प्रदेश में इस समय कड़ाके के ठंड पड़ रही है, अपने साथ ही अपने पालतू पशुओं के
पास का भी खयाल रखना चाहिए। ठंड के मौसम में पशुओं को कभी भी ठंडा चारा व दाना नहीं देना चाहिए, क्योंकि इससे पशुओं को ठंड लग जाती है। पशुओं को ठंड से बचाव के लिए पशुओं को हरा चारा व मुख्य चारा एक से तीन के अनुपात में मिलाकर खिलाना चाहिए। ठंड के मौसम में पशुपालकों को पशुओं के आवास प्रबंधन पर विशेष ध्यान दें। पशुशाला के दरवाजे व खिड़कियों पर बोरे लगाकर सुरक्षित करें। जहां पशु विश्राम करते हैं वहां पुआल, भूसा, पेड़ों की पत्तियां बिछाना जरूरी है। ठंड में ठंडी हवा से बचाव के लिए पशु शाला के
खिड़कियों, दरवाजे तथा अन्य खुली जगहों पर बोरी टांग दें। सर्दी में पशुओं को सुबह नौ बजे से पहले और शाम को पांच बजे के बाद पशुशाला से बाहर न निकालें। हल्दी में रोगाणुरोधक (एंटीसेप्टिक), जीवाणुरोधी (एंटीबैक्टीरियल), जलन को रोकने की दवा (एंटी इंफ्लेमेटरी), रोग प्रतिरोधक (एंटी ऑक्सीडेंट प्रॉपर्टीज) गुण होते हैं। एक
बड़ा चम्मच अजवाइन और एक बड़ा चम्मच हल्दी पाउडर एक गिलास पानी के साथ उबालें। जब पानी आधा रह जाए तो गैस से उतार कर ठंडा होने दें। थोड़ा सा शहद इसमें मिला लें। इस सिरप को दिन में दो-तीन बार पिएं। यह छाती में जकड़न को समाप्त करके खुलकर सांस लेने में सहायता करेगा। दालचीनी के 5 फायदे जानिए अब ध्यान करना है
बहुत आसान ! आज ही सीखें ! खाँसी का कोई भी उपचार काली मिर्च द्वारा किया जा सकता है। यह बलगम की झिल्ली को ढीला करता है तथा छाती के जमाव को कम करता है और खोलता है। दही के फायदे जानिए तुलसीश्याम या काली तुलसी के रस को शहद में मिलाकर खाने से खाँसी में आराम मिलता है। अदरक का काढ़ा
अदरक के 4 फायदे प्याजप्याज के अंदर बेहतरीन जीवाणुरोधक, अज्वलनशील, तथा अनेक कीटाणुनाशक तत्व पाए जाते हैं। निमोनिया के इलाज में प्याज बेहद प्रभावशाली है। श्वासनली-शोथ (ब्रांकाइटिस), अस्थमा, साधारण जु़काम और खाँसी में भी प्याज लाभकारी है। खाँसी के उपचार में प्याज की महत्वपूर्ण भूमिका है। कटी हुई प्याज का रस पीने से बलगम ढीला हो जाता है, जिससे छाती की जकड़न कम हो जाती है।
करी पत्ता (कड़ी पत्ता) के फायदे अदरक लहसुन की चायखाँसी और गले के दर्द के लिए बहुत फायदेमंद। यह चाय न केवल गले के दर्द में आराम देगी बल्कि यह बलगम की झिल्ली को ढीला कर के छाती की जकड़न भी कम करेगी। एक छोटा अदरक का टुकड़ा, 1-2 लहसुन की कलियाँ, कुछ बूंदे नींबू का रस उबलते पानी में डालें, 15-20 मिनट इस पानी को उबालें। इस को छानकर एक तरफ रखें, थोड़ा सा शहद मिलाकर रोगी को दें। नींबू का रस खाँसी को कम करने तथा साँस लेने में आसानी में मदद करता है। नींबू चिकित्सीय ऐंटि-ऑक्सिडेंट व प्रतिरक्षा बढ़ाने की शक्ति (इम्यून बूस्टर पॉवर) के लिए जाना जाता है। 6 फायदे लहसुन के जानिए यष्टिमधु लौंग अडूसा
हरी धनिया के फायदे सूखी खाँसी10 खजूर, 20 किशमिश, एक चम्मच विदांगा पाऊडर और 10 काली मिर्च का पाउडर, शहद के साथ मिलाकर लेह यानी जैम बना लें। दिन में तीन-चार बार एक चौथाई चाय का चम्मच लें। छोटे बच्चों की खाँसी
नोट : यह सब घरेलू नुस्खे हैं। एक बार आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह जरूर लें। यह लेख आर्ट ऑफ लिविंग की वरिष्ठ आयुर्वेदिक चिकित्सक निशा मणिकंटन जी ने लिखा है। कैसे 5 मिनट में खांसी से छुटकारा पाएं ?श्याम या काली तुलसी के रस को शहद में मिलाकर खाने से खाँसी में आराम मिलता है। सूखी खांसी आए तो क्या खाएं?ताजी लौंग चबाएं। इसको चबाने से इसका रस सांस नलिकाओं को खोल कर सांस लेने में राहत पहुँचाता है। बलगम वाली खांसी के लिए कौन सा सिरप अच्छा है?खाँसी का कोई भी उपचार काली मिर्च द्वारा किया जा सकता है। यह बलगम की झिल्ली को ढीला करता है तथा छाती के जमाव को कम करता है और खोलता है। रात को खांसी आने पर क्या करना चाहिए?अदरक लहसुन की चाय खाँसी और गले के दर्द के लिए बहुत फायदेमंद है। यह चाय न केवल गले के दर्द में आराम देगी बल्कि यह बलगम की झिल्ली को ढीला कर के छाती की जकड़न भी कम करेगी। एक छोटा अदरक का टुकड़ा, 1-2 लहसुन की कलियाँ, कुछ बूंदे नींबू का रस उबलते पानी में डालें, 15-20 मिनट इस पानी को उबालें। इस को छानकर एक तरफ रखें, थोड़ा सा शहद मिलाकर रोगी को दें। नींबू का रस खाँसी को कम करने तथा साँस लेने में आसानी में मदद करता है। नींबू चिकित्सीय ऐंटि-ऑक्सिडेंट व प्रतिरक्षा बढ़ाने की शक्ति (इम्यून बूस्टर पॉवर) के लिए जाना जाता है। सूखी खांसी के लिए कौन सा सिरप लेना चाहिए?अदरक का सीरप सूखी खांसी के लिए सबसे फ़ायदेमंद होता है।अदरक का सीरप बनाने के लिए आधी चम्मच अदरक के रस में आधी चम्मच काली मिर्च का पाउडर, एक बड़ा चम्मच सिरका और शहद मिला दें। इसमें दो तीन चम्मच पानी मिलाकर एक तरफ रख दें। इस खाँसी के सिरप को दिन में दो तीन बार ले सकते हैं। सूखी खांसी को कैसे रोके?10 खजूर, 20 किशमिश, एक चम्मच विदांगा पाऊडर और 10 काली मिर्च का पाउडर, शहद के साथ मिलाकर ले यानी जैम बना लें। दिन में तीन-चार बार एक चौथाई चाय का चम्मच लें। फेफड़ों में जमा कफ कैसे निकाले?खाँसी का कोई भी उपचार काली मिर्च द्वारा किया जा सकता है। यह बलगम की झिल्ली को ढीला करता है तथा छाती के जमाव को कम करता है और खोलता है। ज्यादा खांसी होने पर क्या खाएं?एक बड़ा चम्मच अजवाइन और एक बड़ा चम्मच हल्दी पाउडर एक गिलास पानी के साथ उबालें। जब पानी आधा रह जाए तो गैस से उतार कर ठंडा होने दें। थोड़ा सा शहद इसमें मिला लें। इस सिरप को दिन में दो-तीन बार पिएं। यह छाती में जकड़न को समाप्त करके खुलकर सांस लेने में सहायता करेगा। खांसी की सबसे अच्छी दवाई कौन सी है?यष्टिमधु सूखी खांसी का देसी इलाज क्या है?अदरक लहसुन की चाय सूखी खाँसी और गले के दर्द के लिए सबसे फ़ायदेमंद देसी इलाज है। यह चाय न केवल गले के दर्द में आराम देगी बल्कि यह बलगम की झिल्ली को ढीला कर के छाती की जकड़न भी कम करेगी। एक छोटा अदरक का टुकड़ा, 1-2 लहसुन की कलियाँ, कुछ बूंदे नींबू का रस उबलते पानी में डालें, 15-20 मिनट इस पानी को उबालें। इस को छानकर एक तरफ रखें, थोड़ा सा शहद मिलाकर रोगी को दें। नींबू का रस खाँसी को कम करने तथा साँस लेने में आसानी में मदद करता है। नींबू चिकित्सीय ऐंटि-ऑक्सिडेंट व प्रतिरक्षा बढ़ाने की शक्ति (इम्यून बूस्टर पॉवर) के लिए जाना जाता है। सबसे बढ़िया सिरप कौन सा है?प्याज के अंदर बेहतरीन जीवाणुरोधक, अज्वलनशील, तथा अनेक कीटाणुनाशक तत्व पाए जाते हैं। निमोनिया के इलाज में प्याज बेहद प्रभावशाली है। श्वासनली-शोथ (ब्रांकाइटिस), अस्थमा, साधारण जु़काम और खाँसी में भी प्याज लाभकारी है। खाँसी के उपचार में प्याज की महत्वपूर्ण भूमिका है। कटी हुई प्याज का रस पीने से बलगम ढीला हो जाता है, जिससे छाती की जकड़न कम हो जाती है। भैंस को सर्दी में क्या खिलाना चाहिए?सूखे चारे के रूप में अगर करवी या भूसा खिला रहे हैं तो उसमें बरसीम और जई का हरा चारा मिलाकर खिलाना चाहिए। सर्दियों में दुधारू पशुओं से अधिक दुग्ध उत्पादन करने के लिए अधिक मात्रा में हरे चारे के रूप में बरसीम और जई को खिलाना चाहिए।
भैंस का सींग टूट जाए तो क्या करना चाहिए?घाव या फिर टूटे सींग का इलाज: झरबेरी (बेर) की जड़ों को अच्छी तरह से धोकर सुखा लें और फिर इसे अच्छी तरह से बारीक पीस लें और इसमें अर्जुन छाल का पाउडर बराबर मात्रा में मिलाकर रखें। जब कभी भी किसी की सींग टूट जाए या कोई घाव हो जाए तो उस पर इस पाउडर को लगाकर पट्टी बांधने से घाव भर जाता है।
1 दिन में जुकाम कैसे ठीक करें?शहद, नींबू और इलायची का मिश्रण
आधा चम्मच शहद में एक चुटकी इलायची पाउडर और कुछ बूंद नींबू के रस की बूंदे डालिए। इस सिरप का दिन में 2 बार सेवन करें। आपको खांसी-जुकाम से काफी राहत मिलेगी।
पशुओं की भूख कैसे बढ़ाएं?पहला तरीका है कि पशु को कौड़ तुम्मे हर रोज़ खिलायें या फिर यदि कौड़ तुम्मे आपको ना मिले तो आप कौड़ तुम्मे का चूर्ण पशुओं को कुछ दिन खिलायें। इससे पशु के मिहदे में पाचन क्रिया सही हो जायेगी जिससे पशु को भूख भी लगेगी और पशु भरपेट हरा चारा खाएगा और बाद में इसे हजम भी करेगा जिससे पशु के दूध उत्पादन में भी वृद्धि होगी।
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