गति में परिवर्तन की दर को क्या कहते हैं? - gati mein parivartan kee dar ko kya kahate hain?

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SSC CGL Memory Based Test (1st Dec 2022 Shift 1)

100 Questions 200 Marks 60 Mins

Last updated on Nov 16, 2022

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गति में परिवर्तन की दर को क्या कहते हैं? - gati mein parivartan kee dar ko kya kahate hain?

किसी ग्रह के चारो ओर उसके किसी उपग्रह की गति; इसमें ग्रह के ताक्षणिक वेग और त्वरण की दिशा पर ध्यान दीजिये।

गति में परिवर्तन की दर को क्या कहते हैं? - gati mein parivartan kee dar ko kya kahate hain?

स्प्रिंग द्वारा लटका द्रव्यमान सरल आवर्त गति कर रहा है

गति में परिवर्तन की दर को क्या कहते हैं? - gati mein parivartan kee dar ko kya kahate hain?

यदि कोई वस्तु अन्य वस्तुओं की तुलना में समय के सापेक्ष में स्थान परिवर्तन करती है, तो वस्तु की इस अवस्था को गति (motion/मोशन) कहा जाता है।

सामान्य शब्दों में गति का अर्थ - वस्तु की स्थिति में परिवर्तन गति कहलाती है।

गति (Motion)= यदि कोई वस्तु अपनी स्थिति अपने चारों ओर कि वस्तुओं की अपेक्षा बदलती रहती है तो वस्तु की इस स्थिति को गति कहते है। जैसे- नदी में चलती हुई नाव, वायु में उडता हुआ वायुयान आदि।

परिभाषाएँ[संपादित करें]

दूरी (distance): किसी दिए गए समयान्तराल में वस्तु द्वारा तय किए गए मार्ग की लंबाई को दूरी कहते हैं। यह एक अदिश राशि है। यह सदैव धनात्मक (+ve) होती हैं।

विस्थापन (displacement): एक निश्चित दिशा में दो बिन्दुओं के बीच की लंबवत दूरी को विस्थापन कहते है। यह सदिश राशि है। इसका S.I. मात्रक मीटर है। विस्थापन धनात्मक, ऋणात्मक और शून्य कुछ भी हो सकता है।

चाल (speed): किसी वस्तु के दूरी की दर को चाल कहते हैं। अथार्त चाल = दूरी / समय यह एक अदिश राशि है। इसका S.I. मात्रक मीटर/सेकंड है।

वेग (velocity ): किसी वस्तु के विस्थापन की दर को या एक निश्चित दिशा में प्रति सेकंड वस्तु द्वारा तय की विस्थापन को वेग कहते हैं। यह एक सदिश राशि है। इसका S.I. मात्रक मीटर/सेकंड है। संवेग(momentum): किसी वस्तु के द्रव्यमान और वेग का गुणनफल उस वस्तु का संवेग कहलाता है।

संवेग = वेग × द्रव्यमानSI मात्रक- किग्रा × मी/से

त्वरण (acceleration): किसी वस्तु के वेग में परिवर्तन की दर को त्वरण कहते हैं। इसका S.I. मात्रक मी/से2 है। यदि समय के साथ वस्तु का वेग घटता है तो त्वरण ऋणात्मक होता है, जिसे मंदन (retardation ) कहते हैं।

गति के प्रकार

(१) रैखिक गति- जब कोई वस्तु किसी सरल या वर्क रेखा पर गति करती है, तो इस प्रकार की गति को रैखिक गति कहते है!

(२) वृतीय गति- जब कोई वस्तु किसी वृताकार पथ पर गतिमान हो तो, इस प्रकार की गति को वृतीय गति कहते है!

(३) दोलनी गति- जब कोई वस्तु किसी निश्चित बिंदु के आगे-पीछे या ऊपर-नीचे गति करती है, तो इस प्रकार की गति को दोलनी गति कहते हैं!

(४) आवर्त गति- वैसी गति जिसमे कोई कण किसी निश्चित समय अंतराल के बाद दुहरावे, तो इस प्रकार की गति को आवर्त गति कहते है!

(५) अनियमित गति- जब कोई वस्तु अपनी गति की दिशा अनियमत रूप से परिवर्तित करती रहती है, तो इस प्रकार की गति को अनियमित गति कहते हैं!

(६) घूर्णन गति- वैसी गति जिसमे कोई कण किसी बिंदु के चारो ओर बिना स्थान परिवर्तन के घूमता हो, तो उस प्रकार की गति को घूर्णन गति कहते हैं!

सन्दर्भ[संपादित करें]

इन्हें भी देखें[संपादित करें]

  • गति विज्ञान
  • गति के समीकरण
  • गति के नियम
  • गतिकीय तन्त्र

बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]

  • गति और गति के प्रकार

अरे दोस्तों इस प्रश्न में दिया है वह एक परिवर्तन की दर को क्या कहते हैं वहीं में परिवर्तन की दर को जो वेग में परिवर्तन किधर है उसे हम दिल्ली में ड्यूटी भी लिख सकते हैं अर्थात इसे वेग में परिवर्तन बटा समय अंतराल इस प्रकार से हम यहां पर लिख सकते हैं तथा जो वेग में परिवर्तन की दर जो होता है वह वेग में परिवर्तन और समय अंतराल के अनुपात के बराबर होता है तो इसे हम तुरंत कहते हैं जो वेग में परिवर्तन किधर है उसे तुरंत कहते हैं कि कि यह समय के सापेक्ष इसके किसी वस्तु के वेग में परिवर्तित परिवर्तन होता है तो हम इसे एक उदाहरण की मदद से समझते हैं

माना कि हम एक गाड़ी लेते हैं जो किसी वक्त के साथ हैं इस दिशा में किसी दिशा में एक भी किसान जा रही है तथा उसके समय क्या उस समय की सबसे उसका वेग देखते हैं जब वह b1 और P1 जब t1 यहां पर 2 सेकंड है तब हम देखते हैं कि जो इसका V1 है वह होता है 4 मीटर प्रति सेकंड तथा जबकि दो जो है वह 4 सेकंड होता है तो यहां भी तू जो है वह 8 मीटर प्रति सेकंड होते हैं तो इस प्रकार देखते हैं कि जो इसका त्वरण है वह उसे हम कैसे लिखते हैं दिल्ली बाय दिल्ली अर्थात यहां बिट्टू 9132 इसमें हम वर्मा देते हैं तो बिट्टू का मन क्या है 8 मीटर प्रति सेकंड तथा जीवन

का मान क्या है 4 मीटर प्रति सेकंड तथा यहां पर टीटू का मन क्या है 4 सेकंड तथा टेबल का मान क्या है 2 सेकंड तो इस प्रकार से अगर हम इसे हल करें तो 8 - 8 दिन चाय का खर्चा बचेगा और 4 दिन तो करेगा तो दो बचेगा इस प्रकार से हमें जो त्वरण है वह 2 मीटर प्रति सेकंड का वर्ग मिल जाएगा तो अर्थात जो है गाड़ी है वह 2 मीटर प्रति सेकंड के तुरंत से गति कर रहा है अर्थात उसमें जो वेग में परिवर्तन किधर है उसे हम 2 मीटर प्रति सेकंड का वर्ग कह सकते हैं तो हमें ही प्रश्न पूछा गया था कि जो वेग में परिवर्तन की दर को क्या कह मैं तो यार हम उसे तुरंत कहते हैं धन्यवाद