एक-कोशिक एवं बहुकोशिक जीवों की जनन पद्धति में क्या अंतर है? Show (a) एक-कोशिक जीवों में जनन सामान्यत: अलैंगिक जनन द्वारा होता है। इसकी विभिन्न विधियाँ निम्नलिखित प्रकार से हैं: द्विखंडन, बहुखंडन, मुकुलन, समसूत्री विभाजन, असमसूत्री विभाजन। यह एकल पैतृक होता है। 775 Views द्विखंडन बहुखंडन से किस प्रकार भिन्न है? 938 Views बीजाणु दवरा जनन से जीव किस प्रकार लाभान्वित होता है? बीजाणु वृद्धि करके राइजोपस के नए जीव उतपन्न करते हैं। बीजाणु के चारों ओर एक मोटी भित्ति होती है जो प्रतिकूल परिस्थितियों में उसकी रक्षा करती है। इनमें उतपन बीजाणुओं की संख्या अधिक होती है इसलिए उनके बचने की संभावना ज्यादा होती है। वे सरलता से विपरीत परिस्थितियों में पाए जा सकते हैं। नम सतह के संपर्क में आने पर वे वृद्धि करने लगते हैं। 787 Views क्या आप कुछ कारण सोच सकते हैं जिससे पता चलता हो कि जटिल संरचना वाले जीव पुनरुदभवन द्वारा नई संतति उतपन्न नहीं कर सकते? जटिल संरचना वाले जीवों में जनन भी जटिल होता है। पुनरुदभवन एक प्रकार से परिवर्धन है जिसमें जीव के गुणों में अंतर नहीं आता। यह जनन के समान नहीं है। जटिल संरचना वाले जीव पुनरदभवन के द्वारा किसी भी भाग को काट कर सामान्यत: वैसा जीव उतपन्न नहीं कर सकते। क्योंकि उन का शरीर अंगों और अंग तंत्रों में विभाजित होता है। 430 Views डी.एन.ए. प्रतिकृति का प्रजनन में क्या महत्त्व है? डी.एन.ए. स्पशीज़ प्रजनन के लिए महत्त्वपूर्ण है क्योंकि यह स्पीशीज़ के लक्षणों को बनाए रखती है। जीव इन लक्षणों/गुणों का उपयोग किसी विशेष आवास स्थल में कर सकता है। इसके अतिरिक्त यह जीवन के स्वरूप को बनाए रखती है। 1729 Views जीवों में विभिन्नता स्पीशीज़ के लिए तो लाभदायक है परंतु व्यष्टि के लिए आवश्यक नहीं है, क्यों? जीवों पर परितंत्र के साथं पर निकेत का सीधा प्रभाव पड़ता है। किसी प्रजाति की समष्टि के स्थायित्व का संबंध जनन से है। जब निकेत में ऐसे परिवर्तन आ जाते हैं जो जीवों के नियंत्रण से बाहर होते हैं जो उग्र परिवर्तन दिखाई देते हैं। इसके परिणामस्वरूप समष्टि का समूल विनाश संभव होता है। यदि समष्टि के जीवों में कुछ विभिन्नता होगी तो उनके जीवित रहने की कुछ संभावना है। वैश्विक ऊष्मीकरण के कारण यदि जल का ताप अधिक बढ़ जाए तो शीतोष्ण जल में पाए जाने वाले जीवाणुओं का नाश हो जाएगा पर गर्मी को सहन कर सकने वाले जीवाणु जीवित रहेंगे और वृद्धि करेंगे। इसलिए विभिन्नताएँ स्पीशीज़ की उत्तर जीविता बनाए रखने में उपयोगी हैं। विभिन्नता स्पीशीज़ के लिए तो लाभदायक है पर व्यष्टि के लिए यह आवश्यक नहीं है। 509 Views
Answer (Detailed Solution Below)Option 3 : हाईड्रा Free 10 Questions 10 Marks 7 Mins संकल्पना:
स्पष्टीकरण:
हाइड्रा के अन्य महत्वपूर्ण लक्षण हैं:
Latest RRB Group D Updates Last updated on Nov 2, 2022 The RRB Group D Results are expected to be out soon! The Railway Recruitment Board released the RRB Group D Answer Key on 14th October 2022. The candidates will be able to raise objections from 15th to 19th October 2022. The exam was conducted from 17th August to 11th October 2022. The RRB (Railway Recruitment Board) is conducting the RRB Group D exam to recruit various posts of Track Maintainer, Helper/Assistant in various technical departments like Electrical, Mechanical, S&T, etc. The selection process for these posts includes 4 phases- Computer Based Test Physical Efficiency Test, Document Verification, and Medical Test. Ace your Biology preparations for Zoology with us and master General Science for your exams. Learn today! एककोशिकीय जीव में कौन सा जनन होता है?एककोशिकीय जीव में अलैंगिक जनन व बहु-कोशिकीय जीव में लैंगिक व अलैंगिक जनन दोनों देखा जाता है।
एककोशिकीय जीव में कौन कौन आते हैं?सही उत्तर अमीबा है। सभी जीवित जीव कोशिकाओं नामक एक या एक से अधिक इकाई से बने होते हैं। केवल एक कोशिका वाले जीवों को एककोशिकीय जीव कहा जाता है। अमीबा एककोशिकीय जीव का एक उदाहरण है।. क्लामीडोमानस।. पैरामीसियम।. जीवाणु।. नोस्टॉक।. एक कोशिका वाले जीव को क्या कहते हैं?एक कोशिका वाले जीवों को एककोशिक (unicellular - uni = एक; cellular = 2022-23 (a) (b) चित्र 8.3 : (a) अमीबा (b) पैरामीशियम । = 91 Page 3 कोशिका) जीव कहते हैं । एककोशिक जीव भी वह सभी आवश्यक क्रियाएँ करता है जो बहुकोशिक जीवों द्वारा की जाती हैं।
एककोशिकीय एवं बहुकोशिकीय जीवों की जनन पद्धति में क्या?उत्तर : एक कोशिक प्रायः विखंडन, मुकुलन, पुनरुद्भवन, बहुखंडन आदि विधियों से जनन करते हैं। उनमें केवल एक ही कोशिका होती है। वे सरलता से कोशिका विभाजन के द्वारा तेज़ी से जनन कर सकते हैं। बहुकोशिक जीवों में जनन क्रिया जटिल होती है और यह मुख्य रूप से लैंगिक जनन क्रिया ही होती है।
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