पन्ना रत्न कब और कैसे पहनना चाहिए? - panna ratn kab aur kaise pahanana chaahie?

पन्ना बुध ग्रह का रत्न है। बुध ग्रह वाणी, व्यापार, बहन, बुआ, मौसी आदि का कारक है। यह रत्न गहरे से हल्के हरे रंग का होता है। पन्ना मुख्यतः 5 रंगों में पाया जाता है। तोते के पंख के समान रंग वाला, पानी के रंग जैसा, सरेस के पुष्प के रंगों वाला, मयूरपंख जैसा और हलके संदुल पुष्प के समान होता है। पन्ना रत्न किसे पहनना चाहिए और किसे नहीं यह जानना भी जरूरी है, क्योंकि कुंडली की जांच किए बगैर इसे पहनने के नुकसान भी है।


किसे पन्ना धारण करना चाहिए?

1. लग्न कन्या या मिथुन है तो पन्ना रत्न धारण किया जा सकता है, लेकिन यह भी देखना जरूरी है कि लग्न में कौनसा ग्रह है या लग्न के सामने सप्तम भाव में कौनसा ग्रह है।

2. कुंडली को देखकर यदि किसी रोगी को पन्ना पहनाया जाता है तो उसके बल में वृद्धि होती है आरोग्य का सुख मिलता है।

3. मिथुन लग्न वाले यदि पन्ना धारण करे तो पारिवारिक परेशानी कम होती है।

4. कन्या लग्न यदि पन्ना धारण करे तो राज्य, व्यापार, पिता, नौकरी, शासकीय कार्यों में लाभ पा सकते हैं।

5. यदि बुध की महादशा या अंतरदशा चल रही हो और बुध 8वें या 12वें भाव में नहीं हो तो पन्ना पहनने से लाभ मिलेगा।

6. यदि बुध, मंगल, शनि, राहु या केतु के साथ स्थित हो या उस पर शत्रु ग्रहों की दृष्टि हो तो पन्ना पहना जा सकता है। इससे नौकरी व्यवसाय में रुकावट दूर होगी।

7. लाल किताब अनुसार यदि किसी घर में कोई ग्रह सोया हुआ हो तो उस घर को और उस ग्रह के प्रभाव को जाग्रत करने के लिए उस घर का रत्न धारण करें। जैसे यदि तीसरे में बुध नहीं है तो तीसरे के लिए बुध का रत्न धारण करें। इसे बुध के अच्छे प्रभाव मिलना प्रारंभ होंगे।

8. यदि आपकी कुंडली में बुध मीन राशि का होकर बुरा प्रभाव दे रहा है तो पन्ना पहन सकते हैं।

पन्ना किसे धारण नहीं करना चाहिए?

1. लाल किताब के अनुसार बुध तीसरे या 12वें हो तो पन्ना नहीं पहनना चाहिए इससे नुकसान होगा।

2. ज्योतिष के अनुसार 6, 8, 12 का बुध स्वामी हो तो पन्ना पहनने से अचानक नुकसान हो सकता है। इसलिए पहले किसी ज्योतिष को कुंडली दिखाएं फिर ही पहनें।

3. यदि बुध की महादशा चल रही है और बुध 8वें या 12वें भाव में बैठा है तो भी पन्ना धारण करने से समस्या उत्पन्न हो सकती है।

4. नकली, अशुद्ध, टूटा-फूटा, धब्बेदार, चमकदार, स्वर्ण रंग का या अन्य रंग का पन्ना धारण करने से धन, समृद्धि और संतान पक्ष का नाश हो जाता है।

5. उचित धातु, नक्षत्र, दिन और ग्रहों की स्थिति देखे बगैर पन्ना धारण किया है तो वह भी नुकसानदायक सिद्ध हो सकता है।

पन्ना पहनने के फायदे :

1. पन्ना धारण करने से स्मरण शक्ति बढ़ती है। इससे बुद्धि तेज होने लगती है।

2. हाजमा अच्‍छा करने के लिए भी इसे धारण करते हैं।

3. नौकरी और व्यापार में उन्नति के लिए भी इसे धारण करने की सलाह दी जाती है।

4. पन्ना धारण करने से वाणी प्रभावशाली हो जाती है।

5. पन्ना धारण करने से अधूरी तमन्नाएं पूरी होने लगती हैं।

6. घर में पन्ना रत्न उचित स्थान पर रखने से अन्न-धन्न आदि में वृद्धि होती है, सुयोग्य संतान का सुख मिलता।

है।

7. पन्ना पहनने से यदि बुद्ध उत्तम प्रभाव देने लगता है तो जातक की बहन की जिंदगी में भी परेशानियां कम हो जाती है।

पन्ना कौन से दिन धारण करना चाहिए?

रत्न विज्ञान अनुसार पन्ना रत्न को चांदी में या सोने की अंगूठी में जड़वाकर हाथ की सबसे छोटी उंगली (कनिष्ठा) में बुधवार के दिन पहन सकते हैं। इसे सूर्योदय से लगभग 10 बजे तक धारण किया जा सकता है। वैसे पन्ना सोने में धारण करना सबसे शुभ माना जाता है। पन्ना कम से कम सवा 7 कैरेट का होना चाहिए

पन्ना कौन कौन पहन सकता है?

* यदि किसी के जन्म लग्न में बुध 6, 8, 12वें भाव में हो तो वे पन्ना पहन सकते हैं। * बुध यदि नीच मीन राशि का हो तो वह भी पन्ना पहन सकते हैं। * यदि बुध धनेश होकर नवम भाव में हो, तृतीयेश होकर दशम भाव में हो, चतुर्थेश सुखेश होकर आय एकादश स्थान में हो तो पन्ना पहनना अत्यंत लाभकारी होता है।

पन्ना कैसे पहनना चाहिए?

हालांकि इसे सोने में धारण करना सबसे शुभ माना जाता है। ये कम से कम सवा 7 कैरेट का होना चाहिए। अगर आप पन्ना धारण कर रहे हैं तो इसे बुधवार के दिन पहना अधिक शुभ होता है साथ ही इसे सूर्योदय से लगभग सुबह 10 बजे तक धारण करना चाहिए

पन्ना की अंगूठी कौन सी उंगली में पहने?

पन्ना को सबसे छोटी उंगली में पहना जाता है.