Show जब भी आप कांच का इस्तेमाल करते हैं तो आपके दिमाग में भी आता होगा कि आखिर कांच में ऐसा क्या होता है कि जिसकी वजह से इसमें हमारा रिफल्केशन दिखता है.कांच ऐसी चीज है, जिसके सामने आते ही उसका रिफलेक्शन कांच में दिखने लग जाता है. ये तो आपका पता ही है कि आपके जीवन में कांच की कितनी अहमियत है. सुबह उठने से लेकर रात में सोने तक आप कई बार कांच के सामने जाते होंगे. दरअसल, कांच ऐसी चीज है, जिसके सामने आते ही उसका रिफलेक्शन कांच में दिखने लग जाता है. आप कांच में तो बहुत कुछ देखते हैं, लेकिन कभी आपने सोचा है कि आखिर इस कांच में ऐसा क्या होता है कि आपको आपकी शक्ल कांच में दिख जाती है. ऐसे आज हम आपका बताते हैं कि आखिर कांच में ऐसा क्या होता है कि उसमें रिफलेक्शन दिखाई देता है. साथ ही जानेंगे कि आखिर कांच को बनाने का प्रोसेस क्या है और फैक्ट्री में किस तरह बनाया जाता है. जानते हैं इससे जुड़ी हर एक बात… कैसे बनाया जाता है आईना?कांच कई तरह के होते हैं. एक कांच वो होता है, जो पारदर्शी होती है, जो घर के बर्तन, बोतल, खिड़की के ग्लास आदि बनाने के काम आता है. इसी कांच से ही आईना बनाया जाता है. कांच बनाने के लिए बड़े कांच को लेटा कर रोबोटिक सिस्टम के जरिए कन्वेयर बेल्ट तक पहुंचाया जाता है. इसके बाद पानी और ऑक्साइड आदि से इसकी सफाई की जाती है. इसके अलावा इसे साफ करने के लिए गर्म पानी का भी इस्तेमाल किया जाता है. इसके बाद कांच पर कोटिंग की जाती है और सबसे पहले लिक्युफाइड टिन चढ़ाया जाता है, जो कि कांच का पिछला हिस्सा बनता है. इसी वजह कांच पर सिल्वर आसानी से चिपक जाता है. बता दें कि सिल्वर को लिक्विड फोर्म में कांच पर चढ़ाया जाता है. इससें कुछ कैमिकल भी होते हैं, जिससे सादा सा ग्लास भी आइने में कंवर्ट हो जाता है. इसके बाद इसपर कॉपर आदि की डबल कॉटिंग कर दी जाती है, जिससे कांच समय तक चलता रहता है. फिर आइने को ड्रायर में रखा जाता है और 31 डिग्री सेल्सियस तापमान में रखा जाता है. फिर पीछे की तरफ एक पेंट किया जाता है और उसे मशीनों के जरिए सुखाया जाता है. कई कंपनियां डबल कोटिंग भी करती है. इसके बाद डिमांड के हिसाब से इसे काट दिया जाता है और इसमें कई तरह की डिजाइनें भी शामिल हैं. कैसे बनता है कांच?कांच रेत से बनता है. रेत और कुछ अन्य सामग्री को एक भट्टी में 1500 डिग्री सैल्सियस पर पिघलाया जाता है और फिर इस पिघले काँच को उन खांचों में बूंद-बूंद करके उंडेला जाता है, जिससे मनचाही चीज़ बनाई जा सके. बता दें कि कांच का आविष्कार मिस्र या मैसोपोटामिया में लगभग ढाई हज़ार साल ईसा पूर्व हुआ था. शुरु में इसका इस्तेमाल साज-सज्जा के लिए किया गया. फिर ईसा से लगभग डेढ़ हज़ार साल पहले काँच के बर्तन बनने लगे. पहले पीतल आदि का इस्तेमाल किया जाता था. इसके बाद इसमें विकास होता गया और पहली बार साल 1935 में जर्मनी में सिल्वर लेयर वाले कांच का आविष्कार किया गया. आज उसी तरीके से कांच बनाया जाता है. ये भी पढ़ें- अधिकतम कितने साल तक जिंदा रह सकते हैं सांप, जंगल और कैद में रहने वाले सांप की उम्र में होता है बड़ा अंतर काँच हमारे जीवन का एक मुख्य भाग बन चूका है जिसे हम अपने से दूर नहीं कर सकते हैं, काँच का इस्तेमाल हम अलग अलग अलग चीज़ों को बनाने के लिए करते हैं जैसे की सीसा, गाडी, घर, खिड़की, और बिल्डिंग में भी कांच का इस्तेमाल किया जाता है इसके आलावा भी हम कई जगहों पर काँच का इस्तेमाल करते हैं. लेकिन क्या आप जानतें हैं की कांच कैसे बनता है (Kanch Kaise Banta Hai) अगर नहीं जानतें
तो इस आर्टिकल में आप यह जान जाओगे की काँच कैसे बनता है. प्लास्टिक के निर्माण होने से पहले काँच ही एक ऐसा पदार्थ था जिसे हम मन चाहे आकार में परिवर्तित कर सकते थें काँच का इस्तेमाल इलेक्ट्रिक सामानों को बनाने के लिए भी किया जाता है जैसे की मोबाइल और कंप्यूटर की स्क्रीन। तो चलिए जान लेते हैं की काँच या ग्लास कैसे बनता है. यह जानने से पहले की काँच कैसे बनता है आपके के लिए यह जानना जरुरी है की काँच या ग्लास (Glass) दो प्रकार के होते हैं पहला है सामान्य ग्लास और दूसरा है ख़ास उद्देश्य के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला ग्लास. सामान्य काँच का इस्तेमाल घरों में किया जाता है जैसे की काँच के बर्तन और ख़ास उद्देश्य के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले ग्लास से बुलेट प्रूफ ग्लास को बनाया जाता है, अब क्यूंकि 90% चीज़ें सामान्य काँच से ही बनाया जाता है इसलिए हम जानेंगे की सामान्य काँच कैसे बनता है.
काँच का निर्माण रेत से किया जाता है, रेत में मौजूद सिलिका का इस्तेमाल करके ही काँच को बनाया जाता है. लेकिन काँच को बनाने के लिए सामान्य रेत का इस्तेमाल नहीं किया जाता है, इसे बनाने के लिए ऐसे रेत का इस्तेमाल किया जाता है जिसमे 99% सिलिका मौजूद होता है. काँच को बनाने की विधि को निचे बताया गया है. 1. मिक्सिंग (Mixing) : सबसे पहले 75% रेत, 15% सोडा ऐश, और 10% लाइम को आपस में मिलाया जाता है, जिससे एक मिक्सचर तैयार हो जाता है. उसके बाद इस मिक्सचर में पुराने काँच के टुकड़ों को भी मिलाया जाता है. 2. मेल्टिंग (Melting) : जब मिक्सचर बन कर तैयार हो जाता है उसके बाद इसे भट्टी में पिघलाया जाता है, भट्टी के अंदर का तापमान करीब 800-1000 डिग्री सेल्सियस तक होता है. 3. कोल्डिंग (Colding) : जब मिक्सचर को पिघला कर भट्टी में से बाहर निकाला जाता है तो वह तरल रूप में रहता है उसके बाद उसे किसी सांचे पर रखकर ठंडा कर दिया जाता है. 4. काँच (Real Glass) : जब पिघले हुए तरल को ठंडा किया जाता है उसके बाद यह असल काँच के रूप में आने लगता है और इसे जरुरत के हिसाब से किसी भी सांचे में रखकर किसी भी आकार का बनाया जा सकता है. इसी अंतिम चरण में हमें Real काँच मिलता है जिसका इस्तेमाल हम रोज़ाना अपने जीवन में करते हैं. हमें आशा है की यह आर्टिकल पढ़ने के बाद आपके सवाल काँच कैसे बनता है (Kanch Kaise Banta Hai) इसका जवाब आपको मिल गया होगा, अगर आप स्टूडेंट हैं या फिर किसी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं तो आपको यह जानना जरुरी है की काँच कैसे बनता है (Glass Kaise Banta Hai).अगर यह आर्टिकल आपको अच्छा लगा हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करें, आप अपने विचार तथा सुझाव निचे कमेंट में लिखकर हमें बता सकते हो. विकास तिवारी इस ब्लॉग के मुख्य लेखक हैं. इन्होनें कम्प्यूटर साइंस से Engineering किया है और इन्हें Technology, Computer और Mobile के बारे में Knowledge शेयर करना काफी अच्छा लगता है. कांच कौन सी चीज का बनता है?काँच यानी SiO2 जो कि रेत का अभिन्न अंग है। रेत और कुछ अन्य सामग्री को एक भट्टी में लगभग 1500 डिग्री सैल्सियस पर पिघलाया जाता है और फिर इस पिघले काँच को उन खाँचों में बूँद-बूँद करके उड़ेला जाता है जिससे मनचाही चीज़ बनाई जा सके।
कांच किसका मिश्रण होता है?साधारण कांच जिसे सोडा ग्लास या सॉफ्ट ग्लास के रूप में भी जाना जाता है, यह सोडियम सिलिकेट (Na2SiO3), कैल्शियम सिलिकेट (CaSiO3) और सिलिका (SiO2) का मिश्रण होता है।
कांच का गिलास कैसे बनते हैं?काँच का निर्माण रेत से किया जाता है, रेत में मौजूद सिलिका का इस्तेमाल करके ही काँच को बनाया जाता है. लेकिन काँच को बनाने के लिए सामान्य रेत का इस्तेमाल नहीं किया जाता है, इसे बनाने के लिए ऐसे रेत का इस्तेमाल किया जाता है जिसमे 99% सिलिका मौजूद होता है.
शीशा कितने प्रकार के होते हैं?बाजार में काँच के अनेक प्रकार उपलब्ध है। इसके साधारण खिड़की के शीशे से लेकर गोली रोधी कांच के रूप में, विभिन्न अनुप्रयोग होते है।. सोडा काँच या मुलायम काँच - ... . लैड काँँच या फ्लिन्ट काँच - ... . सुदृढ़ (या टेम्पर्ड) काँँच - ... . स्तरित सुरक्षा काँँच - ... . कुचालक काँच -. |