दुर्बल को क्यों नहीं सताना चाहिए - durbal ko kyon nahin sataana chaahie

#दुर्लभ सत्य #दुर्बल को न सताइए, जाकि मोटी हाय । बिना जीव की साँस सों, लोह भस्म हो जाय ॥ कमजोर को कभी नहीं सताना चाहिए जिसकी हाय बहुत बड़ी होती है जैसा आपने देखा होगा बिना जीव (प्राणहीन) की धौंकनी (आग को हवा देने वाला पंखा) की साँस से लोहा भी भस्म हो जाता है ।