जिस प्रकार से जीवन के लिए जल, वायु और पृथ्वी की जरूरत है उसी प्रकार जीव को पुष्ट करने और फलने-फूलने के लिए सूर्य की ऊर्जा भी बेहद जरूरी है। विज्ञान के अनुसार भूमंडल में सूर्य को ऊर्जा का स्रोत माना... Show
Malayनई दिल्ली, स्मार्ट डेस्कWed, 17 Jul 2019 03:54 PM जिस प्रकार से जीवन के लिए जल, वायु और पृथ्वी की जरूरत है उसी प्रकार जीव को पुष्ट करने और फलने-फूलने के लिए सूर्य की ऊर्जा भी बेहद जरूरी है। विज्ञान के अनुसार भूमंडल में सूर्य को ऊर्जा का स्रोत माना गया है। अगर धर्मशास्त्रों की मानें तो सूर्य को सृष्टि का देवता माना गया है। मान्यता है कि सूर्य को प्रसन्न कर कोई भी मनुष्य अपना जीवन धन संपदा से सुखमय बना सकता है और मनचाहा वर पा सकता है। पंडित रामानंद शास्त्री के अनुसार, सूर्य ही एक ऐसे देवता हैं जिन्हें प्रसन्न करने के लिए किसी चढ़ावे या बड़े अनुष्ठान की जरूरत नहीं पड़ती। इन्हें मात्र नमस्कार कर या जल का अर्घ्य देकर ही प्रसन्न किया जा सकता है। सूर्य को समस्त संसार को ऊर्जा प्रदान करने वाला देव भी माना जाता है। लौकिक कथाओं में मान्यता है कि धन, सुख, समृद्धि, ऐश्वर्य और संपन्नता को पाना है तो रविवार को अर्घ्य देते समय भगवान सूर्य के 12 नामों का जाप करें। इससे भगवान सूर्य प्रसन्न होते हैं और भक्त को मनचाहा वरदान देते हैं। साथ ही कुंडली या आपकी राशि में सूर्य की स्थिति बलवान होती है। सूर्य के इन 12 नामों का करें जाप सूर्य के 3 नाम कौन कौन से हैं? ॐ सूर्याय नम:।. ॐ मित्राय नम:।. ॐ रवये नम:।. ॐ भानवे नम:।. ॐ खगाय नम:।. ॐ पूष्णे नम:।. ॐ हिरण्यगर्भाय नम:।. ॐ मारीचाय नम:।. सूरज का अन्य नाम क्या है?अदिति का अर्थ होता है- जो राग-द्वेष से ऊपर हो और जिस पर किसी का वश न चलता हो. दिनकर- दिन का स्वामी या दिन की शुरुआत सूर्य से होने के कारण, सूर्य को दिनकर भी कहा जाता है. दिवाकर- दिवाकर का अर्थ होता है रात या अन्धकार को ख़त्म करने वाला. मतलब जिसके आते ही अन्धकार ख़त्म हो जाय उसको सूर्य कहा जाता है.
सूर्य कितने नाम है?क्या आप जानते हैं सूर्यदेव के कितने नाम हैं। अगर नहीं तो बता दें कि सूर्यदेव के 108 नाम बताए गए हैं जिनकी जानकारी हम आपको यहां दे रहे हैं।
सूर्य भगवान के गुरु का क्या नाम है?सबसे अधिक बली होने पर यह राजा का कारक माना जाता है। सूर्य के मित्र चन्द्र मंगल और गुरु हैं। शत्रु शनि और शुक्र हैं।
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