अप्रैल माह की संक्रांति कब है? - aprail maah kee sankraanti kab hai?

अप्रैल माह की संक्रांति कब है? - aprail maah kee sankraanti kab hai?

मेष संक्रांति से सौर कैलेंडर के नए वर्ष का प्रारंभ होता है.

आज सूर्य की मेष संक्रांति है. मेष संक्रांति से सौर कैलेंडर के नए वर्ष का प्रारंभ होता है. सूर्य की संक्रांति पर नदियों में स्नान करने और दान करने की परंपरा है. आइए जानते हैं कि मेष संक्रांति का पुण्य काल और महा पुण्य काल कब है?

  • News18Hindi
  • Last Updated : April 14, 2022, 06:19 IST

सूर्य के एक राशि से दूसरे राशि में प्रवेश करने की घटना को संक्रांति कहते हैं. सौर कैलेंडर में सूर्य की संक्रांति का बड़ा ही महत्व है क्योंकि इस दिन से ही नए माह का प्रारंभ होता है. आज सूर्य की मेष संक्रांति है. मेष संक्रांति से सौर कैलेंडर के नए वर्ष का प्रारंभ होता है. सूर्य की संक्रांति पर नदियों में स्नान करने और दान करने की परंपरा है. ऐसा करने से पुण्य प्राप्त होता है और सूर्य पूजा से सफलता, धन, धान्य, संतान सुख आदि की प्राप्ति होती है. आइए जानते हैं कि मेष संक्रांति का पुण्य काल और महा पुण्य काल कब है?

मेष संक्रांति 2022
पंचांग के अनुसार, सूर्य का मीन राशि से मेष राशि में प्रवेश 14 अप्रैल दिन गुरुवार को होगा. जिस समय सूर्य देव मेष में प्रवेश करेंगे, उस समय मेष संक्रांति होगी. मेष संक्रांति का समय 14 अप्रैल को सुबह 08:56 बजे है.

यह भी पढ़ें: 12 साल बाद मीन राशि में होगा गुरु का प्रवेश, इन राशिवालों का बदलेगा भाग्य

मेष संक्रांति 2022 पुण्य काल
14 अप्रैल को मेष संक्रांति का पुण्य काल 7 घंटे 15 मिनट का होगा. इसका प्रारंभ सुबह 05 बजकर 57 मिनट से होगा, जो दोपहर 01 बजकर 12 तक रहेगा.

मेष संक्रांति 2022 महा पुण्य काल
इस दिन मेष संक्रांति का महा पुण्य काल 04 घंटे 16 मिनट का होगा. महा पुण्य काल सुबह 06 बजकर 48 मिनट पर शुरु होगा और इसका समापन 11 बजकर 04 मिनट पर होगा.

यह भी पढ़ें: बुध के राशि परिवर्तन से ये 5 राशिवाले फायदे में रहेंगे

मेष संक्रांति 2022 स्नान दान
मेष संक्रांति का स्नान और दान सुबह से ही प्रारंभ हो जाएगा, लेकिन महा पुण्य काल में स्नान और दान करना ज्यादा फलदायी रहेगा. इस दिन सूर्य देव की पूजा करें. उनको लाल फूल, लाल चंदन, अक्षत् और शक्कर पानी में मिलाकर अर्पित करें. गरीब या ब्राह्मण को गेहूं, लाल चंदन, लाल वस्त्र, घी, गुड़ आ​दि का दान कर सकते हैं. सूर्य देव की कृपा से आपकी मनोकामनाएं पूरी हो जाएंगी.

मेष संक्रांति से नया सौर वर्ष
मेष संक्रांति से सौर कैलेंडर का नया साल शुरु होता है. मेष इसका पहला माह और मीन 12वां माह है. इस कैलेंडर में भी 12 माह होते हैं. 12 राशियां ही इसके 12 माह हैं.

मेष संक्रांति के कई नाम
मेष संक्रांति को देश में कई अलग अलग नामों से जानते हैं. पंजाब में मेष संक्रांति को बैसाखी कहते हैं, जबकि असम में बिहु, केरल में विशु, बंगाल में पोहला बोइशाख कहते हैं.

(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. Hindi news 18 इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें)

ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |

Tags: Astrology, Dharma Aastha

FIRST PUBLISHED : April 14, 2022, 06:18 IST

अप्रैल महीने की संक्रांति कब है 2022?

14 अप्रैल 2022 को सुबह 8 बजकर 41 मिनट पर सूर्य मेष राशि में प्रवेश करेंगे। मेष संक्रांति को देश के कई हिस्सों में अलग-अलग नामों से जानते हैं। पंजाब में मेष संक्रांति को बैसाखी कहा जाता है।

May महीने की संक्रांति कब है 2022?

ज्येष्ठ माह में पड़ने वाली संक्रांति को वृषभ संक्रांति कहा जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार साल 2022 में वृषभ संक्रांति 15 मई को मनाई जाएगीं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस दिन भगवान सूर्य वृषभ राशि में प्रवेश कर जाएंगे।

चैत्र महीने की संक्रांति कब है?

चैत्र मास के पर्व: चैत्र संक्रान्ति मार्च - 2022 (Festivals in the Month of Chaitra : Chaitra Sankranti - 14th March, 2022) चैत्र संक्रांति में सूर्य, मीन राशि में 14 मार्च, 2022 को सोमवार, को रात्रि को 24:15 में प्रवेश करेंगे और चैत्र संक्रान्ति का आरंभ होगा.

वैशाख महीने की संक्रांति कब है?

पटना :Vaishakh 2022: इस बार वैशाख का महीना 17 अप्रैल से शुरू होकर 16 मई तक चलेगा. विशाखा नक्षत्र से संबंध होने के चलते इस महीने को वैशाख कहा जाता है. ऐसे में चलिए जानते हैं कि इस माह पड़ने वाले व्रत और त्योहार कब और किस दिन हैं. 17 अप्रैल, रविवार- वैशाख माह की शुरुआत.