होमो लगभग २५ लाख वर्ष पहले ध्रुवीय हिमाच्छादन से जब पृथ्वी के बड़े-बड़े भाग बर्फ से ढक गए तो जलवायु तथा वनस्पति की स्थिति में भारी परिवर्तन आए ' जंगल कम हो गए तथा जंगलों में रहने के अभ्यस्त आस्ट्रेलोपिथिक्स के प्रारंभिक स्वरुप लुप्त होते गए तथा उनके स्थान पर उनकी दूसरी प्रजातियों का उद्भव हुआ जिनमें होमो के सबसे पुराने प्रतिनिधि सम्मिलित थे ' होमो की प्रजातियां[संपादित करें]होमो लैटिन भाषा का एक शब्द है जिसका अर्थ है- "आदमी" ' वैज्ञानिकों होमो हैबिलिस (औजार बनाने वाले) , होमो इरेक्टस (सीधे खड़े होकर पैरों के बल चलने वाले) और होमो सेपियन्स (प्रज्ञा या चिंतनशील मनुष्य) नामक विभिन्न प्रजातिययों में बांटा है ' होमो हैबिलिस के जीवाश्म इथियोपिया में ओमो और तंजानिया में ओल्दुवई गोर्ज से [1] प्राप्त हुए हैं ' होमो इरेक्टस जीवाश्म अफ्रीका तथा एशिया दोनों महाद्वीपों में पाए गए हैं ' यूरोप में मिले [2] सबसे पुराने जीवाश्म होमो हाइडलबर्गेसिस तथा [3]होमोनिअंडरथलैसिस के है ' ये दोनों ही होमो सेपियन्स प्रजाति के [4] है ' सन्दर्भ[संपादित करें]
होमो सेपियन्स (लातिन: Homo sapiens)/आधुनिक मानव/व्यक्ति स्तनपायी सर्वाहारी प्रधान जंतुओं की एक जाति, जो बात करने, अमूर्त्त सोचने, ऊर्ध्व चलने तथा परिश्रम के साधन बनाने योग्य है। मनुष्य की तात्विक प्रवीणताएँ हैं: तापीय संसाधन के द्वारा खाना बनाना और कपडों का उपयोग। मनुष्य प्राणी जगत का सर्वाधिक विकसित[when defined as?] जीव है। जैव विवर्तन के फलस्वरूप मनुष्य ने जीव के सर्वोत्तम गुणों[when defined as?] को पाया है। मनुष्य अपने साथ-साथ प्राकृतिक परिवेश को भी अपने अनुकूल बनाने की क्षमता रखता है। अपने इसी गुण के कारण हम मनुष्यों नें प्रकृति के साथ काफी खिलवाड़ किया है। आधुनिक मानव अफ़्रीका में 2 लाख साल पहले , सबके पूर्वज अफ़्रीकी थे।[2][3] होमो इरेक्टस के बाद विकास दो शाखाओं में विभक्त हो गया। पहली शाखा का निएंडरथल मानव में अंत हो गया[4] और दूसरी शाखा क्रोमैग्नॉन मानव अवस्था से गुजरकर वर्तमान मनुष्य तक पहुंच पाई है। संपूर्ण मानव विकास मस्तिष्क की वृद्धि पर ही केंद्रित है। यद्यपि मस्तिष्क की वृद्धि स्तनी वर्ग के अन्य बहुत से जंतुसमूहों में भी हुई, तथापि कुछ अज्ञात कारणों से यह वृद्धि प्राइमेटों में सबसे अधिक हुई। संभवत: उनका वृक्षीय जीवन मस्तिष्क की वृद्धि के अन्य कारणों में से एक हो सकता है।[5] [6] इन्हें भी देखें[संपादित करें]
सन्दर्भ[संपादित करें]
बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]
होमो से क्या तात्पर्य है?होमो सेपियन्स (लातिन: Homo sapiens)/आधुनिक मानव/व्यक्ति स्तनपायी सर्वाहारी प्रधान जंतुओं की एक जाति, जो बात करने, अमूर्त्त सोचने, ऊर्ध्व चलने तथा परिश्रम के साधन बनाने योग्य है। मनुष्य की तात्विक प्रवीणताएँ हैं: तापीय संसाधन के द्वारा खाना बनाना और कपडों का उपयोग। मनुष्य प्राणी जगत का सर्वाधिक विकसित जीव है।
होमो से आपका क्या तात्पर्य है इसकी प्रजातियों को कैसे विभाजित किया गया है?होमो सेपियंस जोकि आधुनिक मानव कहलाता है, चिन्तनशील या प्राज्ञ प्राणी है। होमो सेपियंस 1.9 लाख वर्ष से 1.6 लाख वर्ष पूर्व के हैं।. (क) होमो हैबिलिस (Homo Habilis)-औजार बनाने वाला मानव।. (ख) होमो एरेक्टस (Homo Erectus)-सीधे खड़े होकर चलने वाला मानव।. (ग) होमो सेपियंस (Homo Sapiens)-चिंतनशील, प्राज्ञ या आधुनिक मानव।. होमो सेपियंस से क्या आता है?यह प्रजाति 2,60,000-3,50,000 साल पहले दक्षिणी अफ्रीका में पनपी और इसका नाम था होमो सेपियंस। आधुनिक मानव इसी प्रजाति से ताल्लुक रखता है। ये मानव अफ्रीका से निकलकर दुनियाभर में फैल गए और छठी विलुप्ति का कारण बने। करीब 40 हजार साल पहले हिमयुग के स्तनधारियों की समाप्ति से वर्षा वनों के नष्ट होने के बाद इसकी शुरुआत हुई थी।
होमो हैबिलिस का दूसरा नाम क्या है?इस मानव-जाति जीवाश्म को होमो इरेक्टस की उपजाति मानकर इसे होमो इरेक्टस मॉरीटैनिकस का नाम दिया गया, क्योंकि इसके अनेक लक्षण जावा कपि मानव एवं पेकिंग मानव के समान थे।
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