शिक्षा शास्त्र का क्या अर्थ होता है? - shiksha shaastr ka kya arth hota hai?

शिक्षाशास्त्र का क्या अर्थ है?

शिक्षण-कार्य की प्रक्रिया का विधिवत अध्ययन शिक्षाशास्त्र या शिक्षणशास्त्र (Pedagogy) कहलाता है। इसमें अध्यापन की शैली या नीतियों का अध्ययन किया जाता है। शिक्षक अध्यापन कार्य करता है तो वह इस बात का ध्यान रखता है कि अधिगमकर्ता को अधिक से अधिक समझ में आवे।

शिक्षा शास्त्र के जनक कौन माने जाते हैं?

शिक्षा के जनक थे स्वामी सहजानन्द

शिक्षा का अर्थ एवं प्रकृति क्या है?

shiksha ka arth paribhasha prakriti svarup;शिक्षा का तात्पर्य जीवन में चलने वाली ऐसी प्रक्रिया-प्रयोग से है जो मनुष्य को अनुभव द्वारा प्राप्त होते है एवं उसके पथ-प्रदर्शक बनते है। यह प्रक्रिया सीखने के रूप मे बचपन से चलती है एवं जीवनपर्यन्त चलती रहती है। जिसके कारण मनुष्य के अनुभव भण्डार में लगातार वृद्धि होती रहती है।

शिक्षा से आप क्या समझते हैं?

शिक्षा एक ऐसी सामाजिक तथा गतिशील प्रक्रिया है, जो व्यक्ति के जन्मजात गुणों का विकास करके, उसके व्यक्तित्व को निखारती है एवं सामाजिक वातावरण के साथ सामंजस्य स्थापित करने के योग्य बनाती है। यह प्रक्रिया व्यक्ति को उसके कर्तव्यों का ज्ञान कराते हुए उसके विचार तथा व्यवहार में समाज हेतु कल्याणकारी परिवर्तन लाती है।"