शरणार्थी से आप क्या समझते है? - sharanaarthee se aap kya samajhate hai?

दरअसल भारत में रिफ्यूजीज से जुड़ा कोई कानून नहीं है न ही कोई नीति है. एक अनुमान के मुताबिक इस वक़्त भारत में 3 लाख रिफ्यूजी रह रहे हैं. जिन्हें भारत सरकार कभी भी गैर कानूनी प्रवासी करार दे सकती है और फिर विदेशी अधिनियम या पासपोर्ट अधिनियम के तहत उनके खिलाफ कार्रवाई कर सकती है.

अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद देश में हालात बेकाबू हैं. डर के मारे लाखों अफगान नागरिक परिवार के साथ देश छोड़कर भागने की कोशिश में हैं. लोगों को डर है तालिबान राज में आगे अफगानिस्तान में उनकी जिंदगी महफूज नहीं रह जाएगी. वहीं भारत अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा समेत कई दूसरे देश भी अफगान नागरिकों को बाहर निकालने की कोशिश कर रहे हैं.

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दिल्ली में UNHCR यानी कि यूनाइटेड नेशंस हाई कमिश्नर फॉर रिफ्यूजीज के ऑफिस के सामने धरने पर बैठे सैकड़ों अफगानी रिफ्यूजी कार्ड की मांग कर रहे हैं. आज के know this video में हम आपको बताएंगे कि Refugees का मतलब क्या है? शरणार्थियों को लेकर भारतीय कानून क्या कहता है? साथ ही बताएंगे कि भारत में नागरिकता प्राप्त करने के क्या नियम हैं?

सबसे पहले जानते हैं कि शरणार्थी किसे कहते हैं?

UNHCR के मुताबिक, शरणार्थी वो होता है जिसे harassment, जंग या हिंसा के कारण अपने देश से भागने के लिए मजबूर किया गया हो और ऐसे में वो किसी दूसरे देश में रहने लगे हों. जिस देश में वो वहां की नागरिकता उन्हें हासिल ना हो और डर की वजह से वो अपने देश लौटने की इच्छा ना रखते हों. ऐसे लोगों को शरणार्थी कहते हैं.

जो लोग दूसरे देशों में आश्रय चाहते हैं उन्हें वहां रहने की वजह साबित करनी होती है. इसके लिए लोग उस देश की सरकार से Asylum के लिए अप्लाई करते हैं. और एप्लीकेशन एक्सेप्ट होने के बाद उन्हें शरणार्थी का दर्जा मिल जाता है.

बता दें कि UNHCR के अनुसार, दुनिया में सबसे ज्यादा शरणार्थी पांच देशों से आते हैं. और {वो देश हैं सीरिया, वेनेजुएला, अफगानिस्तान, दक्षिण सूडान और म्यांमार.

भारतीय में शरणार्थियों को लेकर कानून

दरअसल भारत में रिफ्यूजीज से जुड़ा कोई कानून नहीं है न ही कोई नीति है. एक अनुमान के मुताबिक इस वक़्त भारत में 3 लाख रिफ्यूजी रह रहे हैं. जिन्हें भारत सरकार कभी भी गैर कानूनी प्रवासी करार दे सकती है और फिर विदेशी अधिनियम या पासपोर्ट अधिनियम के तहत उनके खिलाफ कार्रवाई कर सकती है.

बता दें कि हाल ही भारत सरकार ने शरणार्थियों से जुड़ा Citizenship Amendment Act बनाया था लेकिन उसे अभी नोटिफाई नहीं किया गया है. हालांकि इस कानून में धर्म को नागरिकता देने का आधार बनाया गया है.

UNHCR क्या है?

दुनियाभर में शरणार्थियों के हितों की रक्षा के लिए संयुक्त राष्ट्र की एक रिफ्यूजी एजेंसी है जिसका नाम UNHCR है, ये एक international organization है जो रिफ्यूजीज की जिन्दगी बचाने के लिए, उनके अधिकारों की रक्षा करने और उनके बेहतर भविष्य के लिए डेडिकेटेड है.

संयुक्त राष्ट्र की इस एजेंसी की स्थापना वर्ष 1950 में की गई थी और इसका मुख्यालय जिनेवा में है. यूनाइटेड नेशंस कन्वेंशन 1951 के अर्टिकल 2 के पैराग्राफ 1 में रिफ्यूजी की परिभाषा लिखी गयी है. ये परिभाषा शरणार्थी के दर्जे से जुड़े प्रोटोकॉल के तहत दी गई है, जो अंतरराष्ट्रीय शरणार्थी कानून संधि का एक अहम हिस्सा है.

बता दें कि ये संधि अक्टूबर 1967 को लागू की गई थी जिसका भारत हिस्सा नहीं है. मतलब साफ़ है कि भारत रिफ्यूजीस को शरण देने के लिए बाध्य नहीं है, फिर भी [1970 और 1990 के दशकों में भारत में बड़ी तादाद में अफगान शरणार्थी आए. इस वक्त देश में करीब 15,000 अफगान शरणार्थी रहते हैं. ऐसे में कह सकते हैं कि भारत ने एक अच्छे पड़ोसी होने के नाते हजारों की संख्या में अफगान नागरिकों को शरण दी है.

भारत की नागरिकता कैसे मिलती है ?

मिनिस्ट्री ऑफ होम अफेयर्स के अनुसार, Citizenship act 1955 के तहत भारत की नागरिकता चार तरीकों से हासिल की जा सकती है. इसमें भारत का संविधान लागू होने यानी कि 26 जनवरी, 1950 के बाद भारत में जन्मा कोई भी व्यक्ति जन्म से यहां का नागरिक है.

दूसरा प्रावधान वंशानुक्रम या रक्त संबंध के आधार पर नागरिकता देने का है.

भारत की नागरिकता के लिए तीसरा आधार है Registration यानी की पंजीकरण.

जबकि चौथे प्रावधान के तहत कोई भी व्यक्ति नेचुरलाइजेशन यानी देश में रहने के आधार पर भी नागरिकता हासिल कर सकता है. लेकिन इसके लिए उसे नागरिकता अधिनियम की तीसरी अनुसूची की सभी शर्तों को पूरा करना होगा जैसे कि वो पिछळे 12 महीने पहले से भारत में रह रहा हो या भारत सरकार की सेवा में हो, इत्यादि.

इसे सुनेंरोकेंशरणार्थी यानि शरण में उपस्थित असहाय, लाचार, निराश्रय तथा रक्षा चाहने वाले व्यक्ति या उनके समूह को कहते हैं। इस प्रकार वह व्यक्ति विशेष या उनका समूह जो किसी भी कारणवश अपना घरबार या देश छोड़कर अन्यत्र के शरणांगत हो जाता है, वह शरणार्थी कहलाता है।

शरणार्थियों को समस्या क्या थी?

इसे सुनेंरोकेंशरणार्थी समस्या वर्तमान में दुनिया के समक्ष एक गंभीर विषय बनकर उभरा है, जिसका कोई पुख्ता समाधान नहीं दिख रहा। आतंकवाद से संघर्ष कर रहा सीरिया एक देश हो गया है, जहाँ प्रत्येक नागरिक के मन में पलायन का विचार एक बार अवश्य आता है। वर्तमान में शरणार्थियों के समक्ष सबसे बड़ी चुनौती आवास या निवास स्थान की है।

शरणार्थी का क्या मतलब है?

इसे सुनेंरोकेंइसकी परिभाषा में शरणार्थी एक ऐसा व्यक्ति है जो अपने देश की राष्ट्रीयता के बाहर है, और ज़ुल्म के सु-आधारित भय से अपने देश वापस नहीं जा पा रहा। यह ज़ुल्म उनकी जाती, धर्म, राष्ट्रीयता, किसी विशेष सामाजिक समूह की सदस्यता या राजनितिक मत के कारण हो सकता है, और ज़्यादातर युद्ध और हिंसा से सम्बन्धित होता है।

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भारत में कितने शरणार्थी है?

इसे सुनेंरोकेंभारत में लगभग ४० हज़ार रोहिंग्या मुस्लिम विभिन्न शहरों में रह रहे हैं, जिनमे से १७००० के पास सयुंक्त राष्ट्र का शरणार्थी पहचान पत्र है.

प्रत्येक देश इस समस्या के लिए क्या कर रहा है *?

इसे सुनेंरोकेंवायु प्रदूषण, गरीब कचरे का प्रबंधन, बढ़ रही पानी की कमी, गिरते भूजल टेबल, जल प्रदूषण, संरक्षण और वनों की गुणवत्ता, जैव विविधता के नुकसान, और भूमि / मिट्टी का क्षरण प्रमुख पर्यावरणीय मुद्दों में से कुछ भारत की प्रमुख समस्या है। भारत की जनसंख्या वृद्धि पर्यावरण के मुद्दों और अपने संसाधनों के लिए दबाव समस्या बढ़ाते है।

इसे सुनेंरोकेंशरणार्थी यानि शरण में उपस्थित असहाय, लाचार, निराश्रय तथा रक्षा चाहने वाले व्यक्ति या उनके समूह को कहते हैं। इसे अंग्रेजी भाषा में refugee लिखा व सम्बोधित किया जाता है। इस प्रकार वह व्यक्ति विशेष या उनका समूह जो किसी भी कारणवश अपना घरबार या देश छोड़कर अन्यत्र के शरणांगत हो जाता है, वह शरणार्थी कहलाता है।

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सारण आर्थिक समस्या क्या है?

इसे सुनेंरोकेंव्यापार, श्रम और कौशल की कमी के कारण प्रवासियों की संख्या लगातार बढ़ेगी। प्रवासियों की समस्या असाध्य नहीं है। परंतु कोई अकेला देश कुछ नहीं कर सकता। आज लाखों-करोड़ों प्रवासी अपने मूल अधिकारों से वंचित हैं।

शरणार्थी से क्या आशय है?

शरणार्थी यानि शरण में उपस्थित असहाय, लाचार, निराश्रय तथा रक्षा चाहने वाले व्यक्ति या उनके समूह को कहते हैं। इसे अंग्रेजी भाषा में refugee लिखा व सम्बोधित किया जाता है। इस प्रकार वह व्यक्ति विशेष या उनका समूह जो किसी भी कारणवश अपना घरबार या देश छोड़कर अन्यत्र के शरणांगत हो जाता है, वह शरणार्थी कहलाता है।

शरण से आप क्या समझते हैं?

अन्तर्राष्ट्रीय विधि संस्थान के अनुसार, “शरण वह संरक्षण है, जिसे एक राज्य अपने राज्य क्षेत्र अथवा ऐसे स्थान में जो उसके नियन्त्रण में है, के अन्तर्गत एक ऐसे व्यक्ति को प्रदान करता है, जो कि उसकी याचना करने आता है।” (अनुच्छेद 1,1950) उपर्युक्त तत्वों से यह स्पष्ट होता है कि प्रत्यर्पण, शरण का विरोधी है।

शरणार्थी और प्रवासी में क्या अंतर है?

शरणार्थी एवं प्रवासी के मध्य अंतर: शरणार्थी अपने देश में उत्पीड़न अथवा उत्पीड़ित होने के भय से पलायन को मज़बूर होते हैं। जबकि प्रवासी का अपने देश से पलायन विभिन्न कारणों जैसे-रोज़गार, परिवार, शिक्षा आदि के कारण भी हो सकता है किंतु इसमें उत्पीड़न शामिल नहीं है।

शरणार्थियों के लिए कौन सी दो समस्या सबसे महत्वपूर्ण है?

Answer: शरणार्थियों के लिए मुख्य दो समस्या है : (1) शरणार्थियों के पुनर्वास की समस्या उत्पन्न । (2) शरणार्थियों द्वारा छोड़ी गई सम्पत्ति के क्षतिपूर्ति की समस्या सबसे महत्वपूर्ण मानी गई।