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रस निकालने के बाद गन्ने के अवशेष से नपा कंपोस्ट खाद बनाकर बेचेगीगर्मी के सीजन को देखते हुए गन्ने के रस की दुकान लगाने वाले व्यापारियों ने नगरपालिका में आवेदन शुरू कर दिए हैं। इस बार गन्ने का रस निकालने के बाद बचे अवशेष (सूखा कचरा) को इधर-उधर नहीं फेंक सकेंगे। उन्हें नपा की कचरा गाड़ी में ही डालना अनिवार्य होगा। इससे नपा कंपोस्ट खाद बनाएगी। व्यापारियों से इस बार स्वच्छता सेवा शुल्क भी अलग से लिया जाएगा। शहर के दशहरा मैदान, सीआरपीएफ, टैगोर मार्ग, प्राइवेट बस स्टैंड, अंबेडकर मार्ग क्षेत्र में अस्थायी तौर पर गन्ने के रस की दुकानें लगती है। इसके लिए नपा 15 मार्च से 15 जून तक के लिए विधिवत अनुमति जारी करती है। नपा के पास 35 से ज्यादा आवेदन आ चुके है। शहर में दुकानें लगना शुरू हो गई है। इन्हें इस बार स्वच्छता सर्वेक्षण को देखते हुए सफाई व्यवस्था बनाने व कचरा संग्रहण करने की विशेष शर्त रखी गई है। इसका पालन करने व निर्धारित किराया चुकाने पर ही अनुमति दी जा रही है। गन्ने के रस कारोबारियों को नगरपालिका की आेर से यह शर्त दी गई है कि वह गन्ने के रस निकालने के बाद उसका छिलका अर्थात अवशेष इधर-उधर नहीं फेकेंगे। कचरा गाड़ी राेजाना सुबह व शाम को आएगी उसमें ही अवशेष का डालना अनिवार्य है जो नहीं डालेगा उसकी अनुमति निरस्त कर दी जाएगी। इन अवशेष को भोलियावास ट्रेचिंग ग्राउंड पर ले जाकर एकत्रित कर कंपोस्ट खाद में बदलकर पुन:उपयोग में लेंगे। सफाई व्यवस्था बनी रहेगी, कचरे का होगा उपयोगनपा द्वारा यह निर्णय स्वच्छता को देखते हुए लिया गया। शहर की सफाई व्यवस्था बनी रहेगी और कचरे का उपयोग भी हो सकेेगा। नपा काे दो तरह से आय हाेगी। एक तरफ कचरा कलेक्शन के बदले दुकानदारों से स्वच्छता शुल्क और खाद बनने के बाद उसे विक्रय करके नपा को इनकम होगी। उक्त आय का उपयोग बाद में शहर विकास में किया जाएगा। 20 रुपए प्रतिदिन स्वच्छता शुल्क लगेगागन्ने के रस दुकान की अनुमति के लिए प्रत्येक दुकानदार से 20 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से स्वच्छता शुल्क लिया जाएगा। दुकानदार को डस्टबिन में गिला व सुखा कचरा अलग-अलग रखकर कचरा गाड़ी में डालना होगा। स्वच्छता शुल्क नपा अनुमति के साथ या फिर रोज दोनों स्थिति में ले सकती है। दुकानों का नपा स्वच्छता टीम निरीक्षण करेगी। दुकान के आसपास कचरा, गंदगी व रस में मिलावट की पुष्टि हुई तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई होगी। गन्ना रस विक्रय के लिए दशहरा मैदान में लगी चरखी। ट्रेंचिंग ग्राउंड पर कर रहे 10 फीट गहरा गढ्ढानपा स्वास्थ्य अधिकारी विश्वास शर्मा ने कहा गन्ने के रस दुकानों से बड़ी मात्रा में गिला-सूखा कचरा निकलता है। जिसे दुकानदार खुले में डालते या जला देते हैं। अब नपा उस कचरे का भी कलेक्शन करेगी। कचरा गाडी सभी दुकानदारों के यहां जाएगी। ट्रंेचिंग ग्राउंड पर 10 फीट गहरा व 15 फीट चौडा गड्ढा करवाया जा रहा है। इसमें गन्ने के अवशेष डालकर कंपोस्ट खाद में बदला जाएगा। थकान से भरे दिन में एक गिलास गन्ने का रस मिल जाए तो आपको स्वाद भरी ताजगी मिल जाती है. लेकिन शायद आप में से कम ही लोगों को पता होगा कि इस रस में सेहत को फायदा पहुंचाने वाले कई रहस्य छुपे हैं. गन्ने का रस बहुत ही सेहतमंद और गुणकारी पेय है. इसमें कैल्शियम, पोटैशियम, आयरन, मैग्नेशियम और फॉस्फोरस जैसे आवश्यक पोषक तत्व पाए जाते हैं. इनसे हड्डियां मजबूत बनती हैं और दांतों की समस्या भी कम होती है. गन्ने के रस के ये पोषक तत्व शरीर में खून के बहाव को भी सही रखते हैं. गन्ने का रस पीने से होंगे ये फायदे : कैंसर से बचाव पाचन को ठीक रखता है ह्रदय रोगों से बचाव वजन कम करने में सहायक डायबिटीज का इलाज त्वचा में निखार लाता है यह भी पढ़ें :
यहां जानें किस चीज को खाने से घटता है वजन क्या आप जानते हैं कि अगर आप खाली पेट लहसुन का सेवन करते है तो इससे कोलेस्ट्रॉल के स्तर को भी नियंत्रित करने में मदद मिलती है. क्या आप जानते हैं अजवायन को घर का डॉक्टर क्यों कहते हैं? गन्ने के रस से चलेंगी गाड़ियां गन्ने के पके हुए रस को क्या कहा जाता है?गुड़रस के गुण गन्ने या शक्कर चुकंदर के पके हुए समय पर और रस नकलाने के तरीके पर निर्भर करता है। सौ सालो तक गुड़रस और सलफर या ट्रीएकल और ब्रीमस्टिन को पौष्टिक माना जाता था और बच्चों को अक्सर यह खिलाया जाता था। खाने को मीठा बनाने वाले पसार्थ के रुप मे, इसके मीठे स्वाद को लोग अक्सर पसंद करते है।
गाने के गाने रस को क्या कहते हैं?गन्ने के रस में अल्फा हाइड्रॉक्सी एसिड (AHAs) पदार्थ होता है, जो त्वचा संबंधित परेशानियों को दूर करता है और इसमें कसाव लेकर आता है.
गन्ने का रासायनिक नाम क्या है?गन्ने का सूत्र C₁₂H₂₂O₁₁ है। यह सफेद गंधहीन क्रिस्टलीय या पाउडर ठोस के रूप में प्रकट होता है और जल की तुलना में सघन होता है।
गन्ने का रस कितने दिन में खराब होता है?छह माह तक ताजा रहेगा गन्ने का रस, नौणी विश्वविद्यालय के विज्ञानियों ने विकसित की विधि - Now Sugarcane juice remain fresh for six months.
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