Show सेब का सिरका एक ऐसा उपाय है, जिसे आप आसानी से आजमाकर बर्निंग फ़ीट सिंड्रोम और पैर में होने वाले फंगल इंफेक्शन को कम कर सकते हैं। हालांकि इस पर अभी तक ऐसी कोई रिसर्च नहीं हुई है जो इस बात की पुष्टि करती हो, कि सेब का सिरका बर्निंग फ़ीट सिंड्रोम से राहत दिलाता हो। लेकिन सदियों से ही पैरों से जुड़ी समस्या को दूर करने के लिए सेब का सिरका उपयोग होता आया है। पैरों से जुड़े संक्रमण दूर करने के लिए लोग अक्सर सेब के सिरके से पांवों को धोते या नहाते हैं। इसकी खास बात यह है कि सेब का सिरका आपको आसानी से कहीं भी मिल जाता है। इसके अंदर मौजूद गुण न केवल पैरों में होने वाली जलन और दर्द का उपचार करते
हैं। बल्कि यह आपके पीएच स्तर को भी सुधारता है। ऐसे में पैरों की जलन में आप सेब के सिरके का उपयोग कर सकते हैं। ठंडे पानी का उपयोगअगर आपको अपने पैरों में जलन या बर्निंग सेंसेशन हो तो आप इसके लिए ठंडे पानी का उपयोग कर सकते हैं। इसके लिए आपको केवल अपने पैरों को ठंडे पानी में डालकर रखना होगा। ऐसा करने से अस्थायी रूप से ही सही पर आपको जलन से राहत मिलेगी। इस उपाय को रात के समय आजमाना
ज्यादा फायदेमंद होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि रात के समय ही यह जलन और दर्द बढ़ने लगता है। इस स्थिति में अगर कोई व्यक्ति सोने से पहले ठंडे पानी में एप्सम सॉल्ट डालकर पैरों को कुछ देर पानी में रखे तो दर्द और जलन कम हो सकती है। इसके अलावा आपको गर्म पानी और किसी तरह की क्रीम लगाने से भी बचना चाहिए। क्रीम या अन्य उत्पादों का उपयोग केवल डॉक्टर की सलाह के बाद ही करें। फिश ऑयलफिश ऑयल का उपयोग बहुत सी चीजों के लिए किया जाता है। इसके उपयोग से सेहत को कई तरह के लाभ होते हैं। वहीं अगर आपको बर्निंग फ़ीट सिंड्रोम की समस्या है और उसकी वजह डायबिटीज है तो फिश ऑयल के जरिए इसे ठीक करना आसान हो सकता है। हाल ही में हुई एक रिसर्च भी बताती है कि अगर फिश ऑयल का उपयोग किया जाए तो इससे दर्द को कम किया जा सकता है। साथ ही डायबिटीज के कारण होने वाली न्यूरोपैथी को भी रिवर्स किया जा सकता है। फिश ऑयल की खास बात यह है कि ये आसानी से बाजार में मिल सकता है। वहीं इसके 2400 से 2500 एमजी तक का सेवन किया जा सकता है। इसके अंदर मौजूद ओमेगा 3 कई तरह के दर्द और समस्याओं से आपकी राहत दिलाने में मदद करता है। गठिया के मरीज बनाएं बींस-बैंगन और दही से दूरी, खून में यूरिक एसिड बढ़ाती हैं ये चीजें हल्दी का उपयोगहल्दी एक ऐसा मसाला या औषधि है जो लगभग हर घर के अंदर मिल जाती है। इसका उपयोग सदियों से व्यंजन बनाने और चोट को जल्दी हील करने में किया जाता है। वहीं यह बर्निंग फीट सिंड्रोम से भी आपको राहत दिला सकता है। इसके लिए आपको केवल छोटा सा कार्य करना होगा, आपको नारियल तेल के अंदर हल्दी मिलाकर इसके पेस्ट को पैरों पर लगाना होगा। इसके जरिए आपको दर्द है और पैरों में होने वाली जलन से राहत मिल जाएगी। वहीं अगर आप चाहें तो आप दूध के अंदर भी हल्दी डालकर पी सकते हैं। इसके सेहत पर अन्य भी कई लाभ देखने को मिलते हैं। इसके जरिए स्किन को भी फायदा होता है और फंगल इंफेक्शन भी नहीं होता। एप्सम सॉल्टएप्सम सॉल्ट ऐसा खनिज यौगिक है जो मैग्नीशियम सल्फेट के क्रिस्टल से प्राप्त होता है। इसका उपयोग सदियों से पैरों के दर्द को दूर करने के लिए किया जा रहा है। बर्निंग फीट के दौरान महज ठंडे पानी के अंदर इसे डालना होता है, एवं इसी ठंडे पानी में पैरों को 15 से 20 मिनट रखकर आपको दर्द से राहत दिलाता है। इसके अलावा एप्सम सॉल्ट की खास बात यह है कि ये आसानी से कहीं भी मिल जाता है। साथ ही यह दर्द दूर करने के लिए अलावा पैरों में होने वाली सूजन और बदबू को भी ठीक कर सकता है। लेकिन अगर आपको डायबिटीज की समस्या है तो आप इसका उपयोग केवल डॉक्टर की सलाह पर ही करें। पानी में नमक मिलाकर नहाने से दूर होंगी ये बीमारियां, जानिए इसके अनगिनत फायदे मालिश से मिलेगा आरामआज से नहीं बल्कि सदियों से ही बहुत से दर्द और समस्याओं का समाधान मालिश के जरिए किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि शरीर के किसी भी अंग की मालिश कराने से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है। वहीं अगर आपको पैरों में बर्निंग सेंसेशन है तो आपके लिए भी पैरों की मालिश एक अच्छा विकल्प हो सकता है। पैरों
की मालिश के जरिए रक्त संचार बेहतर होता है और आपको दर्द से राहत मिलती है। आप मालिश के लिए फिश ऑयल या किसी अन्य ऑयल का उपयोग कर सकते हैं। अगर आप ज्यादा आराम पाना चाहते हैं तो किसी विशेषज्ञ से पैरो की मालिश कराएं। क्योंकि इस दर्द को दूर करने के लिए कुच मेन प्रेशर प्वाइंट का ध्यान रखना होता। इसके जरिए दर्द कम होने लगता है। Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म... पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें पैर के तलवे में दर्द होने के क्या कारण है?वैसे तो पैर के तलवों में जलन के कई कारण होते हैं, जैसे यूरिक एसिड का बढ़ जाना, कैल्शियम या विटामिन बी की कमी. कई बार ये मौसम की वजह से या डायबिटीज के कारण भी होता है. डॉक्टरी भाषा में इसे बर्निंग फीट सिंड्रोम (Burning Feet Syndrome) कहा जाता है.
पैरों के तलवों में अगर दर्द हो तो क्या करें?तलवों में दर्द को दूर करने के उपाय- Pair ke Talwe Mein Dard ka ilaj. ठंडे पानी के बोतल से :- तलवों में दर्द या सूजन की समस्या से परेशान लोगों को प्लास्टिक की बोतल में 1/3 पानी भर कर फ्रीजर में जमने के लिए रखना होगा. ... . एक्यूप्रेशर रोलर :- पैरों के तलवों पर एक्यूप्रेशर रोलर करनें से दर्द से राहत मिलती है.. पैरों में दर्द कौन से विटामिन की कमी से होता है?Vitamin D Deficiency : पैरों में दर्द का कारण विटामिन डी की कमी हो सकती है.. Vitamin D : पैरों में दर्द के कई कारण हो सकते हैं. ... . शरीर में विटामिन डी की पूर्ति के लिए अंडों का सेवन करें. ... . विटामिन डी की पूर्ति के लिए दही का सेवन करें.. रात को सोते समय पैरों में दर्द क्यों होता है?इसमें पैरों और अन्य अंगों में भी दर्द होता है. कई बार अंगों पर दबाव या बहुत श्रम की वजह से ये स्थिति पैदा हो जाती है. रात में अक्सर एंटी-इंफ्लेमेटरी हार्मोन कार्टिसोल के लो हो जाने की वजह से दर्द भयावह हो जाता है. आपके टखने की नसों पर दबाव पड़ रहा है तो ये टार्सल टनल सिंड्रोम का कारण बन सकता है.
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