बेन्टोनाइट सल्फर गंधक व बेन्टोनाइट क्ले से युक्त सीधे तौर पर एक सल्फेटिक उर्वरक है । इस उर्वरक में गंधक की मात्रा 90% है, जो इस श्रेणी के सल्फेटिक उर्वरकों में सबसे अधिक है । इस तरह से फसलों को गंधक की मात्रा प्रदान करने में बेन्टोनाइट सल्फर ज्यादा प्रभावी है । Show
उर्वरकों में, एन पी के पोषक तत्वों के अतिरिक्त, गंधक फसलों के लिए चौथा मुख्य पोषक तत्व है । अमीनो एसिड के संश्लेषण से प्रोटीन बनाने के लिए, गंधक एक आवश्यक तत्व (घटक) है । क्लोरोफिल के उत्पादन, फास्फोरस के उपयोग एवं अन्य आवश्यक पोषक तत्वों के अवशोषण के लिए भी गंधक की आवश्यकता होती है । विभिन्न फसलों के लिए बेन्टोनाइट सल्फर के उपयोग के फायदे
एन एफ एल में बेन्टोनाइट सल्फर का उत्पादन
एन एफ एल उत्पाद को 1 किलोग्राम, 5 किलोग्राम, 10 किलोग्राम व 25 किलोग्राम के थैलों में पैक करती है। कृषि दिशा / खेती-बाड़ी / फसल के लिए सल्फर (Sulfur) का क्या महत्व है? जानिए फायदे तथा उपयोग Sulfur – आज हम आपको खेती में उपयोग होने वाले ऐसे खाद के बारें में बताने जा रहे है जिस पर किसान प्रायः ध्यान नहीं देते हैं. जिसका नाम सल्फर (Sulfur) है. सल्फर मृदा पोषण में चौथा आवश्यक तत्व है. खेत में सल्फर की व्यापक कमी देखी जा रही है. सल्फर को गंधक नाम से जाना जाता है. यह हल्के पीले सफ़ेद रंग का होता है. फसलों में सल्फर का उपयोग क्या है? एवं यह
कितना जरुरी है? सभी जानकारी जानने के लिए इस आर्टिकल को पूरा पढें. सल्फर के प्रकार – (Types of Sulfur)सल्फर तीन प्रकार के होते हैं- अधातु सल्फाइड, धातु सल्फाइड और कार्बनिक सल्फाइड, जोकि दानेदार, पाउडर और तरल रूप में होते हैं. सल्फर का उपयोग – (Use of Sulfur in Farming)
सल्फर की कमी से फसलों में पाए जाने वाले लक्षण – (Symptoms found in crops due to deficiency of sulfur)
सल्फर की पौधे में क्या आवश्यकता है? (What is the need of Sulfur in the plant?)
निवारणसल्फर की कमी को दूर करने के लिए एस.एस.पी. फास्फो
जिप्सम एवं सल्फर मिश्रित खाद का इस्तेमाल करना चाहिए. Reader Interactionsसबसे अच्छा सल्फर कौन सा होता है?बेन्टोनाइट सल्फर गंधक व बेन्टोनाइट क्ले से युक्त सीधे तौर पर एक सल्फेटिक उर्वरक है । इस उर्वरक में गंधक की मात्रा 90% है, जो इस श्रेणी के सल्फेटिक उर्वरकों में सबसे अधिक है । इस तरह से फसलों को गंधक की मात्रा प्रदान करने में बेन्टोनाइट सल्फर ज्यादा प्रभावी है ।
सल्फर कितने प्रकार की आती है?सल्फर तीन प्रकार के होते हैं- अधातु सल्फाइड, धातु सल्फाइड और कार्बनिक सल्फाइड, जोकि दानेदार, पाउडर और तरल रूप में होते हैं.
सल्फर का उपयोग कब करना चाहिए?आइए जानते है सल्फर के उपयोग पर :. प्रोटीन के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान।. पत्तियों में पर्णहरित के निर्माण में सहायक।. पौधों में एंजाइमों की क्रियाशीलता को बढ़ता है।. सरसों के तेल में गुल्कोसाइड के निर्माण में सहायक होता है।. तिलहनी फसलों में तेल की मात्रा का प्रतिशत बढ़ाता है।. सल्फर क्या क्या काम करता है?सल्फर को मिट्टी का सुधारक कहा जाता है क्योंकि यह मिट्टी के पीएच को कम करता है। चूना युक्त पथरीली चिपचिपी मिट्टी में सल्फर का उपयोग करना महत्वपूर्ण है। सल्फर का महत्वपूर्ण उपयोग तिलहनों में प्रोटीन और तेल की मात्रा में वृद्धि करना है।
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