प्रश्न 246. विद्युत मोटर का नामांकित आरेख खींचिए। इसका सिद्धांत तथा कार्यविधि स्पष्ट कीजिए। विद्युत मोटर में विभक्त वलय का क्या महत्त्व है? Show
उत्तर-सिद्धांत- विद्युत मोटर विद्युत धारा के चुम्बकीय प्रभाव के सिद्धान्त पर कार्य करती है। जब धारावाही चालक को चुंबकीय क्षेत्र में रखा जाता है तो उस पर एक बल आरोपित होता है। इस बल की मदद से विद्युत ऊर्जा यांत्रिक ऊर्जा में परिवर्तित हो जाती है। कार्यविधि- (i) जब आर्मेचर से विद्युत धारा प्रवाहित होती है तो आर्मेचर पर चुंबकीय क्षेत्र में बल आरोपित होता है। (ii) चूँकि आर्मेचर के दोनों सिरों AB एवं CD में धारा की दिशा विपरीत होती है। अत: दोनों ही भुजाओं पर आरोपित बल बराबर किंतु विपरीत दिशा में कार्यरत रहेंगे। इस प्रकार बलयुग्म का निर्माण होता है। (iii) यह बलयुग्म आमेचर में एक निश्चित दिशा में घूर्णन उत्पन्न करता है। (iv) C1 एवं C2 विभक्त वलय आमेचर के साथ गति करते हैं तथा प्रत्येक अर्द्ध घूर्णन के पश्चात् इनका सम्पर्क B1 एवं B2 से क्रमशः होता रहता है जिसके कारण AB एवं CD भुजाओं में धारा की दिशा ज्यों की त्यों बनी रहती है। B1 एवं B2 को कॉमटेटर या सम्पर्क ब्रुश कहते हैं। इसकी मदद से C1 एवं C2 द्वारा विद्युत धारा आर्मेचर में प्रवाहित होती रहती है। नमस्कार दोस्तों, आज के इस लेख में हम आपको, इलेक्ट्रिक मोटर क्या होती है, ओर “इलेक्ट्रिक मोटर के कार्य” करने का “वर्किंग प्रिंसिपल” बताने वाले हैं कि इलेक्ट्रिक मोटर कैसे काम करती है उसके पीछे कौन सा “सिद्धांत” काम करता है तो अगर आप “इलेक्ट्रिक मोटर का वर्किंग प्रिंसिपल” के बारे में जानना चाहते हैं तो इस लेख को लास्ट तक जरूर पड़े तो चलिए शुरू करते हैं। विद्युत मोटर क्या है? | vidyut motor kya haiविद्युत मोटर एक ऐसी मशीन होती है, जो विद्युत ऊर्जा को यांत्रिक ऊर्जा में बदल देती है। अर्थात जब हम किसी मोटर पर विद्युत सप्लाई देते हैं तो मोटर घूमने लगती है और मोटर में यांत्रिक बल उत्पन्न हो जाता है और इस बल का इस्तेमाल बहुत बड़े पैमाने पर किया जाता है। Table of Contents
आज के समय में विश्व में विद्युत मोटर का सबसे ज्यादा इस्तेमाल इलेक्ट्रिक वाहन में उपयोग हो रहा है जिसकी वजह से गाड़ियों के पहिए घूमते होते हैं और आपको यात्रिक ऊर्जा मिल जाती है। विद्युत मोटर का सिद्धांत क्या है? | vidyut motor ka siddhantजब किसी कुंडली को चुंबकीय क्षेत्र में रखकर उसमें धारा प्रवाहित की जाती है। तो कुंडली पर एक बल युग्म कार्य करने लगता है, जो कुंडली को उसकी अक्ष पर घूमने के लिए स्वतंत्र हो तो वह घूमने लगती हैं। चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये। विद्युत मोटर जो है वाक्य माइकल फैराडे के सिद्धांत पर काम करता है जो कि इलेक्ट्रोमैगनेटिज्म कहते हैं जिसमें की मैग्नेटिक फील्ड के अंदर किसी कोयल को घुमाते हैं तो उसमें जो है उर्जा बनती है इसका उल्टा जो होता है यह डायनेमो होता है तो उल्टा होता है क्या करें आप किसी कॉल को भी विद्युत मैग्नेटिक फील्ड हुए चुंबकीय फील्ड के अंदर अगर अब बिजली पास करते हैं तो मुझे अपने आप घूमने लगते हैं vidyut motor jo hai vakya michael Faraday ke siddhant par kaam karta hai jo ki ilektromaignetijm kehte hai jisme ki magnetic field ke andar kisi koyal ko ghumate hai toh usme jo hai urja BA nti hai iska ulta jo hota hai yah dynamo hota hai toh ulta hota hai kya kare aap kisi call ko bhi vidhyut magnetic field hue chumbakiye field ke andar agar ab bijli paas karte hai toh mujhe apne aap ghoomne lagte hain Solution : विद्युत मोटर- ऐसी युक्ति है जो विद्युत ऊर्जा को यांत्रिक ऊर्जा में रूपांतरित कर देती है। कार्य-प्रणाली- जब कुंडली में विद्युत धारा प्रवाहित करते हैं तो फ्लेमिंग के बायें हाथ के नियम से कुंडली की भुजाओं AB तथा CD पर बराबर परन्तु विपरीत बल कार्य करता है, जो एक बल युग्म बनाते हैं। ये बल युग्म कुंडली के एक भाग (CD भुजा) को ऊपर की ओर और दूसरा भाग (AB भुजा) को नीचे की ओर धकेलता है। इसके द्वारा उत्पन्न बल आघूर्ण कुंडली को घुमाता है। आधे चक्कर में `B_1` के बुश का x से और `V_2` के ब्रुश का Y से संपर्क हो जाता हैं। अतः धारा की दिशा बदल जाती हैं तथा लगने वाले बलों के कारण कुंडली दूसरा आधा चक्कर भी पूरा करती है। इस तरह से यह क्रिया बारम्बार दुहराई जाती है और कुंडली विद्युत धारा प्रवाहित होने तक घूमती रहती है। फलतः कुंडली से जुड़ा साफ्ट भी घूमता है। विभक्त वलय का महत्व-विद्युत मोटर में विभक्त वलय दिक परिवर्तक का कार्य करता है। विद्युत मोटर क्या है इसका सिद्धांत और कार्य लिखिए?विद्युत मोटर (electric motor) एक विद्युतयांत्रिक मशीन है जो विद्युत ऊर्जा को यांत्रिक ऊर्जा में बदलती है; अर्थात इसे उपयुक्त विद्युत स्रोत से जोड़ने पर यह घूमने लगती है जिससे इससे जुड़ी मशीन या यन्त्र भी घूमने लगती है। अर्थात यह विद्युत जनित्र का उल्टा काम करती है जो यांत्रिक ऊर्जा लेकर विद्युत उर्जा पैदा करता है।
विद्युत मोटर का सिद्धांत क्या है ?`?भौतिक शास्त्र के अनुसार विद्युत मोटर का सिद्धांत यह है कि जब किसी कुंडली को चुंबकीय क्षेत्र में रखा कर उसमे धारा प्रवाहित की जाती है, तो उस कुंडली पर एक बल काम करना शुरू करता है। जो उसे लगातार घूमती है। इस तरह मोटर के द्वारा विद्युत ऊर्जा के द्वारा यांत्रिक ऊर्जा या गतिक ऊर्जा में बदलती है।
विद्युत मोटर क्या है इसके सिद्धांत और क्रिया विधि का सचित्र वर्णन करें?उत्तर-सिद्धांत- विद्युत मोटर विद्युत धारा के चुम्बकीय प्रभाव के सिद्धान्त पर कार्य करती है। जब धारावाही चालक को चुंबकीय क्षेत्र में रखा जाता है तो उस पर एक बल आरोपित होता है। इस बल की मदद से विद्युत ऊर्जा यांत्रिक ऊर्जा में परिवर्तित हो जाती है।
विद्युत जनित्र कौन से सिद्धांत पर कार्य करता है?विद्युत जनित्र (इलेक्ट्रिक जनरेटर) एक ऐसी युक्ति है जो यांत्रिक उर्जा को विद्युत उर्जा में बदलने के काम आती है। इसके लिये यह प्रायः माईकल फैराडे के विद्युतचुम्बकीय प्रेरण (Electromagnetic Induction) के सिद्धान्त का प्रयोग करती है। विद्युत मोटर, इसके विपरीत विद्युत उर्जा को यांत्रिक उर्जा में बदलने का कार्य करती है।
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