फार्ट से बदबू आने के कई कारण होते हैं। इस समस्या से बचने के लिए आपको अपने लाइफस्टाइल में बदलाव लाना चाहिए। Show
फार्ट एक नेचुल प्रोसेस है। यह हेल्थ के लिए फायदेमंद माना जाता है। इस दौरान हमारा शरीर भोजन को तोड़ता है, जो गैस का रूप बनकर शरीर से बाहर रिलीज होता है, जिसे फार्ट कहा जाता है। लेकिन अक्सर लोगों को यह समस्या होती है कि फार्ट से बेहद बदबू आती है। ऐसा क्यों होता है, इसके पीछे कारण क्या है? कई लोग इसे बीमारी से जोड़कर देखते हैं, तो कई कहते हैं कि यह तो हमारे शरीर की गंध है जो निकल रही है। इस विषय पर हमनें फैट टू स्लिम ग्रुप की सेलिब्रिटी इंटरनेशनल डाइटीशियन और न्यूट्रिशनिस्ट शिखा अग्रवाल शर्मा से बात की और उन्होंने हमें बताया कि बदबूदार फार्ट के कई कारण होते हैं। इसमें लाइफस्टाइल से लेकर गलत आदतें शामिल हैं। लेकिन कुछ घरेलू नुस्खे हैं जिन्हें अपनाकर आप इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। चलिए जानते हैं इस बारे में। फार्ट से बदबू क्यों आती है?इन चीजों का न करें सेवनबदबूदार फार्ट के लिए आपको कुछ चीजों से परहेज करना चाहिए। यह इस समस्या से छुटकारा पाने का सबसे आसान तरीका है। आपको बाजार में मिलने वाले फ्राइड फूड्स जैसे फ्रेंच फ्राइज, बर्गर, पिज्जा आदि नहीं खाना चाहिए। इसके साथ ही जिन खाद्य पर्दाथों में सोडियम की मात्रा ज्यादा होती है, वह बदबू का कारण बनती है। इसलिए कम सोडियम वाली चीजों का ही सेवन करें। साथ ही सोडा भी अवॉइड करें। प्याज और मूली भी न खाएं। प्याज और मूली से न केवल मुंह से बदबू आती है, बल्कि इससे फार्ट से भी ज्यादा बदबू आती है। बाहर मिलने वाला खाना न खाएं। क्योंकि यह बेहद अनहाइजीनिक होते हैं। कई दिनों का बासी खाना भी पैक करके दिया जाता है। इसे भी पढ़ें: इन 5 चीज़ों को खाने से तुरंत मिल सकती है गैस से राहत, एक्सपर्ट से जानें टिप्स बदबू कम करने के लिए ये चीजें खाएंइसे भी पढ़ें: गैस से छुटकारा पाने के लिए अपनाएं ये 5 उपाय, जल्द मिलेगी राहत बदबू दूर करने के लिए देसी ड्रिंकअगर आप बदबूदार फार्ट से परेशान हैं तो आपको देसी ड्रिंक पीनी चाहिए। ड्रिंक एक ऐसी चीज हैं जो हमेशा से ही सेहत के लिए फायदेमंद होती है। इसलिए आप इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए जीरा पाउडर और धनिया पाउडर से बना ड्रिंक पी सकती हैं। एक गिलास में नॉर्मल पानी में एक चम्मच भुना हुआ जीरा पाउडर और एक चम्मच धनिया पाउडर मिलाएं। सुबह या शाम हफ्ते में कम से कम दो बार यह ड्रिंक पीने से फार्ट की बदबू कम होने लगेगी। (शहद और सेब से करें वेट लॉस) उम्मीद है कि आपको हमारा ये आर्टिकल पसंद आया होगा। इसी तरह के अन्य आर्टिकल पढ़ने के लिए हमें कमेंट कर जरूर बताएं और जुड़े रहें हमारी वेबसाइट हरजिंदगी के साथ। Image Credit: freepik.com क्या आपको ये आर्टिकल पसंद आया ?बेहतर अनुभव करने के लिए HerZindagi मोबाइल ऐप डाउनलोड करें Disclaimer आपकी स्किन और शरीर आपकी ही तरह अलग है। आप तक अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी लाना हमारा प्रयास है, लेकिन फिर भी किसी भी होम रेमेडी, हैक या फिटनेस टिप को ट्राई करने से पहले आप अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें। किसी भी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, पर हमसे संपर्क करें। Kalyan Ayurved क्यों आती है आपके पाद से बदबू, जानें कारण
कल्याण आयुर्वेद- महिला हो या पुरुष किसी का भी पाद निकलना यानी पेट से गैस निकलना आम समस्या है. लेकिन यह तब शर्मिंदगी का कारण
बन जाता है जब आप किसी के पास बैठे और आप पाद को कंट्रोल ना कर पाए. यह बहुत ही शर्मनाक हो सकता है. विशेष रूप से तब जब इसमें बहुत अधिक बदबू हो.
खैर गैस पास करना यानी पाद निकलना बहुत ही सामान्य बात है और स्वस्थ शरीर का लक्षण भी है जो लोगों को प्रतिदिन होता है. बदबूदार पाद को कैसे रोके?बदबूदार फार्ट के लिए आपको कुछ चीजों से परहेज करना चाहिए। यह इस समस्या से छुटकारा पाने का सबसे आसान तरीका है। आपको बाजार में मिलने वाले फ्राइड फूड्स जैसे फ्रेंच फ्राइज, बर्गर, पिज्जा आदि नहीं खाना चाहिए। इसके साथ ही जिन खाद्य पर्दाथों में सोडियम की मात्रा ज्यादा होती है, वह बदबू का कारण बनती है।
पाद मारने पर बदबू क्यों आती है?आप सभी तो यह मानेंगे ही कि अपनी लाइफ में कई बार नहीं चाहते हुए आप पाद मारते हैं जिसकी दुर्गंध से आसपास की हवा बदबूदार हो जाती है। रिसर्चरों ने पाया है कि इसके पीछे का कारण नॉनवेज, दुग्ध उत्पाद व प्रोटीन के अन्य प्रकार में मौजूद एक अवयव जिम्मेदार होता है, जो हम अपने भोजन के रूप में लेते हैं।
ज्यादा पादने से क्या नुकसान होता है?हालांकि इससे ज्यादा गैस पास करनेको बहुत ज्यादा माना जाता है। अगर आप सामान्य के मुकाबले ज्यादा पाद मार रहे हैं तो यह पेट फूलने, सूजन व दर्द और डकार जैसे लक्षणों के साथ आपको परेशान कर सकता है।
बार बार पाद आना कौन सी बीमारी है?इसका एक कारण छोटी आंत में बैक्टीरिया का ज़रूरत से ज़्यादा बढ़ जाना भी है और इसकी कई वजह हो सकती हैं जिनमें टाइप 2 डायबिटीज़, सेलिआक, लिवर की बीमारी शामिल हैं.
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