जूरी की पत्नी ने बैलों को नमक हराम क्यों कहा? - jooree kee patnee ne bailon ko namak haraam kyon kaha?

हीरा-मोती दो बार झूरी के घर से वापस आए। दोनों बार झूरी की पत्नी की प्रतिक्रिया अलग-अलग क्यों थी? स्पष्ट कीजिए।

झूरी ने अपने बैलों हीरा और मोती को गया के घर काम के लिए भेजा। हीरा-मोती झूरी से बहुत लगाव रखते थे। वे झूरी को छोड़ कर गया के घर नहीं जाना चाहते थे। गया के साथ वे जैसे-तैसे चले गए पर बेगानापन महसूस होने के कारण वे रात में ही रस्सी पगहे तुड़ाकर चले आए। यह देख झूरी की पत्नी ने उन्हें नमक हराम कहा और उन्हें खली, चूनी-चोकर आदि देना बंद करके सूखा भूसा सामने डाल दिया। दूसरी बार हीरा-मोती कांजीहौस से नीलाम होकर किसी तरह घर पहुँचते हैं तो उनकी दशा देखकर झूरी की पत्नी के मन में उनके प्रति बदलाव आ जाता है। वह बैलों द्वारा सहे कष्ट का अनुमान लगा लिया और उनके माथे चूम लिया। ऐसी प्रतिक्रिया बैलों के द्वारा अपनी स्वतंत्रता के लिए किए गए संघर्ष के कारण थी।

Concept: गद्य (Prose) (Class 9 A)

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लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न.1. ‘दो बैलों की कथा’ में गधे का छोटा भाई किसे कहा गया है और क्यों? 
उत्तर. 

  • गधे का छोटा भाई बैल को कहा गया है जो उससे कम मूर्ख माना जाता है। कुछ लोग बैल को शायद बेवकूफों में सर्वश्रेष्ठ कहते हैं वस्तुतः ऐसा नहीं है, बैल कभी-कभी मारता भी है और अड़ियल बैल भी होते हैं। वे कई रीतियों से अपना असंतोष प्रकट कर देते हैं। 
  • प्रड्डति के अनुसार बैल सीधे रूप में, कम देख-रेख पर भी पूरे समय ईमानदारी से कड़ी मेहनत करता रहता है।

जूरी की पत्नी ने बैलों को नमक हराम क्यों कहा? - jooree kee patnee ne bailon ko namak haraam kyon kaha?

प्रश्न.2. लेखक ने गधे में ऋषियों-मुनियों के किन गुणों की ओर संकेत किया है? ”दो बैलों की कथा“ पाठ के आधार पर लिखिए। अथवा प्रस्तुत कहानी में प्रेमचंद ने गधे की किन स्वभावगत विशेषताओं के आधार पर उसके प्रति रूढ़ अर्थ ‘मूर्ख’ का प्रयोग न कर किस नए अर्थ की ओर संकेत किया है?
उत्तर.
प्रेमचंद ने गधे के लिए सरलता एवं सहनशीलता के नए अर्थ में (स्वभावगत विशेषताएँ) सद्गुणों की ओर संकेत किया है। इनके आधार पर गधों को ऋषि-मुनियों की श्रेणी में रखा है। गधे मूर्ख नहीं सद्गुणों से युक्त हैं जिसकी कद्र नहीं की जाती है पर यह दुःखद बात है।

प्रश्न.3. झूरी दोनों बैलों के साथ कैसा व्यवहार करता था?  
उत्तर. झूरी दोनों बैलों के साथ बहुत अच्छा व्यवहार करता था, वह उन्हें जानवर नहीं वरन् परिवार का सदस्य मानता था। उनके खाने-पीने व स्वास्थ्य के प्रति सचेत था। झूरी उनसे काम भी एक हद तक ही करवाता था।

प्रश्न.4. किन घटनाओं से पता चलता है कि हीरा और मोती में गहरी दोस्ती थी?
उत्तर.

प्रस्तुत कहानी में ऐसी अनेक घटनाएँ हैं जो हीरा-मोती की गहरी दोस्ती को प्रकट करती हैं-

  • दोनों बैल एक-दूसरे की भावनाओं को अच्छी तरह से समझते थे।
  • गाड़ी खींचते समय दोनों यही चाहते थे कि अधिक से अधिक भार उसके कंधों पर रहे।
  • दोनों एक साथ नाँद में मुँह डालते और हटाते थे।
  • विपत्ति का सामना दोनों एक साथ हिम्मत से करते थे। खेत में मटर खाते समय दोनों ने मिलकर साँड का सामना किया।
  • कांजीहौस में भी मोती-हीरा को अकेला छोड़कर नहीं भागा। 
  • गया के घर से भी दोनों बैल एक साथ रस्सियाँ तोड़कर भागे और झूरी के पास वापस आ गए।
  • दोनों बैल कभी-कभी आपस में सींग मिलाकर गहरी दोस्ती वाले मित्रों की तरह धौल-धप्पा भी करते थे।

प्रश्न.5. झूरी की स्त्री के द्वारा बैलों के लिए किए गए ‘नमक हराम’ आक्षेप से झूरी सहमत नहीं था क्यों? सिद्ध करो।
[C.B.S.E. 2010 Term I, Set A2]
उत्तर. झूरी की पत्नी ने बैलों को नमक हराम इसलिए कहा क्योंकि वह दोनों उसके भाई के घर से भाग के वापस अपने घर आ गए थे लेकिन झूरी के पत्नी चाहती थी कि दोनों बैल उसके भाई के घर पर रहे और उनके काम आए लेकिन उसके भाई का व्यवहार बालों के प्रति अच्छा नहीं था इसके वजह से दोनों बैल भाग कर अपने घर आ गया बालों को आया देख पहले जूरी के पत्नी को क्रोध आया लेकिन बाद में बैलों की स्वामी भक्ति को देखकर उन पर स्नेह हुआ।

प्रश्न.6. जब झूरी की स्त्री ने बैलों को अपने यहाँ देखा तो उसकी क्या प्रतिक्रिया हुई? झूरी ने उसका क्या प्रतिवाद किया?
[C.B.S.E. 2010 Term I, Set F2]
उत्तर. जब झूरी की स्त्री ने बैलों को वापस अपने यहाँ देखा तो वह जल उठी और कहा कैसे नमक हराम बैल हैं कि एक दिन भी काम न किया। झूरी इस आक्षेप को सुन न सका और प्रतिवाद करते हुए बोला, ‘‘नमक हराम क्यों? चारा-दाना नहीं दिया तो वे क्या करते’’?

प्रश्न.7. हीरा और मोती ने दूसरी बार गया के घर भेजे जाने का किस प्रकार विरोध किया?
[C.B.S.E. 2012, 10 Term I, Set 37 23 F3]
उत्तर.

  • सबसे पहले मोती ने बैलगाड़ी समेत गया को खाई में गिराना चाहा, परन्तु हीरा ने ऐसा करने से मोती को रोक दिया। जब उनके सामने सूखा चारा डाला गया तो उन्होंने भूसे की ओर देखा तक नहीं। 
  • जब गया ने हीरा की नाक पर डंडे बरसाए तब मोती ने उसके हल, जुआ, जोत आदि सब तोड़ डाले, अन्त में उन्होंने फिर से वहाँ से निकल भागने की योजना बनाई और वे इस योजना में कामयाब रहे।

प्रश्न.8. गया द्वारा बैलों को हल में जोतने पर बैलों ने क्या व्यवहार किया?|
[C.B.S.E. 2010 Term I, Set D1]
उत्तर. दोनों बैलों ने अपने पाँव न उठाने की कसम खायी थी, गया मारते-मारते थक गया। हीरा की नाक पर खूब डंडे बरसाए तो मोती का गुस्सा काबू से बाहर हो गया, वह हल लेकर भागा।

प्रश्न.9. हीरा और मोती गया के घर से क्यों भागे ? भागने में उनकी मदद किसने की?
[C.B.S.E. 2010 Term I, Set D3]
उत्तर. हीरा और मोती गया के घर से इसलिए भागे क्योंकि वह दिन भर कड़ी मेहनत लेता और खाने को सूखा भूसा देता व रोज मारता। भागने में उनकी मदद भैरों की लड़की ने की।

प्रश्न.10. बैलों को किसने और किस प्रकार बचाया?
[C.B.S.E. 2010 Term I, Set A2]
उत्तर. बैलों को भैरों की लड़की ने बचाया। उसने एक रात बैलों का माथा सहलाकर उनकी रस्सियाँ खोल दीं, और वे भाग गए।

प्रश्न.11. छोटी बच्ची को बैलों के प्रति प्रेम क्यों उमड़ आया?
[C.B.S.E. 2012, 10 Term I, Set D3]
उत्तर.

  • छोटी बच्ची की माँ बचपन में ही मर गयी थी। उसकी सौतेली माँ उसके साथ बहुत बुरा बर्ताव करती थी, बात-बात पर मारती थी और भरपेट खाना भी नहीं देती थी।
  • बैलों के साथ भी वैसा ही व्यवहार होते देखकर उसके मन में बैलों के प्रति प्रेम उमड़ आया और वह चुपके-चुपके उन्हें रोटी खिलाने लगी।

प्रश्न.12. (i) कांजीहौस में कौन-से पशु बन्द कर दिए जाते हैं?
(ii) कांजीहौस में कैद पशुओं की हाजिरी क्यों ली जाती होगी?
[C.B.S.E. 210 Term I]
उत्तर. 

  • जो पशु लावारिस घूमते रहते हैं और दूसरों के खेतों में घुसकर उनकी फसलों को नुकसान पहुँचाया करते हैं, उन्हें खेत के मालिक पकड़कर कांजीहौस में बंद करा देते हैं।
  • कांजीहौस का मालिक रजिस्टर में उनका रिकार्ड रखता है। उनकी हाजिरी लेता है ताकि पता चलता रहे कि उनमें से कोई पशु वहाँ से भागा तो नहीं है।

प्रश्न.13. कांजीहौस के अन्दर का दृश्य कैसा था?
[C.B.S.E. 2010 Term I, Set F3]

उत्तर. काँजीहौस में अनेक जानवर बंद थे। वहाँ कई भैंस, बकरियाँ, घोड़े और गधे भी थे। किसी के सामने हरा चारा नहीं था। सब जमीन पर मुरदों की तरह पड़े थे। कई तो इतने कमजोर हो गए थे कि खड़े भी नहीं हो सकते थे।

प्रश्न.14. कांजीहौस में पशुओं के साथ कैसा व्यवहार होता था?
[C.B.S.E. 2010 Term I, Set F3]
उत्तर. कांजीहौस में पशुओं के साथ बहुत ही अमानवीय व्यवहार होता था। वहाँ जानवरों को बाँधकर रखा जाता था। चारा, पानी नहीं मिलता था। वहाँ कई जानवर इतने कमजोर हो गए थे कि वे खड़े भी नहीं हो सकते थे।

प्रश्न.15. आशय स्पष्ट कीजिए-
(i) अवश्य ही उनमें कोई ऐसी गुप्त शक्ति थी, जिससे जीवों में श्रेष्ठता का दावा करने वाला मनुष्य वंचित है।
(ii) उस एक रोटी से उनकी भूख तो क्या शान्त होतीऋ पर दोनों के हृदय को मानो भोजन मिल गया?[C.B.S.E. 2010 Term I, Set A3]
उत्तर.

  • इस पंक्ति के माध्यम से प्रेमचन्द ने बताया है कि हीरा और मोती पशु होकर भी बिना कुछ कहे एक-दूसरे के भाव और विचार समझ लेते थे। उन दोनों के बीच गहरी दोस्ती, प्रेम और घनि×ता थी। इसी के बल पर वे एक-दूसरे के मन की बात जान लेते थे। यही उनकी गुप्त शक्ति थी जो श्रे× जीव होने का दावा करने वाले मनुष्य के पास भी नहीं होती।
  • प्रस्तुत पंक्ति का आशय है कि दुःखी प्राणी को जब प्रेम और सहानुभूति का सहारा मिलता है तो वह अपने दुःख को भूल जाता है। भैंरों की बेटी ने जब भूख से व्याकुल हीरा और मोती को एक रोटी खिलाई तो उस एक रोटी से उनकी भूख तो शान्त नहीं हुई पर उस छोटी-सी बच्ची का अपने प्रति प्रेम और सहानुभूति भरा व्यवहार देखकर उन दोनों बैलों को आत्मिक सन्तुड्ढि मिल गई और उनका मन प्रसन्ना हो गया।

प्रश्न.16. दड़ियल व्यक्ति को देखकर किस अंतर्ज्ञान से दोनों बैलों के दिल काँप गए?
[C.B.S.E. 2010 Term I, Set A2]
उत्तर. दड़ियल व्यक्ति को देखकर अपने अंतर्ज्ञान से दोनों मित्रों के दिल काँप गए, वे समझ गए कि वह कसाई है और उन्हें खरीदकर उनकी चमड़ी बेचने के उद्देश्य से उन्हें टटोल रहा है। वह उन्हें काटने के लिए ले जा रहा है।

प्रश्न.17. जानवरों में भी मानवीय संवेदनाएँ होती हैं ? स्पष्ट कीजिए।
[C.B.S.E. 2010 Term I, Set A1]
उत्तर. बैलों का बार-बार झूरी के पास वापस लौट आना, बालिका के प्रति स्नेहभाव के कारण उसके पिता को नुकसान न पहुँचाना,काँजीहौस से जानवरों को आजाद करना तथा मित्र के लिए विपत्ति में पड़ना इत्यादि घटनाएँ सिद्ध करती हैं कि जानवरों में भी मानवीय संवेदनाएँ होती हैं।

प्रश्न.18. किसान जीवन वाले समाज में पशु और मनुष्य के आपसी सम्बन्धों को कहानी में किस तरह व्यक्त किया गया है? दो कारण लिखिए।
[C.B.S.E. 2012, 11 Term I, Set A2, 023]
उत्तर. 

  • किसान जीवन वाले समाज में पशु और मानव के बहुत घनिष्ठ सम्बन्ध हैं। दोनों एक-दूसरे पर आश्रित हैं। झूरी अपने बैलों को बहुत प्रेम करता है, बैल भी जी जान से उसकी खेती के काम में मन लगाते हैं। झूरी का साला गया उन बैलों को अपने साथ ले जाता है। वह उनसे भरपूर काम करवाता है लेकिन भरपेट भोजन नहीं देता। दोनों बैल उसके व्यवहार से दुःखी होकर अपने मालिक के घर वापस आ जाते हैं और दोनों ही एक-दूसरे को देखकर बहुत प्रसन्ना हो जाते हैं।
  • इससे स्पष्ट होता है कि किसान अपने पशुओं को परिवार के सदस्यों के समान प्रेम करते हैं तो पशु भी जी-जान से उसका काम करते हैं और सदा उनके साथ रहना चाहते हैं। इस प्रकार इस कहानी में पशु और मनुष्यों के आपसी सम्बन्धों पर प्रकाश डाला गया है।

प्रश्न.19. ‘इतना तो हो ही गया कि नौ-दस प्राणियों की जान बच गई। वे सब तो आशीर्वाद देंगे’μमोती के इस कथन के आलोक में उसकी विशेषताएँ बताइए।
उत्तर. 
इस कथन के आलोक में मोती के चरित्र की निम्नलिखित विशेषताएँ प्रकट होती हैं:

  • मोती स्वभाव से दयालु और परोपकारी बैल है। स्वयं कड्ढ सहकर भी वह काँजीहौस में बंद अन्य पशुओं की मदद करता है।वह अन्याय सहन नहीं करता। जब भी गया अथवा कसाई ने उस पर अत्याचार किया उसने डटकर उनका विरोध किया।
  • मोती बहुत ही साहसी बैल है। काँजीहौस की दीवारें तोड़नी हो या साँड का मुकाबला करना हो दोनों ही जगह उसने अपार साहस दिखाया।
  • मोती सच्ची मित्रता निभाना जानता है। वह हीरा की हमेशा मदद करता है। वह उसे काँजीहौस में अकेला छोड़कर नहीं भागा। बदले में पिटाई भी सहन की।

प्रश्न.20. ‘दो बैलों की कथा’ कहानी में बैलों के माध्यम से कौन-कौन से नीति विषयक प्रमुख मूल्य उभरकर आए हैं? (कोई दो)
[C.B.S.E. 2014 Term I, OWO 2BPW & R]


अथवा
‘दो बैलों की कथा’ पाठ में प्रेमचंद ने किन नैतिक मूल्यों का उल्लेख किया है? प्रमुख नैतिक मूल्यों पर प्रकाश डालिए।
[C.B.S.E. 2014 Term I, Set M]

अथवा

दो बैलों की कथा में बैलों के माध्यम से कौन-से नीति विषयक प्रमुख मूल्य उभर कर आए हैं ? उनमें प्रमुख दो का उल्लेख कीजिए। 
उत्तर. 

  • दो बैलों की कथा में नीति विषयक पर जो मूल्य उभर कर सामने आए हैं, वे हैं- भ्रातृत्व भावना, अन्याय, अत्याचार का मिलकर सामना, कमजोर की सहायता, स्वतन्त्रताप्रिय होना, नारी जाति का सम्मान। हीरा, मोती दोनों बैलों की भ्रातृत्व भावना दर्शनीय थी।
  • दोनों मिलकर काम करते, एक-दूसरे की सहायता करते और सदैव इस प्रयास में रहते कि मुझे अपने दूसरे भाई (बैल) से अधिक काम करना है। दोनों स्वतन्त्रताप्रिय थे। कांजीहौस में जब उन्हें बंद कर दिया तो सींगों के प्रहार से उन्होंने दीवार तोड़ दी और वहाँ बंद तमाम जानवरों को आजादी दिलवायी।

प्रश्न.21. दो बैलों की कथा के आधार पर प्रेमचंद के नारी विषयक भावों को स्पष्ट कीजिए। वे इस पाठ में किस रूप में व्यंजित होते हैं ?
[C.B.S.E. 2016 Term I, RK3DB3]
उत्तर. दो बैलों की कथा के आधार पर प्रेमचंद के नारी विषयक भाव इस प्रकार उभर कर सामने आए हैंμनारी जाति का आदर, नारी पर हाथ न उठाना, समानता।

[C.B.S.E. Marking Scheme, 2016]

प्रश्न.22. किसान जीवन वाले समाज में पशु और मनुष्य के आपसी सम्बन्धों को कहानी में किस प्रकार व्यक्त किया गया है ? स्पष्ट कीजिए।

[C.B.S.E. 2015 Term I, 91K 2ZBS]

उत्तर. किसान और पशु दोनों में साथ रहकर आत्मीयता हो जाना स्वाभाविक है। साथ ही एक-दूसरे से अलग हो जाने पर कष्ट की अनुभूति होती है।

[C.B.S.E. Marking Scheme, 2015]

प्रश्न.23. दो बैलों की कथा में हीरा ने क्या अपराध किया था और किस स्थिति में ? बताइए।

[C.B.S.E. 2015 Term I 42UMB1]

उत्तर. हीरा ने जानवरों को कांजीहौस से भगाने में मोती को प्रोत्साहित किया था क्योंकि वह जानवरों की दुर्दशा नहीं देख सकता था।

[C.B.S.E. Marking Scheme, 2015]

प्रश्न.24. सोता पड़ गया का क्या अर्थ है ? दो बैलों की कथा के आधार पर उत्तर दीजिए कि वहाँ पर कब सोता पड़ गया ?

[C.B.S.E. 2016-17 SQP Term I]

उत्तर. सोता पड़ गया का अर्थ है-सो जाना। जब हीरा, मोती झूरी के साले गया के यहाँ थे तब वहाँ रात में सोता पड़ गया अर्थात् सब लोग सो गए।

प्रश्न.25. साँड हीरा-मोती से बचकर क्यों भागा?

[C.B.S.E. 2010 Term I, AGRA-92]

उत्तर. साँड पर हीरा-मोती दोनों ने संगठित होकर हमला किया जिसके लिए वह तैयार न था, इसलिए साँड जख्मी होकर भागा।

प्रश्न.26. दो बैलों की कथा के आधार पर स्पड्ढ कीजिए कि स्वतंत्रता सहज ही नहीं मिलती उसके लिए संघर्ष करना पड़ता है।

[C.B.S.E. 2010 AGRA-92]

उत्तर. बैलों का गया के घर से भागना, साँड से लड़ाई, काँजीहौस में हफ्तों भूखे रहकर संघर्ष करना, भागने का प्रयास असफल होना, नीलाम होने के बाद मालिक के हाथ से निकल भागना तथा स्थान-स्थान पर मार खाना सिद्ध करता है कि स्वतंत्रता के लिए संघर्ष करना पड़ता है।

आप दो बैलों की कथा पाठ को इस वीडियो की मदद से पढ़ सकते हैं।