relational model एक ऐसा model है जो यह प्रस्तुत करता है कि किस प्रकार रिलेशनल डेटाबेस में data स्टोर रहता है. एक रिलेशनल डेटाबेस, डेटा को tables (relations) के रूप में स्टोर करता है. table जो है वह columns तथा rows का एक समूह होता है जहाँ column एक
entity के attributes को प्रस्तुत करता है और rows, records को प्रस्तुत करती है. relational model को 1969 में E.F. codd ने प्रस्तावित किया था. relational model दुनिया में सबसे ज्यादा प्रयोग किया जाने वाला डेटा मॉडल है क्योंकि यह बहुत ही सरल है जिससे programmers इसमें आसानी से काम कर सकते है तथा यह मॉडल डेटा प्रोसेसिंग तथा स्टोरेज की सभी जरूरतों को पूरा करता
है. उदाहरण:- नीचे table STUDENT दी गयी है. relational model के कुछ महत्वपूर्ण topics:- 1:- attribute:- attribute एक ऐसी प्रॉपर्टी होती है जो कि रिलेशन (टेबल) को डिफाइन करती है. जैसे:- ऊपर दी गयी टेबल student में id, name, age तथा phone टेबल के attributes है. 2:- tuple:- टेबल की प्रत्येक raw को tuple कहते है. उपर दिए गये टेबल
में 5 tuples है, एक tuple को निचे दर्शाया गया है.
3:- degree:- टेबल में attributes की संख्या को ही टेबल की degree कहते है. 4:- cardinality:- टेबल में tuples की संख्या को ही टेबल की cardinality कहते है. ऊपर दी गयी टेबल student की cardinality 5 है. 5:- column:-
column जो है वह किसी विशेष attributes की values को प्रस्तुत करता है. 6:- NULL values:- वह वैल्यू जो कि उपलब्ध नहीं होती है NULL वैल्यू कहलाती है. 7:- relation schema:–
relation schema जो है वह टेबल के नाम के साथ उसके attributes को प्रस्तुत करती है. relational model constraints:-प्रत्येक relation की कुछ conditions होती है जिन्हें हम relational integrity constraints कहते है. जो कि तीन मुख्य प्रकार की होती है. 1:- key constraints 2:- domain constraints 3:- referential integrity constraints constraints को मैं पिछले पोस्ट में बता चूका हूँ अगर आपको पढना हो तो निवेदन:- अगर आपको relational model की यह पोस्ट अच्छी लगी हो तो हमें कमेंट के द्वारा बताइये तथा इसे अपने दोस्तों के साथ share करें. हेल्लो दोस्तों आज के इस पोस्ट में आपको relational model in hindi के बारे में बताया गया है की इसे कैसे प्रयोग करते है तो चलिए शुरू करते है Contents Relational Model को सर्वप्रथम एडगर एफ. कॉड (Edger : Codd) द्वारा सन् 1969-70 में प्रस्तुत किया गया था, जो Mathematic Theory पर आधारित है। यह Model, Mathematic Relation के कॉन्सेप्ट का प्रयोग करता है जो देखने में Values की एक (Table) की भांति प्रतीत होती है। इस Model का थियोरिटिकल बेसिस (Theoritical Basis) सेट-थ्योरी (Set Theory) है। Relational Model का पहला Commercial Implementation सन 1980 के दशक के पूर्वाद्ध में Oracle DBMS एवं SQL/DS सिस्टम में हुआ। इसके पश्चात से इस Model का Implementation अनेकानेक Commercial Systems में किया जा चुका है। समान में कछ लोकप्रिय Relational DBMS के अन्तर्गत IBM कम्पनी की DB2 एवं Informix Dynamic Server, Oracle कम्पनी की Oracle एवं Rdb तथा Microsoft कम्पनी की SQL Server एवं Access आते हैं। Relational Model ConceptsRelational Model एक Database को Relations के एक Collection के रूप में represent करता है और प्रत्येक Relation, Values की एक Table की तरह प्रतीत होती है। इस Model में प्रत्येक Relation को A Two-Dimensional Table के रूप मे represent किया जाता है। Table की प्रत्येक Row, Related Data Values के एक Collection को Represent करता है। Relational Model में Table की प्रत्येक रो (Row) एक Fact को Represent करता है, जो किसी Entity या Relationship से सम्बन्धित होती है। Table Name एवं Column Names का प्रयोग प्रत्येक रो (Row) की Values के अर्थ को इन्टरप्रेट (Interpret) करने में सहायता करने के लिए किया जाता है। डायग्राम उदाहरण के लिए. उपर दिए गए diagram में दर्शाई गई EMPLOYEE टेबल की प्रत्येको Entity के बारे में फैक्रस (Facts) अर्थात इन्फॉर्मेशन को Represent करती है। Column Names-EmpCode, Name, Age,department और designation यह निर्दिष्ट करते है की प्रत्येक row की data values को कैसे interpret करना है किसी विशेष column की समस्त data values एक समान data types की होती है Formal Relation Terminology में रो (Row) को Tuples, Column Header को एट्रीब्यूट (Attribute) तथा टेबल (Table) के रिलेशन (Relation) कहा जाता है। निम्नांकित Table निचे में Formal Relational Terminology के समतुल्य Informal Terminology दर्शाई गई है।
reference-https://www.geeksforgeeks.org/relational-model-in-dbms/ निवेदन:-आप सभी छात्र –छात्रों से निवेदन है की अगर आपको ये Topic(relational model in hindi) अच्छा लगा हो तो कृपया आप इस वेबसाइट के बारे में अपने दोस्तों को जरुर बताये अगर कोई topic(relational model in hindi) से संबधित प्रश्न हो तो कमेंट्स(comments) आपके लिए ही बना है और किसी Subject() के लेकर भी कोई प्रश्न हो तो कमेंट करे रिलेशन मॉडल में रिलेशन को क्या कहते हैं?उपर दिए गए diagram में दर्शाई गई EMPLOYEE टेबल की प्रत्येको Entity के बारे में फैक्रस (Facts) अर्थात इन्फॉर्मेशन को Represent करती है। Formal Relation Terminology में रो (Row) को Tuples, Column Header को एट्रीब्यूट (Attribute) तथा टेबल (Table) के रिलेशन (Relation) कहा जाता है।
रिलेशनल डेटाबेस से आप क्या समझते हैं?रिलेशनल डेटाबेस एक प्रकार का डेटाबेस है, जो मूल्यवान जानकारी या डेटा को तालिकाओं (tables) में व्यवस्थित करते हैं जिन्हें एक दूसरे के लिए सामान्य (common) डेटा के आधार पर कई अन्य तालिकाओं से जोड़ा जा सकता है।
Rdms से आप क्या समझते है?RDBMS एक ऐसा डेटाबेस होता है जो की डाटा को structured Format मे कलेक्ट करता है जैसे की row & column | डाटा को structured format मे कलेक्ट करने से डेटाबेस मे स्टोर किसी भी वैल्यू को आसानी से सर्च कर सकते है। Financial records से लेकर personal records और काफी सारे records को स्टोर करने के लिए RDBMS का उपयोग किया जाता है।
इनमें से कौन रिलेशनल मॉडल की एक विशेषता है?Advantages of using Relational model In Hindi
स्ट्रक्चरल इंडिपेंडेंस: रिलेशनल डेटाबेस केवल डेटा से संबंधित होता है न कि किसी स्ट्रक्चर के साथ। इससे मॉडल के प्रदर्शन में सुधार हो सकता है। क्वेरी क्षमता: यह जटिल डेटाबेस नेविगेशन से बचने के लिए SQL जैसी उच्च-स्तरीय क्वेरी भाषा के लिए संभव बनाता है।
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