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“पत्रकारिता क्या है? (What is Journalism in Hindi)” पत्रकारिता समाचारों और सूचनाओं को एकत्र करने, आकलन करने, बनाने और प्रस्तुत करने की गतिविधि है। निश्चित पहचान योग्य विशेषताओं और प्रथाओं द्वारा पत्रकारिता को अन्य गतिविधियों और उत्पादों से अलग किया जा सकता है। ये तत्व न केवल संचार के अन्य रूपों से पत्रकारिता को अलग करते हैं, जो इसे लोकतांत्रिक समाजों के लिए अपरिहार्य (Inevitable) बनाते हैं। इतिहास बताता है कि एक समाज जितना अधिक लोकतांत्रिक होता है। उतनी ही अधिक खबरें और सूचनाएं उसके पास होती हैं। “पत्रकारिता क्या है?” पत्रकारिता सभी माध्यमों प्रिंट और नॉन-प्रिंट के लिए समाचार संबंधी विषयों के बारे में लिखने का कार्य है। यह जानकारी लेने और इसके माध्यम से स्थानांतरित करने, जानकारी संपादित करने और इसे संदर्भ देने की भी जटिल प्रक्रिया है। पत्रकार हमेशा चयन और प्रस्तुति में शामिल होता है। जिसे वह उल्लेखनीय मानता है और रिपोर्टिंग में सच्चाई और ईमानदारी के मानक को पूरा करता है। “पत्रकारिता क्या है?” पत्रकारिता राजनीति और सार्वजनिक मामलों की “कठिन” खबरों से लेकर नरम पक्ष तक सब कुछ शामिल करती है। जिसमें मानव हित और सेलिब्रिटी की कहानियां शामिल हैं। आज, पत्रकारिता भी जीवन शैली संदेश, चिकित्सा, मौसम, विज्ञान, शिक्षा और बहुत कुछ वितरित करती है। Patrakarita Kya Hai“पत्रकारिता क्या है?” पत्रकारिता की प्रक्रिया के कई चरण हैं जो स्थानीय, राष्ट्रीय, या विश्व समुदाय से समाचार एकत्र करने के साथ शुरू होते हैं, और किसी भी संख्या में मीडिया चैनलों के माध्यम से प्रसारित होने पर समाप्त हो जाते हैं। इनमें रेडियो और टेलीविजन, समाचार पत्र और पत्रिकाएं और इंटरनेट शामिल है। “पत्रकारिता क्या है?” वैश्विक आबादी का अधिकांश भाग पत्रकारिता पर निर्भर रहता है। पत्रकार, समाचार की आंख और कान होता है। एक बात निश्चित है। पत्रकारिता एक विस्तार का पेशा है। तो आज हम लोग जानेंगे की “पत्रकारिता क्या है? (What is Journalism in Hindi)“, “भारतीय पत्रकारिता के जनक कौन है? (Who is the Father of Indian Journalism in Hindi)“, “हिन्दी पत्रकारिता दिवस कब मनाया जाता है? (Hindi Patrakarita Diwas Kab Manaya Jata Hai)“, “पत्रकारिता का अर्थ (Meaning of Journalism in Hindi)“, “पत्रकारिता की परिभाषा (Definition of Journalism in Hindi)“, “पत्रकारिता के प्रकार (Types of Journalism in Hindi)“, “पत्रकारिता का स्वरूप (Nature of Journalism in Hindi)“, “पत्रकारिता के क्षेत्र (Fields of Journalism in Hindi)“, “पत्रकारिता के सिद्धांत (Principle of Journalism in Hindi)“, “पत्रकारिता का उद्देश्य (Purpose of Journalism in Hindi)“, “पत्रकारिता का महत्व (Importance of Journalism in Hindi)” आदि। भारतीय पत्रकारिता के जनक कौन है? (Who is the Father of Indian Journalism in Hindi)“भारतीय पत्रकारिता के जनक या संस्थापक ‘राजा राममोहन राय‘ है।” इनका जन्म 22 मई सन् 1772 ई. में बंगाल के एक धार्मिक ब्राह्मण परिवार में हुआ था इनकी प्रारम्भिक शिक्षा बांग्ला भाषा में हुई थी। इनके पिता “फारसी भाषा” के विद्वान थे। इन्होने फारसी भाषा का ज्ञान अपने पिता के माध्यम से प्राप्त किया। साथ ही अरबी व अंग्रेजी भाषा का भी ज्ञान प्राप्त किया। मां के अनुरोध पर संस्कृत सीखी। इस प्रकार लगभग सात प्रकार की देशी व विदेशी भाषाओं के जानकर थे। Father of Indian Journalism in Hindiराजा राममोहन राय ऐसे पहले भारतीय थे। जिन्होंने समाचार पत्रों की स्थापना, संपादन तथा प्रकाशन का कार्य किया। इन्होने अंग्रेजी, बांग्ला तथा उर्दू में अखबार निकाले। “राजा राममोहन राय को स्वतंत्र पत्रकारिता का जनक भी कहा गया है।” राजा राममोहन राय ने धार्मिक एवं सामाजिक विचारों के प्रसार के लिए 20 अगस्त सन् 1828 ईसवीं में कलकत्ता में ब्रह्म समाज की स्थापना की। हिन्दी पत्रकारिता दिवस कब मनाया जाता है? (Hindi Patrakarita Diwas Kab Manaya Jata Hai)हिंदी पत्रकारिता दिवस 30 मई को मनाया जाता है। 30 मई 1826 में, पंडित युगल किशोर शुक्ला ने पहले हिंदी समाचार पत्र ‘उदंत मार्तंड‘ का प्रकाशन और संपादन शुरू किया। इस प्रकार, भारत में हिंदी पत्रकारिता की नींव पंडित जुगल किशोर शुक्ला ने रखी। “उदंत मार्तण्ड” कलकत्ता से एक ‘साप्ताहिक पत्र‘ के रूप में आरंभ हुआ था। उस समय अंग्रेज़ी, फारसी और बांग्ला में तो अनेक पत्र प्रकाशित हो रहे थे। लेकिन हिंदी में एक भी पत्र प्रकाशित नहीं होता था। तब “उदंत मार्तण्ड” का प्रकाशन शुरू हुआ। शुरूआती दौर में इसकी केवल 500 प्रतियां ही छपा हुआ था। लेकिन यह समाचार पत्र ज्यादा दिन तक नहीं चल सका। 4 दिसम्बर 1826 को इसका प्रकाशन बंद हो गया। पत्रकारिता का अर्थ (Meaning of Journalism in Hindi)पत्रकारिता (Journalism) मुख्य रूप से समाचार पत्र (News-Paper) से संबंधित है। समाचार (NEWS) शब्द के चार अक्षरों का उपयोग चारों दिशाओं में समाचार को संदर्भित करने के लिए किया जाता है।
खबर शब्द सूचना के अर्थ में ही ‘फारसी‘ में समाचार को इंगित (Indicated) करती है। ‘खबर‘ का बहुवचन ‘अखबार‘ बहुत सारी दिशाओं की सूचना का संकलन (Collection) है। दैनिक जीवन और समाज के बदलते रूपों और उसमें होने वाली घटनाओं की जानकारी ‘अखबार‘ (News-Paper) से प्राप्त की जाती है। अखबार वर्तमान के साथ-साथ भविष्य की घटनाओं के बारे में भी जानकारी दर्शाता है। एक विद्वान ने कहा है कि- समाचार एक असाधारण घटना की तत्काल जानकारी को संदर्भित करता है जिसके बारे में लोग पहले से कुछ भी नहीं जानते हैं, लेकिन जिसे तुरन्त ही जानने की ज्यादा से ज्यादा लोगों में रुचि हो। वह समाचार कहलाता है। “सार रूप में देखा जाए तो समाचार-पत्र वह है। जिसमें समाज और मनुष्य के जीवन के एक बड़े भाग का लेखा-जोखा हो, जो किसी स्थान विशेष से नियत अवधि और मूल्य में प्रकाशित हो। इसके विषय समाचार, राजनीति, साहित्य, खेल, वाणिज्य, बच्चे, महिलाएं, कृषि व समाज आदि होते हैं।” उपर्युक्त समग्र रूपों का मिला-जुला संग्रह पत्रकारिता है।
पत्रकारिता की परिभाषा (Definition of Journalism in Hindi)
पत्रकारिता के प्रकार (Types of Journalism in Hindi)आज पत्रकारिता केवल समाचार पत्रों तक सीमित नहीं है बदलते समय के साथ, इसका विस्तार जनसंचार के नए और आधुनिक क्षेत्रों में हुआ है। आज, देश की विभिन्न समस्याएं, समाज और मनुष्य की प्रगति, विकास योजनाएं (Development Plannings), आदि के लिए पत्रकारिता प्रभावी हो रही है। उसी के अनुरूप पत्रकारिता के रुझान एवं प्रकारों में भी बदलाव आया है। 21वीं – सदी की चुनौती के अनुरूप कुछ प्रभावी रूप निम्नलिखित प्रकार से हैं –
ये भी पढ़े- जनसंपर्क क्या है? (What is Public Relations in Hindi) – पूरी जानकारी हिंदी में। पत्रकारिता का स्वरूप (Nature of Journalism in Hindi)हिंदी पत्रकारिता की शुरुआत ही ‘राष्ट्रीय चेतना‘, लोक कल्याण और समाज-सुधार के उद्देश्य से हुई थी। इसमें सम्पादक-प्रकाशक की व्यक्तिगत लाभ-हानि के बजाय, स्वार्थ, आत्मकेन्द्रण आदि के बजाए राष्ट्रीय व सामाजिक दायित्वों की पूर्ति ही एक महान उद्देश्य था। पत्रकारिता को तीन उद्देश्यों के लिए बनाया गया है।
वस्तुतः पत्रकारिता का स्वरूप भी यही है। पत्रकार के लिए पत्रकारिता लगातार एक चुनौती बनी रहती है। उसे लगातार देश व समाज पर निगाह रखनी होती है। कई मुद्दों पर उसे स्वस्थ उद्देश्यों के लिए जूझना होता है। यदि हम इस स्वरूप को देखें तो निष्कर्ष इस प्रकार होंगे।
पत्रकारिता के क्षेत्र (Fields of Journalism in Hindi)पत्रकारिता का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा समाचार-पत्र हैं। स्वतन्त्रता के पूर्व से लेकर वर्तमान तक मुद्रित शब्दों की शक्ति ने इसका स्वरूप सिद्ध कर दिया है। आजादी के बाद निरन्तर विकास और बढ़ती सुविधाओं ने समाचार-पत्रों के साथ अनेक पत्र-पत्रिकाओं के विकास को भी गति दी है। आज सरकारी, निजी, साझेदारी में समाचार पत्र के स्वामित्व का प्रतिशत इस प्रकार है। पत्रकारिता के क्षेत्र में कैमरा, फोटोग्राफी, फोटो पत्रकारिता आदि की जानकारी होनी आवश्यक है। Fields of Journalism in Hindi
पत्रकारिता के सिद्धांत (Principle of Journalism in Hindi)
ये भी पढ़े – फोटोग्राफी में करियर कैसे बनाये? (Career in Photography in Hindi) पत्रकारिता का दायित्व (Ptrkrita Ka Daitv Kya Hai)
पत्रकारिता का उद्देश्य (Purpose of Journalism in Hindi)पत्रकारिता का उद्देश्य – समाचार संचार का वह हिस्सा है जो हमें बाहर की दुनिया में बदलती घटनाओं, मुद्दों और चरित्रों से अवगत कराता है। हालांकि यह दिलचस्प या मनोरंजक भी हो सकता है। समाचार का सबसे महत्वपूर्ण मूल्य सूचना को सशक्त बनाने के लिए एक उपयोगिता के रूप में है। इस प्रकार पत्रकारिता का उद्देश्य नागरिकों को उनके जीवन, उनके समुदायों, उनके समाजों और उनकी सरकारों के बारे में सर्वोत्तम संभव निर्णय लेने के लिए आवश्यक जानकारी प्रदान करना है। यह कहना लगभग असंभव है कि पत्रकारिता का एकमात्र उद्देश्य है। यह सुनिश्चित करना समाज को अच्छी तरह से सूचित करता है और उन्हें विश्वसनीय जानकारी प्रदान करना अविश्वसनीय रूप से महत्वपूर्ण है। बिना पक्षपात किए या पक्ष लेते हुए, स्रोत पर सही, सटीक समाचार पहुंचाना भी एक पत्रकार का कर्तव्य है। पत्रकारिता का उद्देश्य इस प्रकार है। पत्रकारिता का महत्व (Importance of Journalism in Hindi)विकासशील देश में समाज के सम्मुख अनेकानेक समस्याएं आती हैं और स्वस्थ समाज की दिशा में अग्रसर रहने के लिए उन समस्याओं का उचित निवारण करना आवश्यक होता है। ऐसे में आवश्यकता इस बात की है कि पत्रकारिता उस ‘मिशन‘ को सफल बनाए। भारत भी वर्तमान में आतंकवाद जैसी गंभीर समस्या से जूझ रहा है। भारत-पाकिस्तान के मध्य हालात बार-बार युद्ध जैसे बनते रहते हैं। ऐसे में यह आवश्यक हो जाता है कि पत्रकार जनता के सामने इन परिस्थितियों से मुक्ति पाने की सही राह बताएं। भारतीय-पत्रकारिता का महत्त्व इसी तथ्य से उजागर हो जाता है कि हमारे पत्रकारों ने किसी भी आपदा के समय पूरे समाज को देशहित में सदैव संगठित किया है व उसके मनोबल को उच्च बनाए रखा है। यही कारण है कि देश आतंकवाद जैसी समस्याओं को चुनौती देता रहा है। हालांकि उसे अपने प्राणों तक को जोखिम में डालना पड़ता है, हर क्षण खतरे के साए में रहना होता है पर विपत्तियां उसके मनोबल को तोड़ नहीं पातीं बल्कि हर विपत्ति उसे भविष्य के प्रति पत्रकारिता निर्भीक पत्रकार के लिए एक चुनौती है। उसे राष्ट्र की नब्ज पर लगातार अंगुली रखनी होती है। संक्षेप में पत्रकारिता के महत्व को समझ सकते हैं।
इन्हें भी देखे-
निष्कर्ष (Conclusion)“पत्रकारिता क्या है? (What is Journalism in Hindi)” पत्रकारिता महज एक पेशा नहीं है बल्कि वह एक जागरूक समाज और व्यक्ति की पहचान है। पत्रकार का दायित्व बहुत विस्तृत है। समाज के लिए कार्यपालिका, विधायिका और न्यायपालिका जिस तरह आधारभूत स्तम्भ है। उसी तरह पत्रकारिता वह मचान है जहां से समाज की हर घटना का आकलन कर उसे सम्भावित नुकसान से बचाया जा सकता है। भारत जैसे देश के लिए तो पत्रकारिता का स्तर और भी व्यापक हो उठता है। “पत्रकारिता क्या है? (What is Journalism in Hindi)” यह पत्रकारिता ही है। जिसने भारत की आजादी में जनचेतना का मार्ग प्रशस्त किया था। संक्षेप में हम कह सकते हैं कि प्रकाशन-लेखन-प्रसारण की त्रिवेणी ही पत्रकारिता-व्यवसाय है। पत्रकारिता जन संवेदना का एकमात्र प्रभावी जनसंचार माध्यम है। “पत्रकारिता क्या है?” पत्रकारिता अभिव्यक्ति, आदर्श कला, अच्छे व्यवसाय और मानव चेतना को उत्तेजित करने का संपूर्ण विज्ञान है। युगबोध या युग चेतना के प्रमुख तत्वों के साथ, पत्रकारिता मानवता के विकास और विचार के लिए राजमार्ग है। जिसके कारण सार्वजनिक जीवन में पल-पल हलचल होती रहती है। “पत्रकारिता क्या है? (What is Journalism in Hindi)” समाज, संस्कृति, साहित्य, दर्शन, विज्ञान, और प्रौद्योगिकी के व्यापक प्रसार के कारण, मानव संघर्ष, क्रांति से प्रभावित जीवन-सागर में जीवन के ज्वार का रास्ता दिखाने के लिए पत्रकारिता बहुत महत्वपूर्ण हो गई है। जनता, समाज, राष्ट्र और विश्व को गरीबी का भूगोल, पूँजीपतियों का अर्थशास्त्र और नेताओं का समाजशास्त्र पढ़ाने में पत्रकारिता ही सक्षम है। इस जीवंत विद्या से जन-जन के दुःख-सुख, आशा-आकांक्षा को मुखरित किया जाता है। मुझे उम्मीद है की “पत्रकारिता क्या है? (What is Journalism in Hindi)” पर यह पोस्ट आपको पसंद आया होगा। अगर आपको “पत्रकारिता क्या है? (What is Journalism in Hindi)” पर पोस्ट अच्छा लगा तो अपने दोस्तों और सोसल मीडिया पर शेयर जरुर करे। सबसे बड़ी बात आपको “पत्रकारिता क्या है? (What is Journalism in Hindi)” में को समझने में कोई भी समस्या हो रही है तो आप हमें अपने सवालों को कमेंट करें। हमारी टीम आपके सवालों का जवाब जल्द से जल्द देगी। |