खाद्य श्रृंखला पारितंत्र में होने वाले खाद्य अथवा ऊर्जा प्रवाह का केवल एक ही पहलू प्रस्तुत करती है और उससे यह अर्थ निकलता है कि जीवों में एक सीधा, सरल, शेष से पृथक् संबंध होता है जो पारितंत्रों में शायद कभी नहीं होता है। पारितंत्र के भीतर परस्पर संबंधित अनेक खाद्य श्रृंखलाएँ हो सकती हैं और इससे खाद्य जाल का निर्माण होता है। Show इस प्रकार खाद्य जाल किसी पारितंत्र में एक-दूसरे से संयोजित खाद्य शृंखलाओं का एक नेटवर्क है। एक जंतु विभिन्न खाद्य शृंखलाओं का सदस्य हो सकता है। उदाहरण के लिये एक पौधा एक ही समय में अनेक शाकभक्षियों का भोजन हो सकता है, जैसे घास पर खरगोश अथवा टिड्डा या बकरी अथवा सभी निर्भर रहते हैं। इसी प्रकार एक शाकभक्षी विभिन्न मांसभक्षी प्रजातियों का भोजन हो सकता है। या पारितंत्र में पोषण स्तर रैखिक नहीं होते वरन यह एक दूसरे से संयोजित होते हैं और खाद्य जाल का निर्माण करते हैं। इस प्रकार खाद्य जाल किसी पारितंत्र में एक दूसरे से संयोजित खाद्य श्रृंखलाओं का एक नेटवर्क है। एक जन्तु विभिन्न खाद्य श्रृंखलाओं का सदस्य हो सकता है। खाद्य जाल, किसी पारितंत्र ऊर्जा प्रवाह का सबसे अधिक यथार्थ माडल हैं। पारितंत्र में ऊर्जा का प्रवाह सदैव रेखीय होता है। क्रमवर्ती पोषण स्तरों में ऊर्जा प्रवाह की मात्रा में हास होता है जैसा कि घटते आकार के बाक्सों के द्वारा दिखाया गया है। खाद्य श्रृंखला या खाद्य जाल के प्रत्येक सोपान में जीवों द्वारा प्राप्त की गई ऊर्जा इसके स्वयं के उपापचय और अनुरक्षण में भी प्रयुक्त होती है और शेष ऊर्जा अगले पोषण स्तर को हस्तान्तरित होती है। किसी पारितंत्र में ऊर्जा का प्रवाह का मॉडल। बाक्स खडी फसल के जैव संहति व नालियां ऊर्जा के प्रवाह को दर्शाते हैं। (NU = उपयोग में नहीं लायी गयी, R = श्वसन) सब्सक्राइब करे youtube चैनल food web in hindi meaning definition खाद्य जाल किसे कहते हैं | खाद्य जाल की परिभाषा क्या है उदाहरण महत्व ? खाद्य जाल (Food web) कृषि-पारितंत्रों में प्राकृतिक पारितंत्रों की अपेक्षा जैसे कि वनों की अपेक्षा खाद्य श्रृंखलाएं कम सम्मिश्र होती हैं, कृषि में खरपतवारों को निकालते रहते हुए साफ-सुथरी खेती की जाती है और इस प्रकार पारितंत्र में से आहार का विकल्प स्रोत हटा दिया गया होता है। अतरू कृषि-पारितंत्रों में पीड़क महामारियों की बहुत संभावनाएं होती हैं। पारिस्थितिकी अनुक्रमण (Ecological succesion)
किसी आवास में व्यवस्थापूर्ण एवं पूर्वाद्योषणीय परिवर्तन पारिस्थितिकी अनुक्रमण कहलाता है अथवा पारितंत्र विकास कहते हैं। प्राथमिक अनुक्रमण (Primary succesion) वहाँ होता है जहाँ पहले कभी कोई जैविक समुदाय नहीं रहा है। उदाहरणतः (किसी बालू-टीबे (sand dune) अथवा कड़ी चट्टान पर सर्वप्रथम लाइकेन्स तथा मॉस जैसे पौधे प्रकट होते हैं। ये मृदा दशा में परिवर्तन लाते हैं और उसे जीवन के लिए अधिक उपयुक्त बना देते हैं, उसके बाद प्रकट होती हैं घासें । घासों के बाद आती हैं झाड़ियाँ, छोटे वृक्ष और फिर बड़े वृक्ष । पादप समुदाय में होने वाले परिवर्तनों के साथ-साथ प्राणी समुदायों में भी परिवर्तन आते हैं। सबसे आरम्भ में प्रकट होने वाले समुदाय को अग्रणी समुदाय (pioneer community) कहते हैं। इस समुदाय में पाए जाने वाले जीव आकार में छोटे, अधिक सहनशील और पर्यावरण की कठिन दशाओं को सहन करने वाले होते हैं। अनुक्रमण के अंत में प्रकट होने वाला समुदाय चरम समुदाय (climax community) कहलाता है। चरम समुदाय के जीव बृहत्तर एवं श्रेष्ठतर प्रतिस्पर्धी होते हैं। अनुक्रमण के दौरान प्रकट होने वाले समुदाय क्रमकी अवस्थाएं (seral stages) अथवा क्रमक (seres) कहलाते हैं। द्वितीयक अनुक्रमण (Secondary succesion) तब होता है जब किसी आवास में जैविक समुदाय का किन्हीं प्राकृतिक आपदाओं से, जैसे कि आग, बाढ़ तथा भूस्खलनों से विनाश हो गया हो। कृषि खेत (कृषि-पारितंत्र) में अनुक्रमण का आरम्भ मिट्टी की जुताई और फसल की बुआई से आरम्भ होता है। कृषि-पारितंत्र में चरम अवस्था कभी नहीं आतीं फसल काटते ही यह अनुक्रमण समाप्त हो जाता है। बोध प्रश्न 3 उत्तरमाला – 3) प) एक स्पीशीज (प्रजाति) के जीवों से किसी दूसरी स्पीशीज (प्रजाति) में खाद्य-ऊर्जा का स्थानांतरण एवं खाने तथा दूसरों द्वारा खाए जाने की प्रक्रिया को खाद्य श्रृंखला कहते हैं। खाद्य जाल क्या है उदाहरण देकर समझाइए?खाद्य जाल (Food Web)
इस प्रकार खाद्य जाल किसी पारितंत्र में एक-दूसरे से संयोजित खाद्य शृंखलाओं का एक नेटवर्क है। एक जंतु विभिन्न खाद्य शृंखलाओं का सदस्य हो सकता है। उदाहरण के लिये एक पौधा एक ही समय में अनेक शाकभक्षियों का भोजन हो सकता है, जैसे घास पर खरगोश अथवा टिड्डा या बकरी अथवा सभी निर्भर रहते हैं।
खाद्य श्रृंखला क्या है उदाहरण देकर स्पष्ट कीजिए?जैसे एक पौधे का भक्षण कीड़े (Beetle) द्वारा किया जाता है, कीड़े को मेंढ़क खा जाता है, मेंढ़क साँप का भोजन है और साँप एक बाज द्वारा खा लिया जाता है। इस खाद्य के क्रम और एक स्तर से दूसरे स्तर पर ऊर्जा के प्रवाह को ही खाद्य श्रृंखला कहा जाता है।
खाद्य जाल का महत्व क्या है?इस प्रकार खाद्य जाल पारितंत्र के भीतर जैविक समुदाय के स्थायित्व को सुनिश्चित करता है। उष्णकटिबंधीय जलवायु में हमें आमतौर से सम्मिश्र खाद्य श्रृंखलाएं ही देखने को मिलती हैं। शीतोष्ण जलवायु में आहार श्रृंखलाएं बहुत सरल प्रकार की होती हैं। सरलतम प्रकार की खाद्य श्रृंखला टुंड्रा में पायी जाती है।
खाद्य श्रृंखला कितने प्रकार की होती है उदाहरण सहित लिखिए?उत्पादक (. उपभोक्ता —. खाद्य शृंखला में उपभोक्ता के प्रकार —. प्राथमिक उपभोक्ता —. द्वितीयक उपभोक्ता —. तृतीयक उपभोक्ता —. सर्वाहारी —. खाद्य जाल —. |