छुहारे का पेड़ कैसे होता है? - chhuhaare ka ped kaise hota hai?

भारत में छुहारा (खजूर) को अलग ही पहचान के साथ जाना जाता है | छुहारा देश के गर्म स्थानों में पनपने की प्रकृति वाला फल है | जिसे पूरे वर्ष ही खाने के लिए इस्तेमाल में लाते है | भारतीय त्योहारों और सामाजिक कार्यो में भी इसका उपयोग करते है | छुहारे खाना स्वास्थ के लिए लाभकारी भी है, यह हृदय, कब्ज और दस्त जैसे रोगो में फायदा पहुँचाता है |

छुहारे का पेड़ कैसे होता है? - chhuhaare ka ped kaise hota hai?
छुहारे का पेड़ कैसे होता है? - chhuhaare ka ped kaise hota hai?

छुहारे का पेड़ कैसे होता है? - chhuhaare ka ped kaise hota hai?
छुहारे का पेड़ कैसे होता है? - chhuhaare ka ped kaise hota hai?

भारत में छुहारे की खेती निम्न स्थानों पर ही की जाती है, यदि आप भी छुहारे की खेती से जुड़ी जानकारी प्राप्त करना चाहते है, तो इस लेख में आपको छुहारे की खेती कैसे होती है (Date Palm Farming in Hindi) इसके बारे में बता रहे है |

खजूर की खेती कैसे होती है 

छुहारे के पेड़ (Date Palm Tree)

छुहारे का पेड़ देखने में बिल्कुल नारियल के पेड़ जैसा होता है, जिसकी पहचान फल आने के बाद ही की जा सकती है | खजूर का पेड़ नारियल के पेड़ से थोड़ा कम ऊँचा होता है, इसकी लम्बाई 13 से 22 मीटर तक हो सकती है | देश में अधिकतर खजूर के पेड़ गर्म, रेतीले मैदान या समुद्र के किनारे पाए जाते है | छुहारे का पका हुआ फल और तना स्वाद में अधिक मीठा होता है |

छुहारे का पेड़ कैसे होता है? - chhuhaare ka ped kaise hota hai?
छुहारे का पेड़ कैसे होता है? - chhuhaare ka ped kaise hota hai?

छुहारे के गुण (Dates Properties)

छुहारे में अनेक गुण पाए जाते है, यह हृदय को प्रिय, कोठे की वायु, रस तथा पाक में मधुर, क्षय, रक्तपित्त, दम, मूर्च्छा, वात और पित्त, बुखार, अतिसार, उलटी, कफ, भारी तृप्तिदायक, रुचिकारक, बलदायक और क्षत, खांसी, श्वास, ग्राही, वीर्यवर्द्धक, भूख, प्यास, स्निग्ध और मद्य सेवन से हुए रोगो को नष्ट करता है |

छुहारे में रासायनिक गुण (Dates Chemical Properties)

छुहारा फल में वसा 0.4, सूत्र 3.7, प्रोटीन 1.2, कार्बोहाइड्रेट 33.8, खनिज द्रव्य 1.7, फास्फोरस 0.38 और कैल्शियम की 0.022 मात्रा पायी जाती है| पके पिंट खजूर में 85 प्रतिशत शर्करा पाई जाती है |

छुहारा खाने के फायदे (Dates Eating Benefits)

स्वास्थ के लिहाज से छुहारा शरीर को कई तरह से फायदा पहुँचाता है | यह वजन कम करने से लेकर, बालो का झड़ना, स्किन समस्याओ और एनीमिया जैसी दिक्कतों को दूर करता है | छुहारे के फायदे इस प्रकार है:-

  • कैंसर बचाव में फायदेमंद :- छुहारे में कैंसररोधी गुण होता है, जो कैंसर से लड़ने में प्रभावी है | रिसर्च के अनुसार पता चला है, कि छुहारे में एंटी-ट्यूमर गुण होता है, जो कैंसर के लक्षणों को फैलने से रोकने में प्रभावी है | यह कैंसर कोशिकाओं को हमारे शरीर में बढ़ने से रोकता है |
  • सूजन करे कम में :- इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-ऑक्सीडेंट गुण होता है, जो शरीर में होने वाली सूजन जैसी समस्याओ को ख़त्म करने में प्रभावी है | यह अर्थराइटिस से होने वाली शरीर और लिवर की सूजन को कम करता है | सूजन की समस्या से छुटकारा पाने के लिए छुहारे का नियमित रूप से सेवन करे |
  • इंफेक्शन से सुरक्षित रखे :- इसमें एंटीमाइक्रोबियल गुण होता है, जो शरीर में संक्रमण को फैलने से रोकने में प्रभावी है, तथा संक्रमण को दोबारा पनपने नहीं देता है | छुहारा सर्दी-जुकाम, वायरल और फ्लू जैसी समस्या से भी बचाव करता है |
  • हृदय सुरक्षा में :- छुहारे का नियमति सेवन दिल की समस्याओ को दूर कर देता है | इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीऑक्सिडेंट, एंटी-एपोप्टोटिक और हाइपोलिपिडेमिक का गुण पाया जाता है, जो दिल सुरक्षित रखने में प्रभावी है, तथा दिल का दौरा जैसी समस्या नहीं होने देता है |
  • पेट की समस्या में लाभदायक :- छुहारा पेट से जुड़ी कई समस्याओं जैसे :- एसिडिटी, दस्त और गैस से राहत दिलाता है | इसमें क्लीजिंग एजेंट होता है, जो पेट व आंत को साफ करने में सहायता करता है, तथा एंटीडायरेहियल गुण दस्त की समस्या से आराम दिलाता है |

भारत में छुहारे की खेती (Palm Cultivation in India)

खजूर को दुनिया का सबसे पुराना पेड़ कहा जाता है | खजूर का सर्वाधिक उत्पादन दक्षिण एशिया, उत्तर अफ्रीका और अरबीय देश के गर्म इलाको में होता है | भारत में छुहारे के उत्पादन की बात करे तो तमिलनाडु, दक्षिण भारत, गुजरात, राजस्थान, केरला, कर्नाटक और महाराष्ट्र राज्य में मुख्य रूप से किया जाता है | भारत में खजूर की पूर्ती के लिए विदेशो से भारी मात्रा में आयात किया जाता है, जिसमे अरब और अफ्रीका, सऊदी अरबीय देश, पाकिस्तान, इराक और खाड़ी देश शामिल है |

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छुहारा कहा पैदा होता है (Date Palm Born)

पूरे एशिया में पाकिस्तान एक मात्र ऐसा देश है, जो बड़े स्तर पर छुहारे का उत्पादन करता है, और पूरी दुनिया में छुहारा उत्पादन के मामले में 5वे नंबर पर है | छुहारे की खेती सबसे ज्यादा मिस्र में की जाती है | पाकिस्तान के सिंध में सबसे अधिक छुहारे की खेती की जाती है, क्योकि वहां की जलवायु इसकी खेती के लिए बिल्कुल अनुकूल होती है | इसके अलावा इराक में भी छुहारे का बड़ी मात्रा में उत्पादन किया जाता है |

छुहारा और खजूर में अंतर (Difference Between Dates and Dates)

स्वाद के मामले में देखा जाए तो छुहारा खजूर से अलग होता है | खजूर खाने में हल्का और काफी मुलायम होता है, वही छुहारा कम नमी वाला पूरी तरह से सूखा होता है | यहाँ आपको छुहारे और खजूर के मध्य कुछ अंतर बताए जा रहे है |

छुहाराखजूरयह फल का सूखा रूप होता है, जो 1 वर्ष तक ख़राब नहीं होता है|खजूर को आप ज्यादा से ज्यादा 8 महीने तक ताजा रख सकते है|छुहारा स्वाद में कम मीठा और अधिक गुणकारी होता है |छुहारे की तुलना में खजूर में अधिक नमी और मिठास पाई जाती है |छुहारे में खजूर से दोगुनी केलोरी होती है |खजूर में कम केलोरी होती है |छुहारे को सर्दी के मौसम में दूध के साथ खुराक के रूप में लिया जाता है |खजूर को ऐसे ही खा सकते है |यह पूर्ण रूप से पका हुआ सूखा फल है, जिसमे 5% नमी पायी जाती है |यह अधिक नमी वाला फल है

छुहारे की कीमत (Dates Price)

भारत – पाकिस्तान ट्रैड ख़त्म होने से पहले छुहारे का भाव 40 रूपए से लेकर 60 रूपए प्रति किलो था | लेकिन अब यही छुहारे की कीमत भारत में 200 से 250 रूपए तक पहुंच गई है | क्योकि पाकिस्तान एकमात्र ऐसा देश है, जो छुहारे का उत्पादन बड़े पैमाने पर करता है |

छुहारा का पौधा कैसे होता है?

गोरखमुण्डी का पौधा (gorakhmundi plant) 30-60 सेमी ऊँचा, गन्धयुक्त तथा जमीन पर फैला हुआ होता है। ठंड के मौसम में गोरखमुण्डी के पौधों में पहले फूल और फिर बाद में फल लगते हैं। इसके फूल बैंगनी रंग के, तेज गन्ध वाले तथा गोल घुंडियों में लगे हुए होते हैं। इन्ही घुंडियों को मुण्डी कहा जाता है।

खजूर और छुहारा का पेड़ एक ही होता है क्या?

जी, नहीं। दोनों अलग-अलग प्रजाति के फल हैं, इनके पेड़ भी अलग होते हैं। भारत में खजूर के पेड़ तो मिलते हैं पर छुहारे के नहीं।

छुहारा और खजूर में क्या अंतर होता है?

बता दें कि छुहारा और खजूर अलग-अलग होते हैं। खजूर में नमी ज्यादा होती है जबकि छुहारा कम नमी वाला होता है। यही कारण होता है छुहारे अधिक दिन तक चलते हैं। अगर खजूर की बात करें तो खजूर अगर हवा रहित कंटेनर में रखा जाए तो 8 महीने और फ्रिज में रखा जाए तो 1 साल तक खराब नहीं होता।

छुहारे को हिंदी में क्या बोलते हैं?

[सं-पु.] - खजूर की जाति का एक सूखा मेवा; ख़ुरमा।