Bihar Vidhan Sabha Chunav Result 2020: बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के नतीजों ने चिराग पासवान और उनकी अगुवाई में पहली बार चुनाव लड़ रही लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) को तगड़ा झटका लगा है. युवा बिहारी की टैगलाइन के साथ बिहार फर्स्ट और बिहारी फर्स्ट का नारा लगाने वाले चिराग पासवान के नेतृत्व में एलजेपी सिर्फ एक सीट पर ही जीत दर्ज कर पाई. हालांकि, यह तो तय माना जा रहा है कि चिराग भले ही एक से अधिक सीटें नहीं जीत पाए लेकिन उन्होंने नीतीश कुमार की जेडीयू को तगड़ा नुकसान जरूर पहुंचाया है. Show स्वयं को पीएम मोदी का ‘हनुमान’ बता चुके चिराग पासवान एलजेपी की करारी हार के बावजूद निराश नहीं है. बल्कि उन्होंने ट्वीट कर बीजेपी और प्रधानमंत्री का प्रशंसा की है. चिराग ने ट्वीट किया, ”बिहार की जनता ने आदरणीय नरेंद्र मोदी जी पर भरोसा जताया है।जो परिणाम आए हैं उससे यह साफ़ है की भाजपा के प्रति लोगो में उत्साह है. यह प्रधानमंत्री आदरणीय नरेंद्र मोदी जी की जीत है.”
बता दें, बिहार की जनता का जनादेश NDA को दिया है. हालांकि, तेजस्वी यादव के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) 75 सीटें जीतकर राज्य की सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. 243 सीटों वाली विधानसभा में एनडीए को 125 सीटों के साथ पूर्ण बहुमत मिला गया. इसमें BJP 74 और JDU 43 सीटें जीतने में कामयाब रहे. RJD और कांग्रेस का महागठबंधन 110 सीटों पर कब्जा जमाने में कामयाब रहा. बिहार की जनता का धन्यवाद कियाचिराग पासवान ने अपने दम पर चुनाव लड़ने के अपने फैसले को सही ठहराया है. उन्होंने यह दावा किया है, अकेले चुनाव लड़ने के फैसले का लाभ उनकी पार्टी को आने वाले चुनावों में मिलेगा. उन्होंने कहा, मुझे पार्टी पर गर्व है की सत्ता के लिए पार्टी झुकी नहीं. हम लड़े और अपनी बातों को जनता तक पहुंचाया. जनता के प्यार से इस चुनाव में पार्टी को बहुत मज़बूती मिली है. बिहार की जनता का धन्यवाद.” Bihar Election Results 2020 Live Update in Hindi नीतीश के खिलाफ हमेशा हमलावर रहे चिरागचिराग पासवान ने चुनावी की शुरुआत से ही नीतीश कुमार के खिलाफ हमलावर रहे. चुनाव अभियान के दौरान उन्होंने यहां तक कह डाला कि सरकार बनने पर नीतीश कुमार को जेल भेजेंगे. एलजेपी ने कुछ सीटों को छोड़ दें, तो बीजेपी उम्मीदवारों के खिलाफ प्रत्याशी नहीं उतारे थे. इससे यह भी आरोप लगा कि बीजेपी और एलजेपी में कोई गुप्त समझौता है. हालांकि, बीजेपी की तरफ से पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और कई अन्य वरिष्ठ नेता यह स्पष्ट कर चुके थे कि नीतीश कुमार की अगुवाई में ही बीजेपी, जेडीयू चुनाव लड़ रहे हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही बनेंगे. क्रमांक .प्रखंड का नामपंचायतो की संख्यागांवों की संख्या1औराई26 1162बंदरा12323बोचहा201344गायघाट231145काँटी211166कटरा22807कुढ़नी391668मरवन14609मीनापुर2815410मोतीपुर3213711मुरौल93712मुशहरी2611713साहेबगंज2113114सकरा2812115पारू3415816सरैया30124 2011 की जनगणना के अनुसार शेखपुरा जिले की जनसंख्या 1,11,089है, मोंटेनेग्रो या अमेरिका के वर्मोंट राज्य के बराबर है। इससे भारत में यह 516 वें स्थान पर है (कुल 640 में से)। जिले में जनसंख्या घनत्व 922 प्रति व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर (2,390 / वर्ग मील) है। 2001-2011 की दशक में जनसंख्या वृद्धि दर 20.82% थी। शेखपुरा में प्रत्येक 1000 पुरुषों के लिए 9 26 महिलाओं का लिंग अनुपात, 1 और साक्षरता दर 65.96% है। अधिक जानकारी के लिए कृपया क्लिक करें : http://secc.gov.in आर्थिक – सामाजिक एवम जाती जनगणना – 2011 शेखपुरा – एक नज़र में Bihar Politics: लोजपा सांसद चंदन सिंह का बड़ा हमला- 'चिराग पासवान को राजनीति में क, ख, ग का भी ज्ञान नहीं' ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि पासवान के 6% वोट किस तरफ झुकते हैं। चिराग और पारस दोनों ने कहा है कि वे एनडीए के साथ रहेंगे। दोनों को रामविलास पासवान की मृत्यु के बाद से खाली पड़े सीट पर मंत्री बनने की उम्मीद है। हालांकि इसमें पारस की दावेदारी ज्यादा मजबूत है क्योंकि उनको नीतीश कुमार का समर्थन हासिल है। पासवान का दूसरा नाम क्या है?पासवान या दुसाध, पश्चिमी भारत के एक गहलोत राजपूत समुदाय हैं।
बिहार में कौन सा जाति अधिक है?हिंदू आबादी में 17% सवर्ण, 51% ओबीसी, 15.7% अनुसूचित जाति और करीब 1 फीसदी अनुसूचित जनजाति है। मोटे-मोटे तौर पर यह कहा जाता है कि बिहार में 14.4% यादव समुदाय, कुशवाहा यानी कोइरी 6.4%, कुर्मी 4% हैं। सवर्णों में भूमिहार 4.7%, ब्राह्मण 5.7%, राजपूत 5.2% और कायस्थ 1.5% हैं।
पासवान जाति का काम क्या है?यह माना जाता है कि पासवानों ने मुख्य रूप से जमींदारों के लिए लाठी चलाने वाले चौकीदार या कर संग्रहकर्ता के रूप में काम किया था। जमींदारों के साथ उनकी ऐतिहासिक निकटता से उन्हें कुछ भूमि प्राप्त करने में मदद मिली। 5. पासवान कट्टर देश भक्त, धर्म के लिए कुछ भी कर सकते हैं।
पासवान कौन सा गोत्र में आता है?पासवान दुसाध समुदाय के सदस्यों का उपनाम है, जो बिहार की कुल आबादी का लगभग 5 प्रतिशत हैं, जिनके क़रीब 45.6 लाख सदस्य हैं.
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