Naitik Shiksha Ki ParibhashaPradeep Chawla on 09-09-2018 Show नैतिक शिक्षा मनुष्य के जीवन में बहुत आवश्यक है। इसका आंरभ मनुष्य के बाल्यकाल से ही हो जाता है। सब पर दया करना, कभी झूठ नहीं बोलना, बड़ों का आदर करना, दुर्बलों को तंग न करना, चोरी न करना, हत्या जैसा कार्य न करना, सच बोलना, सबको अपने समान समझते हुए उनसे प्रेम करना, सबकी मदद करना, किसी की बुराई न करना आदि कार्य नैतिक शिक्षा या नैतिक मूल्य कहलाते हैं। सभी धर्मग्रंथों का उद्देश्य रहा है कि मनुष्य के अंदर नैतिक गुणों का विकास करना ताकि वह मानवता और स्वयं को सही रास्ते में ले जा सके। एक बच्चे को बहुत पहले ही घरवालों द्वारा नैतिक मूल्यों से अवगत करा दिया जाता है। जैसे-जैसे उसकी शिक्षा का स्तर बढ़ता जाता है। उसके मूल्यों में विस्तार होना आवश्यक हो जाता है। ये मूल्य उसे सिखाते हैं कि उसे समाज में, बड़ों के साथ, अपने मित्रों के साथ व अन्य लोगों के साथ कैसे व्यवहार करना चाहिए। विद्यालय में किताबों में वर्णित कहानियों और महत्वपूर्ण घटनाओं के माध्यम से उसके मूल्यों को संवारा व निखारा जाता है। यदि एक देश का विद्यार्थी नैतिक मूल्यों से रहित होगा, तो उस देश का कभी विकास नहीं हो सकता। लेकिन विडंबना है कि यह नैतिक मूल्य हमारे जीवन से धूंधले होते जा रहे हैं। हमारी शिक्षा प्रणाली से नैतिक मूल्यों का क्षरण हो रहा है। क्योंकि इनमें नैतिक शिक्षा का अभाव है। अपने स्वार्थ सिद्धि के लिए हम किसी भी हद तक गिर जाते हैं। ये इस बात का संकेत है कि समाज कि स्थिति कितनी हद तक गिर चुकी है। चोरी, डकैती, हत्याएँ, धोखा-धड़ी, जालसाज़ी, बेईमानी, झूठ, दूसरों और बड़ों का अनादर, गंदी आदतें नैतिक मूल्यों में आई कमी का परिणाम है। हमें चाहिए नैतिक शिक्षा के मूल्य को पहचाने और इसे अपने जीवन में विशेष स्थान दे। सम्बन्धित प्रश्नComments Khushi on 07-05-2022 Pus की अभिलाषा कविता मे पुस की अभिलाषा को सेपट कीजिए Soni on 23-03-2022 Dharmik sikhsha Tanisha on 01-12-2021 Natik siksha ka kya arth hai आनन्द on 12-10-2021 नैतिकता की परिभाषा क्या है Reshma on 20-06-2021 Shaskiy avm niji vidhalay ke vritiy sanshadhno ka anter bataiye Mayank kumar on 22-02-2021 Na Dheeraj kumar rawat on 20-02-2021 Naitikshiksha prasan Dheeraj kumar rawat on 20-02-2021 Naitikshiksha ki paribhasha Naitiki shisha kya h on 05-02-2021 Naitiki shisha kya h Mohd Saad on 01-02-2021 Netik sicha se aap kiya samajhte he Nikhil on 21-12-2020 Naitik Shiksha ke kya kya prayog hai Harshsoni on 16-12-2020 Class 10th ki moral education mein Naitik Shiksha ki paribhasha Kay hai Khushi mishra on 13-12-2020 Naitik siksha ki paribhasha btaiye Aayushi on 13-12-2020 Naitik sikhsha kya hai iska arth btaiye Reta on 27-04-2020 Naitik shiksha ki paribhasha udaharan sahit Sachin on 25-02-2020 Who is the founder of moral education? What on 23-01-2020 Whatisthis Lucky on 30-12-2019 Naitik shiksha ka pramukh uddeshya kya hai Lucky on 30-12-2019 Ramkrishna mission ki sthapna kisne ki thi Mohit मोहित कश्यप on 07-11-2019 , नैतिक शिक्षा हमारे जीवन में बहुत ही आवश्यक है इसका संभव वाले बाग से माना जाता है जैसे दूसरों की सहायता करना निरहुआ को तंग ना करना गरीबों को ना सताना अपने समान समझना किसी को कष्ट ना देना नैतिक शिक्षा कार्य कहलाता बालों ग्रंथ की दूसरों की सहायता करना किसी की चोरी ना करना झूठ ना बोलना Narender kumar on 12-05-2019 Naitik shiksha kya h Kavita on 08-04-2019 Naitik shiksha ki paribhasha Satyam bhai on 30-12-2018 Naitik shiksha kya samajhte hai monika on 24-12-2018 netik mulyu pr parshnavli parshn chahiye निखिल गुप्ता on 22-12-2018 वर्तमान के pm kaon है Amrita on 25-08-2018 Naitik sikhsha kya h खुशबू on 19-08-2018 नैतिक शिक्षा क्या है और किसे कहते है नैतिक शिक्षा का क्या अर्थ होता है?इसका अर्थ होता है ऐसा व्यवहार, जिसके अनुसार अथवा जिसका अनुकरण करने से सबकी रक्षा हो सके । अतः हम कह सकते हैं कि नैतिकता वह गुन है, और नैतिक शिक्षा वह शिक्षा है, जो कि समाज के प्रत्येक व्यक्ति सम्पूर्ण समाज तथा देश का हित कर करती है।
नैतिक शिक्षा का महत्व क्या है?क) नैतिक शिक्षा से जीवन में अनुशासन देखने को मिलती है, जिससे लोगों के विचारों में बदलाव आता है। ख) नैतिक शिक्षा से समाज के लोगों के प्रति दया और समर्पण भाव प्रकट होती है। ग) नैतिक शिक्षा से अच्छे समाज की उत्पत्ति होती है, जिससे एक प्रगतिशील समाज की स्थापना होती है।
नैतिक शिक्षा से हमें क्या शिक्षा मिलती है?इसलिए बच्चों को सदाचारी और जिम्मेदार जीवन जीने की शिक्षा दी जानी चाहिए, न कि केवल आजीविका कमाने की। यह भी जानना चाहिए कि नैतिक मूल्यों का विस्तार व्यक्ति से विश्व तक और जीवन के सभी क्षेत्रों में होता है। व्यक्ति-परिवार, समुदाय, समाज, राष्ट्र से मानवता तक नैतिक मूल्यों की यात्रा होती है।
नैतिक शिक्षा के जनक कौन है?शिक्षा के जनक थे स्वामी सहजानन्द
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