प्रोटीन परीक्षण कैसे किया जाता है? - proteen pareekshan kaise kiya jaata hai?

आपके खून में प्रोटीन की मात्रा को मापने के लिए एक सम्पूर्ण प्रोटीन टेस्ट किया जाता है ।

यह टेस्ट आपके स्वास्थ्य की इन स्थितियों के परीक्षण में आपकी मदद कर सकता है:

  • गुर्दे की बीमारी
  • लिवर की बीमारी
  • कुपोषण – जिसमें आपके शरीर की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए खाने-पीने में पर्याप्त पोषक तत्व नहीं लिए जाते

यदि आपके शरीर में कुल प्रोटीन का स्तर असामान्य पाया जाता है, तो ऐसी स्थिति में आगे के टेस्ट इस बात का पता लगाने में मददगार साबित होंगे कि आपके शरीर में मौजूद कौन से खास प्रोटीन , इस स्थिति के लिए जिम्मेदार हैं। यह इस स्थिति का सटीक परीक्षण करने में सक्षम होगा।

लेख सम्बंधित जानकारी

Next Review:

16 January 2023

Sign up for the latest wellbeing ideas, health trends, partner offers… and taboo-busting stories.

Choose the topics relevant to you

Women’s health & wellbeing

Men’s health & wellbeing

You can unsubscribe anytime. We use Braze to deliver our newsletters based on your interests to your email address. We won’t share this information with other third parties. See our Privacy Policy for more information. By subscribing you agree to our terms.

महत्वपूर्ण सूचना: हमारी वेबसाइट उपयोगी जानकारी प्रदान करती है लेकिन ये जानकारी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है। अपने स्वास्थ्य के बारे में कोई निर्णय लेते समय आपको हमेशा अपने डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।

किसी खाद्य पदार्थ में प्रोटीन का परीक्षण कैसे किया जाता है

खाद्य पदार्थ में प्रोटीन का परीक्षण-एक परखनली लीजिए और इसमें थोड़ा-सा उबला हुआ अंडा डालिए। फिर इसमें थोड़ा-सा पानी डालकर अच्छी तरह हिलाएं। अब ड्रॉपर की सहायता से परखनली में दो बूंदें कापर सल्फेट के विलयन और दस बूंदें कास्टिक सोडे के विलयन की डालिए। परखनली को अच्छी तरह हिलाकर परखनली को कुछ समय के लिए रख दीजिए। परखनली में बैंगनी रंग हो जाएगा। बैंगनी रंग खाद्य पदार्थ में प्रोटीन की उपस्थिति दर्शाता है।

भोजन के घटक के महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर

प्रश्न 1: हमारे भोजन में पाए जाने वाले कार्बोहाइड्रेट मुख्य रूप से किस रूप में होते हैं?

उत्तर: हमारे भोजन में पाए जाने वाले कार्बोहाइड्रेट मुख्य रूप से मंड और शर्करा के रूप में होते हैं।

प्रश्न 2: मंड के परीक्षण के लिए किस रसायनिक विलयन का इस्तेमाल होता है?

उत्तर: मंड के परीक्षण के लिए तनु आयोडीन नामक रसायनिक विलयन का इस्तेमाल होता है।

प्रश्न 3: किसी खाद्य पदार्थ में मंड उपस्थित होगा तो परीक्षण के बाद वह किस रंग में परिवर्तित हो जाएगा?

उत्तर: किसी खाद्य पदार्थ में मंड उपस्थित होगा तो परीक्षण के बाद वह नीला या काले रंग में परिवर्तित हो जाएगा।

प्रश्न 4: प्रोटीन के परीक्षण के लिए किस विलयन का इस्तेमाल किया जाता है?

उत्तर: प्रोटीन के परीक्षण के लिए कॉपर सल्फेट और कास्टिक सोडा के विलयन का इस्तेमाल किया जाता है।

प्रश्न 5: प्रोटीनयुक्त पदार्थ परीक्षण के बाद किस रंग में परिवर्तित हो जाता है?

उत्तर: प्रोटीनयुक्त पदार्थ परीक्षण के बाद बैंगनी रंग में परिवर्तित हो जाता है।

प्रश्न 6: उर्जा देने वाला भोजन किसे कहते हैं?

उत्तर: कार्बोहाइड्रेट्युक्त भोजन को उर्जा देने वाला भोजन किसे कहते हैं।

प्रश्न 7: हमारे शरीर में विटामिन C का क्या काम होता है?

उत्तर: विटामिन C बहुत से रोगों से लड़ने में हमारी मदद करता है।

प्रश्न 8: हमारे शरीर को पोषक तत्वों के अलावा कुछ खनिज-लवणों की आवश्यकता होती है, उनके नाम लिखो।

उत्तर: आयरन, कैल्सियम, फास्फोरस और आयोडीन आदि

प्रश्न 9: हमारे शरीर को जल की आवश्यकता क्यों होती है?

उत्तर: भोजन में उपस्थित पोषकों को अवशोषित करने में जल हमारे शरीर की सहायता करता है। यह कुछ अपशिष्ट-पदार्थों जैसे कि पेशाब और पसीने को शरीर से बाहर निकालने में सहायता करता है।

प्रश्न 10: संतुलित आहार किसे कहते हैं?

उत्तर: हमारे शरीर की वृद्धि और अच्छे स्वास्थ्य के लिए हमारे भोजन में उन सभी पोषक तत्वों का उचित मात्रा में होना अनिवार्य होता है जो हमारे शरीर के आवश्यकता की पूर्ति करता हो। कोई भी पोषक तत्व न तो आवश्यकता से ज्यादा हो और न कम। हमारे भोजन में पोषक तत्वों के अलावा रूक्षांश और जल भी उचित मात्रा में होना चाहिए। इसे हम संतुलित आहार कहते हैं।

प्रश्न 11: अभावजन्य रोग किसे कहते हैं?

उत्तर: वे रोग जो लम्बे समय तक पोषक तत्वों के अभाव के कारण होता है, उसे अभावजन्य रोग कहते हैं।

प्रश्न 12: प्रोटीन की कमी के कारण कौन सी बिमारी होती है?

उत्तर: प्रोटीन की कमी के कारण शरीर की वृद्धि रूक जाती है, बालों का रंग उड़ जाता है, चेहरे सूज जाते हैं, त्वचा की बिमारियाँ और पेचिश आदि हो जाते हैं।

प्रश्न 13: आयोडीन की कमी के कारण क्या होता है?

उत्तर: आयोडीन की कमी के कारण गर्दन की ग्रंथि फूल जाती (घेंघा) है और बच्चों में मानसिक विकलांगता होती है।

प्रश्न 14: आयरन की कमी के कारण क्या होता है?

उत्तर: आयरन की कमी के कारण खून की कमी हो जाती है।

इस पोस्ट में आपको किसी खाद्य पदार्थ में प्रोटीन का परीक्षण कैसे किया जाता है ? प्रोटीन का वर्गीकरण प्रोटीन क्या है हिंदी में प्रोटीन संश्लेषण का केंद्रीय सिद्धांत प्रोटीन का सबसे अच्छा स्रोत क्या है क्राई प्रोटीन क्या है प्रोटीन के स्रोत क्या क्या है टाइप्स ऑफ़ प्रोटीन भोजन के घटक से संबंधित काफी महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर दिए गए है यह प्रश्न उत्तर फायदेमंद लगे तो अपने दोस्तों के साथ शेयर करें और इसके बारे में आप कुछ जानना यह पूछना चाहते हैं तो नीचे कमेंट करके अवश्य पूछे.

error: Content is protected !!

प्रोटीन चेक करने के लिए कौन सा टेस्ट होता है?

लैक्टेट डिहाइड्रोजनेज टेस्ट(Lactate dehydrogenase test, LDH) एलडीएच(LDH) यानी लैक्टेट डिहाइड्रोजनेज (Lactate Dehydrogenase) टेस्ट का उपयोग शरीर में ऊतको (Tissue) की क्षति के स्थान और गंभीरता की पहचान करने के लिए किया जाता है।

प्रोटीन का परीक्षण कैसे करें?

प्रोटीन के लिए परीक्षण ड्रापर का प्रयोग कर, 1% CuSO4 के विलयन की थोड़ी सी मात्रा लें। CuSO4 के विलयन की 2-3 बूंदें अंडे की सफेदी वाली परखनली में मिलाएं। अच्छी तरह से मिश्रित करने के लिए, विलयन हिलाएं। परखनली में बैंगनी रंग दिखाई देता है, जिससे प्रोटीन की उपस्थिति का पता चलता है।

आप कुल प्रोटीन कैसे मापते हैं?

टीपी माप प्लाज्मा प्रोटीन परख या तो एक रेफ्रेक्टोमीटर या एक स्वचालित जैव रसायन विश्लेषक का उपयोग करके किया जा सकता है। कुल प्लाज्मा प्रोटीन को एक केशिका ट्यूब या नमूना कंटेनर में मौजूद प्लाज्मा का उपयोग करके मापा जा सकता है जिसे सेंट्रीफ्यूज किया गया है

टोटल प्रोटीन की रेंज क्या है?

सामान्य परिणाम सामान्य सीमा 6.0 से 8.3 ग्राम प्रति डेसीलीटर (g/dL) या 60 से 83 g/L है। विभिन्न प्रयोगशालाओं में सामान्य मूल्य सीमाएं थोड़ी भिन्न हो सकती हैं। अपने विशिष्ट परीक्षण परिणामों के अर्थ के बारे में अपने प्रदाता से बात करें। उपरोक्त उदाहरण इन परीक्षणों के परिणामों के लिए सामान्य माप दिखाते हैं।