Short Note Show इस कहानी का कोई और शीर्षक देना हो तो आप क्या देना चाहेंगे और क्यों? Advertisement Remove all ads Solutionइस कहानी का शीर्षक 'जीवन का सच्चा सुख' अधिक युक्तिपूर्ण प्रतीत होता है क्योंकि यहाँ जीवन के सुख को लेकर दो विचारों की टकराहट है। एक तरफ जहाँ धनी सेठ के लिए धन-दौलत, सुख सुविधाएँ ही जीवन की खुशी तथा वास्तविकता है। वहीं दूसरी ओर नन्ही चिड़िया के लिए माँ अमूल्य रत्न से भी अधिक मूल्यवान है। Concept: गद्य (Prose) (Class 7) Is there an error in this question or solution? Advertisement Remove all ads Chapter 9: चिड़िया की बच्ची - कहानी से [Page 73] Q 6Q 5Q 1 APPEARS INNCERT Class 7 Hindi - Vasant Part 2 Chapter 9 चिड़िया की बच्ची Advertisement Remove all ads विषयसूची कहानी का शीर्षक क्या होना चाहिए?इसे सुनेंरोकेंआपको कहानी का शीर्षक ऐसा रखना होगा ताकि पाठकों के मन में उसे पढ़ने के लिए जिज्ञासा पैदा हो सके। 5. कहानी लेखन में ज्यादा काल्पनिकता से बचे। ऐसा नहीं लगना चाहिए कि सुनने वाले ये सोचे कि ये फालतू बातें हैं। शीर्षक क्या होता है समझाइए?इसे सुनेंरोकेंशीर्षक संस्कृत [संज्ञा पुल्लिंग] 1. वह शब्द या शब्द समूह जो किसी विषय से परिचित होने के लिए सबसे ऊपर लिखा जाता है ; (टाइटिल) 2. किसी ग्रंथ या लेख आदि के विषय का परिचायक शब्द ; रचना नाम 3. टोपी ; साफ़ा ; पगड़ी ; शिरस्त्राण 4. शीर्षक का महत्व क्या है? इसे सुनेंरोकेंशीर्षक संरचना- ‘शीर्षक’ किसी सूचना का मुख्य द्वार होता है। जिस प्रकार किसी भवन को भलीभाँति जानने का पहला माध्यम उसका प्रवेश द्वार उसका आकार-प्रकार, साज सज्जा, शिल्प-सौन्दर्य आदि भवन की आकृति का पर्याप्त परिचय करा देते हैं, उसी प्रकार सूचना के अन्तर्जगत का आभास उसके शीर्षक द्वारा हो जाता है। 1 गद्यांश के लिए उपयुक्त शीर्षक क्या हो सकता है *? इसे सुनेंरोकेंउत्तर-(क) गद्यांश का उचित शीर्षक–’राष्ट्रभाषा हिन्दी’। (ख) किसी भाषा के राष्ट्रभाषा बनने के लिए उसका सबसे अधिक महत्त्वपूर्ण गुण है उसका राष्ट्र में व्यापक होना। शीर्षक कैसे लिखा जाता है?इसे सुनेंरोकेंशीर्षक सदैव सामग्री पर आधारित और उसके केंद्रीय भाव से जुड़ा हुआ होना चाहिए। सार-संक्षेपण लिखने से पहले ही यदि शीर्षक स्पष्ट हो जाए तो विचारों को सार रूप में कागज़ पर उतारने में बहुत सुविधा रहती है। शीर्षक का चुनाव करना किसी चीज़ को जैसे का तैसा रट लेने वाला कार्य नहीं है बल्कि इसका प्रयोग चतुराई के साथ करना चाहिए। शीर्षक कैसे चुने?इसे सुनेंरोकें’शीर्षक’ पहले से तय करने के पश्चात लेख / कहानी लिखते समय उसका ताना बाना उस ‘शीर्षक’ के इर्द गिर्द बुनता जाता है ,जैसे मकड़ी अपने शिकार को पकड़ते ही उसके चारों ओर बड़ी तेजी से अपना जाल बिछा देती है और उसका शिकार उसकी गिरफ्त से छूट नहीं पाता। ‘शीर्षक’ जितना सुरक्षित होता है ,लेख पर उसका असर उतना ही अधिक गहरा होता है । शीर्षक कैसे लिखे? शीर्ष का एक अन्य नाम क्या है? Seersha name meaning in hindi and Religion
समाचार लेखन में शिक्षक का क्या महत्व है?इसे सुनेंरोकेंयह बहुत प्रभावशाली होता है। क्योंकि इसमें वक्ता को अपने अपने क्षेत्र में अभिव्यक्ति का अवसर मिलता है। संपादन का उद्देश्य क्या है?इसे सुनेंरोकेंतात्पर्य यह है कि संपादन के द्वारा किसी भी लेख, पुस्तक या पत्र की सामग्री को उचित अनुपात, रूप, शैली और भाषा में इस प्रकार ढाल दिया जाता है कि वह जिस प्रकार के पाठकों के लिए उद्दिष्ट हो उन्हें वह प्रभावित कर सके, उनकी समझ में आ सके और उनके भावों, विचारों तथा भाषाबोध को परिमार्जित, सशक्त, प्रेरित और प्रबुद्ध कर सके तथा … गद्यांश का उपयुक्त शीर्षक क्या होगा MCQ? इसे सुनेंरोकेंअपठित गद्यांश भाग-3 mcq “सच्चा उत्साह वही होता है जो मनुष्य को कार्य करने के लिए प्रेरणा देता है। मनुष्य किसी भी कारणवश जब किसी के कष्ट को दूर करने का संकल्प करता है, तब जिस सुख को वह अनुभव करता है, वह सुख विशेष रूप से प्रेरणा देनेवाला होता है। आप के अनुसार जूझ कहानी का शीर्षक क्या है? इसे सुनेंरोकें’जूझ’ कहानी के शीर्षक की सार्थकता स्पष्ट कीजिए। यह शीर्षक आत्मकथा के मूल स्वर के रूप में सर्वत्र दिखाई देता है। यह एक किशोर के देखे और भोगे हुए गँवई जीवन के खुरदरे यथार्थ और परिवेश को विश्वसनीय ढंग से प्रतिबिम्बित भी करता है। कथानायक अपने जीवन में शिक्षा प्राप्त करने के लिए कई स्तर पर जूझता है। क्या इस कहानी का कोई और शीर्षक हो सकता है यदि हां तो क्या?आप इस इकाई में क्या सीख सकते हैं
बोलने और सुनने की गतिविधियों के आधार के रूप में चित्रों का उपयोग किस प्रकार करें।
इस कहानी का कोई और शीर्षक देना हो तो आप क्या देना चाहेंगे और क्यों?'माँ मेरी बाट देखती होगी' - नन्ही चिड़िया बार - बार इसी बात को कहती है । आप अपने अनुभव के आधार पर बताइए कि हमारी ज़िंदगी में माँ का क्या महत्त्व है? 6. इस कहानी का कोई और शीर्षक देना हो तो आप क्या देना चाहेंगे और क्यों ?
अगर आपको इस कहानी का शीर्षक रखना हो तो आप क्या रखेगे?यहाँ लेखक का आशावादी व्यक्तित्व सामने आता है। जहाँ तक लेखक ने अपने व्यक्तिगत अनुभवों का वर्णन किया है, लेखक ने धोखा भी खाया है। पर उसका मानना है कि अगर वो इन धोखों को याद रखेगा तो उसके लिए विश्वास करना बेहद कष्टकारी होगा और इसके साथ-साथ ये उन लोगों पर अंगुली उठाएगा जो आज भी ईमानदारी व मनुष्यता के सजीव उदाहरण हैं।
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