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राजस्थान एक कृषि प्रधान राज्य है। राजस्थान की कुल आबादी का 70% हिस्सा कृषि एवं कृषि आधारित उद्योगों पर निर्भर रहता है। यहाँ पर कृषि की निर्भरता वर्षा पर है, अधिकांश कृषि योग्य भूमि पर मानसून के समय ही कृषि की जाती है अतः राजस्थान में कृषि को मानसून का जुआ भी कहा जाता है। कृषि : महत्वपूर्ण तथ्य
राजस्थान में कृषि विश्वविद्यालय
राजस्थान में महत्वपूर्ण फसलेंअनाज
दलहन (दालें)
तिलहन
नोट:- भारत का तिलहन उत्पादन की दृष्टि से प्रताम स्थान है।, राजस्थान का देख में दूसरा स्थान है। अन्य फसलें
राजस्थान में कृषि मंडियाँ
राजस्थान में कृषि विकास योजनाएं
कृषि से सम्बंधित क्रांतियां
राजस्थान का मुख्य फसल कौन सा है?राजस्थान में खरीफ की मुख्य फसलें बाजरा, मोठ, मूँग, ग्वार, तिलहन आदि हैं। रबी रबी की फसल सर्दी ऋतु की फसल है। रबी की फसल की बुआई अक्टूबर-नवम्बर के महीने में की जाती है। राजस्थान में रबी की मुख्य फसलें चना, सरसों, जौ, राई, गेहूँ, मूँगफली आदि हैं।
राजस्थान में सबसे ज्यादा कौन सी फसल का उत्पादन होता है?Key Points राजस्थान में सबसे बड़ी उत्पादक फसल: वर्तमान में राजस्थान सरसों उत्पादन में भारत में प्रथम स्थान प्राप्त कर रहा है। भारत में सरसों के कुल उत्पादन में हिस्सेदारी 46.06% है। राजस्थान में 2019-2020 में लगभग 4202 हजार टन सरसों का उत्पादन होता है।
राजस्थान में कितने प्रकार की फसल होती है?राज्य में रबी मौसम में चना, मटर व मसूर तथा खरीफ के मौसम में मोठ, उड़द, मूंग, चवला व अरहर प्रमुख दलहनी फसलें हैं। राजस्थान में दलहनी फसलें 18 प्रतिशत क्षेत्रफल पर बोई जाती है। दलहन का उत्पादन बढ़ाने के उद्देश्य से 1974-75 में केन्द्र संचालित दलहन विकास योजना शुरू की गई।
राजस्थान में कौन सी फसलें?गेहूं (Wheat). जौ(Barley). बाजरा (Bajra). मक्का (Maize). चावल (Rice). ज्वार (Jowar). गन्ना ((Sugarcane). कपास ( Cotton). |