कानों से पानी क्यों निकलता है? - kaanon se paanee kyon nikalata hai?

कान बहने का मतलब है कान से एक तरल पदार्थ का रिसाव होना। इसे चिकित्सीय भाषा में ओटोरिया (otorrhea) कहा जाता है।

अधिकांश मामलों में आपके कान में वैक्स होती है। इसका काम यह सुनिश्चित करना है कि धूल, बैक्टीरिया या अन्य पदार्थ आपके कान में न जा पाएं।

हालांकि, कुछ अन्य स्थितियों, जैसे कि कान के परदे के फटने से आपके कान से रक्त या अन्य तरल पदार्थों का रिसाव भी हो सकता है। यह इस बात का संकेत है कि आपके कान में चोट लगी है या संक्रमण है और आपको तुरंत चिकित्सा लेने की आवश्यकता है।

(और पढ़ें - संक्रमण का इलाज)

कान से रिसाव सामान्य, खूनी और सफेद हो सकता है, जैसे मवाद। रिसाव के कारणों पर निर्भर करते हुए, लोगों को कान में दर्द, बुखार, खुजली, वर्टिगो, कान बजना और सुनाई देना बंद होना हो सकता है।

डॉ. क्रांति ने कहा कि यदि तीन महीने से आवाज फंसी हुई हो या खांसी रही हो या कफ के साथ खून रहा हो तो तुरंत जांच कराएं। एलर्जी का सबसे बेहतर इलाज है, उन चीजों से बचाव करना जिससे एलर्जी होती है। वैसे अब एलर्जी का इलाज इम्युनोथेरेपी से होने लगी है। पर यह सुविधा फिलहाल पटना एम्स में नहीं है।

{कुछ दिनों से कान बहता है? - विकास राज, पटना

कानके पर्दे में छेद हो गया है। ऑपरेशन कर ठीक करना होगा। यही इसका सही इलाज है।

{कान के पर्दे का ऑपरेशन दो साल पहले हुआ था। इसके बावजूद कान बह रहा है? - आरपी यादव, लोदीपुर

-इसकामतलब है कि ऑपरेशन के बाद पर्दा बना ही नहीं। विशेषज्ञ से मिलकर सलाह ले लीजिए।

{कान में दर्द रहता है। खून भी निकलता है? - पी सिद्दीकी, पटना

इसकामतलब है है कि कान की हड्डी सड़ रही है। तुरंत जांच कराएं ताकि इलाज शुरू हो सके।

{खाना निगलने में दिक्कत होती है? - सुनील कुमार, मसौढ़ी

यहपरेशानी गले के अंदर सूजन से हो रही है या इन्फेक्शन से, जांच के बाद ही बताया जा सकता है।

{झुकने पर नाक से पानी निकलने लता है? - विशाखा गुप्ता, पटना

यहगंभीर लक्षण है। संभव है कि ब्रेन का पानी नाक से निकल रहा हो। तुरंत जांच करा लें। सीटी स्कैन और इंडोस्कोपी जांच करनी पड़ सकती है।

प्रभात कुमार (बोरिंग रोड), मुकेश कुमार (पटना), बीएस कामथ (गोला रोड), निपुण कुमार मिश्र (पटना), शैलेंद्र कुमार (पटना), पवन कुमार (मीठापुर), अवनीश (नौबतपुर), नाजिया (खगौल), सुनीता (पटना), बीरेश कुमार (पटना), धर्मेंद्र (बहादुरपुर हाउसिंग कॉलोनी ), आकाश चौबे (बेली रोड), पूजा कुमारी (पटना), राज (रमना रोड) आदि।

वॉशिंगटन
कान में पानी भर जाने पाने पर अमूमन हम में से ज्यादातर लोग अपना सिर झटककर पानी को निकालने की कोशिश करते हैं। वैसे तो अगर पानी कान में जमा रह जाए तो इससे न सिर्फ कान में इंफेक्शन हो सकता है बल्कि कान डैमेज भी हो सकता है। लेकिन सिर झटककर कान से पानी निकालने का यह तरीका आपके शरीक के लिए और भी ज्यादा खतरनाक और डेंजरेस साबित हो सकता है। एक स्टडी में यह बात कही गई है।

छोटे बच्चों के दिमाग को नुकसान
अमेरिका के कॉर्नेल यूनिवर्सिटी और वर्जिनिया टेक यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने संयुक्त रूप से एक नई स्टडी की जिसमें यह बात सामने आयी कि कान में फंसे पानी को निकालने के लिए अगर सिर को जोर से झटका जाए तो इससे छोटे बच्चों के दिमाग को नुकसान पहुंच सकता है। इस स्टडी के नतीजों को अमेरिकन फिजिकल सोसायटी के डिविजन ऑफ फ्लूइड डाइनैमिक्स के 72वें वार्षिक मीटिंग में रखा गया।

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ऐल्कॉहॉल या विनिगर की बूंद का करें इस्तेमाल
अमेरिकी शोधकर्ताओं ने कहा है कि कान में फंसा पानी छोटे बच्चों के दिमाग के लिए खतरा है। इसके लिए उन्होंने एक थ्री डी कान और ग्लास ट्यूब पर शोध किया। स्टडी के मुताबिक वयस्कों में कान की नली का व्यास बड़ा होता है। स्टडी में कहा गया है कि कान की निचली सतह पर ऐल्कॉहॉल या फिर विनिगर की बूंदों का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह सतह के तनाव को कम कर देता है और पानी आराम से कान से बाहर निकल सकता है।

कान बहने या कान से पानी निकलने की समस्या से राहत पाने के लिए आप घरेलू उपाय के तौर पर लहसुन का इस्तेमाल कर सकते हैं। लहसुन में एलिसिन कंपाउंड होता है, यह संक्रमण से लड़ने में मदद करता है। इसके लिए सबसे पहले सरसों के तेल में  लहसुन की 2 कलियां डाल दें और गर्म करें। अब इसे ठंडा होने दें। इसके बाद आप इसके ड्रॉप को कान में डाल सकते हैं। कान में डालकर कुछ देर लेट जाए, इससे लहसुन और सरसों का तेल कान तक अंदर तक चला जाएगा। 

कानों से पानी क्यों निकलता है? - kaanon se paanee kyon nikalata hai?

2. नीम का तेल (Neem Oil)

नीम का तेल भी कान बहने और कान दर्द में उपयोग किया जाने वाला घरेलू उपाय है। नीम के तेल या नीम ऑयल में एंटी बैक्टीरियल, एंटी वायरल और एंटी फंगल गुण होते हैं। ऐसे में यह कान के इंफेक्शन से बचाव करता है। कान में संक्रमण होने पर नीम के तेल का इस्तेमाल करना काफी फायदेमंद माना जाता है। इसके लिए नीम ऑयल को प्रभावित कान में डालें और कुछ देर के लिए लेट जाएं। कुछ दिनों तक कान में नीम का तेल डालने से समस्या में आराम मिलेगा।

3. तुलसी

तुलसी स्वास्थ्य के साथ ही कान की समस्याओं को दूर करने में भी उपयोगी होता है। तुलसी में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-वायरल गुण होते हैं। कान से पानी निकलने की समस्या को ठीक करने के लिए भी तुलसी का उपयोग किया जा सकता है। इसके लिए तुलसी के पत्तों का रस निकालें और इसे कान में डाल दें। इससे कान का संक्रमण ठीक होगा। कान बहने औऱ कान में दर्द की समस्या में भी आराम मिलेगा।

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4. सेब का सिरका

कान की समस्याओं को दूर करने के लिए सेब का सिरका भी एक बेहतरीन घरेलू उपाय हो सकता है। सेब के सिरके में एंटी माइक्रोबियल गुण होते हैं। जो कान में होने वाले सभी तरह के संक्रमण को रोकने में मदद करते हैं। इसके लिए एक चम्मच सेब का सिरका और एक चम्मच पानी लें। अब इसमें कॉटन बॉल डालें और जिन कान से पानी निकल रहा है उस पर रख दें।

अगर आप भी कान से पानी निकलने की समस्या से परेशान हैं, तो उन घरेलू उपायों को आजमा सकते हैं। लेकिन कोई भी उपाय आजमाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें। वहीं ये कान बहने या कान दर्द का पूर्ण इलाज नहीं है। संपूर्ण चिकित्सा के लिए डॉक्टर की सलाह जरूरी है।

कान से पानी निकले तो क्या करना चाहिए?

सिर को टावल से ढंक लें जिससे भाप बाहर न निकले। 10-15 मिनट तक अच्छे से स्टीम लें। स्टीम से कानों के अंदर का पानी सूख जाता है। Other Solutions: नमक, ब्लो ड्रायर , एल्कोहल और विनेगर का ईयर ड्रॉप, हाइड्रोजन पेरॉक्साइड का इस्तेमाल ।

कान से पानी आने का कारण क्या है?

जब कान के भीतर वायरस या बैक्टीरिया चले जाते हैं तो ये मध्य कान को संक्रमित कर देते हैं। इन्फेक्शन की वजह से कान के परदे के पीछे अधिक मात्रा में तरल पदार्थ का निर्माण होने लगता है। जब बहुत अधिक तरल पदार्थ बनने लगता है तो इसके दबाव से कान का पर्दा फट जाता है जिससे इयर डिस्चार्ज की समस्या होती है।