Show किसान और पशुपालकों को न केवल पशुओं का ध्यान रखना चाहिए। बल्कि उनके व्यवहार को भी समझना चाहिए। क्योंकि पशु के व्यवहार को समझकर ही पशुपालक पशु की समस्या और उसकी तकलीफ का पता लगा सकता है। इसके अलावा पशुपालक पशु के बदले हुए व्यवहार के जरिए ही उसके ब्याने के लक्षण का भी पता लगा सकता है। अगर आप एक पशुपालक हैं और गाय या भैंस से प्राप्त दूध के जरिए ही गुजारा करते हैं, तो आपके लिए गाय या भैंस के ब्याने के लक्षणों की पहचान रखना बहुत जरूरी है। आज हम अपने इस लेख में आपको बताएंगे कि गाय या भैंस में ब्याने से पहले कौन से लक्षण देखें जा सकते हैं। हमारे द्वारा बताए गए इन लक्षणों के आधार पर न केवल आपको भैंस और गाय के ब्याने का सही अंदाजा हो जाएगा। बल्कि अगर भैंस और गाय को कोई समस्या है तो इसका भी पता चल जाएगा। गाय भैंस के ब्याने से पहले की अवस्थागाय और भैंस ब्याने से पहले एक लंबे समय तक गर्भावस्था में होती हैं। ऐसे में एक पशुपालक के लिए जरूरी है कि वह उनके प्रसव के इंतजाम सही समय पर करके रखें। आपको बता दें कि गाय और भैंस ब्याने से पहले तीन स्थितियों से गुजरती हैं जो कुछ इस प्रकार हैं।
गाय और भैंस के ब्याने से पहले लक्षणगाय और भैंस ब्याने से पहले कुछ ऐसे संकेत देती हैं, जिन्हें देखकर आप पता लगा सकते हैं कि उनके ब्याने का समय नजदीक आ गया है। ब्याने के यही लक्षण कुछ इस प्रकार हैं।
गाय के ब्याने के सही दिन का पता लगानाअगर पशुपालक भाई गाय या भैंस के ब्याने के सटीक समय का पता लगाना चाहते हैं तो वह ऐसा बहुत आसानी से कर सकते हैं। इसका पता करने के लिए पशुपालकों को कुछ बातों का पता होना जरूरी है। जिनके बारे में हम आपको नीचे बता रहे हैं।
गाय और भैंस के ब्याने से कुछ देर पहले के लक्षण
जेर का निकलना
अगर आप एक किसान या पशुपालक हैं तो हमारे द्वारा शुरू की गई ऐप आपके काफी काम आ सकती है। आप हमारी Animall App के जरिए पशु को खरीद और बेंच सकते हैं। इसके अलावा आप पशु चिकित्सक से भी सीधीा बात कर सकते हैं। Animall App को अपने फोन में डाउनलोड करने के लिए यहां क्लिक करें। Click Here See English Translation It is important for dairy farmers to understand the behavior of animals so that they can easily know their problems and diagnose them. It is very important for cattle owners to know the state of calving. If all the animals are not in normal state, then they tell it through signs. Animals give some clues even before they are under different stages. Understanding the signs of female animal calves helps the herders know when or when veterinary assistance will be needed. Earnest signals basically go through 3 stages 1. Pre-emption signs (24 hours before calving) 2. Earnest 3. Expulsion of gabernal / jer Pre-emption signs (24 hours before calving) What animals
indicate before calving: Female animals show the following symptoms before calving. Knowing these signs, you can understand that the animal is going to tell soon. Find out the day of calf If you want to find out what is the right time to proclaim an animal (cow or
buffalo), you can remove it this way. Signs of calving (30 minutes before calving to 4 hours) Normally the calf's front legs and head are the first
to appear. Expulsion of cord / jer (3-8 hours after calving) The umbilical cord
/ jer usually expels 3–8 hours after the animal's calving. भैंस गाभिन होने के क्या लक्षण होते हैं?योनिद्वार में सूजन आ जाती है और योनि से कुछ लसलसा पदार्थ आने लगता है। पशु का अयन सख्त हो जाता है, पशु के कूल्हे की हड्डी वाले हिस्से के पास 2-3 इंच का गड्ढा पड़ जाता है। पशु बार-बार पेशाब करता है। पशु अगले पैरों से मिट्टी कुरेदने लगता है।
भैंस गाभिन कैसे होता है?यदि गाय या भैंस सुबह में गर्म होती है तो उसी दिन शाम में गर्भाधान कराना चाहिए। अगर कोई गाय या भैंस एक दिन से ज्यादा गर्म रहती है तो उसे करीब बारह घंटे के अंतर पर दो बार गर्भाधान कराना लाभदायक होता है।
कौन सी भैंस शुभ होती है?दुधारू भैंस की नस्ल में मुर्रा को सबसे अधिक बेहतर माना जाता है। इस भैंस की नस्ल न केवल अधिक दूध देती है। बल्कि इसके दूध में फैट और प्रोटीन भी अधिक पाया जाता है। अधिक दूध देने वाली भैंस के थन थोड़े टेड़े हो सकते हैं और इनके थनो पर सफेद रंग की झलक दिखाई देती है।
भैंस ब्याने से पहले क्या संकेत देती है?पशु बेचैन होता है और पेट पर लातें मारता है या अपने पार्श्व/बगलों को किसी चीज से रगड़ने लगता है। श्रोणि स्नायु/पीठ की मांशपेशियां ढीली पड़ जाती है जिस से पूँछ ऊपर उठ जाती है। योनि का आकार बड़ा एवं मांसल हो जाता है। थनों में दूध का भराव ब्याने के 3 सप्ताह पहले से लेकर ब्याने के कुछ दिन बाद तक हो सकता है।
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