2018 में, विश्व में कच्चे इस्पात का कुल उत्पादन 1808.6 मिलियन टन (१,८०,८६,००,००० टन) था। वर्तमान में चीन सबसे बड़ा इस्पात उत्पादक देश है, जिसका 2018 में विश्व इस्पात उत्पादन का 51.3% हिस्सा रहा।[1] 2008, 2009, 2015 और 2016 में वैश्विक मंदी के परिणामस्वरूप इस्पात उत्पादक देशों के अधिकांश हिस्सों में उत्पादन घट गया। 2010 और 2018 में यह फिर से बढ़ने लगा। Show
इस्पात उत्पादन के आधार पर देशों की सूची[संपादित करें]यह विश्व इस्पात संघ द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के आधार पर 1967, 1980, 1990, 2000 और 2007 से 2018 तक इस्पात उत्पादन के आधार पर देशों की सूची है।[2][3][4][5][6][7] कम से कम 2 मिलियन मीट्रिक टन (२० लाख टन) कच्चे इस्पात के वार्षिक उत्पादन वाले सभी देशों को सूचीबद्ध किया गया है।
निर्यात[संपादित करें]निवल(शुद्ध) = निर्यात - आयात
आयात[संपादित करें]निवल(शुद्ध) = आयात − निर्यात
ये भी देखें[संपादित करें]
सन्दर्भ[संपादित करें]
बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]
इस्पात के उत्पादन में भारत का कौन सा स्थान है?भारत ने इस अवधि में 31.9 मिलियन टन उत्पादन कर, पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 5.9 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है । मार्च 2022 में 10.9 मिलियन टन उत्पादन के साथ वृद्धि की दर 4.4 प्रतिशत है । 10 देशों में केवल ब्राजील एक और देश है जिसने मार्च माह में वृद्धि दर्ज की है ।
विश्व का सबसे बड़ा इस्पात उत्पादक देश कौन सा है?वर्तमान में चीन सबसे बड़ा इस्पात उत्पादक देश है, जिसका 2018 में विश्व इस्पात उत्पादन का 51.3% हिस्सा रहा।
विश्व में सर्वाधिक उत्पादक देश कौन सा है?एशिया में विश्व का सर्वाधिक टिन अयस्क उत्पादन करने वाला देश चीन है।
लौह एवं इस्पात के उत्पादन में भारत का विश्व में कौन सा स्थान है?भारत 2019 में 111.2 मिलियन टन (MT) उत्पादन के साथ विश्व का दूसरा सबसे बड़ा इस्पात उत्पादक है। चीन विश्व के इस्पात उत्पादन में 51% हिस्सेदारी के साथ अग्रणी है। भारतीय इस्पात क्षेत्र में वृद्धि लौह अयस्क और लागत प्रभावी श्रम जैसे कच्चे माल की घरेलू उपलब्धता से प्रेरित है।
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