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जीवन मंत्र डेस्क. भगवान हनुमान को शक्ति का प्रतीक माना जाता है। हनुमान एक ऐसे देवता हैं, जिनका मंदिर हर स्थान पर आसानी से मिल जाता है। कलियुग में सबसे ज्यादा भगवान शंकर के ग्यारहवें रुद्र अवतार श्रीहनुमानजी को ही पूजा जाता है। इसीलिए, हनुमानजी को कलियुग का जीवंत देवता भी माना जाता है। आज हम हम आपको कुछ विशेष मंदिरों के बारे में बता रहे हैं। 1.
हनुमान मंदिर, इलाहबाद (उत्तर प्रदेश) 2. हनुमानगढ़ी, अयोध्या 3. सालासर हनुमान मंदिर, सालासर(राजस्थान) 4.
हनुमान धारा, चित्रकूट 5. श्री संकटमोचन मंदिर, वाराणसी (उत्तर प्रदेश) 6. भेट-द्वारका, गुजरात 7. बालाजी हनुमान मंदिर,
मेहंदीपुर (राजस्थान) 8. डुल्या मारुति, पूना (महाराष्ट्र) 9. श्री कष्टभंजन हनुमान मंदिर, सारंगपुर (गुजरात) 10. हंपी, कर्नाटक हनुमान जी का वास्तविक नाम क्या है?* बहुत कम लोग जानते हैं कि हनुमान जी के बचपन का नाम मारुति था, जो दरअसल उनका सबसे पहला व असली नाम था। * देवी अंजना के पुत्र होने से इन्हें अंजनी पुत्र व आंजनेय भी कहा जाता है। तो वही पिता केसरी के नाम से भी इन्हें जाना जाता हैं।
हनुमान जी की सवारी क्या है?आप जानते हैं हनुमान जी की सवारी ऊंट है। इस मंदिर में हनुमान जी की पूजा उनकी पत्नी के साथ होती है।
हनुमान जी के पैर के नीचे कौन है?हनुमानजी के पैर तले स्त्री रूप में विराजे हैं शनिदेव | हनुमानजी के पैर तले स्त्री रूप में विराजे हैं शनिदेव - Dainik Bhaskar.
हनुमान जी का दूसरा नाम क्या है?भगवान श्रीराम के परमभक्त(संस्कृत: हनुमान्, आंजनेय और मारुति के नाम से भी जानते है।)
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