दूर दृष्टि दोष क्या है इसका निवारण किस प्रकार किया जा सकता है? - door drshti dosh kya hai isaka nivaaran kis prakaar kiya ja sakata hai?

हेलो दोस्तों मेरा प्रश्न है दूर दृष्टि दोष किसे कहते हैं इस दोष का निवारण किस प्रकार किया जाता है चित्र चित्र समझाइए ठीक है या चित्र में देख सकते हैं चित्र भी और सीएसटी के चित्र जो है यह हमारा स्वस्थ मानव नेत्र का प्रतिबिंब मरने का यह चित्र ठीक है हमारा स्वस्थ मानव नेत्र होता है मानव नेत्र ठीक है और हम जानते कि जो स्वस्थ मानव नेत्र नेत्र में जो प्रतिबिंब का निर्माण होता है वह कहां होता है रेटीना पर ठीक है और चित्र में यहां पर इतना ठीक है और यह हमारा नेत्र लेंस है ठीक है तू जब कोई भी वस्तु से जो समांतर खेलने आती है ठीक है वह क्या होती है पहले नेत्र लेंस से अपवर्तन के फल स्वरुप कहां होती है रेटिना पर फॉक्सित होती है जहां पर क्या होता है प्रतिबिंब का निर्माण होता है ठीक है सुबह होती है स्वस्थ मानव नेत्र की प्रकृति

ठीक है अब हम बात करते हैं कि जिस आंख में क्या है दूर दृष्टि दोष है तू क्या होता है कि अगर मान लीजिए चित्र भी मैं ठीक है यह दूर दृष्टि दोष से पीड़ित है आंखें ठीक है इससे क्या होता है कि जो भी गिरने आती है ठीक है वस्तु से जो भी कि नहीं आती है वह नेत्र लेंस से अपवर्तन के फल स्वरुप कहां फॉक्सित होती है रेटीना से पीछे रेटीना के पीछे फॉक्सित हो जाती है ठीक है जैसा कि हम चित्र में देखना है कि यहां पर विकसित हो जाती है जी बन्ना यहां चाहिए ठीक है लेकिन वह क्या हो जाती है रेटिना के पीछे फॉक्सित हो जाती है जहां पर फॉक्सित होने के फलस्वरूप क्या हो जाता है वहां पर प्रतिबिंब का निर्माण होता है ठीक है इससे जो होती है जो निकट बिंदु जो होती है उस इसके कारण क्या होता है कि जो वस्तु जो निकट में होती है ठीक है वह स्पष्ट रूप से नहीं दिखाई देती है

निकट की वस्तु स्पष्ट रूप से नहीं दिखाई देती है नहीं दिखाई देती है ठीक है तो वैसा दोस्त ठीक है वैसा दोस्त जिसमें जिसमें दूर की वस्तु को देख सकते हैं ठीक है लेकिन निकट की वस्तु को देखने में परेशानी हूं ठीक है वैसे तो उसको मुझ को क्या कहते हैं दूध दूर दृष्टि दोष कहते हैं ठीक है अब इसका अगर हम निवारण की बात करें ठीक है तो यह चित्र सी में हम लोग क्या देखेंगे इसका निवारण तो इसका निवारण हम लोग उत्तल लेंस उत्तल लेंस लगाकर के करते ठीक है उत्तल लेंस का चश्मा का प्रयोग करके हम करते हैं यह क्या करती है उत्तर दें जैसा कि हम जानते हैं कि पुलिस की प्रकृति क्या होती है कि यह कोई भी जो भी समांतर किरणें आती है उसे यह क्या करती है अभी साबित करती है मतलब एक बिंदु पर इसे फॉक्सित करती है तो जैसे कि यह समांतर किरणें आती

तो पहला अपवर्तन किसे हो जाता है उतरने से ठीक है और उत्तल लेंस उसे क्या करती है नेत्र लेंस से उतरने से अभी सहित करके नेत्र लेंस पर वह खेलने जाती है ठीक है फिर नेत्र लेंस की प्रकृति क्या होती है यह भी उत्तल लेंस की तरह होती है तो फिर किस के नेत्र लेंस की आवर्धन के फल स्वरुप या क्या होती है रेटिना पर स्थित होती है रेटिना पर स्थित होती है ठीक है रेटिना पर फॉक्सित होने के फलस्वरूप प्रतिबिंबाम कहां बनने लगता है रेटिना पर बनने लगता है और इसे क्या होती है निकट निकट की वस्तु को भी वह स्पष्ट रूप से देख पाता है ठीक है तो यहां पर में प्रश्न पूछ रहा था कि इसका निवारण किसके द्वारा किया जाता है तो उसका निवारण उत्तल लेंस लगा करके किया जाता है ठीक है चश्मे में उत्तल लेंस का प्रयोग करके किया जाता है तो यह होती हमारे दूरदृष्टि और उसका निवारण धन्यवाद

Solution : दूर-दृष्टि दोष (Long Sightedness) इस दोष के व्यक्ति को दूर की वस्तुएँ तो स्पष्ट दिखाई देती हैं परंतु समीप की वस्तुएँ स्पष्ट दिखाई नहीं देती हैं। इसका कारण यह है कि समीप की वस्तुओं का प्रतिबिंब रेटिना के पीछे बनता है जैसा कि चित्र में दिखाया गया है। <br> <img src="https://doubtnut-static.s.llnwi.net/static/physics_images/KP_HIN_MHM_TYS_PHY_X_C03_E01_072_S01.png" width="80%"> <br> दूर दृष्टि दोष के कारण - <br> (i) नेत्र गोलक का छोटा होना। (ii) आँख के क्रिस्टलीय लेंस का पतन होना या इनकी फोकस दूरी का अधिक हो जाना। बच्चों में यह रोग प्रायः नेत्र गोलक के छोटा होने के कारण होता है। <br> दूर दृष्टि दोष को दूर करना- इस दोष को दूर करने के लिए उत्तल लेंस (Convex Lens) का प्रयोग किया जाता है। इस लेंस के प्रयोग से निकट बिंदु से आने वाली प्रकाश किरणें किसी दूर के बिंदु से आती हुई प्रतीत होती हैं तथा समीप पड़ी वस्तुएँ स्पष्ट दिखाई देने लगती हैं। <br> <img src="https://doubtnut-static.s.llnwi.net/static/physics_images/KP_HIN_MHM_TYS_PHY_X_C03_E01_072_S02.png" width="80%">

विज्ञान

प्रश्न 22 : दूर दृष्टि दोष किसे कहते है? इसका कारण लिखिए। नामांकित किरण आरेख द्वारा समझाइये कि इसका निवारण कैसे किया जाता है।

उत्तरः दूर दृष्टि दोषः- जब मनुष्य को दूर की वस्तुएँ तो स्पष्ट दिखाई देती है परंतु पास की वस्तुए स्पष्ट नहीं दिखाई देती इसे दूर दृष्टि दोष कहते है।
दूर दृष्टि दोष के कारणः यह रोग निम्न में से एक कारण से हो सकता है।
(1) लेंस से रेटिना की दूरी कम हो जाए अर्थात् नेत्र के गोले की त्रिज्या कम हो जाए।
(2) लेंस के पृष्ठो की वक्रता कम हो अर्थात् लेंस पतला हो जाए जिससे उसकी फोकस दूरी बढ़ जाए।
दूर दृष्टि दोष का निवारणः

दूर दृष्टि दोष क्या है इसका निवारण किस प्रकार किया जा सकता है? - door drshti dosh kya hai isaka nivaaran kis prakaar kiya ja sakata hai?

निवारणः- इस दोष में लेंस की फोकस दूरी अधिक हो जाती है। जिससे लेंस की अभिसारी क्षमता कम हो जाती है। अतः इस दोष के निवारण के लिए ऐसा लेंस प्रयुक्त करना चाहिए जो नेत्र की अभिसारी क्षमता को बढ़ा दे अर्थात् उत्तल लेंस प्रयुक्त किया जाता है।


MP BOARD CLASS 10 science notes

दूर दृष्टि दोष क्या है इसका निवारण किस प्रकार किया जाता है?

आँखों के चक्षु लेंस के फोकस दूरी के अधिक हो जाने या नेत्र लेंस के छोटे हो जाने के कारण यह दोष उत्पन्न होता है। पूरी कोशिश करने पर भी आँखें इस फोकस दूरी को कम नहीं कर पातीं। इस दोष का संशोधन आँखों के आगे उत्तल लेंस युक्त चश्मे के प्रयोग से किया जाता है।

दूर दृष्टिदोष क्या है इसे कैसे सुधार किया जा सकता है?

दूरदृष्टि-दोष को चश्मे या कॉन्टैक्ट लेंस से सुधारा जा सकता है जो आँखों में जाते समय प्रकाश किरणों के मुड़ने का तरीका बदल देते हैं। यदि आपके चश्मे या कॉन्टैक्ट लेंस के प्रिसक्रिप्शन की शुरुआत धनात्मक संख्याओं से होती है, जैसे +2.50, तो आपको दूरदृष्टि-दोष है।

दूर दृष्टि दोष से क्या तात्पर्य है इसका निवारण किस प्रकार किया जा सकता है ?` Doubtnut com?

(2) अभिनेत्र लेंस की फोकस दूरी का कम हो जाना। <br> दूर-दृष्टि दोष को दूर करना-इस दोष को दूर करने के लिए उत्तल लेंस का प्रयोग किया जाता है। इस लेंस के प्रयोग से निकट बिंदु से आने वाली प्रकाश किरणें किसी दूर के बिंदु से आती हुई प्रतीत होती हैं तथा निकट पड़ी वस्तुएँ स्पष्ट दिखाई देने लगती हैं।

निकट दृष्टि दोष क्या होता है इसका निवारण कैसे होता है?

निकट-दृष्टि दोष का निवारण उपयुक्त फोकस दूरी वाले अवतल लेंस से युक्त चश्में के प्रयोग से निकट-दृष्टि को सुधारा जाता है। इससे दूर की चीजें भी स्पष्ट दिखने लगती हैं। जब नेत्र की गोलकता बढ़ जाती है तो उसका फोकस कम हो जाता है जिससे वस्तुएँ दृष्टि पटल पर न बनकर उससे पहले ही बन जाता हैं। जिससे वस्तुएँ धुंधली दिखाई देती हैं।