चंबल में दिखेगा असर अब कांग्रेस ने ग्वालियर नगर निगम पर भी कब्जा कर लिया है। कांग्रेस के लिए ग्वालियर में
यह अच्छा संकेत हैं तो बीजेपी के लिए संभलने की चेतावनी है। एक साल बाद ही यहां विधानसभा चुनाव हैं। ऐसे में निकाय चुनाव के नतीजों का असर साफ तौर पर देखने को मिलेगा। सिंगरौली में
बीजेपी और कांग्रेस के लिए खतरे की घंटी महाकौशल में बढ़ रही बीजेपी की चिंता इंदौर में जबरदस्त जीत मिली गौरतलब है कि एमपी में अभी जिन निकायों के नतीजे आए हैं। उन सभी में करीब 100 से अधिक सीटें हैं। मेयर पद पर कांग्रेस तीन सीटें जीतने में सफल रही है लेकिन नगर पालिका चुनावों में ज्यादा कमाल नहीं दिखा पाई है। ऐसे में इसका सीधा असर 2023 के विधानसभा चुनावों में देखने को मिलेगा। इसे भी
पढ़ें Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म... पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें एक राज्य में कितने विधायक होते हैं?(भारतीय संविधान का अनुच्छेद १५ (12 ). विधान सभा में 500 से अधिक सदस्य नहीं होते हैं और 60 से कम नहीं होते हैं। सबसे बड़ी राज्य, उत्तर प्रदेश, की विधानसभा में 404 सदस्य हैं।
भारत में विधानसभा सीट कितनी है 2022?वर्ष 1967 के पश्चात् विधान सभा की कुल सदस्य संख्या 426 हो गई।
भारत में विधानसभा सीटों की संख्या कितनी है?इस प्रकार विधान सभा की कुल सदस्य संख्या 71 हो गयी।
वर्तमान में मध्यप्रदेश के विधानसभा उपाध्यक्ष कौन है 2022?श्री श्याम सुंदर 'श्याम' इस विधान सभा के उपाध्यक्ष रहे।
|