घर में धन लाने के लिए क्या उपाय करें? - ghar mein dhan laane ke lie kya upaay karen?

जिन व्यक्तियों को लाख प्रयत्न करने पर भी धन संबंधित परेशानियां दूर नहीं हो रही है और यदि आप तनाव, परेशानी या आर्थिक समस्याओं का सामना कर रहे हैं तो घबराए नहीं, यहां आपके लिए एकदम सरल उपाय दिए जा रहे हैं।

आप अपनी सुविधा से किसी एक को भी अपना सकते हैं। आप बस उनका नियमित उसका पालन करेंगे तो कुछ ही दिन में आपकी समस्या का हल निकल जाएगा और धन आगमन के नए रास्ते खुल जाएंगे।

एकदम सरल
उपाय
:

1. प्रतिदिन शिवलिंग पर जल, बिलपत्र और अक्षत (चावल) चढ़ाएं।

2. महालक्ष्मी और श्री विष्णु की पूजा करें।

3. शाम को किसी भी नजदीकी मंदिर में दीपक लगाएं।

4. पूर्णिमा को चंद्र का पूजन करें।

5. श्रीसूक्त का पाठ करें।

6. श्री लक्ष्मीसूक्त का पाठ करें।

7. कनकधारा स्तोत्र का पाठ करें।

8. किसी की बुराई करने से बचें।

9. पूर्णत: धार्मिक आचरण बनाएं रखें।

10. घर में साफ-सफाई बनाएं रखें इससे धन स्थाई रूप से आपके घर में रहेगा।

11. सप्ताह का कोई भी 1 व्रत करें। सोमवार करेंगे तो धन के कारक चंद्रमा प्रसन्न होंगे। मंगल करेंगे तो बजरंगबली, बुध करेंगे तो श्री गणेश, गुरु करेंगे तो विष्णु जी, शुक्र करेंगे तो मां लक्ष्मी, शनि करेंगे तो शनि देव, रविवार करेंगे तो सूर्य प्रसन्न होकर धन, सुख और सौभाग्य का वरदान देंगे।


12. अनामिका उंगली में सोने, चांदी और तांबे से बनी अंगूठी पहनें।

धन प्राप्ति के उपाय: घर में कभी नहीं होगी पैसे की किल्लत, लक्ष्मीजी की रहेगी कृपा  

अनीता जैन ,वास्तुविद Published by: विनोद शुक्ला Updated Sun, 03 Oct 2021 10:21 AM IST

आप धन कमाने के लिए खूब मेहनत करते हैं,परंतु कई बार ऐसा होता है कि काफी कोशिशों के बाद भी आप पैसा बचा नहीं पाते हैं। यदि आप भी धन संबंधी समस्याओं को लेकर चिंतित रहते हैं तो इसका कारण आपके घर में मौजूद वास्तुदोष हो सकता है। इस दोष के निवारण और धन एवं समृद्धि के लिए वास्तुशास्त्र में कुछ आसान उपाय ऐसे बताए गए हैं जिससे धन एवं सुख में बाधक नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव दूर जाता है और धन की देवी मां लक्ष्मी की कृपा आप पर बनी रहती है।

स्वास्तिक
यदि आपको अपने कारोबार में घाटा हो रहा है, तो इसके लिए आपको अपने कार्यस्थल के ईशान कोण में लगातार 7 गुरुवार को वहां पर सूखी हल्दी से स्वास्तिक का चिन्ह बनाने से व्यापार में फायदा होगा। इसी प्रकार उत्तर दिशा में हल्दी का स्वास्तिक चिन्ह बनाने से आपको अपने कार्य में सफलता मिलती है। स्वास्तिक वास्तुदोष निवारण के लिए एक अच्छा उपाय है क्योंकि इसकी चारों भुजाएं चारों दिशाओं की प्रतीक होती हैं और इसीलिए इस चिन्ह को बना कर चारों दिशाओं को एक समान शुद्ध किया जा सकता है। यदि आपके घर में मुख्यद्वार के आस-पास किसी प्रकार का कोई वास्तुदोष है तो यहां की नकारात्मक ऊर्जा को समाप्त करने के लिए आपको 9 इंच लंबा और चौड़ा सिंदूर से दरवाजे पर स्वास्तिक का चिन्ह बनाना चाहिए। इसकी जगह आप अष्टधातु या तांबे का स्वास्तिक भी यहाँ लगा सकते हैं।

गणेशजी
गणेशजी यूं तो हर रूप में मंगलकारी हैं। लेकिन धन और सुख में बाधा को दूर करने के लिए नृत्य करती हुई गणेश जी की प्रतिमा घर में रखना बहुत ही शुभ होता है। गणेश जी की ऐसी प्रतिमा को इस प्रकार रखना चाहिए कि घर के सभी सदस्यों की दृष्टि इन पर बार-बार पड़े। प्रतिमा नहीं होने पर तस्वीर भी लगा सकते हैं,पर इनका मुख दक्षिण दिशा की ओर नहीं हो।

कुबेर और लक्ष्मीजी
देवी लक्ष्मी की तस्वीर या मूर्ति आपके घर में जरूर होगी लेकिन धन में वृद्धि के लिए लक्ष्मी के साथ घर में कुबेर की मूर्ति या तस्वीर रखना आवश्यक माना गया है। मां लक्ष्मी धन और सौभाग्य देती हैं, वहीं आय के नए अवसर देवता कुबेर प्रदान करते हैं। इसलिए धन प्राप्ति के लिए दोनों एक दूसरे के पूरक माने जाते हैं। कुबेर उत्तर दिशा के स्वामी हैं इसलिए इन्हें हमेशा उत्तर दिशा में ही रखें।

नारियल
हिन्दू धर्म में नारियल को श्रीफल कहा गया है। श्री का अर्थ होता है लक्ष्मी इसलिए नारियल को देवी लक्ष्मी का स्वरूप माना गया है। इनमें एकाक्षी नारियल बहुत ही शुभ होता है। जिस घर में एकाक्षी नारियल की नियमित पूजा होती है वहां नकारात्मक शक्तियां नहीं ठहरती,माँ लक्ष्मी की कृपा के साथ, घर में खुशहाली बनी रहती है।

शंख
वास्तु विज्ञान के अनुसार शंख में घर का वास्तु दोष दूर करने की अद्भुत क्षमता है। जहां नियमित रूप से शंख का घोष होता वहां के आस-पास की हवा भी शुद्ध और सकारात्मक हो जाती है। शास्त्रों में कहा गया है जिन घरों में देवी लक्ष्मी के हाथों में शोभा पाने वाला दक्षिणवर्ती शंख होता है वहां लक्ष्मी स्वयं निवास करती हैं। ऐसे घर में धन संबंधी परेशानी कभी नहीं आती है। शंख में चावल भरकर लाल कपड़े में लपेटकर या इसमें शुद्ध जल भरकर पूजा स्थान में रखना चाहिए और नियमित इसकी पूजा करनी चाहिए।

धन प्राप्ति के लिए हर व्यक्ति भरपूर प्रयास करता है। कई बार मेहनत करने पर भी मनचाहा धन हाथ नहीं आता। ज्योतिषशास्त्री कहते हैं की यदि प्रतिदिन 7 दिन तक 7 उपाय करेंगे तो आप

धन प्राप्ति के लिए हर व्यक्ति भरपूर प्रयास करता है। कई बार मेहनत करने पर भी मनचाहा धन हाथ नहीं आता। ज्योतिषशास्त्री कहते हैं की यदि प्रतिदिन 7 दिन तक 7 उपाय करेंगे तो आप मालामाल बन सकते हैं। घर में तुलसी का पौधा जरूर रोपित करें। इसे उत्तर, पूर्व या उत्तर-पूर्वी दिशा में लगाएं या फिर घर के सामने भी लगा सकते हैं। पारंपरिक ढंग के बने मकानों में रहने वाले ज्यादा सुखी और शांत रहते थे। तुलसी दर्शन करने पर समस्त पापों का नाश होता है, स्पर्श करने पर शरीर पवित्र होता है, प्रणाम करने पर रोगों का निवारण करती है, जल से सींचने पर यमराज को भी भय पहुंचाती है, तुलसी का पौधा लगाने से जातक भगवान के समीप आता है। तुलसी को भगवद चरणों में चढ़ाने पर मोक्ष रूपी फल प्राप्त होता है। 


घर के मुख्यद्वार पर हर शनिवार शाम के समय सरसों के तेल का दीपक जलाएं। संभव हो तो पीपल पर भी लगाएं और तीन परिक्रमा करें।


मंदिर में जब भी दीपक जलाएं तो उसमें कुछ कलावा डालें, ये लक्ष्‍मी को अपनी ओर आकर्षित करता है। 


प्रतिदिन अपनी क्षमता अनुसार किसी जरूरतमंद को दान दें।

और ये भी पढ़े

  • घर में धन लाने के लिए क्या उपाय करें? - ghar mein dhan laane ke lie kya upaay karen?

    आपके रिश्ते में भी गुम हो रहा है प्यार तो लाइफ में लाएं नयापन

  • घर में धन लाने के लिए क्या उपाय करें? - ghar mein dhan laane ke lie kya upaay karen?

    Religious Context: जिस घर में रहते हैं ये पुरुष, लक्ष्मी कभी नहीं छोड़ती वहां अपना बसेरा

  • घर में धन लाने के लिए क्या उपाय करें? - ghar mein dhan laane ke lie kya upaay karen?

    Saturn transit in Aquarius : शनि देव का कुंभ राशि में गोचर, मेष राशि वालों का भरेगा खजाना


घर और कार्य स्थल पर मंगलवार, शनिवार अथवा बृहस्पतिवार को उपलों पर लोबान और गुगल रखकर जलाएं। इसे चारों ओर घुमा दें, ऐसा करने से नकारात्मकता खत्म होगी और सकारात्मकता स्थिर तौर पर निवास करेगी।


सैलरी आने पर सबसे पहले कुछ पैसा निकालकर पूजा घर में रखें। 


मां लक्ष्‍मी को सफेद रंग के मिष्ठान बहुत प्रिय हैं, शुक्रवार को उन्हें सफेद मिठाई का भोग अवश्य लगाएं।


प्रतिदिन करें श्री लक्ष्मी स्तव का ये पाठ, बनेंगे करोड़पति

नमस्तेस्तु महामाये श्रीपीठे सुरपूजिते ।
शङ्खचक्रगदाहस्ते महालक्ष्मि नमोस्तुते ॥1॥

अर्थात : इन्द्र बोले- श्रीपीठपर स्थित और देवताओं से पूजित होने वाली हे महामाये।तुम्हें नमस्कार है। हाथ में शंख, चक्र और गदा धारण करने वाली हे महालक्ष्मी! तुम्हें प्रणाम है।

नमस्ते गरुडारूढे कोलासुरभयङ्करि ।
सर्वपापहरे देवि महालक्ष्मि नमोस्तुते ॥2॥

अर्थात : गरुड़पर आरूढ़ हो कोलासुर को भय देने वाली और समस्त पापों को हरने वाली हे भगवति महालक्ष्मी! तुम्हें प्रणाम है।

सर्वज्ञे सर्ववरदे सर्वदुष्टभयङ्करि ।
सर्वदुःखहरे देवि महालक्ष्मि नमोस्तुते ॥3॥

अर्थात : सब कुछ जानने वाली, सबको वर देने वाली, समस्त दुष्टों को भय देने वाली और सबके दु:खों को दूर करने वाली, हे देवि महालक्ष्मी! तुम्हें नमस्कार है।

सिद्धिबुद्धिप्रदे देवि भुक्तिमुक्तिप्रदायिनि ।
मंत्रपूते सदा देवि महालक्ष्मि नमोस्तुते ॥4॥
अर्थात : सिद्धि, बुद्धि, भोग और मोक्ष देने वाली हे मन्त्रपूत भगवति महालक्ष्मी! तुम्हें सदा प्रणाम है।

आद्यन्तरहिते देवि आद्यशक्तिमहेश्वरि ।
योगजे योगसम्भूते महालक्ष्मि नमोस्तुते ॥5॥

अर्थात : हे देवि! हे आदि-अन्त-रहित आदिशक्ते ! हे महेश्वरि! हे योग से प्रकट हुई भगवति महालक्ष्मी! तुम्हें नमस्कार है।

स्थूलसूक्ष्ममहारौद्रे महाशक्तिमहोदरे ।
महापापहरे देवि महालक्ष्मि नमोस्तुते ॥6॥

अर्थात : हे देवि! तुम स्थूल, सूक्ष्म एवं महारौद्ररूपिणी हो, महाशक्ति हो, महोदरा हो और बड़े-बड़े पापों का नाश करने वाली हो। हे देवि महालक्ष्मी! तुम्हें नमस्कार है।

पद्मासनस्थिते देवि परब्रह्मस्वरूपिणि ।
परमेशि जगन्मातर्महालक्ष्मि नमोस्तुते ॥7॥

अर्थात : हे कमल के आसन पर विराजमान परब्रह्मस्वरूपिणी देवि! हे परमेश्वरि! हे जगदम्ब! हे महालक्ष्मी! तुम्हें मेरा प्रणाम है।

श्वेताम्बरधरे देवि नानालङ्कारभूषिते ।
जगत्स्थिते जगन्मातर्महालक्ष्मि नमोस्तुते ॥8॥

अर्थात : हे देवि तुम श्वेत वस्त्र धारण करने वाली और नाना प्रकार के आभूषणों से विभूषिता हो। सम्पूर्ण जगत् में व्याप्त एवं अखिल लोक को जन्म देने वाली हो। हे महालक्ष्मी! तुम्हें मेरा प्रणाम है।

महालक्ष्म्यष्टकं स्तोत्रं यः पठेद्भक्तिमान्नरः ।
सर्वसिद्धिमवाप्नोति राज्यं प्राप्नोति सर्वदा ॥9॥

अर्थात : जो मनुष्य भक्ति युक्त होकर इस महालक्ष्म्यष्टक स्तोत्र का सदा पाठ करता है, वह सारी सिद्धियों और राज्यवैभव को प्राप्त कर सकता है।

एककाले पठेन्नित्यं महापापविनाशनम् ।
द्विकालं यः पठेन्नित्यं धनधान्यसमन्वितः ॥10॥

अर्थात : जो प्रतिदिन एक समय पाठ करता है, उसके बडे-बडे पापों का नाश हो जाता है। जो दो समय पाठ करता है, वह धन-धान्य से सम्पन्न होता है।

त्रिकालं यः पठेन्नित्यं महाशत्रुविनाशनम् ।
महालक्ष्मिर्भवेन्नित्यं प्रसन्ना वरदा शुभा ॥11॥

अर्थात : जो प्रतिदिन तीन काल पाठ करता है उसके शत्रुओं का नाश हो जाता है और उसके ऊपर कल्याणकारिणी वरदायिनी महालक्ष्मी सदा ही प्रसन्न होती हैं।

घर में धन की कमी हो तो क्या करें?

एकदम सरल उपाय :.
प्रतिदिन शिवलिंग पर जल, बिलपत्र और अक्षत (चावल) चढ़ाएं।.
महालक्ष्मी और श्री विष्णु की पूजा करें।.
शाम को किसी भी नजदीकी मंदिर में दीपक लगाएं।.
पूर्णिमा को चंद्र का पूजन करें।.
श्रीसूक्त का पाठ करें।.
श्री लक्ष्मीसूक्त का पाठ करें।.
कनकधारा स्तोत्र का पाठ करें।.
किसी की बुराई करने से बचें।.

अचानक धन प्राप्ति के लिए कौन सा उपाय करें?

अगर आप अचानक धन लाभ पाना चाहते हैं तो हर रविवार की रात सोने से पहले अपने पास दूध रख लें, ध्यान रहे कि दूध गिरे ना। फिर सुबह उठकर यानी सोमवार को स्नान के बाद उस दूध को बबूल के पेड़ की जड़ में डाल दें। ऐसा करने से आपको अचानक धन लाभ होगा और बिगड़े काम भी बनने लगेंगे।

घर में कौन सी चीज रखने से बरकत होती है?

इन 6 चीजों का दर्शन बहुत ही शुभ फलदायी, घर में रखने से होती है....
1/7. 6 चीजें जो आपके घर को खुशियों से भर देती हैं ... .
2/7. मोर पंख ... .
3/7. पारद शिवलिंग ... .
4/7. श्रीयंत्र ... .
ऐसी और तस्वीरें देखेंडाउनलोड ऐप.
5/7. दक्षिणावर्ती शंख ... .
6/7. तुलसी ... .
7/7. नृत्य गणपति.

घर में धन की वर्षा कैसे होती है?

घर में धन की वर्षा कैसे हो सकती है? श्रीसूक्त का पाठ करने से घर की आर्थिक तंगी दूर हो जाती है. रोजाना श्री सूक्त का पाठ करने से घर में मां लक्ष्मी का वास होता है. लक्ष्मी सूक्त का पाठ करने से भी मां लक्ष्मी का घर में वास होता है, इससे घर की दरिद्रता दूर होती है घर में धन वर्षा होती है.