहीं रुक रहे हैं। इतना ही नहीं सुनील लहरी ने अपनी इन तस्वीरों को पोस्ट करके फैंस से पूछा कि, 'प्लीज, अपने विचार व्यक्त कीजिए इस नए लुक के बारे में'। अब कई फैंस ने उनके इस लुक की तारीफ की तो वहीं कुछ फैंस ऐसे भी थे जिन्होंने इस पर काफी हैरानी भी जताई।एक फैन ने लिखा, 'सर ये क्या हो गया आप क्यूट से हैंडसम और अब सुनील बाबा लग रहे हैं'। वहीं एक अन्य फैन ने अंदाजा लगाया कि ये किसी रोल के लिए ऐसा लुक अपनाया गया है। कुछ फैन ये भी पूछ रहे हैं कि, 'ये बाल असली हैं या फिर विग लगी है'? एक फैन ने बेहद ही मजेदार कमेंट करते हुए लिखा, 'ये क्या माया है प्रभु। दूसरी तरफ कुछ ऐसे भी फैंस हैं जिन्होंने सुनील की पुरानी हेयरस्टाइल की तारीफ की। बता दें कि 80 के दशक में रामायण दूरदर्शन पर प्रसारित हुआ था। ये सीरियल बहुत लोकप्रिय हुआ था और देशभर में इन कलाकारों को बेहद सम्मान मिला था। शो मे अरुण गोविल ने प्रभु श्रीराम का और सीता माता का किरदार दीपिका चिखलिया ने निभाया था। लक्ष्मण जी का असली नाम क्या था?लक्ष्मण को कई अन्य नामों (Lakshman Ka Dusra Naam Kya Hai) जैसे कि लखन, सुमित्रानंदन, सौमित्र, रामानुज के नाम से भी जाना जाता हैं।
लक्ष्मण का मतलब क्या होता है?लक्ष्मण नाम का मतलब - Laxman ka arth
आपको बता दें कि लक्ष्मण का मतलब समृद्ध, भगवान राम की भाई, देने के लिए जन्मे (रानी सुमित्रा के बेटे और राम के भाई) होता है। लक्ष्मण नाम का खास महत्व है क्योंकि इसका मतलब समृद्ध, भगवान राम की भाई, देने के लिए जन्मे (रानी सुमित्रा के बेटे और राम के भाई) है जिसे काफी अच्छा माना जाता है।
लक्ष्मण के वंशज कौन है?लक्ष्मण के वंशज परिहार कहलाते थे। वे सूर्यवंशी वंश के क्षत्रिय हैं। लक्ष्मण के पुत्र अंगद, जो करपथ (राजस्थान और पंजाब) के शासक थे, इस राजवंश की 126 वीं पीढ़ी में राजा हरिचंद्र प्रतिहार का उल्लेख है (590 AD).
लक्ष्मण की बहन कौन है?शांता इन चारों भाइयों की बड़ी बहन थीं.
|