देश में आतंकवादी हिंसा की बढ़ती घटनाओं के दृष्टिगत भारत में उभरती हुई एक सर्वसम्मति है कि आतंकवाद से निपटने के लिये एक सुदृढ़ विधायी ढाँचा सृजित किया जाना चाहिये। यहाँ तक कि मानवाधिकारों और संवैधानिक मूल्यों को सुरक्षित रखते हुए भी आतंकवाद के विरुद्ध लड़ाई में सुरक्षा बलों को सुदृढ़ करने की आवश्यकता है। Show
आज आतंकवाद सार्वजनिक व्यवस्था के मुद्दों से बढ़कर हो गया है क्योंकि यह संगठित अपराध, गैर-कानूनी वित्तीय अंतरणों और शस्त्र तथा मादक द्रव्यों के अवैध व्यापार के जैसे कृत्यों के साथ समायोजित हो गया है, जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिये गंभीर खतरा हैं। भारत जैसा बहु-सांस्कृतिक, उदार और प्रजातांत्रिक देश अपनी भौगोलिक स्थिति के कारण आतंकवादी कृत्यों के प्रति अत्यंत सुभेद्य है। आतंकवाद : प्रकार, उत्पत्ति और परिभाषा
आतंकवाद के प्रकारआतंकवादी समूह/समूहों के उद्देश्यों के आधार पर आतंकवादी गतिविधियों के मुख्य प्रकारों में निम्नलिखित को शामिल किया जाता है- 1. मानवजातीय-राष्ट्रवादी आतंकवाद(Ethno-Nationalist Terrorism)डेनियल बाइमैन के अनुसार अपने उद्देश्यों को आगे बढ़ाने के लिये किसी उप-राष्ट्रीय मानवजातीय समूह द्वारा जान बूझकर की गई हिंसा को मानवजातीय आतंकवाद कहा जा सकता है। ऐसी हिंसा प्राय: या तो पृथक राज्य के सृजन अथवा एक मानवजातीय समूह द्वारा दूसरे समूहों की तुलना में अपने स्तर को बढ़ाने के लिये किया जाता है। श्रीलंका में तमिल राष्ट्रवादी समूह और पूर्वोत्तर भारत में अलगाववादी समूह मानवजातीय-राष्ट्रवादी आतंकवादी गतिविधियों के उदाहरण हैं। 2. धार्मिक आतंकवाद(Religious Terrorism)वर्तमान में अधिकांशत: आतंकवादी गतिविधियाँ धार्मिक आदेशों और आवश्यकताओं द्वारा अभिप्रेरित होती हैं। हॉफमैन के अनुसार पूर्णत: अथवा अंशत: धार्मिक आदेशों द्वारा प्रेरित आतंकवादी हिंसा को दैवीय कर्त्तव्य अथवा पवित्र कृत्य मानते हैं। अन्य आतंकवादी समूहों की तुलना में धार्मिक आतंकवादी वैधता और औचित्य के विभिन्न साधनों का प्रयोग करते हैं जो धार्मिक आतंकवाद को प्रकृति में और अधिक विनाशकारी बना देता है। 3. विचारधारोन्मुख आतंकवाद(Ideology Oriented Terrorism)हिंसा और आतंकवाद में विचारधारा के उपयोग के आधार पर आतंकवाद को साधारणतया दो वर्गों-वामपंथी और दक्षिणपंथी आतंकवाद में वर्गीकृत किया जाता है। वामंपथी आतंकवाद- अधिकांशत: वामपंथी विचारधाराओं से प्रेरित होकर शासक वर्ग के विरुद्ध कृषक वर्ग द्वारा की गई हिंसा को वामपंथी आतंकवाद कहा जाता है।
दक्षिणपंथी आतंकवाद - दक्षिणपंथी समूह आमतौर पर यथास्थिति (Status-Quo) बनाए रखना चाहते हैं अथवा अतीत की उस पूर्व स्थिति को स्थापित करना चाहते हैं जिसमें वे संरक्षित महसूस करते हैं।
4. राज्य-प्रायोजित आतंकवाद(State-sponsored Terrorism)
5. स्वापक-आतंकवाद(Narco-terrorism)
आतंकवाद की परिभाषादो कारण हैं जो ‘आतंकवाद’’ शब्द की एक व्यापक परिभाषा की आवश्यकता को रेखांकित करते हैं-
आतंकवाद को वैश्विक घटना मानने के बावजूद आतंकवाद की अंतर्राष्ट्रीय रूप से स्वीकृत परिभाषा देने के लिये पूर्व में किये प्रयास व्यर्थ सिद्ध हुए हैं। ऐसा मुख्यतः दो कारणों से है। पहला, किसी एक देश में ‘आतंकवादी’ को दूसरे देश में ‘स्वतंत्रता सेनानी’ के रूप में देखा जा सकता है। दूसरा, यह विदित है कि कुछ राष्ट्र स्वयं अपनी एजेंसियों अथवा किराये पर लिये गए एजेंटों के माध्यम से कानूनी रूप से स्थापित अन्य देशों की सरकार को पलटने अथवा अस्थिर करने या अन्य राष्ट्र के महत्त्वपूर्ण राजनीतिक अथवा सरकारी व्यक्तियों की हत्या कराने के लिये गुप्त रूप से विभिन्न किस्म के आपराधिक कार्यों का सहारा लेते हैं अथवा उन्हें प्रोत्साहित करते हैं।
भारत में स्थिति
आतंकवाद के साधनपरंपरागत साधन
गैर-परंपरागत साधन
पर्यावरणीय आतंकवाद (Environmental Terrorism)
उदाहरण के लिये वर्ष 1991 के खाड़ी युद्ध के दौरान सद्दाम हुसैन ने 1000 से अधिक तेल के कुओं को विस्फोट से उड़ाने का आदेश देकर कुवैत को धुएँ से भर दिया। जनसंहार के हथियार(Weapons of Mass Destruction- WMD)जनसंहार के हथियार वे होते हैं, जो संपूर्ण विनाश तथा लोगों, अवसंरचनाओं अथवा अन्य संसाधनों को बड़े पैमाने पर नष्ट करने की क्षमता रखते हैं के लिये प्रयोग किये जाने योग्य होते हैं। उदाहरण- न्यूक्लिर, रासायनिक और जैविक हथियार आदि।
साइबर-आतंकवाद (Cyber-terrorism)
संयुक्त राज्य अमेरिका सेना प्रशिक्षक और शिक्षा कमान, साइबर आक्रमणों के परिणाम की चार श्रेणियों का वर्णन करता है : अखंडता की हानि: आँकड़े और सूचना प्रौद्योगिकी प्रणाली में किये गए अनाधिकृत परिवर्तनों का परिणाम अयथार्थता, धोखाधड़ी अथवा गलत निर्णय हो सकता है जो प्रणाली की अखंडता को संदेह के दायरे में लाता है। उपलब्धता की हानि: महत्त्वपूर्ण सूचना प्रौद्योगिकी प्रणाली पर आक्रमण उसे प्रयोक्ताओं के लिये अनुपलब्ध बना देता है। गोपनीयता की हानि: सूचना के अनधिकृत प्रकटन का परिणाम जनता के विश्वास की हानि से लेकर राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा पहुँचने तक होता है। भौतिक विनाश: सूचना प्रौद्योगिकी प्रणाली के प्रयोग द्वारा वास्तविक रूप से भौतिक नुकसान अथवा इसमें विनाश करने का सामर्थ्य। आत्मघाती आतंकवाद (Suicide Terrorism)आत्मघाती आतंकवाद उभरती हुई आतंकवादी रणनीति का सर्वाधिक अनिष्टकारी पहलू है। जेहादी आतंकवादियों ने 1990 के दशक में आत्मघाती आतंकवाद को अपनाया। जम्मू -कश्मीर के भीतर सर्वाधिक रूप से पुलिस और रक्षा बलों के परिसरों पर कई फियादीन आक्रमण हुए। भारत में आतंकवाद1. जम्मू-कश्मीर
राजनीतिक पहलू पर राजनीतिक वार्तालापों को प्रमुखता दी गई है। इसके अलावा निम्नलिखित उपाय उल्लेखनीय हैं-
आंतरिक सुरक्षा संबद्ध उपायों में निम्नलिखित का उल्लेख किया जा सकता है-
प्रशासनिक मोर्चे पर निम्नलिखित उपाय उल्लेख करने योग्य हैं-
2. पूर्वोत्तर राज्य
3. पंजाब
4. विचारधारा-उन्मुख आतंकवाद-वामपंथी उग्रवाद(Left-Wing Extremism- LWE)
वर्ष 2004 से माओवादी आंदोलन के रूप में ज्ञात इस आंदोलन की कुछ गतिविधियाँ निम्नानुसार है-
PWG (पीपुल वार ग्रुप/ जन युद्ध समूह) की गतिविधियाँ
MCC की गतिविधियाँ
5.धार्मिक रूढ़िवाद पर आधारित आतंकवाद
उभरते हुए खतरे
आतंकवाद का सामना करने की कार्यनीति
विकास और उग्रवाद के बीच संबंध
कानूनी ढाँचा
राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम, 1980
आतंकवादी और विघटनकारी कार्यकलाप (निवारण) अधिनियम, 1985 और 1987
आतंकवाद का निवारण अधिनियम, 2002आतंकवाद का निवारण अधिनियम, 2002 (पोटा) की मुख्य विशेषताएँ निम्नलिखित थी-
गैर-कानूनी कार्यकलाप (निवारण) अधिनियम, 1967
व्यापक आतंकवाद-रोधी विधान की आवश्यकता
सिफारिश
आतंकवाद की परिभाषा
सिफारिशेंउन आपराधिक कार्यों, जिन्हें प्रकृति में आतंकवादी माना जा सकता है, को अधिक स्पष्ट रूप से परिभाषित किया जाना आवश्यक है। इस परिभाषा की मुख्य विशेषताओं में अन्य बातों के साथ-साथ निम्नलिखित शामिल होना चाहिये-
ज़मानत एवं रिमांड की अवधि
ज़मानत संबंधी सिफारिशेज़मानत देने के संबंध में कानून को प्रदान करना चाहिये कि:
रिमांड संबंधी सिफारिश:
पुलिस अधिकारी के समक्ष अपराध-स्वीकरण(Confession before a Police Officer)
पुलिस सुधारों पर आयोग की सिफारिशें:
कानून के अधीन अनुमान (Presumptions under the Law)
सिफारिशेंअनुमानों के संबंध में निम्नलिखित कानूनी उपबंध शामिल किया जाना चाहिये
समीक्षा समिति (Review Committee)
सिफारिश
गवाह का संरक्षण(Witness Protection)
विशेष न्यायालय(Special Courts)
शस्त्र आदि रखना(Possession of Arms etc.)
आतंकवादी अपराधों की जाँच के लिये संघीय एजेंसी(A Federal Agency to Investigate Terrorist Offences)
सिफारिशें
आतंकवाद के वित्तपोषण के विरुद्ध उपाय
भारत में उपायधनशोधन रोधी उपाय
PMLA की धारा 2 (P) धनशोधन के अपराध को निम्नानुसार परिभाषित करती है-
धनशोधन अपराधों की जाँच
वित्तीय आसूचना यूनिट
समन्वय
सिफारिशें
आतंकवादी कार्यकलापों के वित्तपोषण के लिये निधियों का प्रवाह रोकने के उपाय
सिफारिशें
आतंकवाद से संघर्ष करने में नागरिकों, नागरिक समाज और प्रचार माध्यम की भूमिकाआतंकवाद से संघर्ष करके के लिये बहुआयामी कार्रवाई के लिये सभी मोर्चों पर समन्वय की अपेक्षा होगी और प्रत्येक एजेंसी/संस्था को महत्त्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी। शिक्षा
राष्ट्रीय ध्यानकेंद्रण समूह द्वारा सुझाव दी गई शांति की शिक्षा के लिये कुछ सिफारिशें
सिफारिशें
नागरिक समाज
प्रचार माध्यम
निष्कर्ष
आतंकवादियों और राष्ट्र-विरोधी कार्यकलापों के विरुद्ध सुरक्षा एजेंसियों द्वारा सतत् और सख्त कार्रवाई करने के अतिरिक्त नागरिक समाज भी आतंकवादी कार्यकलापों को रोकने और आतंकवाद की विचारधारा का प्रतिरोध करने में मुख्य भूमिका निभा सकता है। आतंकवाद के विरुद्ध संघर्ष करने में नागरिकों और प्रचार माध्यम द्वारा सहयोग भी समान रूप से महत्त्वपूर्ण है। रिपोर्ट का बल इस बात पर है कि सुशासन, सम्मिलित विकास, सतर्क प्रचार माध्यम और एक जागरूक नागरिकता के साथ संयोजित कानूनी एवं प्रशासनिक उपायों को शामिल करते हुए एक बहुआयामी दृष्टिकोण आतंकवाद किसी भी रूप को परास्त कर सकता है। भारत में आतंकवादी संगठन कौन कौन से हैं?बब्बर खालसा इंटरनेशनल. ख़ालिस्तान कमांडो फोर्स. ख़ालिस्तान ज़िंदाबाद फोर्स. इंटरनेशनल सिख यूथ फेडेरशन. मणिपुर पीपल लिबरेशन फ्रंट. ऑल त्रिपुरा टाइगर फोर्स. नेशनल लिबरेशन फ्रंट ऑफ त्रिपुरा. लिबरेशन टाइगर्स ऑफ़ तमिल ईलम. भारत में कितने आतंकवादी हैं?नारायणन का कहना था कि देश में 800 से अधिक आतंकवादी गुट सक्रिय हैं। आतंक वाद के कारण 9/11 का विश्व का सबसे बड़ा आतंकवाद हमला था।
आतंकवादी देश कौन सा है?इनमें अफगानिस्तान, सूडान, सउदी अरब, तुर्की, ईरान, यमन, चेचेन्या, कजाकिस्तान, बहरीन, इराक, अल्बानिया, बांग्लादेश, पाकिस्तान आदि के आतंकवादी शामिल हैं।
भारत के सबसे बड़े आतंकवादी कौन है?1. मौलाना मसूद अजहर उर्फ मौलाना मोहम्मद मसूद अजहर अल्वी उर्फ वली आदम इस्सा. 2. हाफिज मुहम्मद सईद @ हाफिज मोहम्मद साहब @ हाफिज मोहम्मद सईद @ हाफिज मुहम्मद @ हाफिज सईद @ हाफिज मोहम्मद सईद @ हाफिज मोहम्मद सईद @ मोहम्मद सईद @ मुहम्मद सईद.
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