अगर आपने बारवीं पास कर ली है और आपको एविएशन सेक्टर में एक अच्छा करियर बनाना है तो आपको इस आर्टिकल से पूरी हेल्प मिलेगी। बढ़ते पैसेंजर्स और बढ़ते ऐरोप्लॅन्स के कारण योग्य और कुशल एयरपोर्ट ग्राउंड स्टाफ की डिमांड भी दिन ब दिन बढ़ रही है। एयरपोर्ट ग्राउंड स्टाफ का काम होता है वो यात्रियों का सफर स्मूथ रखें और इसके लिए स्टाफ को विनम्र और दयालु होना चाहिए। इनका काम होता है यात्रियों को फ्लाइट के पहले, बीच में और बाद में ट्रीट करना। एयरपोर्ट ग्राउंड स्टाफ के काम की पूरी जानकारी हम आपके लिए लेकर आए हैं इस ब्लॉग के माध्यम से, इसलिए कृपया आप इसे पूरा पढ़ें। एयरपोर्ट ग्राउन्ड स्टाफ का काम ओवरआल मैनेजमेंट का है और इसके साथ पैसेंजर्स के लगेज की पूरी देख रेख और उसे कैर्रिएर से कार्गो तक रखने की जिम्मेदारी भी ग्राउंड
स्टाफ ही निभाते हैं। यात्रियों की सुरक्षा और उनकी सुविधा का पूरा ध्यान उस समय से जिस वक्त प्लेन लैंड होता है पूरा एयरपोर्ट ग्राउंड स्टाफ रखता है और वो एयर ट्रैफिक सर्विलांस में भी रोल निभाते हैं। एयरपोर्ट ग्राउंड स्टाफ की हिंदी मीनिंग एयरपोर्ट ग्राउंड स्टाफ कैसे बने योग्यता एयरपोर्ट ग्राउंड स्टाफ का काम कोर्स एयरपोर्ट स्टाफ के करियर के अवसर सैलरी एयरपोर्ट ग्राउंड स्टाफ के करियर से जुड़े सवाल जवाब एयरपोर्ट में काफी स्टाफ की जरूरत होती हैं और किसी भी स्टाफ के एब्सेंट होने पे काम रुक जाता है। प्लेन की उड़ान भरने से पहले काफी चेकिंग होती है और इसके लिए बहुत ह्यूमन रिसोर्स चाहिए होता है। एयरपोर्ट ग्राउंड स्टाफ का करियर और फ्यूचर इंडिया और अब्रॉड दोनों में काफी ब्राइट है। एयरपोर्ट मैनेजमेंट सिर्फ पायलट्स और केबिन क्रू से रिलेटेड नहीं होता बल्की उसके पीछे काफी प्रोफ़ेशनल वर्क इन्वॉल्व होता है जैसे सिक्योरिटी, कार्गो हैंडलिंग पैसेंजर हैंडलिंग, कस्टमर सर्विस और ये सब प्रोफ़ेशनल सर्विसेज एयरपोर्ट ग्राउंड स्टाफ की केटेगरी के अन्दर आती हैं। शॉर्टकट में बताएं तो अभी बहुत डिमांड है स्किल्ड और एफिसिएंट एयरपोर्ट ग्राउंड स्टाफ की और जॉब ओप्पोर्तुनिटीज़ भी काफी हैं। एयरपोर्ट ग्राउंड स्टाफ की हिंदी मीनिंग ग्राउंड स्टाफ एक ऐसा पर्सन होता है जो एयरलाइन्स इसलिए हायर करती है ताकि वो एयरपोर्ट पे काम करे ना की एयरक्राफ्ट के अंदर। एयरपोर्ट ग्राउंड स्टाफ एक
प्रोफ़ेशनल करियर ऑप्शन है जिसमे आपको पैसेंजर्स का ध्यान रखना होता है उस समय से जिस टाइम से प्लेन ग्राउंड पे लैंड होता है। एयरपोर्ट ग्राउंड स्टाफ का वर्क बहुत ही डाईवर्स और फ्लेक्सीबल होता है और वो सिक्योरिटी और मैनेजमेंट में भी ध्यान देते हैं। एयरपोर्ट ग्राउंड स्टाफ कैसे बने एयरपोर्ट ग्राउंड स्टाफ बनने के लिए कुछ एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया होता है,जो निचे बताया गया है। योग्यता 10+2 पास या ग्रेजुएट किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से। चाहे साइंस हो या आर्ट्स या कॉमर्स कोई भी फील्ड से पास होके आप न्यूनतम अंकों के साथ एयरपोर्ट ग्राउंड स्टाफ बन सकते हैं। आयु सीमा -18-27 वर्ष तक लैंग्वेज जो आपको आनी चाहिए :- अंग्रेजी और हिंदी न्यूनतम मार्क्स -वैसे तो ये इंस्टिट्यूट पे निर्भर करता है लेकिन अगर कम से कम 45 -50 % हो तो अच्छी बात है। ग्राउंड स्टाफ की नौकरी में आपकी ऊंचाई और वज़न का कोई महत्त्व नहीं होता।
एयरपोर्ट ग्राउंड स्टाफ का काम
ग्राउंड स्टाफ की जिम्मेदारी और उसका रोल दो हिस्सों में बटा होता है। व्यावसायिक भूमिका: एक हो गया कमर्शियल रोल जिसमे डायरेक्ट इंटरेक्शन होता है कस्टमर के साथ और उनकी कोई भी प्रॉब्लम को सॉल्व करना एक ग्राउंड स्टाफ की ड्यूटी होती है। कुछ कमर्शियल रोल्स के उदाहरण नीचे दिये हैं।
6. ग्राउंड स्टाफ रेस्पोंसिबल होते हैं पैसेंजर्स की सीढ़ी ढंग से लगाने और हटाने के लिए और उन यात्रियों को भी हेल्प करना जो व्हीलचेयर पे होते हैं। 7. विमान में ईंधन भरने की ज़िम्मेदारी भी ग्राउंड स्टाफ की होती है और अगर विमान के सतह पे बर्फ या स्नो जमी हो तो उसे भी हटाना होता है। ग्राउंड स्टाफ पैसेंजर के चेक-इन काउंटर,अराईवल और डिपार्चर गेट पे भी एक्टिव होते हैं। 8. ग्राउंड स्टाफ इस बात धयान रखते हैं की रैम्प पे या आस पास कोई गार्बेज न पड़ा हो और यात्रियों को कोई ऐसा अनुभव न करना पड़े जो उन्हें पसंद ना आये। 9.एयरपोर्ट ग्राउंड स्टाफ का काम होता है यात्रियों को विमान के विलंभ होने के कारण के बारें में बताना और कोई भी जानकारी जो उन्हें बोर्डिंग के दौरान चाहिए। तकनीकी भूमिका :
टिकटिंग, बैगेज क्लेम्स ,पैसेंजर हैंडलिंग ,कार्गो लोडिंग ,कार्गो अनलोडिंग ,सिक्यूरिटी प्रोसेसेस और इंटर डिपार्टमेंट कोआर्डिनेशन ये सारे काम एयरपोर्ट स्टाफ मेंबर निभाता है। कोर्स एयरपोर्ट ग्राउंड स्टाफ में डिप्लोमा डिप्लोमा इन एयरपोर्ट ग्राउंड स्टाफ एक जॉब ओरिएंटेड डिप्लोमा कोर्स होता है। इस कोर्स की अवधि ज्यादा नहीं होती। जॉब ढूंढने वालों के लिए ये काफी अच्छा जॉब माना जाता है। अवधि : 6-12 महीने दाखिलाहर संस्थान में दाखिला अलग हिसाब से होता है और काफी संस्थान मेरिट के अनुसार या एंट्रेंस टेस्ट पे दाखिला लेते हैं। इस ट्रेनिंग कोर्स को और भी कई नामों से जाना जाता है। जैसे की – डिप्लोमा इन ग्राउंड स्टाफ ट्रेनिंग, डिप्लोमा इन एयरपोर्ट ग्राउंड स्टाफ ट्रेनिंग, डिप्लोमा इन ग्राउंड स्टाफ हैंडलिंग इत्यादि। कोर्स के नाम अलग होते हैं पर अंदर का सुर्रिकुलम एंड सिलेबस एक जैसा होता है। इस फील्ड के और भी कई कोर्सेस हैं जो आप कर सकते हैं। एयरपोर्ट ग्राउंड स्टाफ ट्रेनिंग सर्टिफिकेट, ग्राउंड स्टाफ ट्रेनिंग कोर्स, आईएटीए ट्रेनिंग कोर्स एंड सर्टिफिकेशन, डिप्लोमा इन एयरपोर्ट ग्राउंड स्टाफ ट्रेनिंग कोर्स और एयरपोर्ट हैंडलिंग ग्राउंड ड्यूटी कोर्स। फीस कोर्स की फीस इंस्टिट्यूट पे निर्भर करती है। अगर आपको लगभग फीस बताएं तो ये 40,000 से 100,000 तक होती है। कुछ इंस्टीटूट और कॉलेज जो ये कोर्स करवाते हैं उनके नाम निचे दिये हैं।
एयरपोर्ट स्टाफ के करियर के अवसर एयरपोर्ट ग्राउंड स्टाफ प्रोफ़ेशनल के पास जॉब के बहुत अवसर होते हैं जिनमे से वो पसंद कर सकता है। जॉब के विकल्प सिर्फ प्राइवेट सेक्टर में ही नहीं बल्कि गवर्नमेंट सेक्टर में भी होते हैं। एयरपोर्ट ग्राउंड स्टाफ की जॉब की वेकन्सी आप या तो ऑफिसियल वेबसाइट पे जाके देख सकते हैं वरना अलग अलग जॉब पोर्टल पे भी देख सकते हैं। निचे हमने कुछ जॉब पोर्टल दिये हैं जिसपे क्लिक करके आपको जॉब के बारे में पता चल जाएगा। Monster.com. Quikr Job Naukri Times Job एयरलाइन्स की वेबसाइट पे जाके भी आप जॉब्स के लिए देख सकते हैं। Indigo Spicejet Vistara AirIndia GoAir, etc. बहुत सारी एयरलाइन्स हायर करने के बाद में भी ट्रेनिंग देती है और आपको आपके काम और एयरपोर्ट के नियमों से अवगत कराती हैं। जॉब सेलेक्शन का तरीका
2. पर्सनल इंटरव्यू : जो कैंडिडेट्स ग्रुप डिस्कशन में सेलेक्ट हो जातें हैं उन्हें आगे जाके पर्सनल इंटरव्यू देना होता है। पर्सनल इंटरव्यू राउंड में कैंडिडेट्स से उनका पुराना अनुभव और उनके बैकग्राउंड की जानकारी ली जाती है। इस राउंड में आपका बिहेवियर चेक करते हैं और अगर आप कॉन्फिडेंट रहे तोह अच्छा इम्प्रेस्शन पड़ता है। 3.एचआर राउंड: आखरी राउंड एचआर राउंड होता है जो एयरलाइन्स के एचआर कंडक्ट करते हैं। एचआर आपसे प्रश्न पूछेंगे और उसके हिसाब से आपकी कम्युनिकेशन स्किल्स और पर्सनालिटी जज करेंगे। उदाहरण के तौर पे कुछ प्रश्न निचे दिए हैं।
इसका सबसे जरूरी टिप है की आप कॉन्फिडेंट रहे और हर प्रश्न का अच्छे से सही जवाब दे। एयरपोर्ट ग्राउंड स्टाफ एक ऐसा प्रोफेशन है जिसमें आप कैसे दूसरे से बात करते हैं, उनकी समस्या समझ के उनका समाधान करते हैं और उनसे रिलेशन बनाते हैं ये काफी मायने रखता है। सैलरी एयरपोर्ट ग्राउंड स्टाफ की सैलरी अलग अलग एयरलाइन्स पे निर्भर करती हैं। आपकी सैलरी इसपे निर्भर करती है आप डोमेस्टिक या इंटरनेशनल एयरपोर्ट पे ऑपरेट करते हैं और उसका साइज क्या है और वो छोटी सिटी में है या किसी मेट्रो सिटी में हैं। इंडिया में एक फ्रेशर की सैलरी लगभग 18000 से 25000 तक होती है जो अनुभव के अनुसार बढ़ती है। बाद में ये सैलरी 35000-40000 तक हो सकती है। अगर अंतरास्ट्रीय एयरलाइन्स में जॉब हो तो ये वेतन दुगुना तिगुना भी हो सकता है। इंटरनेशनल एयरलाइन्स में सैलरी 1,00,000 रुपए तक पहुंच जाती है। एयरपोर्ट ग्राउंड स्टाफ के करियर के लिए डिप्लोमा कोर्स अनिवार्य नहीं होते,बहुत सारी कम्पनी बारहवीं के बाद इंटरव्यू के आधार पे जॉब दे देती हैं। लेकिन अगर कुछ अनुभव हो और कोर्स किया हो तो अवसर खुल जाते हैं और जॉब मिलने के चांस भी बढ़ जाते हैं। कोर्स करने के बाद आप दूसरे फ़ील्ड्स में अपना हाथ आज़मा सकते हैं जैसे की टूरिज्म और हॉस्पिटैलिटी सेक्टर। इस डिप्लोमा के बाद आप पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन एयरपोर्ट ग्राउंड स्टाफ ट्रेनिंग कर सकते हैं जिसका कोर्स 1 साल का होता है और योग्यता बैचलर्स डिग्री या डिप्लोमा कोर्स होना अनिवार्य है। एयरपोर्ट ग्राउंड स्टाफ के करियर से जुड़े सवाल जवाब Q1. एयरलाइन्स में भर्ती कब निकलती है ? जवाब – ग्राउंड स्टाफ का रिक्रूटमेंट इंटरव्यू बेसिस पे होता है और एसएससी या यूपीएससी की तरह कोई ऑफिसियल सूचना नहीं निकलती। इसलिए आपको इंटरनेट से लागातर अवगत रहना चाहिए। ये आप एयरलाइन्स की ऑफिसियल वेबसाइट पे जाके देख सकते हैं वरना अलग अलग जॉब पोर्टल पे भी देख सकते हैं। Q2. जॉब किस हिसाब से लगती है ? जवाब -पहले तो बारहवीं पास की बेसिक योग्यता पूरी हो और साथ में कम्युनिकेशन स्किल अच्छी हो। उसकी पर्सोनलिटी,उसका धैर्य,टीम वर्क और उसकी अनुकूलन क्षमता
आदि कुछ गुण हैं जो एयरलाइन्स कैंडिडेट में ढूंढती हैं। Q3. सेकेंडरी लैंग्वेज आनी ज़रूरी है क्या ? जवाब- दूसरी भासा आनी जरूरी नहीं है पर इंग्लिश और हिंदी तो आनी चाहिये और उसके अलावा भी कोई भासा आती है तो काफी अच्छी बात है। उससे इंटरनेशनल स्कोप बढ़ता है और एयरलाइन्स को भी फायदा होता है क्यूंकि उतनी ही अच्छी तरह से कस्टमर या पैसेंजर से बात हो पाती है। Q4. क्या बारहवीं के बाद जॉब लग जाएगी एयरपोर्ट में ? जवाब – एयरपोर्ट में कई पोजीशन होती है और अगर ग्राउंड स्टाफ की बात करें तो बारहवीं के बाद एयरलाइन्स इंटरव्यू के जरिए नौकरी देती हैं। पर सिर्फ 12वीं पास होना काफी नहीं होता और भी कही चीज़ें होतीं हैं। न्यूनतम योग्यता बारहवीं पास है। Q5. ड्रेस कोड क्या होता है इंटरव्यू का ? जवाब – अगर आप पुरुष हैं तो वेस्टर्न फॉर्मल्स पहने, जैसे फॉर्मल शर्ट और पैंट, और अगर आप फीमेल है तो फॉर्मल शर्ट के साथ नी-लेंथ स्कर्ट पेहेन सकते हैं। टाई, ब्लेजर और स्कार्फ़ ऑप्शनल हैं।
Q6. एयरपोर्ट ग्राउंड स्टाफ कितने घंटे काम करते हैं ? जवाब – सामान्तया, जॉब की शिफ्ट 8-10 की होती है पर ये थोड़ी बदलती रहती है जैसे – सुबह – 6AM – 2PM दोपहर – 2PM -10PM रात – 10PM – 6AM सामान्य शिफ्ट – 10AM – 6PM एविएशन सेक्टर भारत में बहुत ही अच्छी दर से ग्रो कर रहा है और इसके कारण विमानों की संख्या में भी दिन ब दिन बढ़ोतरी आ रही है। एयरपोर्ट में योग्य और कुशल एयरपोर्ट ग्राउंड स्टाफ की जरूरत पड़ती है ताकी प्रतिदिन का ऑपरेशन अच्छे से मैनेज हो पाये। एयरपोर्ट में ग्राउंड स्टाफ के बिना पैसेंजर्स ट्रेवल नहीं कर सकते और इसका छेत्र दिन ब दिन बढ़ ही रहा है। अगर आपको लगता है की आपके अन्दर वो प्रतिभा और जूनून है जो एविएशन इंडस्ट्री में चाहिए तो ये फील्ड आपके लिए ही है। इस आर्टिकल में हमने एयरपोर्ट ग्राउंड स्टाफ के काम की पूरी जानकारी हिंदी में देने की कोशिश की है फिर भी आपके मन में कोई डाउट हो तो निचे कमेंट सेक्शन लिखे। हम उसका जवाब देने की पूरी कोशिश करेंगे। ग्राउंड स्टाफ का मतलब क्या होता है?एयरपोर्ट की सफाई से लेकर उसके रखरखाव तक का कार्य ग्राउंड स्टाफ का होता है। हवाई जहाज के एयरपोर्ट पर उतरने के बाद पैसेंजरों की सुविधा और उनकी जिम्मेदारी ग्राउंड स्टाफ पर होती है। ग्राउंड स्टाफ एयरपोर्ट पर यात्रियों के सामान ढुलाई से लेकर माल के स्टॉक का कार्य करता है।
एयरपोर्ट में क्या काम होता है?एयरपोर्ट पर साफ सफाई करने के लिए ग्राउंड स्टाफ को रखा जाता है। हवाई जहाज उतरने के बाद यात्रियों की जिम्मेदारी ग्राउंड स्टाफ की होती हैं। यात्रियों की समान को फ्लाइट में डालने से लेकर उसे उतारने तक का काम एयरलाइन ग्राउंड स्टाफ का होता है। पहली बार यात्रा कर रहे यात्रियों की मदद करना।
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