जयपुरPublished: Dec 24, 2020 10:08:40 pm Show
New Admission Rule: अब पहली कक्षा में प्रवेश लेने के लिए बच्चे की उम्र 6 साल होनी चाहिए। जिस बच्चे की उम्र 1 जून को 6 वर्ष पुरी हो चुकी होगी, उसी को कक्षा 1 में प्रवेश दिया जाएगा।New Admission Rule: गुजरात राज्य सरकार ने फैसला लिया है की अब पहली कक्षा में प्रवेश लेने के लिए बच्चे की उम्र 6 साल होनी चाहिए। फिलहाल इस नियम से वर्तमान में नर्सरी, जूनियर केजी, और सीनियर केजी में पढ़ रहे बच्चों को कोई परेशानी ना हो इसलिए आने वाले 3 सालों के लिए 5 वर्ष तक प्रवेश जबकि 3 वर्ष बाद मात्र 6 वर्ष पूर्ण हुए विद्यार्थियों का ही कक्षा 1 में प्रवेश लिया जा सके ऐसा नियम लागू किया जा रहा है। यह नियम शौक्षणिक वर्ष 2023-24 से लागू होगा। जिस बच्चे की उम्र 1 जून को 6 वर्ष पुरी हो चुकी होगी, उसी को कक्षा 1 में प्रवेश दिया जाएगा। क्या आप भी उम्र से पहले बच्चों को भेज रहे हैं स्कूल?neha seth | टाइम्स ऑफ इंडिया | Updated: 15 Jan 2020, 12:26 pm इंडियन पैरंट्स को इन दिनों बच्चों को स्कूल भेजने की बड़ी जल्दी रहती है और शायद यही वजह है कि महज 4 साल की उम्र के बच्चे क्लास 1 में पहुंच जाते हैं जबकी 1 में पढ़ने वाले बच्चे की न्यूनतम उम्र 6 साल होनी चाहिए। क्या आप भी कर रहे हैं पैरंटिंग से जुड़ी ये गलती?
उम्र कम हो तो बच्चे की ज्ञान संबंधी स्किल्स होती हैं प्रभावित रिपोर्ट्स की मानें तो अगर बच्चे की उम्र अधिक है तो चीजों को सीखने और समझने की उसकी संज्ञानात्मक स्किल्स बेहतर होती है उन बच्चों की तुलना में जो कम उम्र में ही क्लास 1 में पहुंच जाते हैं। खासकर अक्षरों और नंबरों को पहचानने, पढ़ने और याद रखने की क्षमता। रिपोर्ट में यह बात भी बतायी गई है कि जब बहुत कम उम्र के बच्चों को फॉर्मल स्कूल में इनरॉल करा दिया जाता है तो ये भी एक बहुत बड़ी वजह बन जाती है कि वे अपनी पूरी स्कूल लाइफ में अकैडमिक्स के मामले में दूसरे बच्चों से पीछे रह जाते हैं। यूके में 5 और यूएस में 6 है फॉर्मल स्कूल एज बाकी दुनिया के देशों की बात करें तो यूके में फॉर्मल स्कूलिंग शुरू करने की न्यूनतम उम्र 5 साल है जबकी यूएस यानी अमेरिका में 6 साल। आपको बता दें कि फॉर्मल स्कूलिंग के तहत ही प्लेस्कूल और किंडरगार्डन में बताए गए साल भी काउंट होते हैं। दूसरे शब्दों में कहें तो यूके और यूएस दोनों जगहों पर बच्चों को किंडरगार्डन में ऐडमिशन कराने के लिए भी 5 या 6 साल का होना जरूरी है। स्टैनफॉर्ड यूनिवर्सिटी की एक स्टडी की मानें तो अगर बच्चों को थोड़े अधिक उम्र में स्कूल में इनरॉल कराया जाता है तो इससे उनकी अकैडमिक अचीवमेंट बेहतर होती है और क्राइम तरफ रुचि भी घटती है। पढ़ाई में 'नाकाम' थे दुनिया के ये सफल इंसान क्या आप भी उम्र से पहले भेज रहे बच्चे को स्कूल? ASER की रिपोर्ट इस बात को भी हाइलाइट करती है कि कम उम्र में बच्चों को स्कूल भेजने का खामियाजा ये है कि फिलहाल क्लास 1 में पढ़ने वाले 41 प्रतिशत बच्चे सिर्फ नंबर 9 तक ही पहचान पाते हैं। जबकी NCERT की मानें तो क्लास 1 के बच्चों को 99 नंबर तक पहचानना चाहिए। अब आप ही सोचिए कि आप बच्चे को कम उम्र में स्कूल भेजकर उसका भला कर रहे हैं या बुरा? Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म... पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें कक्षा 1 के लिए सही उम्र क्या है?बच्चों के एडमिशन की सही उम्र क्या है? (Child's age)
राइट टू एजुकेशन ऐक्ट 2009 के अनुसार फर्स्ट क्लास में पढ़ने वाले बच्चे की उम्र 6 साल से कम नहीं होनी चाहिए।
मध्य स्तर में कितनी आयु के बच्चों को शामिल किया गया है?प्रवेश के लिए बढ़ाई आयु सीमा
सेंट्रल स्कूलों— केंद्रीय विद्यालयों में प्रवेश के लिए इस बार आयु सीमा बढ़ाई गई है। अब इन स्कूलों में प्रवेश के लिए छह साल की उम्र जरूरी कर दी गई है. इन स्कूलों में कक्षा 1 से लेकर कक्षा 9 तक के लिए एडमिशन की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
4 साल के बच्चे को क्या क्या पढ़ना चाहिए?चार साल की उम्र में, बच्चे कई तरह से अपनी भावनाओं को व्यक्त करना सीख जाते हैं।. फोम मोज़ेक अपने बच्चे को कुछ ऐब्स्ट्रैक्ट आर्ट सिखाएं। ... . प्रिंटिंग बास्केट ... . पेपर वीविंग ... . माइक्रोवेव पफी पेंट ... . सर्कल पेंटिंग. |