आमतौर पर सभी चाय की चुस्कियों के साथ ही दिन की शुरुआत करना पसंद करते हैं। अगर पीने वालों से इसकी वजह पूछी जाए, तो जवाब मिल सकता है कि इससे शरीर में ताजगी और स्फूर्ति आती है। खैर, यह तो एक आम जानकारी है, लेकिन क्या आपको पता है कि अगर चाय से दूध और चीनी हटा दें, तो यह ‘ब्लैक टी’ यानी काली चाय कहलाती है। यह काली चाय सामान्य चाय के मुकाबले न केवल फायदेमंद है, बल्कि सेहत पर भी लाभकारी प्रभाव डाल सकती है। इतना ही नहीं त्वचा और बालों के लिए भी यह काफी हद तक फायदेमंद है। वहीं, ऐसे कई लोग हैं, जो ब्लैक टी बेहद शौक से पीते हैं, लेकिन इसके गुणों से अंजान हैं। यही वजह है कि स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम काली चाय पीने के फायदे बता रहे हैं। Show
लेख में आगे हम काली चाय के लाभ पर बात करेंगे, लेकिन उससे पहले आइए इसके प्रकार जान लेते हैं। विषय सूचीकाली चाय के प्रकार – Types of Black Tea in Hindiजानकारों की माने तो किसी भी चाय को काली चाय के रूप में तैयार किया जा सकता है। अंतर बस इसे तैयार करने के तरीके का होता है। बता दें कि चीन में सभी प्रकार की काली चाय तैयार करने के लिए कैमेलिया सिनेन्सिस (Camellia sinensis) नाम के पौधे का इस्तेमाल किया जाता है। वहीं, भारत में काली चाय के प्रकार बनाने के लिए कैमेलिया एसैमिका (Camellia assamica) नाम के पौधे को इस्तेमाल में लाया जाता है। ऐसे में जलवायु और क्षेत्र के आधार इसके कई प्रकार देखने को मिलते हैं। वहीं, काली चाय के साथ कुछ अन्य सामग्रियों के मिश्रण के आधार पर भी इसके कुछ खास प्रकार चलन में हैं, जिनके बारे में नीचे बताया गया है। 1. उत्पादन क्षेत्र के अनुसार काली चाय के प्रकार :
2. मिश्रित सामग्रियों (Blend with other ingredients) के आधार पर काली चाय के प्रकार
प्रकार के बाद लेख के अगले भाग में हम काली चाय पीने के फायदे बता रहे हैं। काली चाय पीने के फायदे कई हैं, जिनमें सीखने और याद रखने की क्षमता का विकास के साथ-साथ मानसिक सतर्कता भी शामिल है। साथ ही यह कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं जैसे – सिरदर्द, ब्लडप्रेशर, हार्टअटैक, ओस्टियोपोरेसिस (हड्डियों का कमजोर होना) और पार्किंसंस रोग (शरीर में कंपन की स्थिति) जैसी कई समस्याओं में सकारात्मक प्रभाव प्रदर्शित कर सकती है। इनके बारे में हम लेख में विस्तार से बताएंगे। साथ ही हम यहां स्पष्ट कर दें कि इस लेख में बताए गए काली चाय के फायदों पर अभी अधिक वैज्ञानिक शोध उपलब्ध नहीं हैं (1)। लेख के अगले भाग में अब हम आपको सेहत के लिए काली चाय के फायदे बताने जा रहे हैं। सेहत/स्वास्थ्य के लिए काली चाय के फायदे – Health Benefits of Black Tea in Hindi1. हृदय स्वास्थ्य के लिए लाभकारीकाली चाय के लाभ में हृदय को स्वस्थ बनाए रखना शामिल है। एनसीबीआई (National Center for Biotechnology Information) ने अपनी वेबसाइट पर इसी संबंध में बोस्टन यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिसिन के एक रिसर्च को प्रकाशित किया है। इस शोध में माना गया है कि काली चाय के सेवन से हृदय संबंधी जोखिमों को काफी हद तक दूर रखने में मदद मिल सकती है (2)। वहीं, एक अन्य शोध में भी इस बात का जिक्र मिलता है कि काली चाय में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण धमनी से जुड़े हृदय विकार में सहायक साबित हो सकता है (3)। इस आधार पर यह कहा जा सकता है कि काली चाय को नियमित इस्तेमाल में लाकर हृदय स्वास्थ्य को बरकरार रखने में मदद मिल सकती है। बशर्ते, इसके साथ संतुलित दिनचर्या व खान-पान का ध्यान भी रखा जाए। वहीं, अगर किसी को हृदय संबंधी रोग है, तो उसे डॉक्टर की सलाह पर दवा का सेवन जरूर करना चाहिए। साथ ही एक बार डॉक्टर से जरूर पूछ लेना चाहिए कि इस अवस्था में प्रतिदिन कितने कप ब्लैक टी पीनी चाहिए। 2. डायबिटीज नियंत्रण में मददगारडायबिटीज की समस्या के जोखिमों को दूर रखने के साथ ही काली चाय ब्लड शुगर से बचाए रखने में भी मदद कर सकती है। दरअसल, विशेषज्ञों के मुताबिक काली चाय में थियाफ्लेविंस (theaflavins) नाम का पॉलीफेनॉल पाया जाता है, जिसमें एंटीडायबिटिक प्रभाव होता है। यह इंसुलिन की सक्रियता को बढ़ाकर ब्लड शुगर को कम करने में सहायता कर सकता है (4)। इस तथ्य के आधार पर यह माना जा सकता है कि डायबिटीज की समस्या से बचने के लिए काली चाय का सेवन सहायक साबित हो सकता है। हां, अगर कोई डायबिटीज से ग्रस्त है, तो वह डॉक्टर की ओर से दी गई दवा का सेवन बंद न करे। 3. प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाएशरीर की प्रतिरोधक क्षमता में सुधार करने के लिए भी काली चाय को उपयोग में लाया जा सकता है। एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध के अनुसार, काली चाय में प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने वाले गुण पाए जाते हैं। इस गुण के कारण काली चाय स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने में सकारात्मक परिणाम प्रदर्शित कर सकती है। वहीं, शोध में इस बात का भी जिक्र मिलता है कि काली चाय का प्रभाव प्रत्येक व्यक्ति पर उसकी प्रतिरोधक क्षमता की स्थिति पर निर्भर करता है (5)। इस आधार पर यह तो माना जा सकता है कि काली चाय शरीर की प्रतिरोधक क्षमता में सुधार लाने का काम कर सकती है, लेकिन हर व्यक्ति पर इसका एक जैसा ही प्रभाव देखने को मिले, इस बारे में निश्चित तौर पर कहना संभव नहीं है। 4. हड्डियों की मजबूती बनाए रखेविशेषज्ञों के मुताबिक काली चाय का सेवन करने से उम्र के साथ होने वाली हड्डियों की कमजोरी को दूर करने में मदद मिल सकती है (1)। वहीं, एक अन्य शोध में ब्लैक टी की जगह सिर्फ चाय के उपयोग से ओस्टियोपोरेसिस (हड्डियों का कमजोर होना) की समस्या से बचे रहने का जिक्र मिलता है। आखिरकार, काली चाय किस प्रकार हड्डियों को मजबूत बनाए रखने में मदद करती है, इस संबंध में और वैज्ञानिक शोध की जरूरत है (6)। 5. पाचन तंत्र के लिए सहायकपाचन तंत्र को ठीक रखने के लिए भी काली चाय का सेवन फायदेमंद साबित हो सकता है। वजह यह है कि काली चाय में कैटेचिन नाम का एक खास तत्व पाया जाता है (7)। वहीं, एनसीबीआई की ओर से प्रकाशित रिसर्च पेपर से भी इस बात की पुष्टि होती है कि कैटेचिन इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज यानी सूजन के कारण होने वाली पेट से जुड़ी समस्याओं को कुछ कम करने में मदद कर सकता है (8)। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि काली चाय का उपयोग पाचन तंत्र को बेहतर बनाए रखने में मदद कर सकता है। 6. कोलेस्ट्रॉल को कम करेअमेरिका के एक रिसर्च सेंटर द्वारा किए गए शोध के मुताबिक, काली चाय कोलेस्ट्रॉल के स्तर को सामान्य बनाए रखने में मदद कर सकती है। शोध में पाया गया है कि अगर संतुलित और कम वसा वाले आहार के साथ काली चाय का सेवन किया जाए, तो कोलेस्ट्रॉल को संतुलित करने में सकारात्मक परिणाम नजर आ सकते हैं (9)। इस आधार पर यह माना जा सकता है कि बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल को संतुलित करने के लिए काली चाय को उपयुक्त विकल्प के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है। 7. वजन नियंत्रण में सहायकचीन के एक रिसर्च इंस्टिट्यूट द्वारा काली चाय पर किए गए शोध में पाया गया कि इसमें मौजूद पॉलीफेनॉल्स बिना किसी दुष्परिणाम के एंटीओबेसिटी (मोटापा कम करने वाला) प्रभाव प्रदर्शित कर सकते हैं। साथ ही यह मोटापे के कारण पैदा होने वाले जोखिमों को दूर करने में भी सहायक साबित हो सकते हैं। इस कारण यह माना जा सकता है कि वजन को नियंत्रित करने में काली चाय का उपयोग सहायक साबित हो सकता है (10)। 8. अस्थमा में दिलाए आरामविशेषज्ञों के मुताबिक काली चाय का उपयोग अस्थमा की समस्या में कुछ हद तक मददगार साबित हो सकता है। कारण यह है कि काली चाय में थियोफिलीन (Theophylline) नाम का एक खास रसायन पाया जाता है, जो अस्थमा के उपचार में प्रयोग होता है। हालांकि, इसकी अधिक मात्रा के कारण इसके कुछ दुष्प्रभाव भी देखने को मिल सकते हैं, लेकिन चाय में थियोफिलीन न्यूनतम मात्रा में होने के कारण इसे सुरक्षित माना जा सकता है (11)। ऐसे में यह कहा जा सकता है कि अगर संतुलित मात्रा में चाय का सेवन किया जाए, तो अस्थमा के कुछ लक्षणों से राहत पाई जा सकती है। 9. तनाव से दिलाए मुक्तितनाव की स्थिति में भी काली चाय का इस्तेमाल लाभदायक साबित हो सकता है। दरअसल, लंदन विश्विद्यालय द्वारा इस संबंध में किए गए एक शोध में पाया गया कि चाय का सेवन कर तनाव को कम करने में कुछ मदद मिल सकती है (12)। 10. मुंह के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंदस्ट्रेप्टोकोकस म्यूटन (Streptococcus mutans) जैसे सूक्ष्म जीव मुंह के स्वास्थ्य पर बुरा असर डालते हैं। वहीं, विशेषज्ञों के मुताबिक, काली चाय में एंटीमाइक्रोबियल प्रभाव पाया जाता है, जो इन सुक्ष्म जीवों को कम करने में मदद कर सकता है (13)। इस कारण यह माना जा सकता है कि काली चाय का उपयोग मुंह के स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद कर सकता है। 11. डायरिया से दिलाए आरामजैसा कि लेख में ऊपर बताया गया है कि काली चाय का उपयोग इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज यानी सूजन के कारण होने वाली पेट से जुड़ी समस्याओं से राहत दिलाने में मददगार साबित हो सकती है। वहीं, इससे संबंधित एक अन्य शोध में इस बात का जिक्र मिलता है कि अगर दवाओं के साथ ब्लैक टी टैबलेट का उपयोग किया जाए, तो डायरिया की समस्या कुछ कम हो सकती है (14)। फिलहाल, इस संबंध में ब्लैक टी पर और शोध किए जाने की जरूरत है। 12. ब्लड प्रेशर को करे नियंत्रितकाली चाय का उपयोग बढ़े हुए ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में भी लाभदायक साबित हो सकता है। दरअसल, एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध में इस बात का जिक्र मिलता है कि प्रतिदिन दो से तीन से कप काली चाय ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद कर सकती है। हालांकि, इसका प्रभाव बहुत ही कम था, लेकिन हृदय स्वास्थ्य की गंभीरता को देखते हुए इसे सकारात्मक दृष्टि से देखा जा सकता है (15)। इस आधार पर यह कहा जा सकता है कि ब्लड प्रेशर की समस्या से पीड़ित लोगों के लिए काली चाय का उपयोग कुछ हद तक लाभकारी साबित हो सकता है। लेख के अगले भाग में अब हम त्वचा के लिए काली चाय के लाभ बताएंगे। त्वचा के लिए काली चाय के फायदे – Skin Benefits of Black Tea in Hindi1. स्किन इंफेकशन से बचाएकाली चाय में कैटेचिन नाम का खास तत्व पाया जाता है। इस तत्व की मौजूदगी के कारण काली चाय में एंटीबैक्टीरियल (जीवाणु को नष्ट करने वाला) और एंटीफंगल (फंगस के खिलाफ लड़ने वाला) गुण पाए जाते हैं (16)। चूंकि, बैक्टीरिया और फंगस त्वचा पर संक्रमण के मुख्य कारणों में शामिल हैं (17), इसलिए यह माना जा सकता है कि स्किन इंफेकशन से जुड़ी समस्याओं में काली चाय के सकारात्मक प्रभाव देखने को मिल सकते हैं। सामग्री :
कैसे इस्तेमाल करें :
2. त्वचा को रखे जवांविशेषज्ञों के मुताबिक समय पूर्व नजर आने वाले बुढ़ापे के लक्षणों को कम करने में काली चाय अहम भूमिका निभा सकती है। दरअसल, काली चाय में पॉलीफेनॉल्स की अच्छी मात्रा पाई जाती हैं, जो एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव प्रदर्शित करते हैं। इसी प्रभाव के कारण काली चाय फ्री रेडिकल्स यानी मुक्त कणों के प्रभाव को कम कर, त्वचा को जवां बनाए रखने में सहायक कोलेजन की मात्रा को नियंत्रित रखने में सहायक साबित होती है। साथ ही त्वचा के बेजान और ढीलेपन के कारण आनी वाली झुर्रियों को दूर रखने में भी मदद कर सकती है (17)। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि काली चाय का उपयोग बढ़ती उम्र के प्रभाव को कम करने में मददगार साबित हो सकता है। सामग्री :
कैसे इस्तेमाल करें :
3. अल्ट्रा वायलेट किरणों के प्रभाव से बचाएलेख में ऊपर बताया गया है कि काली चाय में कैटेचिन नाम का खास तत्व पाया जाता है। इस तत्व में अन्य प्रभावों के साथ एंटीऑक्सीडेंट गुण भी मौजूद होते हैं। इस गुण के कारण यह त्वचा को मुक्त कणों के प्रभाव से बचाकर अल्ट्रा वायलेट किरणों के प्रभाव को कम करने में मदद कर सकता है (17)। इस आधार पर यह माना जा सकता है कि काली चाय का उपयोग सूरज की अल्ट्रा वायलेट किरणों से बचाव करने में भी सहायक साबित हो सकता है। सामग्री :
कैसे करें इस्तेमाल :
4. दाग धब्बों को करे दूरविशेषज्ञों के मुताबिक, काली चाय में अन्य तत्वों के साथ गेलिक एसिड भी उपलब्ध होता है। यह त्वचा के लिए टायरोसिनेस को कम करने वाला (tyrosinase inhibitors) प्रभाव प्रदर्शित करता है। कॉपर युक्त एंजाइम्स को टायरोसिनेस (tyrosinase) कहते हैं, जो मेलेनिन के प्रभाव को बढ़ाकर दाग-धब्बों का कारण बनते हैं (17)। ऐसे में यह कहना बिल्कुल भी गलत नहीं होगा कि त्वचा पर मौजूद दाग-धब्बों से छुटकारा पाने में भी काली चाय मददगार साबित हो सकती है। सामग्री :
कैसे करें इस्तेमाल :
त्वचा के बाद अब हम बालों के संबंध में काली चाय के फायदे जानेंगे। बालों के लिए काली चाय के फायदे – Hair Benefits of Black Tea in Hindi1. बाल झड़ने की समस्या करे दूरअगर किसी को बाल झड़ने की समस्या है, तो इस अवस्था में काली चाय पीन से कुछ फायदा हो सकता है। फिलहाल, इस संबंध में कोई ठोस वैज्ञानिक प्रमाण मौजूद नहीं है, जिसके आधार पर कहा जा सके कि ब्लैक टी टूटते बालों की समस्या को कुछ काम कर सकती है (18)। हालांकि, ट्रायल के तौर पर बालों पर काली चाय को लगाया जा सकता है। बालों पर काली चाय लगाने का नुस्खा हम नीचे दे रहे हैं: सामग्री :
कैसे इस्तेमाल करें :
2. बालों के विकास में सहायकबालों के विकास के संबंध में किए गए शोध में पाया गया कि काली चाय में मौजूद पॉलीफेनोल्स एलोपेसिया यानी बाल झड़ने की समस्या को कम करने में मदद कर सकते हैं। साथ ही यह बालों के विकास को भी बढ़ावा देने में भी मदद कर सकते हैं (18)। इस आधार पर यह माना जा सकता है कि कली चाय के अर्क को बालों पर लगाने से बालों के विकास में मदद मिल सकती हैं। सामग्री :
कैसे इस्तेमाल करें :
लेख के अगले भाग में अब हम काली चाय के पौष्टिक तत्वों के बारे में जानकारी देंगे। काली चाय के पौष्टिक तत्व – Black Tea Nutritional Value in Hindiनीचे दिए गए चार्ट के माध्यम से काली चाय के पोषक तत्वों से जुड़ी जानकारी हासिल की जा सकती है (19)।
काली चाय का उपयोग – How to Use Black Tea in Hindiअन्य चाय की तरह ही बेहतर स्वास्थ्य के लिए दिन में करीब दो से तीन कप तक काली चाय का सेवन किया जा सकता है (15)। बस आपको यह ध्यान रखना होगा कि इसमें दूध के साथ-साथ इसमें चीनी का भी इस्तेमाल न करें। हां, आप चाहें तो स्वाद के लिए शहद को मिक्स कर सकते हैं। बेशक, वैज्ञानिक शोध में तीन-चार कप ब्लैक टी पीने की पुष्टि की गई है, फिर भी इसकी मात्रा के संबंध में एक बार आहार विशेषज्ञ से जरूर पूछना चाहिए। अंत में हम काली चाय पीने के नुकसान पर भी एक नजर डाल लेते हैं। काली चाय पीने के नुकसान – Side Effects of Black Tea in Hindiकिसी भी चीज की अधिकता नुकसान पहुंचाती है। ठीक उसी तरह कैफीन की मौजूदगी के कारण काली चाय पीने के नुकसान देखने को मिल सकते हैं (20)।
अगर अभी तक आप ब्लैक टी को सिर्फ स्वाद के लिए पीते आए हैं, तो इस लेख को पढ़ने के बाद आपको काली चाय के लाभ के बारे में भी अच्छी तरह पता चल गया होगा। इसलिए, जब अगली बार काली चाय को पिएं, तो इसके स्वास्थ्य लाभों का न भूलें। साथ ही इस बात का ध्यान भी रखें कि यह किसी बीमारी का इलाज नहीं है। गंभीर अवस्था में डॉक्टर से इलाज करवाना ही सही निर्णय है। हां, आप बीमार न पड़ें, उस काम में यह चाय जरूर आपकी मदद कर सकती है। साथ ही इसका सेवन संतुलित मात्रा में करें, क्योंकि अधिक मात्रा में काली चाय पीने के नुकसान भी हैं। उम्मीद है कि यह लेख आपके लिए उपयोगी साबित होगा। ऐसे ही हेल्थ से जुड़े अन्य आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़े रहिए स्टाइलक्रेज की वेबसाइट से। SourcesArticles on StyleCraze are backed by verified information from peer-reviewed and academic research papers, reputed organizations, research institutions, and medical associations to ensure accuracy and relevance. Check out our editorial policy for further details.
और पढ़े:
Was this article helpful? The following two tabs change content below.
पुजा कुमारी ने बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी से जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन में एमए किया है। इन्होंने वर्ष 2015 में अपने... more Neelanjana Singh has over 30 years of experience in the field of nutrition and dietetics. She created and headed the... more क्या काली चाय हानिकारक है?Black Tea Benefits: काली चाय पीना स्वास्थ्य के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। काली चाय फर्मेन्टेड और ऑक्सिडाइज्ड होती है जो सफेद चाय और ग्रीन टी से अधिक फायदेमंद होती है। इसमें एंटीऑक्सिडेंट और यौगिक होते हैं जो शरीर में सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं। इसके साथ ही काली चाय की सेवन से इम्यून सिस्टम भी बेहतर होता है।
सुबह काली चाय पीने से क्या होता है?ब्लैक टी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स (जिसे फ्लेवोनोइड्स कहा जाता है) हृदय के लिए फायदेमंद होता है। नियमित रूप से ब्लैक टी पीने से हृदय संबंधी बीमारियों का खतरा कम होता है। साथ ही उच्च रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल में रहता है। इसके लिए रोजाना सुबह में खाली पेट ब्लैक टी जरूर पिएं।
काली चाय पीने के फायदे और नुकसान क्या है?सेहत/स्वास्थ्य के लिए काली चाय के फायदे – Health Benefits of Black Tea in Hindi. हृदय स्वास्थ्य के लिए लाभकारी ... . डायबिटीज नियंत्रण में मददगार ... . प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाए ... . हड्डियों की मजबूती बनाए रखे ... . पाचन तंत्र के लिए सहायक ... . कोलेस्ट्रॉल को कम करे ... . वजन नियंत्रण में सहायक ... . अस्थमा में दिलाए आराम. काली चाय कब पीना चाहिए?ब्लैक टी खाने को पचाने में आपकी मदद करने के लिए अच्छी चाय साबित हो सकती है। रिपोर्ट्स की मानें तो नाश्ते और दोपहर के खाने के 30 मिनट बाद एक कप ब्लैक टी पीने की सलाह दी जाती है। यह निश्चित रूप से आपके वजन घटाने के लक्ष्यों को पाने में भी मदद करेगा।
|