राजस्थान राज्य की स्थापना कब हुई - raajasthaan raajy kee sthaapana kab huee

आज 30 मार्च को राजस्थान का स्थापना दिवस 2022 मनाया जा रहा है। मुख्य कार्यक्रम राजधानी जयपुर स्थित अल्बर्ट हाॅल में होगा। सीएम अशोक गहलोत 7 बजे कार्यक्रम का शुभारंभ करेंगे। इस मौके पर बेस्ट आॅफ

राजस्थान राज्य की स्थापना कब हुई - raajasthaan raajy kee sthaapana kab huee

Prem Meenaलाइव हिंदुस्तान,जयपुरWed, 30 Mar 2022 10:10 AM

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आज 30 मार्च को राजस्थान का स्थापना दिवस 2022 मनाया जा रहा है। मुख्य कार्यक्रम राजधानी जयपुर स्थित अल्बर्ट हाॅल में होगा। सीएम अशोक गहलोत 7 बजे कार्यक्रम का शुभारंभ करेंगे। इस मौके पर बेस्ट आॅफ  राजस्थान कार्यक्रम होगा। एक साथ 550 लोक कलाकार अनूठी प्रस्तुति पेश करेंगे। प्रख्यात गजल गायक रूप कुमार राठौड़ और सोनाली राठौड़ कार्यक्रम पेश करेंगे। कार्यक्रम पर्यटन विभाग की ओर से किया जा रहा है। 73 साल की यात्रा में पिछले 24 साल राजस्थान का नेतृत्व दो दिग्गजों के हाथ में रहा। सीएम अशोक गहलोत और वसुंधार राजे सिंधिया। दोनों ही नेताओं ने राजस्थान स्थापना दिवस पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दी है। 

22 रियासतों का 7 चरणों में हुआ विलय

30 मार्च, 1949 को वृहद राजस्थान की स्थापना हुई। सबसे पहले जयपुर, जैसलमेर और बीकानेर रियासतों का राजस्थान संघ बनाया गया। जिसे बाद में राजस्थान कहा गया। कुल 22 रियासतों का 7 चरणों में विलय हुआ। तब जाकर राजस्थान बना। आजाद भारत के राजस्थान राज्य के पहले मनोनीत मुख्यमंत्री हीरा लाल शास्त्री बने। उसके बाद से राजा-रानी के वारिस से नहीं बल्कि लोकतंत्र की मतपेटियों से सरकार बनने लगी। अब राजशाही से हम लोकतंत्र में आधुनिक राजस्थान की ओर बढ़ने लगे थे। अपनी लोक कला और समृद्ध संस्कृति के साथ-साथ राजा- महाराजाओं के शौर्य और बलिदान के लिए  भी जाना जाता है। यहां का पहनावा, खान-पान, भाषा, पर्यटन स्थल बेहद खास है।   इतिहासकारों के अनुसार राजस्थान का अतीत दुनिया की सबसे पुरानी सिंधु सभ्यता के निशानी को समेटे हुए है। 

सरदार पटेल की मौजूदगी में हुआ समारोह

देश के पहले गृहमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की मौजूदगी में राजधानी जयपुर में शपथ ग्रहण समारोह हुआ। हीरालाल शास्त्री पहले मनोनीत मुख्यमंत्री बने। पटेल के आने में में देरी हुई तो यह अफवाह फैल गई थी कि सरदार पटेल नहीं आ रहे हैं। लेकिन सरदार पटेल जयपुर रामबाग होटल में पहुंचे और वहां पर रुके। रात को ही हीरालाल शास्त्री ने पटेल से मुलाकात की तब जाकर उनको सांत्वना हुई कि हां अब कल शपथ ग्रह समारोह होगा। इतिहासकारों के अनुसार जब सभी रियासतों का विलय हो गया और पहली बार मनोनीत मुख्यमंत्री हीरा लाल शास्त्री का शपथ ग्रहण समारोह सिटी पैलेस के भव्य दरबार में रखा गया था। उस वक्त पहली बार कोई राजा के दरबार में खुले सिर पहुंचा था। तो वो थे सरदार पटेल और उनके साथ तमाम कांग्रेस के बड़े नेता थे। इससे पहले कभी ऐसा नहीं था कि राजा के दरबार में कोई टोपी या पगड़ी पहने बगैर पहुंचता हो। उस दिन लोगों को देश और प्रदेश के स्वतंत्र होने का अहसास हुआ था। 

क्षेत्रफल के मामले में राजस्थान भारत का सबसे बड़ा राज्य है। राज्य के बड़े हिस्से में थार रेगिस्तान है जिसको ग्रेट इंडियन डेजर्ट के नाम से भी जाना जाता है। राजस्थान बालू के टीलों, रेगिस्तान और चट्टानों की धरती है। जयपुर यहां की राजधानी है। जयपुर यहां का सबसे बड़ा शहर भी है। राजस्थान भव्य महलों, किलों, रंगों और उत्सवों के लिए प्रसिद्ध है। इससे जुड़ीं कुछ अहम और रोचक बातें नीचे दी गई हैं...

इतिहास
राजस्थान का अस्तित्व प्रागैतिहासिक काल से मिलता है। समय-समय पर यहां चौहान, मेवाड़,गहलोत वंशों का राज रहा है। मेवाड़, मारवाड़, जयपुर, बुंदी, कोटा, भरतपुर और अलवर बड़ी रियासतें हुआ करती थीं। इन सभी रियासतों ने ब्रिटिश शासन की अधीनता स्वीकार कर ली थी। इससे राजाओं ने अपने लिए तो रियायतें हासिल कर लीं लेकिन लोगों के बीच असंतोष रहा। 1857 के विद्रोह के बाद महात्मा गांधी के नेतृत्व में लोग एकजुट हुए और स्वतंत्रता संग्राम में अपना योगदान दिया। आजादी के बाद जब रियासतों का विलय होना शुरू हुआ तो बड़ी रियासतों जैसे बिकानेर, जयपुर, जोधपुर और जैसलमेर को मिलाकर ग्रेटर राजस्थान बना। 1958 में आधिकारिक तौर पर मौजूदा राजस्थान राज्य वुजूद में आया। उस समय अजमेर, आबू रोड तालुका और सुनल तप्पा रियासतों ने भी राजस्थान में विलय किया।

राजस्थान के प्रतीक चिह्न
* राज्य का पशु : ऊंट और चिंकारा
* राज्य की पक्षी: गोडावण जिसो सोहन चिड़िया, हुकना, गुरायिन वगैरा के नाम से जाना जाता है।
* राज्य का फूल: रोहिड़ा
* राज्य का वृक्ष: खेजड़ी

राजस्थान में वन्यजीव अभ्यारण्य
* सरिस्का वन्य जीव अभयारण्य
* राष्ट्रीय मरू उद्यान
* जयसमंद वन्य जीव अभयारण्य
* तालछापर अभयारण्य
* वन विहार अभयारण्य
* माउंट आबू अभयारण्य
* जवाहर सागर अभयारण्य
* गजनेर वन्य जीव अभयारण्य
* कुम्भलगढ़ वन्य जीव अभयारण्य
* रामगढ़ विषधारी अभयारण्य
* सीतामाता अभयारण्य
* कनक सागर पक्षी अभयारण्य
* राष्ट्रीय चंबल घड़ीयाल अभयारण्य
* नाहरगढ़ जैविक अभयारण्य
* जमवा रामगढ़ वन्य जीव अभयारण्य
* भैंसरोड़गढ़ अभयारण्य (चितौड़गढ़)
* शेरगढ़ अभयारण्य
* बंध बरेठा
* फुलवारी की नाल अभयारण्य
* बस्सी अभयारण्य
* रावली टाडगढ़ अभयारण्य
* केलादेवी अभयारण्य
* सज्जनगढ़ अभयारण्य
राजस्थान में राष्ट्रीय उद्यान या नैशनल पार्क
* रणथम्बोर राष्ट्रीय उद्यान
* केवलादेव (घना) राष्ट्रीय उद्यान
* मुकन्दरा हिल्स राष्ट्रीय उद्यान

थार रेगिस्तान
थार रेगिस्तान का ज्यादातर हिस्सा राजस्थान में पड़ता है। इसका कुछ हिस्सा हरियाणा, पंजाब और गुजरात के कच्छ के रण तक पाया जाता है। थार रेगिस्तान पाकिस्तान के सिंध प्रांत और पाकिस्तानी पंजाब के कुछ हिस्से तक भी फैला हुआ है। पर्यटकों के लिए यहां कैमल सफारी काफी पसंदीद है।

राजस्थान के प्रमुख स्थान
उदयपुर, नागौड़, माउंट आबू, कोटा, जोधपुर, झलावर, जयसलमेड़, जयपुर, बिकानेर और अजमेर यहां की प्रसिद्ध जगहें हैं जो यहां स्थित महलों, मंदिरों और दरगाह के लिए प्रसिद्ध हैं।

अन्य बातें
* राजस्थान के लगभग बड़े शहरों का किसी न किसी खास रंग से संबंध है जैसे जयपुर का गुलाबी, उदयपुर का सफेद, जोधपुर का नीले रंग और झलावर का बैंगनी रंग से। इन जगहों पर लगभग सभी खास स्मारकों और स्थानों को खास रंगों से रंगा गया है। यही वजह है कि जयपुर को गुलाबी शहर, उदयपुर को वाइट सिटी भी बोलते हैं।
* राजस्थान के बारे में लोग सोचते हैं कि वहां सिर्फ रेगिस्तान ही रेगिस्तान होगा। लेकिन ऐसा नहीं है। कुछ हिस्से में आपको रेगिस्तान बिल्कुल नहीं दिखेगा। वहां आपको हरियाली भी दिखेगी।
* ऐसा माना जाता है कि अरावली पर्वत श्रृंखला बनने की वजह से सरस्वती नदी थार रेगिस्तान के नीचे ही गुम हो गई थी। अरावली पर्वत श्रृंखला भारत की सबसे पुरानी पर्वत श्रृंखला है। यह हिमालय से भी पुरानी है।

राजस्थान की स्थापना कब और किसने की थी?

उदयपुर के तत्कालीन महाराणा भूपाल सिंह राजप्रमुख बने. 4. 30 मार्च, 1949 में जोधपुर, जयपुर, जैसलमेर और बीकानेर रियासतों का विलय होकर 'वृहत्तर राजस्थान संघ' बना था. यही राजस्थान की स्थापना का दिन माना जाता है.

राजस्थान की स्थापना दिवस कब मनाया जाता है?

राजस्थान का एकीकरण 7 चरणों में हुआ। इसकी शुरुआत 18 अप्रैल 1948 को अलवर, भरतपुर, धौलपुर और करौली रियासतों के विलय से हुई। विभिन्न चरणों में रियासतें जुड़ती गईं तथा अन्त में 30 मार्च 1949 को जोधपुर, जयपुर, जैसलमेर और बीकानेर रियासतों के विलय से "वृहत्तर राजस्थान सङ्घ" बना और इसे ही राजस्थान स्थापना दिवस कहा जाता है।

1 नवंबर को राजस्थान में कौन सा दिवस मनाया जाता है?

राजस्थान की स्थापना 18 मार्च, 1948 को शुरू हुई राजस्थान के एकीकरण की प्रक्रिया कुल सात चरणों में 1 नवंबर, 1956 को पूरी हुई। इसमें भारत सरकार के तत्कालीन देशी रियासत और गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल और उनके सचिव वी. पी. मेनन की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण थी।

30 मार्च 2022 को राजस्थान का कौन सा स्थापना दिवस मनाया गया?

हर साल 30 मार्च को देश में राजस्थान की स्थापना को दर्शाने के लिए राजस्थान दिवस (Rajasthan Diwas 2022) मनाया जाता है। इस वर्ष राजस्थान अपना 73वां स्थापना दिवस मना रहा है। अगर इतिहास के पन्नों में देखा जाए तो राजस्थान ने अपना अस्तित्व 30 मार्च 1949 को खोजा यानी इसी दिन राजपूताना का विलय भारतीय संघ में हुआ था।